सूर्य ग्रहण विशेष : कंकणाकृति खण्डग्रास सूर्यग्रहण की जानकारी दे रहे है युवा ज्योतिषाचार्य पंडित नवीन चमोली , ।।web news।।
ज्योतिष की दृष्टि में कंकणाकृति खण्डग्रास सूर्यग्रहण ।। कंकणाकृति खण्डग्रास सूर्यग्रहण (21 जून 2020 ई०) यह कंकण आकृति खण्डग्रास सूर्यग्रहण आषाढ़ कृष्ण अमावस्या, रविवार दि० 21 जून 2020 को भारत में दिखाई देगा साथ ही म्यांमार,दक्षिण रूस, मंगोलिया, श्रीलंका,बांग्लादेश, थाईलैण्ड, मलेशिया कोरिया, जापान, इण्डोनेशिया, पूर्वी ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, ईरान, ईराक, नेपाल, अफगानिस्तान, पाकिस्तान आदि देशों में भी दिखाई देगा। सूर्यग्रहण का समय इस ग्रहण के स्पर्श आदि का समय भा०स्टे०्टा० ऋषिकेश के अनुसार इस प्रकार होगा। ग्रहण का सूतक👉 20 जून शनिवार के दिन रात्रि 10 बजकर 09 मिनट से आरम्भ होगा। ग्रहण स्पर्श (ग्रहण प्रारम्भ)👉 21 जून प्रातः 10 बजकर 9 मिनट से ग्रहण मध्य👉 11 बजकर 47 मिनट पर ग्रहण मोक्ष 👉 दिन 1 बजकर 36 मिनट पर। पर्वकाल (स्नान दान के लिये उपयुक्त समय)👉 1 बजकर 36 मिनट से दिन 3 बजकर 34 मिनट तक। सूर्यग्रहण का राशियों पर प्रभाव यह ग्रहण मृगशिरा एवं आद्रा नक्षत्र तथा मिथुन राशि पर मान्य है। अतः इन राशि नक्षत्र वालों को ग्रहण दर्शन नहीं करना चाहिए। मेष सिंह, कन्या, मकर राशि