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रविवार, 14 जून 2020

corona updat : दिल्ली में राज्य सरकार केंद्र सरकार मिलकर लड़ेगीं कोरोना युद्ध, पढ़ें पूरी खबर ।।web news।।



केंद्र सरकार दिल्ली में कोरोना के फैलाव पर बड़े कदम उठा रही है। साथ आयी केंद्र और राज्य सरकार ।

नयी दिल्ली।। भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक 11,929 नए मामले सामने आए । इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,20,922 हो गई है। संक्रमित लोगों में से 311 और लोगों की मौत के साथ मृतक संख्या 9,195 पर पहुंच गई है।

कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामलों को लेकर चिंताओं के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य लोगों के साथ हालात पर चर्चा करने के लिए रविवार को बैठक की। इस बैठक में दिल्ली में वैश्विक महामारी से निपटने, अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता, जांच की सुविधाओं और स्वास्थ्य संबंधी अन्य बुनियादी ढांचे में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया गया।

यह बैठक ऐसे समय में की जा रही है, जब दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। दिल्ली में संक्रमण के मामले बढ़कर 39,000 हो गए हैं, जिनमें से 1,200 लोगों की मौत हो गई है। देश में महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक मामले सामने आए हैं।

बैठक में महत्व पूर्ण निर्णय लिए गए

◆अगले 2 दिनों में टेस्टिंग डबल और 6 दिनों में 3 गुनी की जाएगी।
◆दिल्ली के निजी अस्पताओं में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए निजी अस्पतालों के कोरोना बेड में से 60% बेड कम रेट में उपलब्ध कराने, कोरोना उपचार व कोरोना की टेस्टिंग के रेट तय करने के लिए कमेटी बना दी गयी है।
◆दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए बेड की कमी को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने तुरंत 500 रेल्वे कोच दिल्ली को देने का निर्णय लिया है। इन रेलवे कोच से न सिर्फ दिल्ली में 8000 बेड बढ़ेंगे बल्कि यह कोच कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए सभी सुविधाओं से लेस होंगे।
◆ दिल्ली के कन्टेनमेंट जोन में Contact mapping अच्छे से हो पाए इसके लिए घर-घर जाकर हर एक व्यक्ति का व्यापक स्वास्थ्य सर्वे किया जायेगा।
◆दिल्ली के छोटे अस्पतालों तक कोरोना के लिए सही जानकारी व दिशा निर्देश देने के लिए केंद्र सरकार ने AIIMS में Telephonic guidance के लिए वरिष्ठ डॉक्टर्स की एक कमेटी बनाने का निर्णय लिया है।
◆केंद्र सरकार ने दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने व इससे मजबूती से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार को भारत सरकार के और पांच वरिष्ठ अधिकारी देने का निर्णय किया है।

दिल्ली में जिस तेजी से मामले बढ़ रहे थे उसकी रोकथाम के लिए ये पहल कितनी सार्थक साबित होंगी इनका रिजल्ट अगले कुछ दिनों में दिखने लगेगा। 

Good news : वीडियो ब्लॉगिंग प्रतियोगिता ‘मेरा जीवन, मेरा योग’ की अंतिम तिथि 21 जून, 2020 तक बढ़ायी गयी, पढ़ें पूरी खबर।।web news।।



वीडियो ब्लॉगिंग प्रतियोगिता ‘मेरा जीवन, मेरा योग’ की अंतिम तिथि 21 जून, 2020 तक बढ़ायी गयी ।


प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा हाल ही में घोषित वीडियो ब्लॉगिंग प्रतियोगिता ‘मेरा जीवन, मेरा योग’ के लिए प्रविष्टियां जमा करने की अंतिम तिथि 21 जून, 2020 तक बढ़ा दी गई है। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर यह वैश्विक प्रतियोगिता आयुष मंत्रालय और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) द्वारा छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही है।

इससे पहले इस प्रतियोगिता के लिए प्रविष्टियां जमा करने की अंतिम तिथि 15 जून 2020 तय की गई थी। यह तिथि बढ़ाने के लिए देश-विदेश से मांग की जा रही थी, ताकि योग बिरादरी को वीडियो तैयार करने के लिए अधिक समय मिल सके। भारी मांग को ध्‍यान में रखते हुए ही मंत्रालय और आईसीसीआर ने प्रविष्टियां जमा करने की अंतिम तिथि को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस यानी 21 जून तक बढ़ाने का निर्णय लिया है।

प्रधानमंत्री ने 31 मई को अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के दौरान राष्ट्र को संबोधित करते हुए सभी से वीडियो ब्लॉगिंग प्रतियोगिता ‘मेरा जीवन, मेरा योग’ में भाग लेने का आह्वान किया था। यह प्रतियोगिता लोगों के जीवन पर योग के उल्‍लेखनीय परिवर्तनकारी प्रभावों पर फोकस करती है और यह छठा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाए जाने से जुड़ी विभिन्‍न उत्‍कृष्‍ट गतिविधियों में से एक अहम गतिविधि के रूप में उभर कर सामने आई है।

इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रतिभागियों को 3 योगाभ्यासों (क्रिया, आसन, प्राणायाम, बंध या मुद्रा) का 3 मिनट की अवधि वाला वीडियो अपलोड करना होगा, जिसमें इस आशय का एक लघु वीडियो संदेश भी शामिल करना होगा कि योगाभ्यासों से किस तरह उनके जीवन में उल्‍लेखनीय सकारात्‍मक परिवर्तन हुए हैं। वीडियो को प्रतियोगिता के हैशटैग #MyLifeMyYogaINDIA और उपयुक्त श्रेणी के हैशटैग के साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम या माईगव प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया जा सकता है। इसमें भागीदारी के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश आयुष मंत्रालय के योग पोर्टल (https://yoga.ayush.gov.in/yoga/) पर उपलब्‍ध हैं।

यह प्रतियोगिता दो चरणों में होगी। प्रथम चरण में देश-वार वीडियो ब्लॉगिंग प्रतियोगिताएं शामिल हैं, जिनके विजेताओं का चयन देश के स्तर पर किया जाएगा। इसके बाद वैश्विक पुरस्कार विजेताओं का चयन किया जाएगा जिन्हें विभिन्न देशों के विजेताओं में से चुना जाएगा। यह प्रतियोगिता लोगों के जीवन पर योग के उल्‍लेखनीय परिवर्तनकारी प्रभावों का पता लगाने का एक अहम प्रयास है, जिसके बारे में प्रत्येक प्रतिभागी स्‍वयं के द्वारा प्रस्‍तुत किए जाने वाले वीडियो में बताएंगे।

इस प्रतियोगिता के लिए प्रतिभागियों द्वारा प्रविष्टियों को तीन श्रेणियों के तहत प्रस्तुत किया जा सकता है जिनमें युवा (18 वर्ष से कम आयु), वयस्क (18 वर्ष से अधिक उम्र) और योग प्रोफेशनल शामिल हैं और इसके साथ ही ये श्रेणियां पुरुष एवं महिला प्रतिभागियों के लिए अलग-अलग होंगी। भारत के प्रतिभागियों के मामले में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार पाने वालों को प्रथम चरण में प्रत्येक श्रेणी के लिए 1 लाख रुपये, 50,000 रुपये और 25,000 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा, जबकि वैश्विक पुरस्कार प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार पाने वालों के लिए 2500 डॉलर, 1500 डॉलर और 1000 डॉलर के होंगे।

आयुष मंत्रालय ने सभी को बढ़ी हुई अवधि का उपयोग करने और बिना अधिक विलंब किए वीडियो प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया है।

शनिवार, 13 जून 2020

IMA News : भारतीय सेना को मिले 333 युवा अधिकारी, पढे विशेष रिपार्ट ।।web news।।



भारतीय सेना को आज देश सेवा में समर्पित 333 अधिकारी मिले ।

देहरादून स्थित Indian Military Academy (IMA) में गौरवशाली पल । 13 जून 2020 का दिन और तारीख आईएमए के इतिहास में एक और ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगी, जहां 146 रेगुलर कोर्स के कुल 423 जेंटलमैन कैडेट्स और 129 टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स शामिल हैं, जिनमें नौ जेंटलमैन फॉरेन के 90 जेंटलमैन कैडेट्स सफलतापूर्वक शामिल हुए हैं।

कोरोना वाइरस COVID-19 की सभी चुनौतियों को पार करते हुए भारतीय सैन्य अकादमी के पोर्टल से। जेंटलमेन कैडेट ने उत्साहपूर्ण उत्साह और जोश का प्रदर्शन किया, और एक उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिसमें `कर्नल बोगी ',` सारे जहां से अच्छा' और कदम कदम बादशाह की सैन्य धुनों को पूर्णता के साथ मार्च करते हुए गर्व और हर कदम के साथ प्रतिबिंबित किया गया। वे जानते थे कि उनके माता-पिता और प्रियजन प्रत्येक कदम को दुनिया भर के सभी मीडिया प्लेटफार्मों पर लाइव कवरेज के माध्यम से बड़े गर्व और स्नेह के साथ देख रहे थे।

विशेष तथ्य

◆भारतीय सेना को मिले 333 युवा अफसर ।।
◆जिनमें उत्तराखंड के 33 कैटेड शामिल हैं।
◆सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के 72 कैटेड ।
◆मित्र देशों ज 90 कैटेड भी हुए पास आउट ।
◆423 जेंटलमैन कैडेट्स हुए पास आउट ।

समीक्षा अधिकारी, जनरल एमएम नरवने, पीवीएसएम, एवीएसएम, एसएम, वीएसएम, एडीसी, ने भी विदेशी देशों के 90 जेंटलमैन कैडेट की प्रशंसा की जिन्होंने आईएमए में प्रशिक्षण लिया। उन्होंने कहा, "मुझे यकीन है, आप अपने देश के राजदूतों के रूप में आईएमए और प्रशिक्षण की शौकीन यादों का एक खजाना वापस ले जाते हैं, जिसे आप जीवन भर संजोते रहेंगे। भारतीय सैन्य अकादमी ने प्रशिक्षण दिया है, जो आपकी वृद्धि के लिए पेशेवर और व्यक्तिगत दोनों के लिए आधार बनेगा, और निश्चित रूप से हमारे देशों के बीच संबंधों को मजबूत करेगा। इस समय के दौरान एक और पहला कदम "पेहला कदम" का था, जिसमें पहला कदम यह था कि जेंटलमैन कैडेट अपनी सेना के बहादुर कमीशन अधिकारियों की बिरादरी में शामिल हों। 'पिपिंग सेरेमनी’, जो पारंपरिक रूप से जेंटलमेन कैडेट्स के माता-पिता द्वारा किया जाता है, इस बार स्टाफ और प्रशिक्षकों द्वारा सभी सामाजिक दूरी और व्यक्तिगत सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया गया था। आर्मी ट्रेनिंग कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला, वाईएसएम, एसएम, आईएमए पीओपी के लिए भी मौजूद थे और पाठ्यक्रम को प्रेरित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और समारोहों में शामिल हुए। उन्होंने इससे पहले पासिंग आउट कोर्स के भविष्य के नेताओं को “भारतीय सेना का भविष्य के सैन्य नेतृत्व का नेतृत्व” पर एक बेहद प्रेरणादायक बात कही, जिसमें एक सैन्य नेता के रूप में लंबे समय तक खड़े रहने के लिए उन्हें क्या नहीं करना चाहिए और क्या करना चाहिए, इसकी अनिवार्यता को रेखांकित किया।

पासिंग आउट कोर्स को संबोधित करते हुए, समीक्षा अधिकारी ने सभी को राष्ट्र की सेवा में समर्पित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा “आप सबसे संभ्रांत ताकतों में अपने कमीशन के ऐतिहासिक और शानदार क्षण से बस एक कदम दूर हैं। मुझे आपको भारतीय सेना की महान परंपराओं को मानने के लिए तैयार करना चाहिए, जिनमें से मूल सिद्धांत आपके देश के लिए प्यार, आपके द्वारा आज्ञा देने वाले जवानो के लिए प्यार और करुणा और उनके प्रति निष्ठां हो। सिपाही की बुनियादी बातों को आप में यहाँ स्थापित किया गया है; अब आपके युवा और दृढ़ कंधों पर है जो सैनिक की कला के विभिन्न पहलुओं को परिभाषित करता है और दुर्जेय असर, साहस और कद का व्यक्ति होता है। उन्होंने पासिंग कोर्स के माता-पिता को भी पूरक और धन्यवाद दिया, जिन्होंने अपने बच्चो को राष्ट्र की सेवा के लिए ऐसे महान पेशे को चुनने के लिए प्रेरित किया था और सभी खतरों का सामना करना पड़ा था जो हमारे देश को वर्तमान और भविष्य में मुकाबला करने के लिए आवश्यक हो सकता है।

उत्तरखण्ड के मुख्यमंत्री और विधान सभा अध्यक्ष ने दी शुभकामनाएं

अत्यंत गौरवशाली पल! भारतीय सेना को आज देश सेवा में समर्पित 333 अफसर मिल गए। देहरादून स्थित Indian Military Academy (IMA) की पासिंग आउट परेड में भारत के 333 व मित्र देशों के 90 कैडेट अंतिम पग के साथ ही सेना में शामिल हो गए। इनमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के 72 जबकि सैन्यधाम उत्तराखंड के 33 कैडेट शामिल हैं।
सभी जांबाजों को हार्दिक बधाई व उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं। जय हिंद-  त्रिवेंद्र सिंह रावत , मुख्यमंत्री , उत्तराखंड

इंडियन मिलिट्री अकादमी (Indian Military Academy) की ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड में आज 333 भारतीय और 90 विदेशी जेंटलमैन कैडेट्स के पास आउट होकर अधिकारी बनने पर सभी को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। उत्तराखंड से इस बार 31 कैडेट सेना में अफसर बने हैं।देश की रक्षा में उत्तराखंड हमेशा से अव्वल रहा है। प्रदेश के लगभग हर दूसरे घर से सेना में कोई न कोई सैनिक तो है ही अब सेना में अधिकारी के तौर पर भी उत्तराखंड के जांबाज सबसे आगे हैं।कैडेट से सैन्य अधिकारी बनने जा रहे युवा जवान पूरी निष्ठा, लग्न व समर्पण के साथ देश की सेवा में तत्पर रहेंगे। मैं सभी के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ - प्रेम चंद अग्रवाल, विधान सभा अध्यक्ष, उत्तराखंड

इन कैडेट को किया गया पुरुस्कृत

◆स्वोर्ड ऑफ ऑनर का प्रतिष्ठित पुरस्कार बीयूओ आकाशदीप सिंह ढिल्लों को प्रदान किया गया।
◆जेंटलमैन कैडेट के लिए गोल्ड मेडल ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान पर रहे एयूओ शिव कुमार सिंह चौहान को प्रदान किया गया।
◆जेंटलमैन कैडेट के लिए सिल्वर मेडल ऑर्डर ऑफ मेरिट में दूसरा स्थान एसीए साक्षीम राणा को प्रदान किया गया।
◆ऑर्डर ऑफ मेरिट में तीसरे स्थान पर रहे जेंटलमैन कैडेट के लिए कांस्य पदक एसयूओ सूरज सिंह को प्रस्तुत किया गया था।
◆तकनीकी ग्रेजुएट कोर्स से प्रथम क्रम में जेंटलमैन कैडेट के लिए सिल्वर मेडल जेयूओ भरत योगेंद्र को प्रस्तुत किया गया।
◆जेंटलमैन कैडेट के लिए सिल्वर मेडल विदेशी जीसी से मेरिट के क्रम में प्रथम स्थान पर सार्जेंट दोन वान सोन (वियतनाम) को प्रस्तुत किया गया।
◆आर्मी स्टाफ बैनर के प्रमुख को शरद ऋतु 2019 के लिए कुल 16 कंपनियों के बीच खड़े होने के लिए अलमीन और सिंहगढ़ कंपनी से सम्मानित किया गया था।







