This is default featured slide 1 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

This is default featured slide 2 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

This is default featured slide 3 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

This is default featured slide 4 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

This is default featured slide 5 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

सोमवार, 24 अगस्त 2020

हिमालय दिवस :सामूहिक प्रयत्नों से ही हिमालय की रक्षा संभव है-डॉ० अनिल प्रकाश जोशी ।।web news।।

हिमालय दिवस की तैयारी में डॉ० अनिल प्रकाश जोशी की प्रेस कॉन्फ्रेंस

डॉ० अनिल प्रकाश जोशी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा जीवन और अर्थव्यवस्था के परिग्रह के परिणामस्वरूप ही विश्व पर कोविड -19 महामारी की मार पड़ी है। मानव इतिहास में अब तक की सबसे खराब इस महामारी में पूरे विश्व को पंगु बना दिया है और हर तरह की गतिविधि पर रोक लगा दी। हमेशा की तरह इस बार भी दुनिया भर में प्रकृति की बिगड़ते हालातों पर केवल बहस ही हुई है इसी बीच सोशल मीडिया पर प्रकृति के सुधार हालातों से संबंधित विभिन्न खबरें भी वायरल हुई। कहीं ना कहीं हमें ये तो पता है कि हमने प्रकृति के साथ जो भी ज्यातियां की हैं कोरोना उसी का नतीजा है। हम इस तथ्य को समझने में पूरी तरह असफल रहे हैं कि आखिरकार दो प्रकृति ही है जो हमारे भाग्य को निर्धास्ति करती है और अगर हम अपनी सीमाओं को पार करेंगे तो प्रकृति ही उसका हिसाब करेगी। इस दौरान खासतौर से जब कोविड 19 एक असाधारण वैश्विक आपदा बन कर उभरा तय प्रकृति ने आम जनमानस का ध्यान खींचा। ये भी सच है कि मनुष्य ने अपने लालम व विलासिताओं के लिये प्रकृति का दोहन करने की सारी सीमाओं को पार कर दिया है। अब समय आ गया है कि जब हम सबको अपने अस्तित्व और जीवन के सार को बचाने के लिये सामूहिक रूप से प्रकृति के संरक्षण हेतु जुटना होगा। इसके अलावा विभिन्न पारिस्थितिकी इकाईया जिनका मानव सभ्यता के विकास में अभूतपूर्व योगदान है उन्हें बचाने के लिये समझबूझ और जोश के साथ आना होगा वर्ना हम उन्हें हमेशा के लिये खो देंगे। जैसे कि अंटार्कटिका और हिमालय का उदाहरण हमारे सामने है जो कि आज विघटन की कगार पर है।

हिमालय सदियों से विभिन्न जीवन सहायक संसाधनों का केन्द्र रहा है जिनके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। यह अपने जल, मृदा और वायु से बहुत से देशों की प्रत्यक्ष व अप्रत्यस रूप से सेवा करता है। कृषि को बढ़ावा देकर विभिन्न कृषि आधारित उद्योगों को विकसित कर और अपने पारिस्थितिकी तंत्र की सेवाओं के माध्यम से हिमालय हमारे देश की अर्थव्यवस्था में बृहद रूप से योगदान देता है।


इस वर्ष हिमालय दिवस की विषयवस्तु हिमालय और प्रकृति पर केन्द्रित होगी

हिमालय ने विभिन्न पारिस्थितिकी संकटों से हमारे देश की सुरक्षा की है इसलिये भी इस कोविड 19 आपदा की विभीषिका के बाद हिमालय को समझने की जरूरत ज्यादा है। हालांकि ये पारिस्थितिकी तंत्र कुछ मोर्चों पर असमर्थ भी हो चुका है पर बावजूद इसकी सेवा में अनवरत हमारे साथ है। इसीलिये इस वर्ष हिमालय दिवस की विषयवस्तु हिमालय और प्रकृति पर केन्द्रित होगी वर्तमान कोविड 19 की महामारी और उसके संभावित खतरों को ध्यान में रखते हुए हिमालय को संरक्षित करने की आवश्यकता है तभी हमारा भविष्य भी सुरक्षित रहेगा। हिमालय ने अपनी प्रकृति से ही मन विरोधियों के प्रति कवच का काम किया है यहां का अनाज, जड़ी-यूटी. कदमूल फल की व्याख्या शास्त्रों व पुराणों में हैं। यहाँ शुरूआती दौर में वनौषधि व भोजन ही सभी तरह की बिमारियों से दूर रखता रहा है। हिमालय ने यह भी दृश्य है कि वो मात्र देश का मुकुट व सीमाओं की रक्षा नही करता बल्कि मानव समाज की प्रतिरक्षा में भी प्रमुख है।

डॉ० अनिल प्रकाश जोशी ने प्रेस क्लब में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा

इस बार का हिमालय दिवस इन की महिमा जो देश व स्थानीय लोगों की असिनिता आस्था व आर्थिकी पर केन्द्रित रहेगी। इन्ही चर्चाओं के बीच में हिमालय के प्रति सामूहिक कार्य जो यहाँ के संस्थानों व संगठनों द्वारा किये जाने चाहिये की भी पहल होगी। उत्तर-पूर्वी व पश्चिमी हिमालय के निवासी. सामाजिक, राजनैतिक व वैज्ञानिकों को एक मंच पर लाने की कोशिश की आज बड़ी आवश्यकता है सामूहिक प्रयत्नों से ही हिमालय की रक्षा संभव है।

सम्बधित खबरें


पहाड़ों में हैस्को संस्था का बरसात के पानी की बूंद बूंद बचाने का अभियान

3.Plantation : हैस्को संस्था ने नागथात क्षेत्र के 10 गावं में समूहों के माध्यम से बड़े स्तर पर किया पौधारोपण , ।।web news।।

4. Good news : बॉयोटैक किसान परियोजना के अंतर्गत हैस्को संस्था द्वारा उन्नत खेती का प्रशिक्षण दिया गया , जाने पूरी खबर ।।web news।।

Good news : हैस्को बागों से होंगे किसान आत्मनिर्भर, पढे विशेष रिपोर्ट।।web news।।

रविवार, 23 अगस्त 2020

Gharwali Song : इस दिन रिलीज होगा हेमा नेगी करासी का वीडियो गीत गिर गेन्दुवा-2 , पढे पूरी खबर ।।web news।।

29 अगस्त को रिलीज होगा हेमा नेगी करासी का वीडियो गीत गिर गेन्दुवा-2

एच एन के प्रोडक्शन के बैनर तले उत्तराखण्ड की लोक गायिका हेमा नेगी करासी का वीडियो गीत गिरात्वोली (गिर गेन्दुवा-2 ) 29 अगस्त को हेमा नेगी करासी के ऑफिशियल यू ट्यूब चैनल पर रिलीज किया जाएगा आज गाने का प्रोमो शेयर करते हुए हेमा नेगी करासी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर गाने के रिलीज करने की घोषणा की । गिरात्वोली हेमा नेगी करासी का सिग्नेचर गीत गीत गेन्दुवा का पार्ट 2 है , गिर गेन्दुवा जागर शैली में गया गीत हेमा नेगी को लोकप्रियता के शिखर तक ले जाने वाला गीत है , हेमा नेगी करासी व उनके प्रशंसकों को गिरात्वोली गिर गेन्दुवा-2 वीडियो गीत भी लोकप्रिय होने की उम्मीद है साथ ही उनके प्रशंसक गिर गिरात्वोली गिर गेन्दुवा-2 वीडियो गीत का बेसब्री से इंतजार कर रहे है ।

हेमा नेगी करासी ऑफिशियल पेज का लिंक: 

Hema Negi Karasi Official

गिरात्वोली गिर गेन्दुवा-2 की टीम इस प्रकार है

गायिका : हेमा नेगी करासी
संगीतकार: गुंजन डंगवाल ने
कैमरामैन बबलू जंगली
निर्देशन कान्ता प्रसाद
निर्माता : महिपाल सिंह रावत

गुरुवार, 20 अगस्त 2020

Good news : टिहरी बांध विस्थापित क्षेत्रों के 9 गांवों के लिए आयी कोरोना काल मे खुशखबरी ।।web news।।


टिहरी बांध विस्थापित क्षेत्रों के 9 गांवों को राजस्व ग्राम बनाये जाने की अधिसूचना हुई जारी

