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सोमवार, 1 जून 2020

उत्तराखंड सरकार lockdown को Unlock 1 करने के दिशा निर्देश , पढे पूरी खबर ।।web news।।




कोविड-19 संक्रमण के नियत्रंण हेतु तालाबन्दी की अवधि में इन दिशा निर्देशों का पालन किया जायेगा ।

◆जनपदों को रेड, ऑरेन्ज तथा ग्रीन के रूप में चिन्हित किया जायेगा।

◆रेड जोन

व्यावसायिक व वाणिज्यिक गतिविधियों का संचालन प्रातः 7.00 बजे से सांय4.00 बजे तक ही हो सकेगा।

आवश्यक सेवाओं के अतिरिक्त समस्त कार्यालय सांय 4:00 बजे तक श्रेणी | एवं ।। की शत प्रतिशत तथा श्रेणी ।।I व IV के कार्मिकों की 33 प्रतिशत उपस्थिति के साथ सेवायें दे सकेंगे तथा इन सभी में जगह सामाजिक दूरी तथा साफ-सफाई संबंधी निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन किया जायेगा।

◆रेलवे स्टेशन व हवाई अड्डे से यात्रियों को लाने व ले जाने के अतिरिक्त सार्वजनिक परिवहन प्रतिबन्धित रहेगा।

◆जनपद से बाहर जाने या अन्दर आने के लिये देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के वैब पोर्टल पर पंजीकरण कराना व सक्षम प्राधिकारी द्वारा निर्गत वैध पास का होना अनिवार्य होगा।

◆कन्टेनमेन्ट जोन का पूर्व की भांति लॉक डाउन का शक्ति से पालन किया जायेगा।

◆ऑरेंज व ग्रीन जोन में आने वाले जनपदों में सांय 7.00 से प्रातः 7.00 बजे तक सभी गैर जरूरी गतिविधियाँ प्रतिबन्धित रहेंगी।

◆राज्य के अन्दर, अन्तर-जनपदीय परिवहन के लिये देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के वैब पोर्टल पर अनिवार्य रूप से पंजीकरण कराना होगा।

◆अन्य प्रदेशों से सड़क मार्ग से (निजी व वाणिज्यिक वाहनों के द्वारा) राज्य में आगमन के लिये देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के वैब पोर्टल पंजीकरण व सक्षम प्राधिकारी द्वारा वैध पास का होना अनिवार्य होगा।

◆हवाई जहाज व रेल से आने वाले व्यक्तियों के सन्दर्भ में राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा निर्गत मानक प्रचालन कार्यविधियों (SOP) के अनुरूप कार्यवाही की जाएगी।

◆कार्यालयी उत्तरदायित्वों के निर्वहन हेतु राज्य के अन्दर या अन्तर्राज्यीय यात्रा कर रहे व्यक्तियों के क्वारंटाइन के सम्बन्ध में उत्तराखण्ड राज्य आपदा के अनुरूप कार्यवाही की जायेगी।

Proud moment : टिहरी की सुमन को देश दुनिया कर रही है सलाम ,जाने क्या है पूरी खबर ।।web news।।


Suman-gawani

मेजर सुमन गवानी को प्रतिष्ठित यूनाइटेड नेशनंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड

भारतीय सेना की अधिकारी मेजर सुमन गवानी को प्रतिष्ठित यूनाइटेड नेशनंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवॉर्ड के लिए चुना गया है । यह पहली बार है जब किसी भारतीय शांतिदूत को इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड से सम्मानित किया जा रहा है । संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस द्वारा सुमन और कार्ला को ‘पावरफुल रोल मॉडल’ के रूप में वर्णित किया गया ।

भारत विश्व में शांति का प्रवर्तक है, राष्ट्र की इस पहचान को उत्तराखंड की बेटी मेजर सुमन गवानी ने चार चांद लगा दिए हैं । सम्पूर्ण भारतवर्ष के लिए गौरव की बात है कि सुमन गवानी जी को यूनाइटेड नेशन्स मिलिट्री जेंडर एडवोकेट अवार्ड प्रदान किया गया है। हिमालय की इस बेटी की सफलता पर हर भारतवासी को गर्व है- रमेश पोखरियाल निशंक,मानव संनसाधन विकास मंत्री, भारत सरकार

सम्मान पाने वाली पहली भारतीय शांतिदूत मेजर सुमन

मेजर सुमन गवानी यह अवॉर्ड पाने वाली भारत की पहली शांतिदूत हैं. वे सम्मान समारोह में शामिल होने के लिए न्यूयॉर्क जाने वाली थीं, लेकिन कोरोना वायरस के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाया । अब वे ऑनलाइन ही इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड को स्वीकार करेंगी ।

हमारा कार्य, पद या रैंक जो भी हो, यह हमारा कर्तव्य है कि शांतिदूतों के रूप में हमारे डेली वर्क में एक ऑल-जेंडर पर्सपेक्टिव को इंटिग्रेट करें और अपने साथियों के साथ-साथ समुदायों के साथ भी इस पर इंटरेक्शन हो- मेजर सुमन

मेजर सुमन गवानी के बारे में

मेजर सुमन उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के पोखर गांव की रहने वाली हैं। उनकी स्कूली शिक्षा उत्तरकाशी में हुई। देहरादून के गवर्मेंट पीजी कॉलेज से उन्होंने बैचलर ऑफ एजुकेशन की डिग्री ली। मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, महू (मध्य प्रदेश) से उन्होंने टेलीकम्युनिकेशन की डिग्री भी ली। मेजर सुमन ने 2011 में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकेडमी, चेन्नई से ग्रेजुएट होने के बाद इंडियन आर्मी ज्वॉइन की थी। वे आर्मी की सिग्नल कॉर्प से जुड़ी, फिलहाल सुमन गंवानी दिल्ली में तैनात हैं । मेजर सुमन का परिवार शुरू से ही सेना की सेवा में रहा है । उनके पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं और उनके तीन भाई-बहनों में से दो इंडियन आर्म्ड फोर्सेज में हैं ।

विश्व पटल पर भारत का गौरव बढ़ाने वाली हमारी देवभूमि की बेटी, भारतीय सेना अधिकारी एवं दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन के साथ काम करने वाली महिला शांति सेना की पर्यवेक्षक "मेजर सुमन गवानी जी" को प्रतिष्ठित संयुक्त राष्ट्र सैन्य जेंडर "एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड 2019" से सम्मानित किए जाने पर उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आपकी इस उपलब्धि पर देवभूमि, उत्तराखंड की जनता के साथ-साथ हर भारतवासी को गर्व है- त्रिवेंद्र सिंह रावत,मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड

यूएन मिलिट्री जेंडर एडवोकेट अवॉर्ड के बारे में

यूएन मिलिट्री जेंडर एडवोकेट अवॉर्ड की शुरुआत 2016 में हुई । अपने काम से यूएन सिक्योरिटी रेजोल्यूशन-1325 के सिद्धांतों को मजबूती देते हैं और आगे बढ़ाते हैं, उन मिलिट्री पर्सन को यह सम्मान दिया जाता है। यूएन ने सिक्योरिटी रेजोल्यूशन-1325 के मुताबिक, यूएन के सभी शांति प्रयासों, संघर्षों को रोकने और संघर्ष के बाद के पुनर्निर्माण और तनावों की रोकथाम जैसे कार्यक्रमों में महिलाओं की बराबर भागीदारी सुनिश्चित करना है।






रविवार, 31 मई 2020

Social work : EAGY संस्था का तीर्थनगरी ऋषिकेश में जन जागरूकता अभियान, जाने क्या है पूरी खबर ।।web news ।।

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मेयर अनिता ममगांई व संस्था के सदस्य जागरूकता पोस्टर लॉन्च करते हुए

मेयर अनीता ममगांई ने किया जनजागरुकता अभियान का शुभारंभ ।

एनवायरमेंट एक्शन ग्रुप ऑफ यूथ संस्था ने ऋषिकेश में वैश्विक महामारी कोरोना सहित लोगों को डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव के लिए जनजागरुकता अभियान की शुरुआत की । जन जागरूकता अभियान कैंप का शुभारंभ नगर निगम मेयर अनीता ममगांई द्वारा किया गया । संस्था की ओर से इन तमाम घातक बीमारियों से बचने के लिए लोगों को जागरुक करने के लिए पंपलेट भी बांटे जाएंगे।

पार्षद मनीष बनवाल ने दी अभियान जानकारी

वार्ड संख्या आठ के पार्षद मनीष बनवाल के नेतृत्व में एनवायरमेंट एक्शन ग्रुप ऑफ यूथ के सदस्य शनिवार की दोपहर महापौर के कैम्प कार्यालय पहुंचे जहां महापौर अनिता ममगाईं को उनके द्वारा कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी गई।

मेयर अनिता ममगांई के विचार

"वैश्विक महामारी कोरोना चिकनगुनिया एवं डेंगू जैसी बीमारियों से बचाव की भी आवश्यक जानकारियां लोग तक पहुँचे ताकि यह बीमारियां शहर में न फैले,पिछले कुछ दिनों से तीर्थ नगरी में भी इस महामारी के कई मामले सामने आए हैं जिनको लेकर शहर वासियों को अब बेहद सर्तक होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार गाइडलाइन तैयार कर सकती है लेकिन उसका पालन करना हर नागरिक का कर्तव्य है"-अनिता ममगांई ,मेयर ,ऋषिकेश

अभियान में सक्रिय भूमिका में रहे सदस्य

संस्था की ओर से वरिष्ठ सदस्य सदानंद हलधर, गौतम मंडल, अरविंद कुमार, पवन कुमार, अभिजीत विश्वास ,प्रियांशु भटनागर अमन हलदर, गर्म तरफदार, मयंक,हरपाल सिंह, शुभम दास, शेर सिंह, आयुष रस्तोगी, परीक्षित मेहरा जोनी लांबा, हर्ष आदि उपस्थित रहे ।

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पॉजिटीव वेब: Lockdown हुआ unlock क्या है नए दिशा-निर्देश जाने विस्तार से ।।web news।।

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कोविड-19’ से लड़ने के लिए नए दिशा-निर्देश 1 जून 2020 से लागू होंगे

चरण I (8 जून, 2020 से खोलने की अनुमति)

• धार्मिक स्थान और सार्वजनिक पूजा स्थल;
• होटल, रेस्तरां और अन्य आतिथ्य सेवाएं; तथा
• शॉपिंग मॉल।

स्वास्थ्य मंत्रालय सम्‍बद्ध केन्‍द्रीय मंत्रालयों/विभागों और अन्य हितधारकों की सलाह से उपरोक्‍त गतिविधियों के लिए एसओपी जारी करेगा ताकि एक दूसरे से दूरी बनाकर (सोशल डिस्‍टेंसिंग) रखी जा सके और कोविड-19 को फैलने से रोका जा सके।

चरण II

स्कूल, कॉलेज, शैक्षिक / प्रशिक्षण / कोचिंग संस्थान आदिराज्यों और संघ शासित प्रदेशों के साथ विचार-विमर्श के बाद खोले जाएंगे। राज्य सरकारों / संघ राज्य क्षेत्र प्रशासनों को सलाह दी जाती है कि वे माता-पिता और अन्य हितधारकों के साथ संस्थागत स्तर पर सलाह-मशविरा करें। फीडबैक के आधार पर, इन संस्थानों को फिर से खोलने के बारे में जुलाई, 2020 में निर्णय किया जाएगा। इन संस्थानों के लिए स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय एसओपी तैयार करेगा।

देशभर में सीमित संख्‍या में प्रतिबंधित रहने वाली गतिविधियां

  • अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई यात्रा ;
  • मेट्रो रेल का परिचालन;
  • सिनेमाघर, व्‍यायामशाला, स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थियेटर, बार और ऑडिटोरियम, असेम्‍बली हॉल और इस प्रकार के अन्‍य स्‍थान; तथा
  • सामाजिक/ राजनैतिक/ खेल/ मनोरंजन/ शैक्षणिक/ सांस्‍कृतिक/ धार्मिक समारोह/ और अन्‍य बड़े समागम.
  • उपरोक्‍त गतिविधियों को खोलने की तारीखों के बारे में फैसला 

चरण III, में स्थिति के आकलन पर आधारित होगा। 

लोगों और सामान की निर्बाध आवाजाही

अंतर-राज्यीय और राज्य के भीतर व्यक्तियों और सामान की आवाजाही पर कोई बंदिश नहीं होगी। ऐसी आवाजाही के लिए अलग से किसी प्रकार की अनुमति/स्वीकृति/ई-परमिट नहीं लेना होगा।
हालांकि, यदि एक राज्य/संघ शासित क्षेत्र सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़ी वजहों और परिस्थितियों के आकलन के आधार पर, लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करने का प्रस्ताव करता है तो उसे ऐसी आवाजाही पर बंदिशों को लागू करने और उससे जुड़ी प्रक्रियाओं के पालन के संबंध में अग्रिम रूप से व्यापक प्रचार करना होगा।
लोगों की आवाजाही, गैर आवश्यक गतिविधियों के लिए रात का कर्फ्यू पहले की तरह जारी रहेगा। हालांकि, कर्फ्यू का संशोधित समय अब रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक होगा।

सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कोविड-19 के प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय दिशानिर्देशों का पालन पूरे देश में जारी रहेगा।

कंटेनमेंट जोन के बाहर होने वाली गतिविधियों पर राज्य करेंगे फैसला

हालात के आकलन के आधार पर राज्य और संघ शासित क्षेत्र कंटेनमेंट जोन (सील क्षेत्र) के बाहर चुनिंदा गतिविधियों पर रोक लगा सकते हैं या आवश्यकता के आधार पर ऐसी बंदिशों को लगा सकते हैं।

कमजोर लोगों के लिए सुरक्षा

65 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों, बीमार लोगों, गर्भवती महिलाओं और 10 साल से कम उम्र के बच्चों जैसे कमजोर लोगों को आवश्यक जरूरतें पूरी करने और स्वास्थ्य उद्देश्यों को छोड़कर घर पर ही रहने की सलाह दी गई है।

 आरोग्य सेतु का उपयोग

कोविड 19 से संक्रमित लोगों, या संक्रमण के जोखिम वालों की त्वरित पहचान आसान बनाने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप्लीकेशन भारत सरकार द्वारा निर्मित शक्तिशाली साधन है। इस प्रकार यह लोगों और समुदाय की सुरक्षा के कवच के रूप में काम कर रहा है। सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कई विभागों द्वारा इस ऐप्लीकेशन के उपयोग को प्रयोग की सलाह दी जाती है।

शनिवार, 30 मई 2020

वाइरल खबर : डोईवाला के युवाओं का पशु पक्षियों के पानी के लिए वॉटर बाऊल चैलेंज, पढे क्या है वॉटर बाउल चैलेंज ।।web news ।।

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देहरादून डोईवाला के दुधली ग्राम पँचायत के युवाओं की अनूठी मुहिम वॉटर बाऊल चैलेंज

देहरादून के डोईवाला के दुधली ग्राम पँचायत के युवाओं
ने समाजसेवी अजय कुमार के नेतृत्व में दुधली पंचायत के आस पास मिलकर जगह जगह वॉटर बाऊल लगाने की मुहिम शुरू की है।