दुखद : नही रहे लोकगायक हीरा सिंह राणा , ।।web news ।।




नही रहे लोकगायक हीरा सिंह राणा

उत्तराखंड कला जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति । आज हमारे बीच वरिष्ठ व हमारे स्तंभ लोकगायक हीरा सिंह राणा नही रहे । ये वर्ष ना जाने इतना मनहूस क्यों है समझ नही आ रहा । हीरा सिंह राणा जी का योगदान उत्तराखंड कला संस्कृति के लिए समर्पित था । आपको शत शत नमन भगवान आपकी आत्मा को शांति प्रदान करें
उत्तराखंड के महान लोक गायक, लोककवि व लोक संगीत के पुरोधा श्री हीरा सिंह राणा जी के निधन का समाचार सुनकर अत्यंत दु:ख हुआ। परमपिता परमेश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने व परिवार को इस दु:ख को सहने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।आपके जाने से लोकसंगीत को अपूर्णीय क्षति हुई है। ॐ शांति शांति शांतिव- त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड

उत्तराखंड में शोक की लहर

उत्तराखंड के सुर सम्राट, उत्तराखंड भाषा अकादमी के उपाध्यक्ष दिल्ली एवं अन्य सांस्कृतिक संगठनों के सक्रिय सदस्य, संस्क्रति कर्मी आदरणीय हीरा सिंह राणा जी का अचानक दिल का दौरा पढ़ने से 2:30 बजे उनका स्वर्गवास हो गया है, इस दुखद समाचार से उत्तराखंड संस्कृति जगत के लिए अभूतपूर्व क्षति हुई है ।

पॉजिटीव वेब : मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में बेरोजगार युवाओं को प्राथमिकता : मुख्यमंत्री, पढे विशेष रिपोर्ट ।। Web News ।।



मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिग द्वारा जिलाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और सौलर व पिरूल परियोजनाओं की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में वास्तव में जरूरतमंदों और बेरोजगार को प्राथमिकता दी जाए। सभी विभागों में चल रही स्वरोजगार योजनाओं को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के साथ जोङा जाए। सोलर व पिरूल प्रोजेक्ट की आवश्यक प्रक्रियाएं समय से पूरी हों। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिग द्वारा जिलाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और सोलर व पिरूल परियोजनाओं की समीक्षा की।

होप पोर्टल पर स्वरोजगार योजनाओं को अपलोड करे

मुख्यमंत्री ने कहा कि होप पोर्टल पर स्वरोजगार की सभी योजनाओं की सूचना अपलोड की जाए। एक प्लेटफार्म पर आने से लोगों को इन योजनाओं की जानकारी मिल पाएगी और इसका लाभ उठा सकेंगे। जन प्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए।

प्रत्येक जिले में दो-दो स्वरोजगार प्रेरक

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की कोशिश है हर बेरोजगार साथी अपना रोजगार प्रारम्भ कर सके। लोगों को स्वरोजगार के लिए पे्ररित करने के लिए प्रत्येक जिले में एक महिला और एक पुरूष स्वरोजगार प्रेरक तैनात किए जाएंगे।

किसानो के उत्पादों की बिक्री की व्यवस्था हो

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान अपने उत्पादों की बिक्री के लिए निश्चिंत होना चाहिए। उनके उत्पादों की बिक्री की व्यवस्था पर काम किया जाए। हाॅर्टीकल्चर, पाॅल्ट्री, मत्स्य, बकरी और भेड़पालन लाभदायक हो सकते हैं। इन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए। कोशिश की जाए कि अदरक, हल्दी आदि के बीज मांग के अनुरूप स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध हों। किसानों को उन्नतशील खेती का प्रशिक्षण बंद कमरों तक ही सीमित न रहे, यह प्रशिक्षण का लाभ खेतों तक पहुंचे। कृषि विज्ञान केंद्रों का अधिकाधिक उपयोग हो।

लाभकारी प्रोजेक्ट पर संबंधित विभाग गाइडलाइन तैयार करें*

आवेदकों को प्रोजेक्ट बनाने के लिए सारी जानकारी दें। इसमें ऑफलाईन आवेदन की भी व्यवस्था हो। विभिन्न व्यवसायों के प्रोजेक्ट किस प्रकार लाभकारी हो सकते हैं, इसके लिये संबंधित विभाग गाइडलाइन तैयार करें। जिला रोजगार समितियां आवेदकों की काउंसिलिंग भी करें। डीएम हर जिले में कुछ माॅडल प्रोजेक्ट स्थापित करें। बैंकों से समन्वय स्थापित किया जाए और ऋण प्रक्रिया में आने वाली समस्याओं का निस्तारण तुरंत किया जाए।

