बीआरओ ने 5 दिन में बना दिया चीन सीमा पर टूटा हुआ वैली ब्रिज
मुनस्यारी | भारत- चीन सीमा को जोड़ने वाला सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण 120 फीट लंबा सेनरगाड़ वैली ब्रिज सीमा सड़क संगठन ने महज छह दिन में तैयार कर लिया। पुल तैयार होने से उच्च हिमालयी क्षेत्रों के 15 से अधिक गांवों और सुरक्षा बलों की चौकियों में आवाजाही शुरू हो गई है। मुनस्यारी तहसील के चीन सीमा से लगे 15 से अधिक गांवों को जोड़ने वाला यह वैली ब्रिज 22 जून को उस समय टूट गया था, जब एक ट्राला, पोकलैंड को लेकर वहां से गुजर रहा था। चीन सीमा को जाने वाले मिलम मार्ग पर सेनरगाड़ के पास शनिवार को बीआरओ ने रिकार्ड छह दिन में वैली ब्रिज का निर्माण पूरा किया। हिन्दुस्तान का यह पुल टूटने से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में 15 लिए तैयार कर दिया। गांवों सहित सुरक्षा बलों की चौकियों का सड़क संपर्क कट गया था। बीआरओ ने शनिवार को वैली ब्रिज आवाजाही शुरू कर दी है ।
बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) ने पिथौरागढ़ के मुन्स्यारी में केवल 5 दिन में ही अति सामरिक महत्व के बैली ब्रिज को दुबारा बनाकर उच्चस्तरीय तकनीकी क्षमता का परिचय दिया है। अब इस पुल की भार वहन क्षमता दोगुनी है। इस निर्माण कार्य में दिन रात लगे बी.आर.ओ के तमाम अधिकारियों और इंजीनियरों को बहुत-बहुत बधाई- मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत
इस पुल की टूटने की वीडियो सोशल मीडिया , नेशनल मीडिया खूब वायरल हुई थी, भारत चीनी के बीच गवलान घाटी में चल रहे गतिरोध ने चिंताएं बढ़ा फि थी लेकिन बीआरओ की टीम ने रिकार्ड समय मे पुल बनाकर अपने देशभक्ति के जज्बे को भी प्रदर्शित कर किया । बीआरओ नेपुल बनाने में जो फुर्ती दिखयी अब नेता, अधिकारी और जनता उनके तारीफों के पुल बांध रही है ।पिथौरागढ़ के डीएम डॉ.विजय कुमार जोगदण्डे ने तय समय से पहले पुल तैयार करने पर बीआरओ को बधाई दी है।
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