कैसे हुई इस मुहिम वाटर बाऊल चैलेंज की शुरुआत

नव दिव्यांग सेवा संस्थान के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि गर्मियां आगयी है और हम देखते हैं कि कुछ वन्य जीव,मोर,बंदर,व अन्य आवारा जन्तु पानी की तलाश में हैंड पम्प आदि के पास आने लगे थे,इसे देखते हुए हमारे द्वारा जानवरों के लिए काम करने वाली केयरिंग एंड क्रोस संस्था के सचिव अराग बत्रा जी से अनुरोध किया गया। उन्होंने अनुरोध स्वीकार कर हमारा हौसला बढ़ाया अब हम इस मुहिम को आगे ले जायेंगे ।

"संस्था अब जंगलों के साथ साथ पशु -पक्षियों के लिए छत,घर के बाहर,आँगन आदि खाली जगह पर वॉटर बाउल लगाने का कार्य करेगी और वॉटर बाउल चेलेंज चलाएगी, इस मुहिम में जनता से वाटर बाउल लगाने की अपील की जाएगी और सोशल मीडिया पर हैश टैग वॉटर बाउल चेलेंज पर फ़ोटो शेयर करने की अपील करेगी"- अजय कुमार,अध्यक्ष,
नव दिव्यांग सेवा संस्थान

क्या है वाटर बाऊल चैलेंज

अपने गाँव, कस्बे, शहर के आस पास के जंगलों में व घर के छत, आँगन, घर के बाहर जानवरों के लिए वाटर बाउल लगाकर #ExceptWaterBowlChellange हैशटैग के साथ अपने सोशल मीडिया एकाउंट में शेयर करना होगा जिससे अन्य लोग भी इस मुहिम से जुड़ेंगे और आने वाली गर्मी के सीजन में जंगली पशु पक्षियों को जंगल में व घर के आस पास के जानवर, पक्षियों को पीने का पानी उपलब्ध हो सके।

जानवरों के लिए काम करने वाली केयरिंग एंड क्रोस संस्था ने दान किए वाटर बाऊल

युवननक अनुरोध पर केयरिंग एंड क्रोस संस्था के सचिव आराग बत्रा द्वारा वाटर बाउल दान किये गए जिन्हें युवाओं ने मिलकर जंगल के किनारे लगाया है।

वाटर बाऊल चैलेंज की टीम

मनीष कुमार,कौशिक बिष्ट,करुण कुमार,आसीश बिष्ट, शिव सिंह,अंकित कुमार,अराग बत्रा आदि ।

यह भी पढ़े- PM Latter : प्रधानमंत्री की चिट्ठी आयी है, पढ़ें पूरी चिट्ठी ।। web news।।

PM Latter : प्रधानमंत्री की चिट्ठी आयी है, पढ़ें पूरी चिट्ठी ।। web news।।



मोदी सरकार 2.0 के एक साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री की देश के नाम चिट्ठी ।

मेरे प्रिय स्नेहीजन,

आज से एक साल पहले भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ा। देश में दशकों बाद पूर्ण बहुमत की किसी सरकार को लगातार दूसरी बार जनता ने ज़िम्मेदारी सौंपी थी। इस अध्याय को रचने में आपकी बहुत बड़ी भूमिका रही है। ऐसे में आज का यह दिन मेरे लिए, अवसर है आपको नमन करने का, भारत और भारतीय लोकतन्त्र के प्रति आपकी इस निष्ठा को प्रणाम करने का।

यदि सामान्य स्थिति होती तो मुझे आपके बीच आकर आपके दर्शन का सौभाग्य मिलता। लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से जो परिस्थितियां बनी हैं, उन परिस्थितियों में, मैं इस पत्र के द्वारा आपके चरणों में प्रणाम करने और आपका आशीर्वाद लेने आया हूँ।

बीते वर्ष में आपके स्नेह, शुभाषीश और आपके सक्रिय सहयोग ने मुझे निरंतर एक नई ऊर्जा, नई प्रेरणा दी है। इस दौरान आपने लोकतंत्र की जिस सामूहिक शक्ति के दर्शन कराए वह आज पूरे विश्व के लिए एक मिसाल बन चुकी है।

वर्ष 2014 में आपने, देश की जनता ने, देश में एक बड़े परिवर्तन के लिए वोट किया था, देश की नीति और रीति बदलने के लिए वोट किया था। उन पाँच वर्षों में देश ने व्यवस्थाओं को जड़ता और भ्रष्टाचार के दलदल से बाहर निकलते हुए देखा है। उन पाँच वर्षों में देश ने अंत्योदय की भावना के साथ गरीबों का जीवन आसान बनाने के लिए गवर्नेंस को परिवर्तित होते देखा है।

उस कार्यकाल में जहां विश्व में भारत की आन-बान-शान बढ़ी, वहीं हमने गरीबों के बैंक खाते खोलकर, उन्हें मुफ्त गैस कनेक्शन देकर, मुफ्त बिजली कनेक्शन देकर,  शौचालय बनवाकर, घर बनवाकर, गरीब की गरिमा भी बढ़ाई।

उस कार्यकाल में जहां सर्जिकल स्ट्राइक हुई, एयर स्ट्राइक हुई, वहीं हमने वन रैंक वन पेंशन, वन नेशन वन टैक्स- GST, किसानों की MSP की बरसों पुरानी मांगों को भी पूरा करने का काम किया।

वह कार्यकाल देश की अनेकों आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए समर्पित रहा।

