नही रहे प्रकृति छायाकार, लेखक, घुमन्तु पत्रकार दिनेश कंडवाल।
देहरादून डिस्कवर मासिक पत्रिका के सम्पादक,प्रकृति छायाकार, लेखक, घुमन्तु पत्रकार दिनेश कंडवाल ने ओएनजीसी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली है। तबियत खराब होने पर दो दिन पहले उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
दिनेश कंडवाल ने अपनी जिंदगी की शुरुआती पत्रकारिता ऋषिकेश में भैरव दत्त धूलिया के अखबार तरुण हिन्द से बतौर पत्रकार शुरू की। उसके बाद उन्होने एक प्रिटिंग प्रेस भी चलाई व एक अखबार का सम्पादन भी किया। ओएनजीसी में नौकरी लगने के बाद भी उन्होंने अपना लेखन कार्य जारी रखा उन्होंने स्वागत पत्रिका, धर्मयुग, कादम्बनी, हिन्दुस्तान, नवीन पराग, सन्डे मेल सहित दर्जनों पत्र-पत्रिकाओं में उनके लेख छपते रहते थे। 2012 में ओएनजीसी से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति से पहले ही उन्होंने 2010 में अपनी पत्रकारिता को व्यवसायिकता देते हुए "देहरादून डिस्कवर" नामक पत्रिका का नाम आरएनआई को अप्रूव के लिए भेजा व 10 अक्टूबर 2011 में उनकी मैगजीन का विधिवत प्रकाशन शुरू हुआ। लगभग 66 साल की उम्र में उनकी अंतिम यात्रा "हिमालयन दिग्दर्शन ढाकर शोध यात्रा 2020" शामिल रही जिसमें उन्होंने 4 दिन की इस ऐतिहासिक शोध यात्रा में लगभग 42 किमी. पैदल सहित 174 किमी. की यात्रा की।त्रिपुरा सरकार द्वारा उनकी पुस्तक “त्रिपुरा की आदिवासी लोककथाए ” प्रकाशित की गयी जो आज भी वहां की स्टाल पर सजी मिलती है। इसके अलावा उन्होंने ओएनजीसी की त्रिपुरा मैगजीन “त्रिपुरेश्वरी” पत्रिका का बर्षों सम्पादन किया।
कुछ दिन पहले अपनी फ़ेसबुक पर कहा
#My_declaration:मैं बता देना चाहता हूं कि मैं कोई फोटोग्राफर नहीं हूं.. क्योंकि मैं कोई फोटो नहीं बेचता हूँ... नहीं मेरा इससे समन्धित कोई व्यवसाय है...लोग मेरे विषय में गलतफहमी पाले बैठे हैं कि मैं कोई फोटोग्राफर हूं। मैं सिर्फ शोकीयातौर पर फोटो खींचता हूँ... वो भी सिर्फ अपने लिए...इससे अधिक कुछ नहीं। आप लोग तारीफ करते हैं इसके लिए शुक्रिया.... हाँ घुमक्कड़ जरूर हूँ....दिनेश कंडवाल
मुख्यमंत्री, विधान सभा अध्यक्ष शोक जताया
प्रकृति फोटोग्राफर व घुमक्कड़ी के शौकीन लेखक दिनेश कंडवाल जी के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त करता हूँ। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें एवं उनके परिजनों को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।विनम्र श्रद्धांजलि।ॐ शांति।।- प्रेमचंद अग्रवाल,अध्यक्ष , विधान सभा उत्तराखण्ड
जाने माने पत्रकार श्री दिनेश कंडवाल जी के निधन का दुःखद समाचार मिलकर मन बहुत व्यथित हुआ। मैं दिवंगत आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। परमपिता परमेश्वर दिनेश जी को अपने श्रीचरणों में स्थान दें- त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड
सोशल मीडिया भी हुआ भावुक
आप चुपके से चले गए हमे यकीन नही होता पर आपका स्नेह आपकी यादें हमारे पास है आपके साथ गुजारा समय आपका आशीर्वाद हमारे साथ है आपकी हंसी आपका दिया उत्साह हमारे पास है आपकी लेखनी व फोटो हम अभी भी देख रहे हैं और आने वाली पीढ़ी भी देखेगी आप अपने कर्म व व्यवहार से अमर है आप सच्चे कलमकार व देवदूत थे नमन ओम शान्ति- चन्द्रवीर गायत्री, वरिष्ठ पत्रकारहिमालयन डिस्कवर के संपादकीय प्रमुख और घुम्मकड़ पत्रकार, नेक दिल इन्सान दिनेश कंडवाल जी का आज 3 बजे देहरादून में देहावसान हो गया। केपीजी फिल्मस प्रोडक्शन की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि के साथ शत शत नमन- कान्ता प्रसाद, निर्देशक/अभिनेता एवं ऑनर KPG Films Production
विनम्र श्रद्धांजलि,प्रकृति प्रेमी ,प्रकृति में सदा सदा के लिए विलीन हो गए ।ॐ शांति , शांति, शांति - प्रमोद बेलवाल, सामाजिक कार्यकर्ता
मेरे पिता तुल्य लेकिन मेरे दोस्त मेरे चाचा आज हमें छोड़कर चले गए ।।। चाचा मुझे यकीन नहीं हो पा रहा है कि आप हमें छोड़कर चले गए ।।। आपने कहा था लॉक डाउन खत्म होने के बाद मैं तेरे पास रहने आऊंगा ... आपने वादा तोड़ दिया .... आप चले गए ....अवनीश कुमार, ऋषिकेश
हे भगवान तू कितना निर्दयी है। मेरे अभिन्न मित्र नहीं रहे। बहुत बड़ा आघात दे गए मित्र- मनोज ईष्टवाल, वरिष्ठ पत्रकार
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