सीजीएलए ने पद्मश्री डा. एस. आर. रंगानाथन की 129वीं जयंती व ‘पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस' का देहरादून में आयोजन किया ।।web news।।
पुस्तकालयाध्यक्ष दिवस समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि एफडब्ल्यूएस डीन डॉ रुचि बडोला ने किया।
आज के कार्यक्रम की शुरुआत डॉ रंगनाथन की तस्वीर पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि से की गयी,सुश्री सुनीता अग्रवाल प्रभारी डब्ल्यूआईआई पुस्तकालय ने मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता व आभासी रूप से जुडे हुए अतिथियों सीजीएलए के अध्यक्ष और महासचिव और अन्य सदस्यों का स्वागत किया।सीजीएलए के अध्यक्ष रमेश गोयल ने केंद्र सरकार पुस्तकालय संघ की गतिविधियों और पुस्तकालय पेशेवरों की बेहतरी के लिए की जा रही कार्रवाई के बारे में बताया।
मनीष शर्मा प्रभारी केंद्रीय पुस्तकालय भारतीय सैन्य अकादमी ने डॉ एसआर रंगथन के जीवन और कार्यों पर एक संक्षिप्त परिचय दिया और वर्तमान समय में उनकी प्रासंगिकता पर जोर दिया है। उसके बाद उन्होंने एक लघु वृत्तचित्र तदुपरांत उन्होंने एक लघु वित्तचित्र प्रस्तुत किया जिसमे डॉक्टर रंगनाथ के जीवन एवं उपलब्धियों का संकलन दिया गया था ।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ जी महेश वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक और प्रमुख सूचना संसाधन और मीडिया सीएसआईआर मुख्यालय नई दिल्ली ने पुस्तकालय पुस्तकालयाध्यक्ष और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम विषय पर विचार रखे ।
सीजीएलए अपने सक्रिय सदस्यों को हर साल पुस्तकालय और सूचना विज्ञान के क्षेत्र में लाइफटाइम आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड देता है , पूर्व पीएलआईओ वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी को वर्ष 2020 के लिए सीजीएलए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया यह पुरस्कार गत वर्ष महामारी के कारण निलंबित कर दिया गया था साथ ही वर्ष 2021 के लिए सीजीएलए लाइफटाइम अचीमेंट अवार्ड सुश्री सी ds मामिक एवं सुश्री माला दत्ता को प्रदान किया गया दोनों ही सर्वे ऑफ इंडिया की पूर्व लाइब्रेरियन हैं।
मुख्य अतिथि डॉ रुचि बडोला डीन डब्ल्यूएफएस डब्ल्यूआईआई देहरादून ने पुस्तकालय विज्ञान के क्षेत्र में किये डॉ. एस.आर. रंगनाथन के कार्यों की सराहना की और देहरादून के अभी केंद्र सरकारी पुस्तकालयों को नेटवर्किंग और इंटर लाइब्रेरी लोन द्वारा सूचनाओं को साझा करने के महत्व पर जोर दिया।
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