शासन द्वारा जनपद देहरादून के टिहरी बांध विस्थापित क्षेत्र पशुलोक ऋषिकेश के सात गांवों तथा जनपद हरिद्वार के टिहरी विकास नगर एवं टिहरी बन्द्राकोटी को राजस्व ग्राम बनाये जाने की अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा इन गांवों के निवासियों की वर्षो पुरानी मांग पर गत माह ही इन गांवों को राजस्व ग्राम बनाये जाने की स्वीकृति प्रदान की थी। टिहरी बांध विस्थापित क्षेत्र के गांवों को राजस्व ग्राम बनाये जाने सम्बन्धी अधिसूचना जारी किये जाने पर विधायक स्वामी यतीश्वरानन्द ने गुरूवार को मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र से भेंट कर उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राजस्व ग्राम बनाये जाने से इन गांवों के निवासियों की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है। राजस्व ग्राम बनने से ग्राम वासियों को सभी सरकारी योजनाओं, ग्राम पंचायतों के गठन आदि की सुविधायें उपलब्ध हो सकेगी।
सचिव राजस्व श्री सुशील कुमार द्वारा जारी अधिसूचना के साथ राजस्व ग्राम बनाये गये इन गांवों- ग्राम मालीदेवल, विरयाणी पैंदार्स, असैना, लम्बोगड़ी गोजियाड़ा, सिरांई, सिरांई राजगांव, डोबरा, टिहरी विकास नगर एवं टिहरी बन्द्राकोटी में सम्मिलित किये गये गाटों की संख्या, क्षेत्रफल व नक्शा भी अधिसूचित किया गया है।
अधिसूचित राजस्व ग्रामों में टिहरी बांध विस्थापित क्षेत्र पशुलोक के ग्राम माली देवल में निर्मल ब्लाक ए व ए (ई) की 90.19 एकड़ भूमि सम्मिलित होगी जबकि ग्राम विरयाणी पैंदार्स में निर्मल ब्लाक ए की 64.69 एकड़ भूमि, ग्राम असैना में श्यामपुर ब्लाक ए 62.07 एकड़ भूमि, ग्राम लम्बोगडी गोजियाड़ा में निर्मल ब्लाक सी व श्यामपुर ब्लाक सी की 107.40 एकड़ भूमि, ग्राम सिरांई में कृषि निर्मल ब्लाक बी, आवासीय निर्मल ब्लाक बी-पार्ट-2 की 85.11 एकड़ भूमि, ग्राम सिरांई राजगांव में कृषि निर्मल ब्लाक बी, आवासीय निर्मल ब्लाक बी-पार्ट-1 की 69.61 एकड़ भूमि तथा ग्राम डोबरा में श्यामपुर ब्लाक बी की 38.14 एकड़ भूमि सम्मिलित होगी।
इसी प्रकार हरिद्वार जनपद के टिहरी बांध परियोजना विस्थापित क्षेत्र पथरी भाग 3 के पूर्व एवं पश्चिम क्षेत्र के ग्राम टिहरी विकास नगर में आदर्श टिहरी नगर के 365 गाटों की 871.58 एकड़ भूमि तथा ग्राम टिहरी बन्द्राकोटी में आदर्श टिहरी नगर के 104 गाटों की 227 एकड़ भूमि शामिल हैं।
सचिव राजस्व द्वारा आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद् से नवगठित राजस्व ग्रामों से सम्बन्धित विवरण जनपद की सम्बन्धित तहसील भवन तथा सम्बन्धित ग्रामों के प्रमुख स्थान पर चस्पा कराने के साथ ही सम्बन्धित अभिलेखों में इन्द्राज कराने की भी अपेक्षा की है।

बुधवार, 19 अगस्त 2020

एनआरए : सरकारी नौकरियों पर मोदी सरकार का बड़ा फैसला, पढे पूरी खबर ।।web news।।


मंत्रिमंडल ने सामान्य योग्यता परीक्षा (सीईटी) आयोजित करने के लिए राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी के गठन को मंजूरी दी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए भर्ती प्रक्रिया में परिवर्तनकारी सुधार लाने के लिए राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (एनआरए) के गठन को अपनी स्वीकृति दे दी।

भर्ती सुधार-युवाओं के लिए एक वरदान

वर्तमान में, सरकारी नौकरी के इच्छुक उम्‍मीदवारों को पात्रता की समान शर्तें निर्धारित किए गए विभिन्‍न पदों के लिए अलग-अलग भर्ती एजेंसियों द्वारा संचालित की जाने वाली भिन्न-भिन्न परीक्षाओं में सम्मिलित होना पड़ता है। उम्‍मीदवारों को भिन्‍न-भिन्‍न भर्ती एजेंसियों को शुल्‍क का भुगतान करना पड़ता है और इन परीक्षाओं में भाग लेने के लिए लंबी दूरियां तय करनी पड़ती है। ये अलग-अलग भर्ती परीक्षाएं उम्‍मीदवारों के साथ-साथ संबंधित भर्ती एजेंसियों पर भी बोझ होती हैं, जिसमें परिहार्य/बार-बार होने वाला खर्च, कानून और व्यवस्था/सुरक्षा संबंधी मुद्दे और परीक्षा केन्द्रों संबंधी समस्याएं शामिल हैं। औसतन, इन परीक्षाओं में अलग से 2.5 करोड़ से 3 करोड़ उम्मीदवार शामिल होते हैं। ये उम्मीदवार एक सामान्य योग्यता परीक्षा में केवल एक बार शामिल होंगे तथा उच्च स्तर की परीक्षा के लिए किसी या इन सभी भर्ती एजेंसियों में आवेदन कर पाएंगे।

राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (एनआरए)

राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (एनआरए) नामक एक बहु-एजेंसी निकाय द्वारा समूह ख और ग (गैर-तकनीकी) पदों के लिए उम्‍मीदवारों की स्‍क्रीनिंग/शॉर्टलिस्‍ट करने हेतु सामान्य योग्यता परीक्षा (सीईटी) को शुरू किए जाने का प्रस्ताव किया गया है। एनआरए एक बहु-एजेंसी निकाय होगी जिसकी शासी निकाय में रेलवे मंत्रालय, वित्त मंत्रालय/वित्तीय सेवा विभाग, एसएससी, आरआरबी तथा आईबीपीएस के प्रतिनिधि शामिल होंगे। एक विशेषज्ञ निकाय के रूप में एनआरए केन्द्र सरकार की भर्ती के क्षेत्र में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और सर्वोत्तम प्रक्रियाओं का पालन करेगी।

परीक्षा केन्द्रों तक पहुंच

देश के प्रत्येक जिले में परीक्षा केन्द्रों से दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले उम्मीदवारों तक पहुंच में काफी आसानी हो जाएगी। 117 आकांक्षी जिलों में परीक्षा संरचना बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जिससे आगे चलकर उम्मीदवारों को अपने निवास स्थान के निकट परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। लागत, प्रयास, सुरक्षा के संबंध में इसके लाभ काफी व्यापक होंगे। इस प्रस्ताव से ग्रामीण उम्मीदवारों तक न केवल आसानी से पहुंच हो पाएगी और इससे दूर-दराज के क्षेत्र में रहने वाले उम्मीदवार भी परीक्षा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित होंगे और इस प्रकार भविष्य में केन्द्र सरकार की नौकरियों में उनके प्रतिनिधित्व को बढ़ावा मिलेगा। रोजगार के अवसरों को लोगों तक पहुंचाना एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे युवाओं की जिंदगी और आसन हो जाएगी।

गरीब उम्मीदवारों को बड़ी राहत

वर्तमान में, उम्मीदवारों को बहु-एजेंसियों द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न परीक्षाओं में भाग लेना होता है। परीक्षा शुल्क के अतिरिक्त उम्मीदवारो को यात्रा, रहने-ठहरने और अन्य पर अतिरिक्त व्यय करना पड़ता है। सीईटी जैसी एकल परीक्षा से काफी हद तक उम्मीदवारों पर वित्तीय बोझ कम होगा।

महिला उम्मीदवारों को काफी लाभ होगा

महिला उम्मीदवारों, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र से आने वाली महिला उम्मीदवारों, को भिन्न-भिन्न परीक्षाओं में शामिल होने के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है क्योंकि उन्हें बहुत दूर वाले स्थानों में परिवहन और ठहरने की व्यवस्था करनी होती है। कभी-कभी उन्हें इन दूरस्थ स्थानों पर स्थित इन केन्द्रों तक पहुंचने के लिए उपयुक्त व्यक्ति को ढूंढना पड़ता है। प्रत्येक जिले में परीक्षा केन्द्रों की अवस्थिति से सामान्य तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के उम्मीदवारों तथा विशेष रूप से महिला उम्मीदवारों को अधिक लाभ होगा।

ग्रामीण क्षेत्र के उम्मीदवारों को लाभ

वित्तीय और अन्य कठिनाइयों को देखते हुए, ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले उम्मीदवारों को यह चयन करना पड़ता है कि वह किस परीक्षा में भाग लेंगे। एनआरए के तहत, एक परीक्षा में शामिल होने से उम्मीदवारों को कई पदों के लिए प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा। एनआरए प्रथम स्तर/टियर-I परीक्षा का संचालन करेगा जो कई अन्य चयनों के लिए प्रारंभिक परीक्षा होगी।