सोलर व पिरूल प्रोजेक्ट में प्रक्रियाएं समय पर पूरी हों*

मुख्यमंत्री ने कहा कि सोलर व पिरूल प्रोजेक्ट को प्राथमिकता से लिया जाए। किसी भी एसडीएम के पास इनसे संबंधित फाईल एक सप्ताह से ज्यादा लम्बित नहीं रहनी चाहिए। जिलाधिकारी लगातार इसकी समीक्षा करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में पिरूल प्रोजेक्ट में पिरूल एकत्रीकरण पर स्वयं सहायता समूहों को एक रूपया प्रति किलो वन विभाग और 1.5 रूपया (एक रूपया पचास पैसे) प्रति किलो विकासकर्ता द्वारा दिया जाता है। अब राज्य सरकार भी अतिरिक्त 1 रूपया प्रति किलो अर्थात 100 रूपए प्रति क्विंटल की राशि देगी।

मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में ट्रेडिंग भी शामिल*

अपर मुख्य सचिव श्रीमती मनीषा पंवार ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में विनिर्माण व सेवा क्षेत्र के साथ ट्रेडिंग को भी लिया गया है। योजना की वेबसाइट पर माॅडल प्रोजेक्ट अपलोड किए गए हैं। प्रोजेक्टों की डीपीआर के स्टैंडर्ड फार्मेट भी उपलब्ध कराए गए हैं। वेबसाइट लांच करने के कुछ ही दिनों में काफी लोगों ने आवेदन किया है।

सोलर और पिरूल प्रोजेक्ट

सचिव  राधिका झा ने प्रदेश में सोलर व पिरूल प्रोजेक्टों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि सोलर में 283 परियोजनाएं आवंटित की गई हैं जिसमें 203 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा और 800 करोङ रूपए का निवेश होगा। बहुत सी परियोजनाओं का यूपीसीएल का करार हो चुका है। पिरूल के भी 38 प्रोजेक्ट आवंटित किए जा चुके हैं। इनका भी यूपीसीएल के साथ करार किया जा चुका है।

वीडियो कांफ्रेंसिग में उपस्थित रहे

मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार रवीन्द्र दत्त, मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट, सचिव एल फैनई, अमित नेगी, आर मीनाक्षी सुंदरम, निदेशक उद्योग सुधीर नौटियाल सहित अन्य अधिकारी व जिलाधिकारी 

शुक्रवार, 12 जून 2020

IMA News : 333 युवा अफसरों की टीम भारतीय सेना का अभिन्न अंग बनने के लिए तैयार, , पढे और गर्व कीजिए ।। web news ।।


पासिंग आउट परेड से पहले कमांडेंट परेड में किया जोरदार कदम ताल ।।


भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड से पहले गुरुवार को आइएमए में कमांडेंट परेड में देश की सरहदों की रखवाली के लिए तैयार आत्मविश्वास से लबरेज भावी अफ़सरों ने जोरदार कदमताल की। आइएमए के कमान्डेंट लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नेगी ने परेड की सलामी ली। इस बार सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर (निरीक्षण अधिकारी) परेड की सलामी लेंगे। 


भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) से शनिवार को 423 कैडेट पास आउट होंगे, जिसमें 333 भारतीय सेना का हिस्सा बनेंगे, जबकि अन्य 90 विदेशी कैडेट हैं।COVID-19 के प्रकोप और निवारक दिशा-निर्देशों के कारण, अकादमी के साथ तैनात केवल आर्मी पर्सनल ने ही प्रभावशाली परेड देखी ।


जनरल ऑफिसर ने कैडेट्स को अपने संबोधन में कहा कि “एक बार कमीशन होने के बाद, आपको अपनी ताकत और पवित्रता का परीक्षण करने की भट्टी में डाल दिया जाएगा। इरादे की शुद्धता से कार्रवाई के परिणामों की शुद्धता को याद रखें। इसलिए, अपने लोगों के लिए अपनी चिंताओं में वास्तविक बनें। यदि आप उन्हें अपनी योग्यता दिखाते हैं, तो आपके जवान आपका सम्मान करते हैं, लेकिन यदि आप उन्हें अपनी चिंताएँ दिखाते हैं, तो वे आप पर भरोसा करेंगे और खुशी-खुशी आपके लिए एक बुलेट लेंगे। यह लाभ प्राप्त करने का मार्ग पेशेवर क्षमता, चिंता, चरित्र, विश्वास, साहस दोनों शारीरिक और मानसिक, वफादारी, ईमानदारी और निस्वार्थता से गुजरता है। अपनी ताकत और कमजोरियों को भुनाने के द्वारा अपने जवानो को समझना एक सतत सीखने की प्रक्रिया है और एक महत्वपूर्ण मानव संसाधन प्रबंधन कौशल है जिसे आपको अपने अनुभव में मास्टर करने की आवश्यकता है। यह समग्र विकास आपको आने वाले समय में बड़े सैनिकों को मनाने, समझाने और कमान करने में सक्षम करेगा। अमेरिकी सेना के जनरल नॉर्मन श्वार्जकोफ ने एक बार कहा था, “इस मामले की सच्चाई यह है कि आप हमेशा सही काम करना जानते हैं। कठिन हिस्सा यह कर रहा है ”। इसलिए, सही काम करने की क्षमता विकसित करें ”।

