Corona update : आज 446 कोरोना संक्रमित हुए, 1580 लोग हुए ठीक,जाने जिलेवार रिपोर्ट ।।web news।।
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आज का कोरोना बुलेटिन
उत्तराखंड में 6 जून की हेल्थ रिपोर्ट के अनुसार कोरोना की संख्या हुई 334024 आज कुल 446 नए मामले मिले, वही 305239 मरीज ठीक हुए है जबकि इस कोरोना संक्रमण से अब तक 6699 लोगो की मौत भी हुई है, आज प्रदेश में कोरोना से 23 की हुई मौत
◆आज 446 नये कोरोनाके केस आये ।
◆ आज सबसे ज्यादा देहरादून में 121 केस आए ।
◆कोरोना संक्रमितों की संख्या 334024 में से 16125 एक्टिव केस है और 305239 ठीक हो चुके है ।
◆उत्तराखंड में लगातार कोरोना संक्रमण में कमी आयी है ।
◆ आज प्रदेश में 1580 लोग ठीक हुए ।
◆प्रदेश में संक्रमितों की रिकवरी दर 91.38 प्रतिशत है।
आज की रिपोर्ट के अनुसार जिल्लेवार कोरोना पॉजिटिव केस
आज अल्मोड़ा में 07, बागेश्वर में 06, चमोली में 23, चंपावत में 04, देहरादून में 121, हरिद्वार में 67, नैनीताल में 25, पौड़ी में 20, पिथौरागढ़ में 61, रुद्रप्रयाग में 09, टिहरी में 54, ऊधमसिंह नगर में 26 और उत्तरकाशी में 23 कोरोना के मामले सामने आये ।
महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए पीएनबी आरसेटी ने ग्राम रेशम माजरी में 10 दिवसीय पेपर बैग मेकिंग प्रशिक्षण का किया शुभारंभ आज ग्राम रेशम माजरी ब्लॉक डोईवाला में पंजाब नेशनल बैंक आर०सेटी के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के उत्थान के लिए 10 दिवसीय पेपर बैग, कैरी बैग का निशुल्क प्रशिक्षण,शिविर का शुभारंभ किया गया । पंजाब नेशनल बैंक के सीनियर ऑफिसर अभिषेक कुमार व्यास ने प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया। इस तरह के प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से महिलाओं को रोजगार से जोड़ने का एक प्रयास किया जा रहा है, जिनमे महिलाएं काफी संख्या में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं.प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए पंजाब नेशनल बैंक आर सेटी के द्वारा, महिलाओं को अनेक प्रकार के ट्रेनिंग प्रोग्राम पूरे जिले में चलाए जा रहे हैं। पंजाब नेशनल बैंक से आए सीनियर अधिकारी अभिषेक कुमार व्यास ने, महिलाओं को बहुत ही सरल और आसान तरीके से बैंकिंग के बारे में अपने विचार रखे,जिसको सुनकर महिलाएं काफी उत्साह,भरी नजर आए,साथ ही महिलाओं नेबैंक ऋण और बैंक से संबंधित योजनाओं के बारे में विस
सोशल मीडिया का अभियान भू कानून अब उत्तराखण्ड की सड़कों पर उतरे युवा रविवार को हमारे कई युवाओं ने social distancing का पालन करते हुए , देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों मे शांतिपूर्वक ढ़ंग से भू कानून की मांग करते हुए रैलियां निकाली । मुख्य रूप राज्य की विधानसभा और देहरादून का मशहूर घण्टाघर जैसे महत्वपूर्ण स्थानो पर युवा जुटे व भू कानून लागू करवाने के लिए सरकार से अपने हक की मांग उठाई । #उत्तराखण्ड_मांगे_भू_कानून हैशटैग के साथ शुरू हुए सोशल मीडिया अभियान अब सकड़ों का आंदोलन बनने जा रहा है जिसमें मुख्य मांग पर्वतीय व पड़ोसी राज्य हिमांचल प्रदेश जैसा सशक्त भू कानून उत्तराखण्ड में लागू किया जाय । वीडियो देखिए : उत्तराखंड मांगे भू कानून सोशल मीडिया के साथ अब सकड़ों पर युवा उठा रहे है आवाज । दिल्ली पहुँचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नेशनल मीडिया से कहा कि जनसंख्या नियंत्रण, पलायन व भू-कानून को लेकर जल्द ही सरकार व पार्टी आपस में विचार-विमर्श करेगी। उत्तराखंड के हित के लिए जो भी कानून उचित होगा, उसे प्रदेश सरकार लेकर आएगी। Uttarakhand land law : Bollywood Actor Hemant Panday की उत्तराखण्ड भू कानू