सीईटी स्कोर 3 वर्षों के लिए वैध होगा, अवसरों की संख्‍या पर कोई सीमा नहीं होगी

उम्‍मीदवारों द्वारा सीईटी में प्राप्‍त स्कोर परिणाम घोषित होने की तिथि से 3 वर्षों की अवधि के लिए वैध होंगे। वैध उपलब्ध अंकों में से सबसे उच्चतम स्कोर को उम्‍मीदवार का वर्तमान अंक माना जाएगा। सामान्य योग्यता परीक्षा ऊपरी आयु सीमा के अध्यधीन होगी उम्‍मीदवारों द्वारा सीईटी में भाग लेने के लिए अवसरों की संख्‍या पर कोई सीमा नहीं होगी। सरकार की मौजूदा नीति के अनुसार अजा/अजजा/अपिव तथा अन्‍य श्रेणियों के उम्‍मीदवारों को ऊपरी आयु-सीमा में छूट दी जाएगी। यह उन उम्मीदवारों के लिए जो प्रति वर्ष इन परीक्षाओं में भाग लेने तथा इसकी तैयारी में लगने वाले महत्वपूर्ण समय, धन और प्रयासों की कठिनाई को बहुत हद तक समाप्त करेगा।

हाईलाइट्स


◆मंत्रिमंडल द्वारा केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए भर्ती प्रक्रिया में परिवर्तनकारी सुधार लाने के लिए राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (एनआरए) के गठन का अनुमोदन
◆एनआरए: कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी), रेलवे भर्ती बोर्डों (आरआरबी) और बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रथम स्तर की परीक्षा को एक साथ सम्मिलित करने के लिए एक बहु-एजेंसी निकाय
◆एसएससी, आरआरबी और आईबीपीएस के लिए पहले स्तर पर उम्मीदवारों की जांच (स्क्रीनिंग) करने के लिए सामान्य योग्‍यता परीक्षा (सीईटी)
◆सीईटी: एक पथ प्रवर्तक सुधार के रूप में स्नातक, उच्च माध्यमिक (12वीं उत्तीर्ण) और मैट्रिक (10वीं उत्तीर्ण) उम्मीदवारों के लिए कंप्यूटर आधारित ऑनलाइन सामान्य योग्यता परीक्षा (सीईटी)
हर जिले में सीईटी: ग्रामीण युवाओं, महिलाओं और वंचित उम्मीदवारों तक पहुंच अब आसान
◆सीईटी: आकांक्षी जिलों में परीक्षा केंद्रों तक पहुंच बनाने पर सरकार का फोकस
◆सीईटी: एकसमान परिवर्तनकारी भर्ती प्रक्रिया
सीईटी; परीक्षाओं की बहुलता समाप्त
एनआरए द्वारा सीईटी: कदाचार को समाप्त करने के लिए आईसीटी का मजबूत उपयोग
सीईटी: पात्र उम्मीदवारों की प्रथम चरण की स्क्रीनिं
◆भर्ती चक्र को कम करने के लिए सीईटी
◆एनआरए ग्रामीण युवाओं के लिए मॉक टेस्ट आयोजित करेगा
◆एनआरए मॉक टेस्ट आयोजित करेगा, 24x7 हेल्पलाइन और शिकायत निवारण पोर्टल शुरू करेगा

मानक परीक्षाएं


एनआरए द्वारा गैर-तकनीकी पदों के लिए स्नातक, उच्च माध्यमिक (12वीं पास) और मैट्रिक (10वीं पास) वाले उम्‍मीदवारों के लिए अलग से सीईटी का संचालन किया जाएगा,  जिसके लिए वर्तमान में कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी), रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) और बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) द्वारा भर्ती की जाती है। सीईटी के अंक स्‍तर पर की गई स्‍क्रीनिंग के आधार पर, भर्ती के लिए अंतिम चयन पृथक विशे‍षीकृत टियर (II, III इत्यादि) परीक्षा के माध्‍यम से किया जाएगा जिसे संबंधित भर्ती एजेंसी द्वारा संचालित किया जाएगा। इन परीक्षाओं का पाठ्यक्रम सामान्य होने के साथ-साथ मानक भी होगा। यह उन उम्मीदवारों के बोझ को कम करेगा, जो वर्तमान में प्रत्येक परीक्षा के लिए विभिन्न पाठ्यक्रम के अनुसार अलग-अलग पाठ्यक्रमों की तैयारियां करते हैं।

परीक्षाओं की समय-सारणी एवं केन्द्रों का चुनाव

उम्मीदवारों के पास एक ही पोर्टल पर पंजीकृत होने की तथा परीक्षा केन्द्रों के लिए अपनी पसंद व्यक्त करने की सुविधा होगी। उपलब्धता के आधार पर उन्हें परीक्षा केन्द्र आवंटित किए जाएंगे। इसका अंतिम उद्देश्य उस व्यवस्था तक पहुंचना है जहां उम्मीदवार अपनी पसंद के परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा की समय-सारणी तय कर सकते हैं।

एनआरए द्वारा सहायक गतिविधियां

अनेक भाषाएं

सीईटी अनेक भाषाओं में उपलब्ध होगा। यह देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों को परीक्षा में बैठने और चयनित होने के समान अवसर को प्राप्त करने को सुविधाजनक बनाएगा।

प्राप्तांक- अनेक भर्ती एजेंसियों तक पहुंच

शुरुआत में अंकों का उपयोग तीन प्रमुख भर्ती एजेंसियों द्वारा किया जाएगा। तथापि, कुछ समयान्तराल पर यह अपेक्षित है कि केन्द्र सरकार की अन्य भर्ती एजेंसियां इसे अपना लेगी। इसके अतिरिक्त, सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्र की अन्य एजेंसियों को यह छूट होगी कि यदि वे चाहे तो इसे अपना सकती हैं। इस प्रकार, दीर्घकाल में सीईटी के प्राप्तांक को केन्द्र सरकार, राज्य सरकारों/संघ राज्य क्षेत्रों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा निजी क्षेत्र की अन्य भर्ती एजेंसियों के साथ साझा किया जा सकता है। इससे ऐसे संगठनों को भर्ती पर लगने वाली लागत और समय की बचत करने में सहायता होगी।

भर्ती चक्र को कम करना

एकल पात्रता परीक्षा भर्ती चक्र को महत्वपूर्ण रूप से कम करेगी। कुछ विभागों ने सीईटी में प्राप्त अंकों के आधार पर शारीरिक परीक्षा एवं चिकित्सीय परीक्षण के साथ भर्ती करने तथा भर्ती के लिए किसी भी द्वितीय चरण की परीक्षाओं को समाप्त करने का संकेत किया है। यह बृहद रूप से भर्ती प्रक्रिया को कम करेगा तथा इससे युवाओं के एक बड़े वर्ग को लाभ पहुंचेगा।

वित्तीय परिव्यय

सरकार ने राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (एनआरए) के लिए 1517.57 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। इस व्यय को तीन वर्षों की अवधि में किया जाएगाI एनआरए की स्थापना के अलावा, 117 आकांक्षी जिलों में परीक्षा अवसंरचना को स्थापित करने के लिए भी लागत लगेगी।










मंगलवार, 18 अगस्त 2020

Corona update : उत्तराखंड में कोरोना वायरस के अब तक आये 12961 केस, जाने आपके जिले की कोरोना संक्रमितों की संख्या ।।web news।।


आज 497 नये कोरोना के केस आये

उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है , आज 497 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 12961 पहुंची गयी है। स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए अभी अभी के हेल्थ बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गई है।  कोरोना संक्रमितों की संख्या 12961 में से 8724 ठीक हो चुके है अब 4024 सक्रिय केस है ।

जिल्लेवार आज के कोरोना संक्रमित केसों की संख्या

ऊधम सिंह नगर में 105
देहरादून में 99
नैनीताल में 98
हरिद्वार में 68
टिहरी गढ़वाल में 42
पौड़ी गढ़वाल में 39
चंपावत में 22
बागेश्वर में 10
उत्तरकाशी में 08
पअल्मोड़ा में 04
पिथौरागढ़ में 01
रुद्रप्रयाग में 01

जिल्लेवार आज तक आये कुल कोरोना संक्रमित केसों की संख्या

अल्मोड़ा में 384
बागेश्वर में 191
चमोली में 195
चंपावत में 223
देहरादून में 2537
हरिद्वार में 3167
नैनीताल में 1882
पौड़ी गढ़वाल में 341
पिथौरागढ़ में 215
रुद्रप्रयाग में 152
टिहरी गढ़वाल में 798
ऊधम सिंह नगर में 2387
उत्तरकाशी में 489

सोमवार, 17 अगस्त 2020

Corona update : उत्तराखंड में कोरोना वायरस के अब तक आये 12493 केस, जाने आपके जिले की कोरोना संक्रमितों की संख्या ।।web news।।