जनरल ऑफिसर ने मैत्रीपूर्ण विदेशी देशों के 90 जेंटलमैन कैडेट्स को प्रशिक्षण के कठोर नियम को समाप्त करने, उत्कृष्ट परिवर्तन का प्रदर्शन करने और अब सभी संबंधित अधिकारियों के रूप में अपने-अपने सेनाओं में रैंकों के लिए तैयार होने के लिए तारीफों को भी बढ़ाया। उन्होंने यह कहते हुए विशेष रूप से संबोधित किया कि “आईएमए में आपके द्वारा विकसित की गई एकजुटता का मजबूत बंधन एक ऐसे बंधन को बढ़ावा देगा जो हमारे राष्ट्रों के बीच राजनयिक और सैन्य संबंधों को मजबूत और जीवंत बनाए रखेगा। जल्द ही, आप अपनी महान पारंपरिक सेनाओं का हिस्सा बन जाएंगे। मुझे विश्वास है कि भारतीय सैन्य अकादमी की भावना आपके भविष्य के सभी पाठ्यक्रमों में आपका मार्गदर्शन करेगी। आपको हमेशा प्रयास करना चाहिए कि आप जो कुछ भी करते हैं उसमें महानता हासिल करें ”। 

अंत में, उन्होंने जेंटलमैन कैडेट्स को अंतिम पासिंग आउट परेड के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ पैर आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया और आने वाले वर्षों में सभी जेंटलमैन कैडेट्स को शुभकामनाएं दीं।



रोजगार नही स्वरोजगार पर मुख्यमंत्री का फोकस, पढे काम की खबर ।।web news।।


नये पद सृजन पर रोक तो नयी भर्ती कैसे आएगी त्रिवेंद्र सरकार का घुमाउदार फैसला ।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी ने कहा है कि प्रदेश में नई भर्तियों पर रोक नहीं लगायी गई है। केवल नये पदों के सृजन पर रोक लगाई गई है। पहले से सृजित पदों पर भर्ती पर रोक नहीं है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में जारी शासनादेश में भी स्पष्ट किया गया है। इसके साथ ही चतुर्थ श्रेणी के पदों के साथ-साथ कतिपय विशिष्ट/तकनीकी कार्य हेतु सृजित वाहन चालक, माली, वायरमैन, इलेक्ट्रीशयन, प्लम्बर, मिस्त्री, लिफ्टमैन, ए.सी.-मैकेनिक एवं अन्य इसी प्रकार से रिक्त होने वाले पदों पर समस्त सेवायें अधिप्राप्ति नियमावली, 2017 के अध्याय-5 बाह्य स्त्रोत से सेवायें कराये जाने के अन्तर्गत नियम-61 से 64 तक स्थापित व्यवस्था के अनुरूप संविदा/आउटसोर्सिंग के आधार पर सम्पादित करवाया जानी है। चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नई भर्ती पर सातवें वेतन आयोग द्वारा पूर्व में ही रोक लगाई हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना प्रारम्भ की है। जिसके माध्यम से प्रदेश के युवा अपना काम शुरू कर सकते हैं। इसमें ऋण और अनुदान की व्यवस्था की गई है। इसमें आॅनलाईन भी आवेदन किया जा सकता है। अपने गांवों को वापस लौटे लोगों की आजीविका के लिए सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। युवा अपनी ऊर्जा का उपयोग स्वरोजगार के लिए करें, सरकार हर कदम पर आप सभी के साथ है।

मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के युवाओं से स्वरोजगार की मुहीम से जुड़ने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा के राज्य में बहुत से युवाओं ने बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने न केवल अपना व्यवसाय प्रारम्भ किया बल्कि बहुत से अन्य लोगों को भी रोजगार प्रदान किया। हम सब मिलकर सकारात्मक माहौल बनायें और अपनी देवभूमि में जन भागीदारी से एक नई स्फूर्ति का संचार करें।

Uttarakhand Metro : लॉकडाउन में उत्तराखंड मेट्रो ने पकड़ी रफ्तार , जाने क्या है पूरी खबर।।web news।।



2024 तक मेट्रो में सफर करने के लिए रहें तैयार , उत्तराखण्ड मैट्रो पर विशेष रिपार्ट -

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में सचिवालय में यूनिफाईड मैट्रो पाॅलिटन ट्रांसपोर्ट आॅथोरिटी (यू.एम.टी.ए) की बैठक हुई। बैठक में उत्तराखण्ड मैट्रो रेल परियोजना के काॅम्प्रीहेंसिव माॅबिलिटी प्लान (सी.एम.पी) को मंजूरी दी गई। देहरादून शहर में दिल्ली मैट्रो रेल काॅरपोरेशन के सहयोग से रोप-वे प्रणाली की डीपीआर तैयार की जा रही है। हरिद्वार-ऋषिकेश एवं नेपाली फार्म -विधानसभा कोरिडोर में मैट्रो लाईट के निर्माण के साथ ही हरिद्वार शहर में पी.आर.टी के निर्माण हेतु अनुमोदन प्राप्त किया गया। हरिद्वार से ऋषिकेश एवं नेपाली फ़ार्म-देहरादून के लिए मेट्रो लाइन बिछाने के लिए 11 हजार करोड़ रुपए का प्रस्ताव प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र सरकार को भेजा गया है l
हरिद्वार और ऋषिकेश दोनों ही शहर आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है l प्रत्येक वर्ष लाखों लोग गंगा स्नान एवं तीर्थ यात्रा के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में पहुंचते हैंl मेट्रो लाइन स्वीकृति होने पर श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा एवं तीर्थाटन में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा होगा ! मेट्रो लाइन बनने से जहां समय की बचत होगी वही आवागमन में भी सुविधा होगी l जिससे हरिद्वार और ऋषिकेश के पर्यटन एवं तीर्थाटन में वृद्धि होगी l जिससे स्थानीय लोगों को विभिन्न प्रकार के रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे - प्रेम चंद अग्रवाल, विधान सभा अध्यक्ष
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में यू.एम.टी.ए का गठन किया गया है।

UMTA के सदस्य इस प्रकार है ।

आवास मंत्री, उत्तराखण्ड उपाध्यक्ष, मुख्य सचिव सदस्य सचिव, सचिव आवास, वित्त, परिवहन, नियोजन, राजस्व एवं शहरी विकास

बैठक में अपस्थित रहे

आवास मंत्री श्री मदन कौशिक, प्रमुख सचिव श्री आनन्द वर्द्धन, सचिव श्री नितेश झा एवं सबंधित अधिकारी

Latter : अपने बच्चों के साथ साथ आपके बच्चों का ध्यान रखने वाले आरिफ खान की शिक्षा मंत्री को लिखी चिठी हो रही है वाइरल, आप भी पढें ।। web news।।


सधन्यवाद आभार माननीय शिक्षा मन्त्री श्री अरविंद पाण्डेय जी, उत्तराखंड शासन

अभिभावकों को सरकारी स्कूल का रास्ता दिखाने के लिए सही भी है जब हम 93-95 से पहले वाले लगभग सभी अभिभावक इन्ही स्कूलों मे तो पढ़े हैं और आपके आशिर्वाद से लगभग 95% छात्र उस समय के सरकारी स्कूलों मे पढ़े हुए कामयाब भी हैं । अब जबकि आपने अभिभावकों को फीस के मुद्दे पर सरकारी स्कूलों का रास्ता दिखा ही दिया है तो इन प्राइवेट स्कूलों मे भी ताला बंदी शुरू करवा दीजिए क्योंकि ये आपके शिक्षा विभाग की NOC पर ही चल रहे हैं न और फिर सोसायटी एक्ट 1860 की धारा (21) मे पंजिकृत सोसायटी पर ही तो चल रहे हैं न no profit no loss वाले चैरिटी का शपथपत्र भर कर सरकार से मुफ्त की जमीन,सरकारी लोन, सरकारी ग्रान्ट, और सरकारी छूट के दम पर अब आप ही बताइए मंत्री जी जब अभिभावकों के लॉक डाउन के दौरान एक महीने की फीस न जमा करने पर इन्होने कोर्ट और सरकार का दरवाजा खटखटा दिया अपने कर्मचारियों की तनख्वाह काट दी लोन और खर्चो की दुहाई देने लगे तो यदि हमने अपने बच्चे इन स्कूलों से निकाल कर सरकारी स्कूलों मे डाल दिये तो ये सब तो सड़को पर आ जाएंगे न जाने कितने कर्मचारियों की नौकरी चली जायेगी और इनके हाथों मे तो कटोरा आ जायेगा और फिर आप जैसे गणमान्यजन मुख्यातिथि बनकर कहाँ जाएंगे ,मुख्यमंत्री राहत कोष मे लाखों करोड़ों रुपये कैसे और कहां देंगे ये ! और रही हमारे बच्चों को सरकारी स्कूलों मे भेजने की बात तो सर्वप्रथम जितने जनप्रतिनिधियों के बच्चे, सरकारी नौकरियों के मजे ले रहे कर्मचारियों के बच्चे , सरकारी शिक्षकों और शिक्षा विभाग मे कार्यरत कर्मचारियों के बच्चे सरकारी स्कूलों मे डलवा दो मै खुद व्यक्तिगत तौर पर वचन देता हूँ कि मै अपने बच्चों को सरकारी स्कूल मे डलवा दूंगा ! और माफ करना मंत्री जी छोटा मुँह बड़ी बात कर रहा हूँ पहले ये तो बतायें यदि मै दुर्गम क्षेत्रों के स्कूलों की बात छोड़ भी दुँ जहां आज भी बच्चे मिलों चलकर ,रस्सी पर लटक कर अपनी जान जोखिम मे डालकर ऐसे सरकारी स्कूलों मे पढ़ने जाते हैं जहां न छत है न दीवारें, न जहां शौचालय है न वाचनालय और कई विद्यालयों मे तो आपके द्वारा नियुक्त शिक्षक भी आगे ठेके पर किसी थोड़ा बहुत पढ़े लिखे बेरोजगार युवक या युवती को अपनी जगह स्कूल चलाने का ठेका देंकर घर पर आराम फरमाता है । अब दूर न जाकर उत्तराखंड राज्य की राजधानी देहरादून के सरकारी स्कूलों का हाल तो किसी से छुपा ही नही है आज भी नगर निगम क्षेत्रों के स्कूलों की हालत इतनी दयनीय है कि कभी भी स्कूल का प्लास्टर या छत गिरने से बच्चों के चोटिल होने का खतरा बना रहता है छात्र छात्राओं को शौचालय के लिए भी झाड़ी और दीवार का सहारा लेना पड़ता है यदि इक्का दुक्का शौचालय हैं भी स्कूलों मे तो उन पर स्टाफ का ताले के साथ कब्जा हुआ है और यदि किसी विद्यालय मे छात्रों को टॉयलेट नसीब भी हो गयी तो किसी मे दरवाजे नही होंगे तो किसी मे शीट और पानी नही होगा । वैसे पिछले साल ही सरकार अपने स्कूलों मे किताबें मुहैया नही करवा सकी जिसके कारण 56000 (छप्पन हजार) या 57000 (सत्तावन हजार) छात्रों का एक साल खराब हो गया था । और सबसे आखरी और महत्वपूर्ण सवाल हमने अपने बच्चे सरकारी स्कूलों मे क्या दाल- भात (मिड डे मील) खाने भेजने हैं या फिर स्कूल मे झाड़ू पोछा लगाने ....? आपके समक्ष दो तस्वीरें प्रेषित कर रहा हूँ ये मेरे खुद के मोबाइल से आपके जिला BJP कार्यालय और नगर शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के पीछे स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय मे ली गयी तस्वीरें हैं जिसमे एक बच्ची के एडमिशन को लेकर आपके बदलाव वाले सरकारी स्कूल मे जाना हुआ तो एक बच्ची को झाड़ू लगाते देखा पूछने पर उसने बताया कि सब बच्चों की बारी आती है झाड़ू और साफ सफाई करने की जब प्रिंसिपल से इस बात जनाकारी ली तो वो उल्टा बच्ची को ही धमकाने लगीऔर सरकारी बजट का हवाला देकर सफाई कर्मचारी न रख पाने की मजबूरी बता कर अपना पक्ष रखती नजर आयी और ये हाल तब है जबकि नगर शिक्षा अधिकारी का कार्यालय और सत्ताधारी पार्टी का कार्यालय उनके नजदीक है अन्य जगहों का तो अल्लाह ही मालिक है । बच्ची का चेहरा छिपा दिया है ताकि उसकी व्यक्तिगत पहचान छुपाई जा सके.......*