वर्ष 2019 में आपका आशीर्वाद, देश की जनता का आशीर्वाद, देश के बड़े सपनों के लिए था, आशाओं-आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए था। और इस एक साल में लिए गए फैसले इन्हीं बड़े सपनों की उड़ान है।

आज जन-जन से जुड़ी जन मन की जनशक्ति, राष्ट्रशक्ति की चेतना को प्रज्वलित कर रही है। गत एक वर्ष में देश ने सतत नए स्वप्न देखे, नए संकल्प लिए, और इन संकल्पों को सिद्ध करने के लिए निरंतर निर्णय लेकर कदम भी बढ़ाए।

भारत की इस ऐतिहासिक यात्रा में देश के हर समाज, हर वर्ग और हर व्यक्ति ने बखूबी अपना दायित्व निभाया है। ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ इस मंत्र को लेकर आज देश सामाजिक हो या आर्थिक, वैश्विक हो या आंतरिक, हर दिशा में आगे बढ़ रहा है।

प्रिय स्नेहीजन,

बीते एक वर्ष में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ज्यादा चर्चा में रहे और इस वजह से इन उपलब्धियों का स्मृति में रहना भी बहुत स्वाभाविक है।

राष्ट्रीय एकता-अखंडता के लिए आर्टिकल 370 की बात हो, सदियों पुराने संघर्ष के सुखद परिणाम - राम मंदिर निर्माण की बात हो, आधुनिक समाज व्यवस्था में रुकावट बना ट्रिपल तलाक हो, या फिर भारत की करुणा का प्रतीक नागरिकता संशोधन कानून हो, ये सारी उपलब्धियां आप सभी को स्मरण हैं।

एक के बाद एक हुए इन ऐतिहासिक निर्णयों के बीच अनेक फैसले, अनेक बदलाव ऐसे भी हैं जिन्होंने भारत की विकास यात्रा को नई गति दी है, नए लक्ष्य दिए हैं, लोगों की अपेक्षाओं को पूरा किया है।

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद के गठन ने जहां सेनाओं में समन्वय को बढ़ाया है, वहीं मिशन गगनयान के लिए भी भारत ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।

इस दौरान गरीबों को, किसानों को, महिलाओं-युवाओं को सशक्त करना हमारी प्राथमिकता रही है।

अब पीएम किसान सम्मान निधि के दायरे में देश का प्रत्येक किसान आ चुका है। बीते एक वर्ष में इस योजना के तहत 9 करोड़ 50 लाख से ज्यादा किसानों के खातों में 72 हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि जमा कराई गई है।

देश के 15 करोड़ से अधिक ग्रामीण घरों में पीने का शुद्ध पानी पाइप से मिले, इसके लिए जल जीवन मिशन शुरु किया गया है।

हमारे 50 करोड़ से अधिक के पशुधन के बेहतर स्वास्थ्य के लिए मुफ्त टीकाकरण का बहुत बड़ा अभियान भी चलाया जा रहा है।

देश के इतिहास में यह भी पहली बार हुआ है जब, किसान, खेत मजदूर, छोटे दुकानदार और असंगठित क्षेत्र के श्रमिक साथियों, सभी के लिए 60 वर्ष की आयु के बाद 3 हज़ार रुपए की नियमित मासिक पेंशन की सुविधा सुनिश्चित हुई है।

मछुआरों की सहूलियत बढ़ाने के लिए, उनको मिलने वाली सुविधाएं बढ़ाने और ब्लू इकॉनॉमी को मजबूत करने के लिए विशेष योजनाओं के साथ-साथ अलग से विभाग भी बनाया गया है। इसी तरह व्यापारियों की समस्याओं के समय पर समाधान के लिए व्यापारी कल्याण बोर्ड के निर्माण का निर्णय लिया गया है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी लगभग 7 करोड़ बहनों को भी अब ज्यादा वित्तीय सहायता दी जा रही है। हाल में ही स्वयं सहायता समूहों के लिए बिना गारंटी के ऋण को 10 लाख से बढ़ाकर दोगुना यानि 20 लाख कर दिया गया है।

आदिवासी बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए, देश में 450 से ज्यादा नए एकलव्य मॉडल रेसिडेंशियल स्कूलों के निर्माण का अभियान भी शुरू किया गया है।

सामान्य जन के हित से जुड़े बेहतर कानून बनें, इसके लिए भी बीते वर्ष में तेज गति से कार्य हुआ है। हमारी संसद ने अपने कामकाज से दशकों पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

इसी का परिणाम है कि चाहे कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट हो, चिटफंड कानून में संशोधन हो, दिव्यांगों, महिलाओं और बच्चों को अधिक सुरक्षा देने वाले कानून हों, ये सब तेज़ी से बन पाए हैं।

सरकार की नीतियों और निर्णयों की वजह से शहरों और गांवों के बीच की खाई कम हो रही है। पहली बार ऐसा हुआ है जब गांव में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों की संख्या, शहर में इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों से 10 प्रतिशत ज्यादा हो गई है।

देशहित में किए गए इस तरह के ऐतिहासिक कार्यों और निर्णयों की सूची बहुत लंबी है। इस पत्र में सभी को विस्तार से बता पाना संभव नहीं। लेकिन मैं इतना अवश्य कहूंगा कि एक साल के कार्यकाल के प्रत्येक दिन चौबीसों घंटे पूरी सजगता से काम हुआ है,  संवेदनशीलता से काम हुआ है, निर्णय लिए गए हैं।

