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Badrinath Dham : ब्रह्म मुहूर्त में 4 बजकर 15 मिनट पर विधि-विधान से खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट ।।web news।।

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भगवान विष्णु के आठवें बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट खुले यमुनोत्री, गंगोत्री व केदारनाथ के बाद आज बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए हैं। भगवान विष्णु के आठवें बैकुंठ बदरीनाथ धाम में आज ब्रह्म मुहूर्त में 4 बजकर 15 मिनट पर विधि-विधान से पूजा-अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान के बाद कपाटोद्घाटन किया गया। श्री बदरीनाथ धाम के श्रद्धेय रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी और धर्माधिकारी  भुवन चंद उनियाल की अगुवाई में तीर्थ पुरोहित सीमित संख्या में मंदिर में भगवान बदरी विशाल की पूजा-अर्चना नियमित रूप से करेंगे। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी प्रदेशवासियों को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की शुभकामनाएं दी। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि भगवान के वर्चुअली दर्शन करें तथा अपने घरों में ही पूजा-अर्चना करें और धार्मिक परम्पराओं का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। वीडियो में कीजिए "भगवान बद्री विशाल जी" के दर्शन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का संदेश भगवान विष्णु के आठवें बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट आज मंगलवार को ब्रह्म मुहुर्त में 4 बजकर 15 मिनट पर विधि-विधान

Chardham Yatra 2021 : खुल गए बाबा केदारनाथ के द्वार, कोविड गाइडलाइंस का होगा पालन ।।web news।।

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ब्रह्ममुहूर्त में बाबा केदारनाथ के कपाट विधि विधान से खोले गए आज सुबह ब्रह्ममुहूर्त में बाबा केदारनाथ के कपाट खुल गए हैं। कपाट खुलने के मौके पर भी सीमित संख्या में ही प्रशासन, पुलिस और देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी, कर्मचारी, तीर्थपुरोहित ही मौजूद रहे। फिलहाल मुख्य रावल के अलावा उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड और केदारनाथ के हक हुकूक धारियों द्वारा चुने गए लोग ही वहां पर पूजा-अर्चना करेंगे। कोविड के कारण अभी यात्रियों के लिए पाबंदियां हैं । इस बार उखीमठ से बाबा केदारनाथ की डोली को वाहन के जरिए गौरीकुंड तक लाया गया था। गौरीकुंड से बाबा केदारनाथ की डोली शनिवार को केदारनाथ धाम पहुंच गई थी।दो दिन धाम में विश्राम करने के बाद केदारनाथ भगवान मंदिर में विराजमान हो गए हैं। अब आने वाले छह महीनों तक यही पर केदारबाब विराजमान रहेंगे।  17 मई को यानी आज शुभ लग्न पर बाबा के कपाट सुबह तड़के पांच बजे खोल दिए गए। मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए फिलहाल बाबा के दर्शन भक्त नहीं करेंगे। हालांकि, मंदिर में होने वाली निज पूजाएं और आनलाइन पूजाएं संचालित होती रहेंगी। देखें वीडियो, ऑक्सीजन क

Gangotri Yatra 2021: गंगोत्री के कपाट विधि विधान से खुले, दूसरी बार बिना श्रद्धालुओं के होगी चारधाम यात्रा ।।web news।।

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आज गंगोत्री के कपाट खुल गए विश्वप्रसिद्ध हिमालयी धाम गंगोत्री के कपाट आज शनिवार को निर्धारित मुहूर्त पर सुबह 7.31 बजे विधि विधान एवं धार्मिक अनुष्ठान के साथ खोले गए। बैशाख शुक्ल तृतीया की शुभ बेला में गंगोत्री मंदिर का कपाटोद्घाटन हुआ। कोरोना संक्रमण को देखते हुए केवल तीर्थ पुरोहित और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में ही धाम के कपाट खोले गए। आज से तीर्थ पुरोहित सीमित संख्या में गंगोत्री मंदिर में नियमित रूप से मां गंगा की पूजा अर्चना करेंगे। कोरोना संक्रमण के बीच जन स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखते हुए फिलहाल चारधाम यात्रा स्थगित की गई है। । अक्षय तृतीया के दिन खुले यमुनोत्री के कपाट उत्तराखंड के चार धामों में से एक यमुनोत्री धाम के कपाट कल यानी अक्षय तृतीया के दिन खोल दिए गए हैं। यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का सांकेतिक शुभारंभ भी हो गया है । कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन की स्थिति जारी है । इस कारण मात्र 25 लोगों की मौजूदगी में यमुनोत्री धाम यात्रा बिना श्रद्धालुओं के ही शुरू की गई । मां यमुना की डोली सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर अपने भाई शनि महाराज की डोली के साथ

पॉजिटीव वेब : बद्रीनाथ धाम के दर्शन के लिए सरकार ने खोले द्वार , जाने क्या है पूरी खबर ।।web news।।

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श्री बदरीनाथ धाम में दर्शन हेतु सरकार की गाइडलाइंस जारी कर दी है । 30 जून तक राज्य के लोगों के बाबा केदारनाथ के दर्शन की अनुमति सरकार द्वारा दी गयी है। इस दौरान दर्शन के अभिलाषी भक्तों को सम्बंधित धाम के लिए एडवांस में निशुल्क टोकन लेना होगा। टोकन की समय सीमा के भीतर ही दर्शन की अनुमति मिलेगी। श्रद्धालुओं को 2 मीटर की दूरी बनाकर पंक्तिबद्ध होना होगा। गर्भगृह में दर्शन के लिए केवल 1 मिनट का वक्त मिलेगा।बद्रीनाथ धाम में एक दिन में अधिकतम 1200 श्रद्धालु दर्शन कर सकते है साथ दर्शन का समय निर्धारित करते हुए सुबह 7:00 से सांय 7:00 तक का कर दिया गया है। गाइडलाइन के मुख्य बिंदु इस प्रकार है । ◆ धाम में दर्शन का समय प्रातः: 7:00 से सांय 7:00 तक रहेगा । ◆बद्रीनाथ धाम में पधारने वाले समस्त अद्धालुगण/तीर्थ यात्रीगण को अपने स्वयं के स्तर से की गई स्थानों में ही प्रवास करना होगा। ◆ तीर्थ यात्रा गणों को दर्शन हेतु निःशुल्क टोकन प्राप्त करने होंगे, जिन्हें देवस्थानम् बोर्ड द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराया जायेगा। ◆ निःशुल्क दर्शन टोकन प्राप्ति हेतु टेक्सी स्टैण्ड एवं नीलकण्ठ विश्राम गृह के

चार धाम : बदरीनाथ धाम के कपाट खुले यात्रियों को करना होगा इंतजार।।web news।।

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आज सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर खुले श्री बद्रीनाथ जी के द्वार श्री बदरीनाथ धाम।। प्रात: 4 बजकर 30 मिनट कृष्ण अष्टमी तिथि धनिष्ठा नक्षत्र में पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट विधि विधान व विशेष पूजा अर्चना करके दैनिक पूजा के लिए खोले गए । इसी के साथ चार धामों के कपाट खुल गए है, गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट 26 अप्रैल को व केदारनाथ धाम के 29 मई के दिन खुल गए थे। देश के चार धामों में एक धाम श्री बद्रीनाथ धाम जी के कपाट खुलने के सुअवसर पर आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएं। भगवान विष्णु विश्व कल्याण के लिए ही अवतरित हैं। हम सभी देशवासी भगवान बद्रीविशाल से यहीं कामना करते हैं कि विश्व का कल्याण हो और संकट के इस समय में संपूर्ण मानव जाति पर उनका आशीष बना रहे। जय बद्री विशाल- डॉ रमेश पोखरियाल निशंक , केंद्रीय मंत्री, भारत सरकार श्री बद्ररीनाथ धाम के कपाट खुलने पर सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ। कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत लाॅकडाउन की स्थिति में आम श्रद्धालुओं को भगवान बदरीनाथ जी के दर्शन की कुछ प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। भगवान बदरीनाथ जी के आशीर्वाद से हम इस वैश्विक महामारी को हराने में अवश्य सफल होंगे।

CharDham Yatra : श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी कल सुबह खुलेंगे कपाट जाने क्या है पूरी जानकारी ।। web news।।

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15 मई को प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर खुलेंगे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट। श्री बदरीनाथ धाम।। कल 15 मई प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे । इस शुभ अवसर पर कम लोग उपस्थित रहेंगे क्योंकि वैश्विक माहमारी कोरोना वाइरस के संक्रमण के चलते देशव्यापी लॉक डाउन घोषित है , इसके मध्यनजर सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य सरकारी एडवाइजरी का पालन करना अनिवार्य है । यहां यह भी उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के चार धामों के कपाट खुले है जबकि कोरोना महामारी संकट टलने के बाद सभी को शीघ्र चारधाम यात्रा शुरू होने की उम्मीद है। श्री बद्रीनाथ धाम की सुन्दर फूलों से सजावट आदि गुरू शंकराचार्य जी की पवित्र गद्दी सहित रावल जी, श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी एवं गाडूघड़ा( तेलकलश ) योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से आज दिन में श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे। इस बार श्री बदरीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश द्वारा बदरीनाथ धाम को फूलों से सजाया गया है। कम संख्या में बदरीनाथ धाम जाने की अनुमति प्रशासन द्वारा दिये जाने के कारण देवस्थानम बोर्ड तथा सीमित संख्या में हकूकधारी बदरीनाथ धाम पहुंचे। कपाट खुलने की