एक जागरूक, पीड़ित व आपके बयान से आहत अभिभावक
आरिफ खान (राष्ट्रीय अध्यक्ष)
नैशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स (NAPSR)

गुरुवार, 11 जून 2020

Jobs alarm : उत्तराखंड सर्किल में पोस्ट आफिस में बम्पर वेकैंसी , जाने कैसे करें अप्लाई ।। web news ।।



उत्तराखंड सर्किल में आए जीडीएस के पद। अपने प्रियजनों से अवश्य शेअर करें।

पोस्ट का नाम: BPM/ ABPM / ग्रामीण डाक सेवक
रिक्ति की संख्या: 724 पद
वेतनमान: 10000/- से 14500/- रुपये (प्रति माह)

समुदाय के अनुसार पोस्ट:
UR: 411 पद
OBC: 96 पद
EWS: 38 पद
SC: 134 पद
ST: 27 पद
PWD-A: 02 पद
PWD-B: 09 पद
PWD-C: 07 पद

उत्तराखंड पोस्ट ऑफिस भर्ती 2020

◆ शैक्षिक योग्यता: उम्मीदवार को संबंधित राज्य सरकार/ केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित राज्य बोर्डों से मैट्रिक स्तर (हाई स्कूल) परीक्षा पास चाहिए।
◆ राष्ट्रीयता: भारतीय
◆आयु सीमा: 19.01.2018 को न्यूनतम और अधिकतम आयु सीमा 18 से 40 वर्ष है
◆आयु छूट: अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग 5 वर्ष और ओबीसी-एनसीएल वर्ग 3 वर्ष
◆नौकरी स्थान: उत्तराखंड
◆चयन प्रक्रिया: चयन अकादमिक योग्यता पर आधारित होगा।
◆आवेदन शुल्क: OC/OBC पुरुष उम्मीदवारों को 100 / -रु का भुगतान करना होगा किसी भी प्रधान डाकघर में, सभी महिला और अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए छूट है।

अभ्यर्थी उत्तराखंड पोस्ट ऑफिस ऑनलाइन आवेदन के लिए वेबसाइट


https://indiapost.gov.in या
http://www.appost.in/gdsonline

◆महत्वपूर्ण तिथियाँ :
ऑनलाइन आवेदन करने की तिथि शुरू: 08 जून 2020
ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि: 07 जुलाई 2020

◆ महत्वपूर्ण लिंक:

★विज्ञापन लिंक : http://www.appost.in/gdsonline/Home.aspx
★ऑनलाइन आवेदन करें: https://indiapostgdsonline.in/phase7/fee.aspx
★आधिकारिक वेबसाइट: http://www.appost.in/gdsonline/Home.aspx

महत्वपूर्ण निर्देश: आप उत्तराखंड पोस्ट ऑफिस जॉब करने से पहले जरूरी है कि फुल नोटिफिकेशन / विज्ञापन पढ़ लें।