प्रिय स्नेहीजन,

देशवासियों की आशाओं-आकाँक्षाओं की पूर्ति करते हुए हम तेज गति से आगे बढ़ ही रहे थे, कि कोरोना वैश्विक महामारी ने भारत को भी घेर लिया।

एक ओर जहां अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं और विशाल अर्थव्यवस्था वाली विश्व की बड़ी-बड़ी महाशक्तियाँ हैं, वहीं दूसरी ओर इतनी बड़ी आबादी और अनेक चुनौतियों से घिरा हमारा भारत है।

कई लोगों ने आशंका जताई थी कि जब कोरोना भारत पर हमला करेगा, तो भारत पूरी दुनिया के लिए संकट बन जाएगा।

लेकिन आज सभी देशवासियों ने भारत को देखने का नजरिया बदलकर रख दिया है। आपने ये सिद्ध करके दिखाया है कि विश्व के सामर्थ्यवान और संपन्न देशों की तुलना में भी भारतवासियों का सामूहिक सामर्थ्य और क्षमता अभूतपूर्व है।

ताली-थाली बजाने और दीया जलाने से लेकर भारत की सेनाओं द्वारा कोरोना वॉरियर्स का सम्मान हो, जनता कर्फ्यू या देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान नियमों का निष्ठा से पालन हो, हर अवसर पर आपने ये दिखाया है कि एक भारत ही श्रेष्ठ भारत की गारंटी है।

निश्चित तौर पर, इतने बड़े संकट में कोई ये दावा नहीं कर सकता कि किसी को कोई तकलीफ और असुविधा न हुई हो। हमारे श्रमिक साथी, प्रवासी मजदूर भाई-बहन, छोटे-छोटे उद्योगों में काम करने वाले कारीगर, पटरी पर सामान बेचने वाले, रेहड़ी-ठेला लगाने वाले, हमारे दुकानदार भाई-बहन, लघु उद्यमी, ऐसे साथियों ने असीमित कष्ट सहा है। इनकी परेशानियां दूर करने के लिए सभी मिलकर प्रयास कर रहे हैं।

लेकिन हमें ये भी ध्यान रखना है कि जीवन में हो रही असुविधा, जीवन पर आफत में न बदल जाए। इसके लिए प्रत्येक भारतीय के लिए प्रत्येक दिशा-निर्देश का पालन करना बहुत आवश्यक है। जैसे अभी तक हमने धैर्य और जीवटता को बनाए रखा है, वैसे ही उसे आगे भी बनाए रखना है। यह एक बड़ा कारण है कि भारत आज अन्य देशों की तुलना में ज्यादा संभली हुई स्थिति में है। ये लड़ाई लंबी है लेकिन हम विजय पथ पर चल पड़े हैं और विजयी होना हम सबका सामूहिक संकल्प है।

अभी पश्चिम बंगाल और ओडिशा में आए अम्फान चक्रवात के दौरान जिस हौसले के साथ वहां के लोगों ने स्थितियों का मुकाबला किया, चक्रवात से होने वाले नुकसान को कम किया, वह भी हम सभी के लिए एक बड़ी प्रेरणा है।

प्रिय स्नेहीजन,

इन परिस्थितियों में, आज यह चर्चा भी बहुत व्यापक है कि भारत समेत तमाम देशों की अर्थव्यवस्थाएं कैसे उबरेंगी? लेकिन दूसरी ओर ये विश्वास भी है कि जैसे भारत ने अपनी एकजुटता से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरी दुनिया को अचंभित किया है, वैसे ही आर्थिक क्षेत्र में भी हम नई मिसाल कायम करेंगे। 130 करोड़ भारतीय, अपने सामर्थ्य से आर्थिक क्षेत्र में भी विश्व को चकित ही नहीं बल्कि प्रेरित भी कर सकते हैं।

आज समय की मांग है कि हमें अपने पैरों पर खड़ा होना ही होगा। अपने बलबूते पर चलना ही होगा और इसके लिए एक ही मार्ग है - आत्मनिर्भर भारत।

अभी हाल में आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए दिया गया 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज, इसी दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम है।

यह अभियान, हर एक देशवासी के लिए, हमारे किसान, हमारे श्रमिक, हमारे लघु उद्यमी, हमारे स्टार्ट अप्स से जुड़े नौजवान, सभी के लिए, नए अवसरों का दौर लेकर आएगा।

भारतीयों के पसीने से, परिश्रम से और उनकी प्रतिभा से बने लोकल उत्पादों के दम पर भारत आयात पर अपनी निर्भरता कम करेगा और आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ेगा।

प्रिय स्नेहीजन,

बीते छह वर्षों की इस यात्रा में आपने निरंतर मुझ पर आशीर्वाद बनाए रखा है, अपना प्रेम बढ़ाया है। आपके आशीर्वाद की शक्ति से ही, देश पिछले एक साल में ऐतिहासिक निर्णयों और विकास की अभूतपूर्व गति के साथ आगे बढ़ा है। लेकिन फिर भी मुझे पता है कि अब भी बहुत कुछ करना बाकी है। देश के सामने चुनौतियां अनेक हैं, समस्याएं अनेक हैं। मैं दिन-रात प्रयास कर रहा हूं। मुझ में कमी हो सकती है लेकिन देश में कोई कमी नहीं है। और इसलिए, मेरा विश्वास स्वयं से ज्यादा आप पर है, आपकी शक्ति, आपके सामर्थ्य पर है।