आज 319 नये कोरोना के केस आये

उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है , आज 319 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 12493 पहुंची गयी है। स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए अभी अभी के हेल्थ बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गई है।  कोरोना संक्रमितों की संख्या 12593 में से 8485 ठीक हो चुके है अब 3806 सक्रिय केस है ।


जिल्लेवार आज के कोरोना संक्रमित केसों की संख्या

हरिद्वार में 109
उत्तरकाशी में 77
रुद्रप्रयाग में 41
ऊधम सिंह नगर में 38
नैनीताल में 23
टिहरी गढ़वाल में 15
देहरादून में 10
बागेश्वर में 03
चमोली में 01
चंपावत में 01
पिथौरागढ़ में 01


जिल्लेवार आज तक आये कुल कोरोना संक्रमित केसों की संख्या

अल्मोड़ा में 380
बागेश्वर में 181
चमोली में 195
चंपावत में 201
देहरादून में 2438
हरिद्वार में 3094
नैनीताल में 1784
पौड़ी गढ़वाल में 302
पिथौरागढ़ में 214
रुद्रप्रयाग में 180
टिहरी गढ़वाल में 756
ऊधम सिंह नगर में 2282
उत्तरकाशी में 481

रविवार, 16 अगस्त 2020

Corona update : उत्तराखंड में कोरोना वायरस के अब तक आये 12175 केस, जाने आपके जिले की कोरोना संक्रमितों की संख्या ।।web news।।



आज 235 नये कोरोना के केस आये

उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है , आज 235 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 12175 पहुंची गयी है। स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए अभी अभी के हेल्थ बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गई है।  कोरोना संक्रमितों की संख्या 12175 में से 8100 ठीक हो चुके है अब 3879 सक्रिय केस है ।

जिल्लेवार आज के कोरोना संक्रमित केसों की संख्या

अल्मोड़ा में 03
चमोली में 25
चंपावत में 03
देहरादून में 49
हरिद्वार में 55
नैनीताल में 21
पौड़ी गढ़वाल में 03
टिहरी गढ़वाल में 32
ऊधम सिंह नगर में 21
उत्तरकाशी में 23

जिल्लेवार आज तक आये कुल कोरोना संक्रमित केसों की संख्या

अल्मोड़ा में 380
बागेश्वर में 179
चमोली में 194
चंपावत में 200
देहरादून में 2428
हरिद्वार में 2990
नैनीताल में 1761
पौड़ी गढ़वाल में 302
पिथौरागढ़ में 213
रुद्रप्रयाग में 139
टिहरी गढ़वाल में 741
ऊधम सिंह नगर में 2244
उत्तरकाशी में 404

शनिवार, 15 अगस्त 2020

Independence Day : माटी, देहारादून के प्रांगण में 74वाँ स्वतन्त्रता दिवस मनाया गया, ।।web news।।


माटी संस्था ने धूम धाम से मनाया स्वतंत्रता दिवस ।

आज 74वें स्वतन्त्रता दिवस के पावन मौके पर माटी संस्था देहारादून के प्रांगण में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक डॉ० वेद प्रकाश ने निर्धारित समय प्रातः 9.15 में ध्वजारोहण किया गया। इस अवसर पर संस्था के सचिव व वैज्ञानिक डॉ० अंकिता राजपूत ने अपने सम्बोधन भाषण में देश के स्वतंत्र करने में योगदान करने वाले वीर शहीदों को याद करते हुए उनको नमन किया। आगे डॉ अंकिता ने संस्था के द्वारा कोरोना संकटकाल में चलाये जा रहे सामाजिक कार्यों से भी उपस्थित लोगो को अवगत करवाया। साथ ही यह आवाहन किया की देश के उन स्वतन्त्रता सेनानियों के देखे गए उज्ज्वल भारत की सपने को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए।
हमे यह स्वतन्त्रता बहुत लम्बे संघर्ष के बाद मिली है इसलिए हमारा कर्तव्य बनाता है की हम इस मिले स्वतन्त्रता के मूल्य को पहचाने व देश में रहने वाले समाज के अंतिम पायदान पर खड़े प्रत्येक व्यक्ति के उज्ज्वल भविष्य को सुधारने के लिए अपना योगदान करें- डॉ० वेद प्रकाश संस्थापक,माटी संस्था देहरादून

मनोरंजन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया

मनोरंजन के लिए नींबू रेस व म्यूजिकल चैयर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। नींबू रेस मे प्रथम स्थान संध्या, द्वितीय स्थान रींकी कुमारी व तीसरा स्थान सपना बिष्ट ने प्राप्त किया वही म्यूजिकल चैयर प्रतियोगिता नीलम विजय हुई।


कार्यक्रम में उपस्थ्ति रहे ।

स्वतन्त्रता दिवस के इस पवन मौके पर गणमान्य अतिथियों के साथ संस्था के अनुप्रिया, प्रतीक्षा, मेघा गौरव एवं मनोज आदि उपस्थ्ति रहें।

Corona update : उत्तराखंड में कोरोना वायरस के अब तक आये 11940 केस, जाने आपके जिले की कोरोना संक्रमितों की संख्या ।।web news।।


आज 325 नये कोरोना के केस आये

उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है , आज 325 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 11940 पहुंची गयी है। स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए अभी अभी के हेल्थ बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गई है।  कोरोना संक्रमितों की संख्या 11940 में से 7748 ठीक हो चुके है अब 3997 सक्रिय केस है ।

जिल्लेवार आज के कोरोना संक्रमित केसों की संख्या

हरिद्वार में 135
नैनीताल में 62
देहरादून में 34
रुद्रप्रयाग में 27
ऊधम सिंह नगर में 23
टिहरी गढ़वाल में 16
चमोली में 13
अल्मोड़ा में 09
पौड़ी गढ़वाल में 03
चंपावत में 02
पिथौरागढ़ में 01

जिल्लेवार आज तक आये कुल कोरोना संक्रमित केसों की संख्या

अल्मोड़ा में 377
बागेश्वर में 179
चमोली में 169
चंपावत में 197
देहरादून में 2935
हरिद्वार में 2678
नैनीताल में 1740
पौड़ी गढ़वाल में 299
पिथौरागढ़ में 213
रुद्रप्रयाग में 139
टिहरी गढ़वाल में 709
ऊधम सिंह नगर में 2223
उत्तरकाशी में 381

Independence Day : त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रचा इतिहात, गैरसैण-भराड़ीसैंण पहली बार किसी मुख्यमंत्री द्वारा ध्वजारोहण किया गया है,पढे पूरी खबर ।।web news ।।


सीएम त्रिवेंद्र और विधानसभा अध्यक्ष नेे गैरसैण में मनाया 74 वां स्वतंत्रता दिवस

उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसेंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में आज 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चंदअग्रवाल ने ध्वजारोहण किया।स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में नया इतिहास रचा गया है। स्वतंत्रता दिवस पर गैरसैण-भराड़ीसैंण में पहली बार किसी मुख्यमंत्री द्वारा ध्वजारोहण किया गया है। जनभावनाओं का सम्मान करते हुए हमने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया है। अब प्रदेश की राजधानी के अनुरूप गैरसैंण के विकास के लिए कार्ययोजना पर काम किया जा रहा है।इस अवसर पर परिसर में वृक्षारोपण किया एवं विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए

गैरसैंण के विकास के लिए कार्य किये जायेंगे

◆सी.एच.सी गैरसैंण में 50 बेडे का सब डिस्ट्रिक्ट हाॅस्पिटल स्थापित होगा, जिसमें टेली मेडिसन की सुविधा प्रदान की जायेगी।
◆ भराड़ीसैंण विधानसभा परिसर में मिनी सचिवालय की स्थापना की जायेगी।
◆भराड़ीसैंण क्षेत्र में पम्पिंग पेयजल लाइन का निर्माण शीघ्र शुरू होगा
◆भराड़ीसैंण-गैरसैंण क्षेत्र में जियो OFC नेटवर्क का विस्तारीकरण होगा
◆लोक निर्माण विभाग निरीक्षण भवन, गैरसैंण में 8 कमरों के निर्माण की स्वीकृति दी जायेगी।
◆गैरसैंण ब्लाॅक में कृषि विकास हेतु कोल्ड स्टोरेज एवं फूड प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना की जायेगी।
◆बेनीताल का एस्ट्रो विलेज के रूप में विकास किया जायेगा।
◆भराड़ीसैंण में ईको ट्रेल/ईको पार्क की स्थापना की जायेगी।
◆जीआईसी भराड़ीसैंण में 02 अतिरिक्त कक्षा कक्ष का निर्माण किया जायेगा।
◆राजकीय आईटीआई गैरसैंण का भवन निर्माण एवं उपकरणों हेतु धनराशि स्वीकृत की जायेगी।