Online compitition : ऐपण गर्ल मीनाक्षी खाती की ऑनलाइन " सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता"

Minakshi-khati,
मीनाक्षी खाती, मीनाकृति- द ऐपण प्रोजेक्ट संचालिका ।।


ऐपण गर्ल मीनाक्षी  खाती की ऑनलाइन " सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता"


उत्तराखंड में कई प्रकार लोक कलाएं भी मौजूद है लॉक डाउन के समय खासकर युवाओं को अपनी समृद्ध संस्कृति को जानने का अच्छा समय है । यू ट्यूब और फेसबुक के माध्यम से लोक संस्कृति से परिचित कराने लिए कई प्रकार के अभियान चलाए जा रहे है । सोशल मीडिया प्लेटफार्म में ऐपण गर्ल मिनाक्षी खाती की "सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता" चर्चा में आया है जिसमें प्रतिभागी ऑनलाइन भाग ले सकते है इस खास रिपोर्ट में हम "ऐपण और सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता" के बारे में विस्तार से बतायेंगे ।

ऐपण गर्ल मीनाक्षी खाती लोक चित्रकला ऐपण के प्रति जागरूकता तक ही सीमित नही रही बल्कि रोजगार से भी जोड़ने का सफल प्रयोग कर चुकी है , पारम्परिक तरिको के साथ साथ ऐपण को आधुनिकता से मॉडिफाई भी किया ज रहा है वर्तमान समय में लाल और सफेद रंग का प्रयोग कर सुंदर ऐपण दीवारों पर बनाई जा रही है जिसका ताजा उदाहरण है देहरादून स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत देहरादून स्थित यमुना कॉलोनी के मुख्य गेट के आसपास की दीवारें ।

ऐपण क्या है ???

ऐपण उत्तराखंड की लोक चित्रकला है । ऐपण प्राकृतिक रंगों से बनाई जाती है। पारम्परिक रूप से ऐपण में गेरू और चावल के आटे से तैयार की जाती है ।

ऐपण में मुख्यतः कौन कौन से चित्र बनाए जाते है ।

शंख, चौपड़,चांद ,सूरज, स्वस्तिक, गणेश जी, फूल,पत्ते, बेल बूटे, लक्ष्मी पैर ,चोखाने, दिये ,धंटी आदि चित्र खूबसूरती से जमीन,दीवार, दरवाजे पर उकेरती हैं।

ऐपण कब और कहाँ बनाई जाती है ।

दीपावली, , लक्ष्मी पूजा, देव पूजा, विवाह संस्कार, शिवपूजन, यज्ञ, हवन,जनेऊ संजर, व्रत त्याहारों में घर की दीवारों,मंदिरों,चौखटों, आंगनों को ऐपण से सजाया जाता है ।

जाने ऐपण के देश में अलग अलग नाम

उत्तराखंड के साथ देश के अन्य राज्यों में भी ऐपण बनाई जाती है। थोड़ा बहुत परिवर्तन और अलग अलग रंगों से ऐपण अन्य राज्यों में सजाई जाती है । जैसे उत्तर प्रदेश में सांची, , राजस्थान में मांडला, महाराष्ट्र में रंगोली,पश्चिम बंगाल और असम में अल्पना, बिहार में अरिपन तथा उत्तराखंड में ऐपण से जाना जाता है । महाराष्ट्र की रंगोली में विविध प्रकार के रंगों का प्रयोग किया जाता है ।

यह भी पढ़ें - RSS की पृथ्वी दिवस ऑनलाइन प्रतियोगिता की जानकारी के लिए पढ़े पूरी खबर...।।

"सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता" के नियम व शर्तें

1- सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए शुल्क मात्र - 30 रूपये ऑनलाइन ( Google pay, PayTm ) जमा करने होंगे।

2- 'ऐपण' प्रतिभागियों की ही बनाई हो, काॅपी पेस्ट मान्य नहीं होगा।

3-अपना नाम , शहर का नाम तथा जो आपने ऐपण बनाया है उसके बारे में 3-4 पंगतियों साझा करें। ऐपण आजकल बनाई हो तो अच्छा है, अन्यथा पुरानी भी चल सकती है। ऐपण के संग सेल्फी हो तो बेहतर है।

4- अपनी सेल्फी के साथ ऐपण की संक्षिप्त जानकारी, विवरण अनिवार्य Minakriti - The Aipan Project पर इनबॉक्स या दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर जमा करना होगा।

5- यह प्रतियोगिता 22 अप्रैल से 1 मई तक होगी, जिस दौरान आप अपने जींत के अवसर बडा सकते हैं।

2 मई को प्रतियोगिता के परिणाम ( Result ) फेसबुक 'मीनाकृति पेज' #minakriti_the_aipan_project पर घोषित किये जायँगे।

विजेता का चयन :

1- विजेताओं का चयन हमारे द्वारा हमारे पेज "#minakriti The Aipan project" पर डाली गई उनकी पेंटिंग्स/आर्ट पर सबसे ज्यादा अर्जित अंको के आधार पर होगा।

2- सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों क्रमशः कैश पुरस्कार देय होंगें :

प्रथम - 1501/- रुपये
द्वितीय - 751 /- रुपये
तृतीय - 501 /- रुपये

3- सबसे बेहतर ऐपण आर्ट के लिए 5 प्रतिभागियों को "'Minakriti The Aipan Project'" द्वारा सर्टिफिकेट दिया जायेगा।

4. सबसे बेहतर 3 ऐपण कलाकारों को विशेष रूप से पुरस्कृत किया जाएगा।

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें : - 7017168525 minakritiofficial@gmail.com


लाॅकडाउन में अपनी संस्कृति को जानने और जड़ो से जुड़े रहनें की पहल, ताकि युवा पीढ़ी को भी इसकी जानकारी हो, वो इसे बनाना सीखें और सहेजें। हमारी कोशिश है कि युवा पीढ़ी ऐपण के जरिये रोजगार सृजन की ओर अग्रसर हो और कुमाऊं की ऐपण कला घर के देहली से देश ही नही अपितु दुनिया में अपनी अलग पहचान बनायें। आपके पास एक बेहतरीन मौका है।"सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता" के जरिये अपनी कला को लोगों तक पहुंचाने का, फिर देर किस बात की, जल्दी भेजिए - "सेल्फी विद ऐपण".. - मीनाक्षी खाती,संचालक : मीनाकृति- द ऐपण प्रोजेक्ट

टिप्पणियाँ

  1. बहुत सुंदर सराहनीय कार्य। ईश्वर आपको संस्कृति रक्षा के लिए शक्ति दें।

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