मेरे संकल्प की ऊर्जा आप ही हैं, आपका समर्थन, आपका आशीर्वाद, आपका स्नेह ही है।

वैश्विक महामारी के कारण, यह संकट की घड़ी तो है ही, लेकिन हम देशवासियों के लिए यह संकल्प की घड़ी भी है।

हमें यह हमेशा याद रखना है कि 130 करोड़ भारतीयों का वर्तमान और भविष्य कोई आपदा या कोई विपत्ति तय नहीं कर सकती।

हम अपना वर्तमान भी खुद तय करेंगे और अपना भविष्य भी।

हम आगे बढ़ेंगे, हम प्रगति पथ पर दौड़ेंगे, हम विजयी होंगे।

हमारे यहां कहा गया है- ‘कृतम् मे दक्षिणे हस्ते, जयो मे सव्य आहितः’॥

यानि, हमारे एक हाथ में कर्म और कर्तव्य है तो दूसरे हाथ में सफलता सुनिश्चित है।

देश की निरंतर सफलता की इसी कामना के साथ मैं आपको पुन: नमन करता हूं।

आपको और आपके परिवार को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।

स्वस्थ रहिए, सुरक्षित रहिए !!!

जागृत रहिए, जागरूक रखिए !!!

आपका प्रधानसेवक

नरेंद्र मोदी

सरकारी कार्यलय सुबह 10:00 बजे से श्याम 5:00 बजे तक क्या लॉक डाउन खोलने की तैयारी में है सरकार , पढे पूरी खबर ।। web news ।।


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सरकारी कार्यालयों एवं अधिकारी/ कर्मचारियों की सख्या के नए नियम 1 जून से होंगे लागू


लॉकडाउन की अवधि में प्रदेश के शासकीय कार्यालयों का समय सामान्य किया जाा रहा है साथ ही अधिकारी/ कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है

कार्यालयों की समय अवधि सामान्य करने के आदेश

1 जून से प्रदेश समस्त शासकीय कार्यलय, विभागस्तर पर प्रातः 10:00 बजे सांय 5:00 बजे तक एवं पांच दिवसीय कार्यालयों यथा राज्य सचिवालय एवं राज्य विधानसभा आदि में प्रातः 930 से सांय 600 बजे तक खोले जायेंगे। 

अधिकारी / कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी

शासकीय कार्यालयों में समुह क एवं ख के अधिकारी ने शत प्रतिशत तथा समुह ग एवं घ उपस्थिति 50 प्रतिशत सुनिश्चित की जायेगी ।

लॉक डाउन में ढील देकर जन जीवन सामान्य करने की कोशिश

सरकार की इन महत्वपूर्ण परिवर्तनों से लॉक डाउन को धीरे धीरे खत्म कर जन जीवन को सामान्य करने की ओर देखा जा सकता है लेकिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में आ रही तेजी सबके लिए चिंता दायक बना हुआ है ।

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पॉजिटीव वेब : केबिनेट ने लिए अहम फैसले क्या है आपके लिए खास पढे पूरी खबर ।। web news uttarakhand ।।

कैबिनेट फैसलों की जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक

उत्तराखंड कैबिनेट  के अहम फैसले

1. कोविड सैंपलिंग, टैस्टिंग की प्रक्रिया को गति दी जायेगी। प्राइवेट लैब को टैंडर प्रक्रिया से लेने के लिए 04 दिन का अवधि निर्धारित किया गया।
2. किसी भी कार्मिक के किसी भी रूप में भत्ते में कटौती नहीं की जायेगी, मुख्य सचिव से लेकर नीचे के सभी कार्मिकों का प्रत्येक माह में, एक दिन का वेतन वर्तमान वित्त वर्ष में मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया जायेगा। पेंशनरों से किसी भी प्रकार की कटौती नहीं की जायेगी। दायित्वधारियों का प्रत्येक माह में 05 दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया जायेगा, वर्तमान वित्त वर्ष तक।



3. मुख्यमंत्री एकीकृत बागवानी विकास योजना में राहत प्रदान की गयी है। बागवानी मिशन में सब्जी, बीज, पुष्प पर दिया जाने वाला 50 प्रतिशत का अनुदान शेष सभी कृषकों को दिया जायेगा। बागवानी मिशन से अलग फल, बीज, आलू, अदरक 50 प्रतिशत राज्य सहायता अनुदान के रूप में दिया जायेगा तथा कोल्ड स्टोर और ए.सी. वैन पर भी अनुदान दिया जायेगा। 15 लाख रूपये लागत के कोल्ड स्टोरेज पर 50 प्रतिशत अनुदान तथा 26 लाख रूपये ए.सी वैन की लागत पर 50 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा।


4. श्रम विभाग के श्रम अधिनियम के अंतर्गत दुकान, प्रतिष्ठान के नियोजकों को संदिग्ध कोविड कर्मचारियों को 28 दिन के क्वॉरंटीन अवधि का वेतन भुगतान करना होगा
सभी दुकानों, कारखानों जहाँ 10 से अधिक कर्मचारी हैं, कोविड को रोकथाम हेतू सैनिटाइजर की व्यवस्था की जायेगी।

