गर्मियो में ठंडक दिलाने वाला सहस्त्रधारा इन बार लॉक डाउन की चादर ओढ़े आराम कर रहा है ।
Sahastradhara ।। देहरादून के सबसे नजदीकी पर्यटक स्थलों मे लोकप्रिय सहस्त्रधारा मे इन दिनो हजारो की संख्या में प्रतिदिन सैलानी घूमने व नहाने आते थे। सहस्त्रधारा की विशेषता है की यहां पर प्राचीन शिव मंदिर है कहा जाता है इस मंदिर में गुरु द्रोणार्चाय जी ने बैठकर तपस्या की थी तथा मंदिर के पास गुफाए है ओर उन गफाओ व मंदिरो के ऊपर सैकडो जल की धाराऐ टपकती रहती है जिसके नाम से प्रसिद्ध है सहस्त्रधारा । सहस्त्रधारा मे गंधक का जल भी बहुत मशहूर है जिसमे कहां जाता है की उस पानी के पीने से नहाने से शरीर के चर्म रोग जैसे-खाज खुजली फोडे फुन्सी आदि ठीक हो जाती है ओर गैस कब्ज ठीक होता है । लेकिन कोरोना जैसी वैश्विकमहामारी के चलते पूरे देश मे देशव्यापी लाकडाउन के चलते सहस्त्रधारा मे इसका असर साफ देखा जा सकता है जहां पर हजारों लोग प्रति दिन परिवार व दोस्तो के साथ घुमने नहाने के लिए आते थे आज पुरा सहस्त्रधारा सुनसान पडा है जंहा इस समय पर पैदल चलने तक का रास्ता नही मिलता था आज वहां सारी दुकाने होटल रेस्टोरेंट ढाबे व अन्य सभी लोगो के छोटे छोेटे रोजगार बंद पडे है जिसके कारण लोगो के सामने रोजी रोटी का संकट गहरा गया है । स्थानीय व्यापारियो पर इसका असर साफ तौर पर देखा जा सकता है क्योकी स्थानीय व्यापारी अपने तीन महीने के अप्रैल मई जून सीजन पर ही निर्भर करता है तीन महिने कमाकर पूरे साल का गुजर बसर करने को मजबूर रहते है । सहस्त्रधारा के मार्केट में खिलौने, गिफ्ट आइटम की दुकानें, फ़ास्ट फूड ,रेस्टोरेंट्स, भेलपुरी- चोले कुल्चे वाले, तालाबों में स्वामिग कॉस्ट्यूम, लॉकर, रबर ट्यूब वाले छोटी छोटी आर्थिक गतिविधियों से जुड़े तीन माह दिन रात एक करके मेहनत करते है । सरकार द्वारा लॉक डाउन से उभरने के लिए राहत पैकेज में आफत की इस घड़ी में होटल व्यवसायी, वाटर पार्क के साथ साथ छोटे छोटे आर्थिक गतिविधियों से जीवप यापन करने वाले लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए।
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सहस्त्रधारा अप्रैल 2019 |
सहस्त्रधारा की संक्षिप्त जानकारी
सहस्त्रधारा एक खूबसूरत व लोकप्रिय पर्ययन स्थान है, जो देहरादून से लगभग 11 किमी की दूरी पर है। सहस्त्रधारा का शाब्दिक अर्थ 'हजार गुना वसंत' है । यहाँ एक सुंदर झरना लगभग 9 मीटर गहरा है, बाल्दी नदी और उसके आसपास के क्षेत्र में स्थित गुफायें, स्थानीय लोग छोटे छोटे कृत्रिम तालाबों का निर्माण आजीविका के लिए बनाते है जो यात्रियों को लुभाते है और इस जगह की सुंदरता को बढ़ते हैं, और इसे एक आदर्श पिकनिक स्थल बनाती हैं । जगह की अद्भुत आभा मानसून के दौरान कई गुना बढ़ जाती है, यहां बहता हुए पानी की धारा जीवन शक्ति और ऊर्जा के साथ प्रतिध्वनित होती है। ऐसा कहा जाता है कि, सल्फर की उपस्थिति के कारण इस झरने के पानी में औषधीय गुण होते है इसलिए त्वचा रोगों से पीड़ित लोग इस जगह पर अपने रोगों के इलाज के लिए झरने में स्नान करने के लिए आते है । यहाँ के पानी में सल्फर के अलावा, चूना भी शामिल है, जिसकी वजह से चुने की गुफाएं बन जाती हैं।
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सहस्त्रधारा अप्रैल 2020 |
सहस्त्रधारा पर्यटक स्थल से ऑनलाइन जुडने के लिए महत्वपूर्ण लिंक -
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★ Sahastradhara
★ सहस्त्रधारा युवा संग़ठन
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यदि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी कम नही हुयी या समय रहते इसकी वैक्सीन नही बनी तो देश मे पर्यटक से जुडे लोगो पर रोजी रोटी तथा आर्थिकी संकट गहरा जायेगा जिसके कारण देश मे भूखमरी जैसे हालता उत्पन्न हो सकते है । सुनील चमोली बताते है इस समय पर व्यापारी व व्यवसायी लोग काफी परेशान हताश व निराश है क्योकी सरकार ने जरुरत के सामान की। दुकान खोलने के निर्णय तो ले लिये है लेकिन पर्यटक क्षेत्र पूर्णतया प्रतिबंद रहेगे सरकार को पर्यटको से जुडे लोगो के बारे मे विचार करना चाहिए ओर उनके बारे मे भी उचित निर्णय लिया जाना चाहिए । जो लोग सहस्त्रधारा मे तालाबो मे टियूब किराये पर देकर अपनी गुजर बसर करते है उन लोगो के बारे मे सरकार को विचार करना चाहिए -सुनील चमोली सामाजिक कार्यकर्ता/होटल व्यवसायी सहस्त्रधारा, देहरादून
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