माटी संस्था ने धूम धाम से मनाया स्वतंत्रता दिवस । आज 74वें स्वतन्त्रता दिवस के पावन मौके पर माटी संस्था देहारादून के प्रांगण में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक डॉ० वेद प्रकाश ने निर्धारित समय प्रातः 9.15 में ध्वजारोहण किया गया। इस अवसर पर संस्था के सचिव व वैज्ञानिक डॉ० अंकिता राजपूत ने अपने सम्बोधन भाषण में देश के स्वतंत्र करने में योगदान करने वाले वीर शहीदों को याद करते हुए उनको नमन किया। आगे डॉ अंकिता ने संस्था के द्वारा कोरोना संकटकाल में चलाये जा रहे सामाजिक कार्यों से भी उपस्थित लोगो को अवगत करवाया। साथ ही यह आवाहन किया की देश के उन स्वतन्त्रता सेनानियों के देखे गए उज्ज्वल भारत की सपने को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए। हमे यह स्वतन्त्रता बहुत लम्बे संघर्ष के बाद मिली है इसलिए हमारा कर्तव्य बनाता है की हम इस मिले स्वतन्त्रता के मूल्य को पहचाने व देश में रहने वाले समाज के अंतिम पायदान पर खड़े प्रत्येक व्यक्ति के उज्ज्वल भविष्य को सुधारने के लिए अपना योगदान करें- डॉ० वेद प्रकाश संस्थापक,माटी संस्था देहरादून मनोरंजन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया मनो
उत्तराखण्ड की पहली म्यूजिकल डॉल जुन्याली बन रही है बच्चों की सहेली के साथ साथ संस्कृति की टीचर वेब न्यूज़ उत्तराखण्ड, उत्तराखण्ड की देव संस्कृति के लिए कार्य करने वाले कर्मवीरों को विशेष महत्व देने का कार्य हमेशा से कर रहा है इसी कड़ी में आज हम आपको जुन्याली की जन्म कहानी व संस्कृति व रोज़गार में रिवर्स पलायन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की पूरी जानकारी देने का प्रयास करेंगे । यही विशेष आलेख जुन्याली को हम सबके बीच लाने वाले दीप नेगी से बातचीत पर आधारित है । प्रदेश के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिलने पहुँची जुन्याली जुन्याली की जन्म की कहानी दीप नेगी बताते है जुन्याली का विचारों में जन्म लॉन्च होने से लगभग 9 महीने पहले बच्चों के बर्थ डे मिलने वाले गिफ्ट में इंग्लिश और अरेबिक गाने बजने वाली डाल को देखकर हुआ । उसके बाद दीप नेगी , पंकज व अक्की अधिकारी ने रिसर्च की औऱ उत्तराखण्ड की संस्कृति का बच्चों के मन मे बीज बोले वाली जुन्याली गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी जी के कर कमलों से 6 अक्तूबर को देहरादून में लॉन्च किया गया । गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी जुन्याली लॉन्च करते
पहाड़ की खुशबू को घर घर पहुंचा रहा है स्यारा रिटेल अबकी दिवाली पहाड़ी प्रोडक्ट वाली भाग -3 अबकी दिवाली पहाड़ी प्रोडक्ट वाली भाग- 1 अबकी दिवाली पहाड़ी प्रोडक्ट वाली भाग- 2 दिल्ली प्रदूषित शहर बनता जा रहा है जिसे देखते हुए सरकार ने दीवाली के पटाखों पर रोक लगाकर प्रदूषण कंट्रोल की कोशिश की है लेकिन दीवाली की रौनक फीकी कर दी है , पटाखों पर प्रतिबंध से होने वाले उत्साह को पूरा नही किया जा सकता लेकिन दिल्ली में रहने वाले उत्तराखंडी प्रवासियों को स्यारा रिटेल पहाड़ी उत्पाद पहुँचाकर दूर गावँ पहाड़ की यादों में ले जा कर त्यौहारी सीजन में सकून और मानसिक शांति देने का पूरा प्रयास कर रहा है कुमाउँनी बाल मिठाई , गढ़वाली अरसे अहा छज्जा तिवारी डांडी कंठियों की सैर जरूर कर देंगे । उत्तराखंड की ऐपण से लक्ष्मी के साथ देवता भी होंगे खुश अल्मोड़ा के सतोली की ऐपण कलाकार हेमलता की ऐपण थाल स्यारा रिटेल की विशेष उत्पाद है जिसे दिवाली के लिए खासतौर पर डिजाइन किया गया है जिसमे पूजा थाल के साथ एक लोटा, दिए और महकती मोमवत्तियां हैं। थाली और लोटे को ऐपण से सजाया गया है । बाल मिठाई और अरसे गढ़-कुमौ उत्तखण्ड सांझी संस्कृत
बोली भाषा संरक्षण के लिए भगवान सिंह धामी ने कुमाउँनी सन्देशों के साथ कुमाउँनी में छपाया शादी का कार्ड बोली भाषा से, अपनी संस्कृति से लगाव हो तो छोटे छोटे प्रयास मिशाल बन जाती है वहीं से बदलाव की शुरूआत का सफर शुरू हो जाता है , लेकिन इस महान प्रयास के लिए लीग से हटकर चलने ने लिए प्रबल इच्छाशक्ति होना जरूरी है। ऐसी की संस्कृति प्रेम के मीठे आखर सुखद यात्रा पर के जाने का मीठा एहसास हुआ जब सचिवालय में कार्यरत और उत्तखण्ड का सामान्य ज्ञान को जिज्ञासु छात्रों तक पहुचाकर उनकी राह सरकारी नौकरी के लिए आसान करवाने वाले सामान्य ज्ञान के भंडार उत्तराखंड के यूकेपीडिया भगवान सिंह धामी के परिणय सूत्र में बंधने के निमंत्रण पत्र प्राप्त हुआ । कुमाउँनी भाषा मे सन्देशों के साथ कुमाउँनी भाषा मे छपा निमंत्रण पत्र भाषा विकास की सूक्ष्म कड़ी सुनहरे कल के संकेतों के रूप में देखा जा सकता है । चर्चा में है भगवान सिंह धामी के विवाह निमंत्रण पत्र निमंत्रण पत्र पर नजर पड़ते ही श्री गणेश के चित्र के बाद शुभ ब्यौ अंकित है जो पहली नजर में कुछ खास ध्यानाकर्षण नही करता लेकिन कवर पर चेली बचाओ चेली पढ़ाओ , आपणि भाषा बचाया
आज का कोरोना बुलेटिन उत्तराखंड में 27 अप्रैल 2021 को हेल्थ रिपोर्ट के अनुसार कोरोना मरीजो की संख्या हुई 162562 आज कुल 5703 नए मामले मिले, वही 113736 मरीज हुए है ठीक जब कि इस कोरोना संक्रमण से 2309 लोगो की मौत भी हुई है, आज प्रदेश में कोरोना से 96 की हुई मौत ◆आज 5703 नये कोरोना के केस आये । ◆2218 कोरोना केस के साथ देहरादून में सबसे ज्यादा कोरोना केस आये आज। ◆कोरोना संक्रमितों की संख्या 162562 में से 43032 एक्टिव केस है और 113736 ठीक हो चुके है । ◆उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है , ◆रिकवरी रेट घट कर हुआ 69.96 प्रतिशत जिल्लेवार कोरोना पॉजिटिव केस, आज की रिपोर्ट देहरादून में 2218,हरिद्वार में 1024,नैनीताल में 848, चमोली में 214,उधमसिंगनगर में 397 ,टिहरी गढ़वाल में 204, उत्तरकाशी में 242,अल्मोड़ा में 189,पौड़ी में आज 132, पिथौरागढ़ में 98,चंपावत में 58,बागेश्वर में 44 , रुद्रप्रयाग में 35, मामले सामने आए है। आज प्रदेश में 1471 मरीज ठीक हुए है। यह भी पढे - कैबिनेट की बैठक : आज उत्तराखंड कैबिनेट में लिए गए अहम निर्णय, जाने खबर ।।web news।।
हरेला पर्व के अवसर पर युवाओं लिया पर्यावरण संरक्षण का संकल्प हरेला पर्व के अवसर पर सामाजिक संस्था जन जागरण अभियान समिति ने ऑनलाइन विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें युवाओं के साथ प्रतिभाग कर पर्यावरण संरक्षण संबंधित विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे । ऑनलाइन बेबिनार में संस्था ने निर्णय किया है कि रविवार के दिन नेहरू कॉलोनी में स्थित पार्क में कॉलोनी के कुछ निवासियों के साथ वृक्षारोपण कर वृक्षारोपण के प्रति जन जागरूकता का कार्य किया जाएगा। अपने विचार रखते हुए संस्था के संस्थापक अध्यक्ष स्वप्निल सिन्हा ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में मनाये जाने वाला हरेला पर्व पूर्णता पर्यावरण के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारी का एहसास कराता है। पर्यावरण की रक्षा के लिए हमे हमेशा तत्पर रहना चाहिए। इस बेबिनार में स्वप्निल सिन्हा, मोहित भट्ट आशीष नेगी, साक्षी रावत, तृप्ति नेगी, प्रियंका मेहर, अपेक्षा जोशी, मोनिका कोशवाल वर्णिका पेटवाल, रिचल डिसिल्वा और स्वाति रमोला ने भाग लिया । यह भी पढे ◆ राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा का देशभर में वृक्षारोपण अभियान, एक पेड़ पुरानी पेंशन के नाम, पढिए रिपोर
चम्बा,टिहरी गढ़वाल चम्बा की एक झलक पर web news का आलेख चम्बा भारत के उत्तराखंड राज्य में टिहरी गढ़वान जिले का सुदर हिल स्टेशन और शहर (कस्बा) है। यहां से बर्फ से ढके स्वर्णिम पहाड़ महान हिमालय और भागीरथी घाटी का मनोरम नजारा देखा जा सकता है। चम्बा मसूरी मोटर मार्ग के आस पास की फल एवं सब्जी पट्टी स्वादिष्ट सेबों और जैविक सब्जियों के लिये प्रसिद्ध है। चम्बा बाज-बुराँश के पेड़ों व सेब , खुमानी , काफल के लिए भी प्रसिद्ध है। चम्बा गांवों से घिरा सुंदर हिल स्टेशन है। आस पास के गांवों का मुख्य बाजार होने के कारण चम्बा वासियों का मुख्य व्यवसाय व्यपार तथा आसपस के क्षेत्र में कृषि व दुग्ध व्यवसाय पर आर्थिकी निर्भर है। चम्बा अपने प्राकृतिक परिवेश और प्रदूषण रहित खूबसूरती क लिए पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। देवदार और चीड़ के पेड़ों से घिरा हुआ, चंबा का अन्नवेषित इलाका प्रकृति प्रेमियों के लिए एक सपनों की दुनिया के सामान है। चम्बा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि - चंबा वही वीर भूमि हैं जहाँ प्रथम विश्व युद्ध के दौरान नायक रहे विक्टोरिया क्रास विजेता शहीद गब्बर सिंह जन्मे थे | प्रथम विश्व युद्ध में
देवभूमि के अनाजों की दीवाली रेंज उत्तखण्ड के मार्केट लॉन्च अबकी दिवाली पहाड़ी प्रोडक्ट वाली - 1 हिमालय देवभूमि संसाधन ट्रस्ट हमेशा चर्चाओं में बना रहता है , देवभोग प्रसाद के नाम से पहाड़ी अनाजों की वैश्विक ब्रांडिंग कर चुका है , इस दिवाली उत्तराखंड और प्राकृतिक उत्पाद प्रेमियों के लिए के लिए खुशखबरी लेकर आया है । देवभूमि ट्रस्ट ने शुद्व व प्राकृतिक अनाज से बनी मिठाइयां चर्चा का विषय बना हुआ है । त्यौहारों के समय बाजार में मिलने वाली मिलावटी मिठाइयों से स्वस्थ्य पर पड़ने वाले बुरे असर से बचने व प्रकृति का दिव्य उपहार पहाड़ी अनाजो से निर्मित मिठाइयां बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध है , यह मिठाइयां इम्यूनिटी सिस्टम को ठीक करने का कार्य भी करेगी क्योंकि इन मे पहाड़ी उत्पादों का प्रयोग किया गया है ऐसा दावा मिठाई बनाने वाले हिमालय देवभूमि संसाधन ट्रस्ट का है । साथ ही ट्रस्ट के साथ जुड़े समूह की महिला पुरुषों को आर्थिक लाभ भी मिठाइयों की बिक्री से मिलेगा । ट्रस्ट की समूह के माध्यम से रोजगार से जोड़ कर रोजागर सर्जन का संकल्प ट्रस्ट द्वारा इन अनाजों पर शोध एवं विकास क
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