5. उत्तराखण्ड उपखनिज 2016 चुगान नीति में परिवर्तन करते हुए निगम के पट्टे की अवधि 01 वर्ष से बढ़ाकर 05 वर्ष कर दी गयी। यदि अन्य क्षेत्र में टेंडर के बाद कोई फर्म नहीं मिलता है तो इसका संचालन निगम करेगा।
6. कोविड स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत उपकरण क्रय का अधिकार 03 माह से बढ़ाकर 28 फरवरी तक कर दिया गया है। अग्रिम धनराशि को 40 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया गया। निदेशक के 03 करोड़ के अधिकार को अब प्राचार्य भी उपयोग कर सकेंगे।
7. श्रम सुधार अधिनियम में यूनियन बनाने के लिए कर्मचारियों के 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत की संख्या कर दी गयी।
8. रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत रजिस्ट्री की डिजिटल नकल 02 रूपये प्रति पृष्ठ और न्यूनतम 100 रूपये की गयी।
9. आउटसोर्सिंग के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग में भर्ती के लिये 03 माह की निर्धारित अवधि बढ़ाकर 20 फरवरी 2021 किया गया।
10. मेगा इंडस्ट्री एवं इंवेस्टमेंट पालिसी में संसोधन करते हुए वैधता अवधि 31 मार्च 2020 से 30 जून 2020 किया गया।



11. उत्तरकाशी में 1000 मि.टन क्षमता को बनाने के लिए मंडी परिषद को 10 करोड़ से बढ़ाकर 13 करोड़ 46 लाख में बनाने का अधिकार दिया गया।
12. जिला योजना समिति के चुनाव के संबंध में अध्यादेश लाते हुए जिलाधिकारी प्रभारी मंत्री की स्वीकृति से कार्य करा सकते है।
13. पंचायती राज अध्यादेश लाते हुए जहाँ पर जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख ग्राम प्रधान का चुनाव नहीं हो पाया है एवं अन्य पदों का चुनाव हो गया है वहां जिलाधिकारी के माध्यम से शेष पदों पर मनोनीत किया जा सकता है।

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Dlsa News :जिला विधिक सचिव नेहा कुशवाहा ने टीम के साथ किया क्वारंटाइन केन्द्रों का निरीक्षक , जाने क्या है पूरी खबर ।।web news।।


DLSA की टीम क्वारंटाइन केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए


DLSA की टीम क्वारंटाइन केन्द्रों में पहुंची , जाना केन्द्रों और लोगों  का हाल

नैनीताल हाईकोर्ट के आदेशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून की सचिव नेहा कुशवाहा एवं जिला विधिक के कार्यकर्ताओं ने देहरादून जिले के क्वारन्टाईन केन्द्रों का निरीक्षण किया , निरीक्षण में क्वारन्टाईन केन्द्रों की स्थिति संतोषजनक पायी गयी, क्वारन्टाईन केन्द्रों में लोगों से जानकारी ली गयी ।

क्वारंटाइन केन्द्रों के निरीक्षण में इनकी जाँच की

क्वारंटाइन केन्द्रों में बिजली/पानी,पेयजल, स्वच्छता व नियमित सेनीटाइजेशन, समय पौष्टिक भोजन,साफ व पर्याप्त संख्या में शौचालय/स्नानागार,शिकायत पंजिका व शिकायत हेतु उच्चाधिकारियों के नम्बर, स्वच्छ बिस्तर,  नियमित चिकित्सकीय परीक्षण,मनोरंजन व्यवस्था, Do's and Dont's चार्ट, चौबीसों घण्टे केयरटेकर की उपलब्धता , मास्क/सेनेटाइटजर की उपलब्धता सामाजिक दूरी के नियमों का अनुपालन आदि की स्थिति का अवलोकन किया गया एवं क्वारंटाइन केन्द्रों में रह रहे लोगों से पूछा गया जिसमें स्थिति संतोषजनक पायी गयी ।

निरीक्षण करने वाली टीम

सचिव नेहा कुशवाहा, पी एल वी समीना,जहांगीर आलम, सुरेश उनियाल ,सुनीता ,रूपेश कुमार ,शुजात अली आदि ।

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शुक्रवार, 29 मई 2020

बड़ी खबर: उत्तराखंड में कोरोना का कहर, 602 कोरोना से संक्रमित, जिलेवार रिपोर्ट के लिए पढे पूरी खबर ।। web news ।।

Corona-update

देहरादून में रिकार्ड एक ही दिन में 54 पॉजिटीव केस के साथ प्रदेश में 102 नए केस सामने आए, अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 602 तक जा पहुंची।

उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है , शुक्रवार को 102 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 602 पहुंची गयी है। स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए अभी अभी के हेल्थ बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गई है। 

जिल्लेवार आज हुए संक्रमितों की संख्या

अल्मोड़ा में 15, 
बागेश्वर में 08,
देहरादून में 54,
हरिद्वार में 04,
नैनीताल में 03
रुद्रप्रयाग =2
टिहरी गढ़वाल 08
पौड़ी गढ़वाल में 02,
पिथौरागढ़ में 01
ऊधम सिंह नगर =4,

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