मिशाल : बिना किसी टेंडर के चलने वाला अल्मोडा का सरकारी रोटी बैंक ।। web news ।।
हर पार्टी हर संप्रदाय के लोगों का अल्मोडा रोटी बैक ने उत्तराखंड में एक आदर्श प्रस्तुत किया है
अल्मोड़ा।। जिला प्रशासन द्वारा वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान हुए लाकडाउन की अवधि में संचालित रोटी बैंक का संचालन किया जा रहा है जिसके 48 दिन पूर्ण हो चुके है और रोटी बैंक के द्वारा अभी तक 1 लाख 15 हजार भोजन पैकेट से ज्यादा का वितरण हो चुका है। नगर और आसपास के क्षेत्रों के नेपाली और बिहारी मजदूरों को लाकडाउन के शुरूआत में उनके विषम परिस्थितियों मे रोटी बैंक द्वारा ही इनका और इनके बच्चो का पालन पोषण हो सका। दूसरे लाकडाउन में रोटी बैंक के सफल संचालन के बाद तीसरे चरण के लाकडाऊन में आ रहे प्रवासियों के लिए रोटी बैंक लगातार भोजन पैकेट मुहैया करा रहा है।सबके लिए अल्मोड़ा का सरकारी रोटी बैंक
अन्य जगह से आने वाले प्रवासी लोगों ने बताया कि वो जिस भी स्थान से चले थे रास्ते में पानी और भोजन का विषम संकट रहा लेकिन अल्मोडा में आकर भोजन के पैकेट मिलने पर राहत मिली। रोटी बैंक द्वारा बच्चों को दूध की भी व्यवस्था की जा रही है।अल्मोड़ा के रोटी बैक के सहयोगी
व्यापार मंडल, रेडक्रास सोसाइटी, , कैमिस्ट एव ड्रगीस्ट ऐसोसिएसन के साथ साथ अल्मोडा के सैकड़ों स्वयं सेवको के साथ मिलकर रोटी बैंक ने अल्मोडा में अनूठी पहल की शुरूआत की।जिलाधिकारी और रोटी बैंक केनोडल अधिकारी के विचार
रोटी बैंक द्वारा चल रहे इस सामाजिक कार्य की हर कोई सराहना कर रहा है। उन्होंने बताया कि यह रोटी बैंक समाज से मिले आर्थिक दान, राशनदान और समयदान से चल रहा हैं और नगर के सभी स्वयंसेवक बधाई के पात्र है- नितिन सिंह भदौरिया, जिलाधिकारी , अल्मोड़ायह रोटी बैंक बच्चों के गुल्लक के पैसे ,या बुजुर्ग के पेंशन के पैसे, हर क्षेत्र के लोगों द्वारा दिये गये दान से चलाया जा रहा हैं। इस रोटी बैंक में स्वयंसेवक 16 घंटे लगातार कार्य करते हैं जो हर पार्टी हर संप्रदाय के है। सामाजिक सद्भाव व जिला प्रशासन के अनूठे पहल व बिना किसी टेंडर के चल रहे इस रोटी बैंक ने उत्तराखंड में एक आदर्श प्रस्तुत किया है और आने वाले समय में कोई भी आपदा मे निपटने हेतु तैयार रहने के लिए संकल्पित किया है- डॉ अजीत तिवारी ,रोटी बैंक के नोडल अधिकारी
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें