चर्चा में है :चम्बा में आस्था और व्यवसाय का अनोखा संगम, मंदिर के नीचे शराब का ठेका ।।web news।।
चम्बा (टि०ग०) मंदिर के नीचे शराब के ठेके से देवभूमि की सरकार पर उठते सवाल
बदलते समय की दिशा तय करने वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मंदिर के सामने शराब की दुकान से सम्बन्धी बोर्ड लगी फोटो तेजी से वायरल हुई इसके बाद कुछ समय बाद टिहरी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बोर्ड हटाने की सूचना फेसबुक पोस्ट में प्रसारित कीलेकिन देखते ही देखते लोगों का ध्यान बोर्ड से मंदिर के नीचे शराब की दुकान पर गया और धार्मिक भावनाएं
आहत होने की बात कही और टिहरी पुलिस से मंदिर के नीचे से शराब के ठेके को शिप्ट करने की बात कही ।
टिहरी पुलिस ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा
#कृपया_ध्यान_देचम्बा में एक होटल व्यवसायी द्वारा अपने होटल की छत पर निजी मंदिर बनाया गया है, उक्त होटल में ही अंग्रेजी शराब की दुकान संचालित है।
होटल की छत पर मंदिर के निकट शराब की दुकान से सम्बन्धी बोर्ड लगे होने की सूचना पर पुलिस द्वारा तत्काल कार्यवाही कर बोर्ड को हटवा दिया है ।
(टिहरी पुलिस के वेरिफाइड फेसबुक पेज से )
◆मंदिर निजी नही । उत्तराखंड देवभूमि है और ऐसी विचारधारा रही तो मंदिर से ज्यादा शराब के ठेके हो जाएंगे । शराब से लोगों के परिवार बर्बाद करने के बाद मंदिर बनाओ चाहे पूजा करो । कुछ काम नही आएगा । शराब का ठेका और मंदिर साथ मे,देवभूमि उत्तराखंड की छवि ठेस पहुंचाने का कार्य हुआ है
◆बोर्ड हटने से शराब गंगाजल में नही परिवर्तित हो गई ।
शराब की दुकान हटनी चाहिए ।
मन्दिर और शराब की दुकान एक स्थान और नही होनी चाहिए ।
◆महोदय बोर्ड हटाने से क्या हो जाएगा ? बच्चे बच्चे को पता होता है ठेका कहाँ पर है ।जो हटाने की चीज है उसपे कार्यवाही करने का कस्ट करे,ठेके को पब्लिक प्लेस से किसी दूसरी जगह ईथान्तरित करने की सोचें धन्यवाद 👍
◆जिला प्रशासन व जिला पुलिस अधीक्षक आपको छेत्र की जनता जनार्दन सलाम करतीं हैं। महोदय जनता जनार्दन पुछती है क्या बोंड हटाने मात्र से ही शराब व शराब की दुकान स्वयं हट जाया करती है अगर ऐसा होता है तो पुलिस विभाग धन्य है
माननीय महोदय खाना देखकर पुलिस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का पेट भर जाता है तो विभागीय मैसो को बंद कर दिया जाएं विभाग की कुक की नियुक्ति पद केन्द्र व राज्य सरकारें संज्ञान ले । पुछती है जनता जनार्दन फैसला लिया जाएं ? ???? सरकार का फैसला या पुलिस व जनता जनार्दन फैसला
नोट: सभी टिप्पणी (टिहरी पुलिस के वेरिफाइड फेसबुक पेज से )
सोशल मीडिया में लोगों दी तीखी प्रतिक्रिया, कुछ प्रतिक्रियायें इस प्रकार है
◆ सिर्फ बोर्ड हटा कर खाना पूर्ति की गई है,,, उपर मंदिर और नीचे प्रसाद के रूप में शराब वाह,,, शासन प्रशासन से ये ही उम्मीद की जा सकती है,, ऐसी देवभूमि का सपना देखा था उत्तराखंड आंदोलनकारियों ने,,, जय हिंद◆मंदिर निजी नही । उत्तराखंड देवभूमि है और ऐसी विचारधारा रही तो मंदिर से ज्यादा शराब के ठेके हो जाएंगे । शराब से लोगों के परिवार बर्बाद करने के बाद मंदिर बनाओ चाहे पूजा करो । कुछ काम नही आएगा । शराब का ठेका और मंदिर साथ मे,देवभूमि उत्तराखंड की छवि ठेस पहुंचाने का कार्य हुआ है
◆बोर्ड हटने से शराब गंगाजल में नही परिवर्तित हो गई ।
शराब की दुकान हटनी चाहिए ।
मन्दिर और शराब की दुकान एक स्थान और नही होनी चाहिए ।
◆महोदय बोर्ड हटाने से क्या हो जाएगा ? बच्चे बच्चे को पता होता है ठेका कहाँ पर है ।जो हटाने की चीज है उसपे कार्यवाही करने का कस्ट करे,ठेके को पब्लिक प्लेस से किसी दूसरी जगह ईथान्तरित करने की सोचें धन्यवाद 👍
◆जिला प्रशासन व जिला पुलिस अधीक्षक आपको छेत्र की जनता जनार्दन सलाम करतीं हैं। महोदय जनता जनार्दन पुछती है क्या बोंड हटाने मात्र से ही शराब व शराब की दुकान स्वयं हट जाया करती है अगर ऐसा होता है तो पुलिस विभाग धन्य है
माननीय महोदय खाना देखकर पुलिस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का पेट भर जाता है तो विभागीय मैसो को बंद कर दिया जाएं विभाग की कुक की नियुक्ति पद केन्द्र व राज्य सरकारें संज्ञान ले । पुछती है जनता जनार्दन फैसला लिया जाएं ? ???? सरकार का फैसला या पुलिस व जनता जनार्दन फैसला
नोट: सभी टिप्पणी (टिहरी पुलिस के वेरिफाइड फेसबुक पेज से )
यह भी पढे
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें