श्रद्धा : बाबा नीम करौली महाराज के अवतार दिवस पर विशेष, ।।web news।।
15 जून ( यानि कि आज का दिन ) हर साल बाबा नीम करौली जी का वार्षिक मेला लगता है, बाबा नीम करौली पर विशेष रिपोर्ट
नीम करोली बाबा का वास्तविक नाम लक्ष्मीनारायण शर्मा था। उत्तरप्रदेश के अकबरपुर गांव में उनका जन्म 1900 के आसपास हुआ था। उन्होंने अपने शरीर का त्याग 11 सितंबर 1973 को वृंदावन में किया था। बताया जाता है कि बाबा के आश्रम में सबसे ज्यादा अमेरिकी ही आते हैं। आश्रम पहाड़ी इलाके में देवदार के पेड़ों के बीच स्थित है, यहां 5 देवी-देवताओं के मंदिर हैं। इनमें हनुमानजी का भी एक मंदिर है। बाबा नीम करोली हनुमानजी के परम भक्त थे और उन्होंने देशभर में हनुमानजी के कई मंदिर बनवाए थे।
बाबा नीब करौरी को कैंची धाम बहुत प्रिय था।
बाबा नीब करौरी को कैंची धाम बहुत प्रिय था। अक्सर गर्मियों में वे यहीं आकर रहते थे। बाबा के भक्तों ने इस स्थान पर हनुमान का भव्य मन्दिर बनवाया। उस मन्दिर में हनुमान की मूर्ति के साथ-साथ अन्य देवताओं की मूर्तियाँ भी हैं। यहां बाबा नीब करौरी की भी एक भव्य मूर्ति स्थापित की गयी है। बाबा नीब करौरी महाराज के देश-दुनिया में 108 आश्रम हैं। इन आश्रमों में सबसे बड़ा कैंची धाम तथा अमेरिका के न्यू मैक्सिको सिटी स्थित टाउस आश्रम है।वार्षिक मेले की पूर्व संध्या पर सजा कैंची धाम |
बाबा नीम करौली के वार्षिक मेले पर कोरोना माहमारी का असर
कोरोना महामारी के कारण प्रति वर्ष 15 जून ( यानि कि आज का दिन ) हर साल बाबा नीम करौली जी का वार्षिक मेला लगता है किंतु इस बार कोरोना संक्रमण के कारण मेला का आयोजन नही हो रहा ।बाबा नीम करौली के चमत्कारों की छोटी सी कहानी
एक बार एक परिवार बाबा जी से मिलने आया। जब वो लौट रहा था तो कुछ पल के लिए महाराज जी ने उनको रोका। मौसम खराब था औऱ हवा बहुत तेज चल रही थी। जैसे ही वो परिवार भवाली की तरफ बड़ा। कैंचीधाम औऱ भवाली के बीच में एक खतरनाक मोड़ है। उनसे कुछ पग की दूरी में एक विशालकाय पेड़ रोड पर गिर पड़ा। मतलब जितने पल के लिए बाबाजी ने रोका, बस उतनी ही दूरी कार औऱ उस पेड़ के बीच में थी। बाबा जी ने जान लिया था की भक्त पर संकट आने वाला है। बाबा जी का जीवन सेवा और चमत्कारों से भरा पड़ा है।नीम करोली बाबा के vip भक्त
नीम करोली बाबा के vip भक्तों में एप्पल के मालिक स्टीव जॉब्स, फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्क और हॉलीवुड एक्ट्रेस जूलिया रॉबर्ट्स का नाम लिया जाता है।
लसंत हृदय नवनीत समाना।
कहा कबिन्ह परि कहै न जाना॥
निज परिताप द्रवइ नवनीता।
पर सुख द्रवहिं संत सुपुनीता
ऐसे ही है बाबा नीम करौली महाराज जी।
आपकी संतही के किस्से महान है। अपने भक्तों के बिगड़े काम संवारना, उनको सही मार्ग की ओर अग्रसर करना, दीन दुखियो की सेवा करना, मानवजाति के कल्याण की भावना से ओतप्रोत बीत आपका मानव जीवन।
कहा कबिन्ह परि कहै न जाना॥
निज परिताप द्रवइ नवनीता।
पर सुख द्रवहिं संत सुपुनीता
ऐसे ही है बाबा नीम करौली महाराज जी।
आपकी संतही के किस्से महान है। अपने भक्तों के बिगड़े काम संवारना, उनको सही मार्ग की ओर अग्रसर करना, दीन दुखियो की सेवा करना, मानवजाति के कल्याण की भावना से ओतप्रोत बीत आपका मानव जीवन।
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