शनिवार, 25 अप्रैल 2020

Corona helpline : lockdown में घरेलू हिंसा से परेशान महिलायें डायल करें RSS का हेल्पलाइन 817-817-1234

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         आरएसएस ने जारी किया महिला हेल्पलाइन नम्बर

घरेलू हिंसा से परेशान महिलायें डायल करें RSS का हेल्पलाइन 817-817-1234


नई दिल्ली।।कोरोना वाइरस सक्रमण का संकट काल की वजह से देश भर में लॉक-डॉउन चल रहा है। ऐसे समय में संयुक्त परिवार और एकल परिवारों में पारिवारिक झगड़ों में वृद्धि हो रहे हैं। लॉक-डॉउन के दौरान "राष्ट्रीय महिला आयोग" के पास अब तक बड़ी संख्या में घरेलु हिंसा को लेकर शिकायतें आ चुकी है। महिलाओं के प्रति होने वाले इन अपराधों की संख्या, आम दिनों की अपेक्षा ज्यादा है, जो वास्तव में चिंताजनक है। सोशल मीडिया पर भी इन दिनों इस संबंध में कई तरह के आलेख प्रकाशित हो रहे हैं। महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में एकाएक वृद्धि होने पर संघ ने भी गहरी चिंता व्यक्त की है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जारी किया महिला हेल्पलाइन नंबर-817-817-1234


इस हेल्प लाइन नंबर पर महिलाएं अपनी समस्याओं के बारे में फोन कर सुझाव और निदान मांग सकती है। इस हेल्प लाइन पर महिलाएं परामर्श और समस्या समाधान दोनों के लिए कॉल कर सकती हैं और काउंसलर के समक्ष अपनी समस्या भी रख सकती है।
महिलाओं के प्रति घरेलु हिंसा, पारिवारिक प्रताड़ना, पति द्वारा मारपीट, अन्य हिंसा के मामलों को महिलाएं इस हेल्प लाइन के माध्यम से व्यक्त कर सकती हैं।

संघ से जुड़ी महिलाओं का कहना है कि इस दौरान छोटे-छोटे घरों में रहने वाली महिलायें, पति द्वारा हिंसा की शिकार महिलायें, लॉक –डॉउन के चलते असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं का नौकरी जाना और अस्वस्थ्य महिलाओं को उचित वक्त पर मेडिकल सुविधा न मिलना जैसे कारणों के चलते महिलाओं में चिंता और तनाव के लक्षण पैदा होते जा रहे हैं। इन्हीं सब मुद्दों को देखते हुए संघ ने लॉक-डॉउन में घरेलु हिंसा की शिकार महिलाओें के लिए एक हेल्प लाइन सेवा शुरू की है।

लॉक-डॉउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए संघ से जुड़ी महिलायें पीड़ित महिलाओं की समस्याओं का निदान करेंगी। संघ की तरफ से शुरू की गई हेल्प लाइन के माध्यम से महिलाओं की समस्या का निदान किया जाएगा और उनकी टेलीफोन के माध्यम से ही कॉउसलिंग भी की जाएगी।

हमारा उद्देश्य लॉक-डॉउन में परेशान महिलाओं का मार्ग दर्शन करना और उन्हें सहायता दिलाने के साथ ही उन्हें उचित कानूनी और मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि आज के दौर में पुरुष और महिलाओं को समान अधिकार प्राप्त हैं, ऐसे समय में अगर महिलाओं के साथ हिंसा और प्रताड़ना की खबर आती है तो बहुत दुख होता है। आज सारा देश जब कोरोना संकट से लड़ाई लड़ रहा है तो हमें अपने घर की महिलाओं के प्रति भी सम्मान का प्रदर्शन करना चाहिए ताकि समाज में एक अच्छा सन्देश जाए । संघ ने जो हेल्प लाइन शुरू की है वह उनका एक छोटा सा प्रयास है जिसके द्वारा हम लॉक डाउन में पीड़ित महिलाओं की सहायता करना चाहते हैं  - प्रतिमा लाकड़ा, संघ से जुड़ी एडवोकेट 


"उत्तराखण्ड के कोरोना वारियर्स" सीरीज की रिपोर्ट-






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