उत्तराखण्ड का पहला प्लाज्मा बैक नैनीताल जिले में
नैनीताल जिले में राज्य का पहला प्लाज्मा बैंक बनाया जा रहा है। इससे कोरोना मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी। प्लाज्मा बैंक में उन कोरोना पाॅजिटिव मरीजों को डाटा रखा जाएगा, जो ठीक हो चुके हैं। यह डाटा मुख्य चिकित्साधिकारी और सुशीला तिवारी अस्पताल प्रबंधन के पास रहेगा। अस्पताल से ठीक होकर जाने वाले सभी कोरोना मरीजों से प्लाज्मा डोनेट करने का शपथ पत्र भरवाया जाएगा।
प्लाज्मा दान कर बनिये प्लाज्मा वरियर्स
प्लाज्मा डोनेशन ठीक होने वाले मरीज की लिखित सहमति के बाद ही किया जाएगा। जिलाधिकारी ने सविन बंसल ने बताया कि प्लाज्मा डोनर्स के ब्लड ग्रुप के साथ ही उसका मोबाइल नंबर, पता और अन्य जानकारियां रिकार्ड में रखी जाएंगी। उन्होने कहा कि प्लाज्मा डानेट करने वाले लोगों को प्लाज्मा वारियर्स के रूप में पहचान दी जायेगी। प्लाज्मा वारियर्स को सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी को ढाई लाख की धनराशि भी अवमुक्त कर दी गयी है।
प्लाज्मा दान करने से पहले यह जानकारी जरूरी है
प्लाज्मा खून का एक हिस्सा होता है। इसे दान करने से कोई कमजोरी नहीं आती है। यह बिल्कुल रक्तदान जैसा है। 18 से 60 साल के ऐसे लोग जो कोरोना से उबर चुके हैं, उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है और 14 दिन तक कोविड-19 के लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं, वो प्लाज्मा दान कर सकते हैं।
प्लाज्मा दान नही कर सकते जाने उनके बारे में
जिनका वजन 50 किलो से कम है, वे प्लाज्मा दान नहीं कर सकते। गर्भधारण कर चुकी महिलाएं, कैंसर, गुर्दे, डायबिटीज, हृदय रोग, फेफड़े और लिवर रोग से पीड़ित लोग प्लाज्मा दान नहीं कर सकते।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें