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मंगलवार, 7 जुलाई 2020

हैप्पी बर्थडे धोनी : क्रिकेट जगत की हस्तियों ने अपने अंदाज में दी माही को जन्म दिन की शुभकामनाएं ।।web news।।


आज महेंद्र सिंह धोनी का 39 वां जन्मदिन, क्रिकेट जगत की हस्तियां कर रही है कैप्टन कूल को बर्थडे विश ।

क्रिकेट लीजेंड महेंद्र सिंह धोनी आज अपना 39 वां जन्मदिन मना रहे हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के सफल पूर्व कप्तान को आज देश भर से शुभकामनाएं मिल रही हैं। क्रिकेट जगत की हस्तियों ने भी माही को सोशल मीडिया के जरिये मुबारकबाद दी है।

हार्दिक पांड्या ने तीन तस्वीरें ट्वीट करते हुए कैप्शन में लिखा-"चिट्टू की तरफ से मेरे बिट्टू को जन्मदिन की शुभकामनाएं। मेरे दोस्त जिन्होंने मुझे बेहतर इंसान बनना सिखाया और हर बुरे वक़्त में मेरे साथ खड़े रहे।"



वीरेंद्र सहवाग ने लिखा-"एक बार एक पीढ़ी में, एक ऐसा खिलाड़ी आता है जिसके साथ पूरा देश जुड़ता है, उसे अपने परिवार का सदस्य मानता है, कुछ बहुत अपना सा लगता है। एक ऐसे शख्स को जन्मदिन मुबारक हो जो अपने कई प्रशंसकों के लिए दुनिया है।"



विराट कोहली लिखते हैं-"जन्मदिन की शुभकामनाएं माही भाई। हमेशा आपके अच्छे स्वास्थ्य और खुशी की कामना करते हैं। भगवान आपका भला करे।"







धोनी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ कप्तान माने जाते हैं। धोनी ICC (वर्ल्ड T20 2007, ICC टेस्ट मेस 2009, विश्व कप 2011, और चैंपियंस ट्रॉफी 2013) के सभी फॉर्मेट बड़े टूर्नामेंट जीतने वाले इकलौते कप्तान हैं। उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने 2010 और 2016 में एशिया कप जीत हासिल की।

धोनी को आखिरी बार पिछले साल जुलाई में विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते देखा गया था, जहां उन्होंने 72 गेंदों में 50 रन की तूफानी पारी खेली थी। माही इस साल आईपीएल में खेलते नजर आते लेकिन लॉकडाउन के चलते सभी स्पोर्ट्स टूर्नामेंट्स रद्द हो गए हैं। वह तीन बार विजेता रह चुकी टीम चेन्नई सुपर किंग्स का नेतृत्व करते हैं। 

सोमवार, 6 जुलाई 2020

Corona update : उत्तराखंड में कोरोना वायरस के 3161 मामले, जाने आपके जिले में कितने अभी तक कितने केस आए ।।web news।।


आज 37 नये कोरोना के केस आये

758 कोरोना केस के साथ देहरादून सबसे ज्यादा कोरोना केस वाला जिला ।

उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है , आज 37 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3161 पहुंची गयी है। स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए अभी अभी के हेल्थ बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गई है।

जिल्लेवार कोरोना पॉजिटिव केस की रिपोर्ट

अल्मोड़ा में कोरोना पॉजिटिव केस-196
बागेश्वर में कोरोना पॉजिटिव केस-93
चमोली में कोरोना पॉजिटिव केस- 76
चंपावत में कोरोना पॉजिटिव केस-59
देहरादून में कोरोना पॉजिटिव केस- 758
हरिद्वार में कोरोना पॉजिटिव केस-324
नैनीताल में कोरोना पॉजिटिव केस-541
पौड़ी में कोरोना पॉजिटिव केस-146
पिथौरागढ़ में कोरोना पॉजिटिव केस - 67
रुद्रप्रयाग में कोरोना पॉजिटिव केस-68
टिहरी में कोरोना पॉजिटिव केस-421
उधमसिंह नगर में कोरोना पॉजिटिव केस- 330 उत्तरकाशी में कोरोना पॉजिटिव केस-84

जन्म दिन विशेष : विश्व शांति दूत दलाई लामा से घबराता ड्रैगन , ।।web news।।


एक नजर दलाई लामा , तिब्बत और भारत के आध्यत्मिक और वास्तविक रिश्ते पर


web news एडिटर डेस्क ।। आज दलाई लामा का 85वां जन्मदिवस है । 14वें दलाई लामा का जन्म 6 जुलाई 1935 को हुआ था। बचपन से वे तिब्बतियों की परेशानियों को समझने लगे थे साथ ही इसके लिए वे चीन के खिलाफ आवाज उठाने लगे । भारत ने दलाई लामा को तब शरण दी थी, जब वह मात्र 23 वर्ष के थे । दलाई लामा को मुख्य रूप से शिक्षक के तौर पर देखा जाता है क्योंकि लामा का मतलब गुरु होता है। दलाई लामा अपने लोगों को सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देते हैं।

अपने जन्मदिन के अवसर पर दलाई लामा ने ट्विटर पर अमेरिकन भौतिक विज्ञानी डेविड बोह्म के बारे में स्पेशल ऑनलाइन स्क्रीनिंग की योजना का ऐलान किया है, जिन्हें तिब्बती धर्मगुरु अपने साइंस के गुरुओं में से एक मानते हैं। बता दें कि रविवार को दलाई लामा ने जन्मदिन के एक दिन पहले ताइवान में आयोजित समारोहों के दौरान जनरल टीचिंग ऑन माइंड की ट्रेनिंग भी दी।



चीन के अत्याचार से परेशान होकर दलाईलामा ने भारत में ली शरण

13वें दलाई लामा ने 1912 में तिब्बत को चीन से स्वतंत्र घोषित कर दिया था और इस वजह से सन 1950 में चीन ने तिब्बत पर आक्रमण कर दिया और यह तब हुआ जब वहां 14वें दलाई लामा के चुनने की प्रक्रिया चल रही थी। तिब्बत को इस लड़ाई में हार का सामना करना पड़ा। कुछ सालों बाद तिब्बत के लोगों ने चीनी शासन के खिलाफ विद्रोह कर दिया और अपनी आजादी की मांग करने लगे। विद्रोहियों को इसमें सफलता नहीं मिली। दलाई लामा को लगा कि वह चीन के जाल में बुरी तरह से फंस जाएंगे तो सन 1959 में उन्होंने भारत में शरण ली। दलाई लामा के साथ भारी संख्या में तिब्बती भी भारत आए थे।  भारत में निर्वासन में रह रहे तिब्बतियों की संख्या 80,000 से अधिक है और सभी हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के हिमालयी शहर में निर्वासन में रहने लगे।

आखिर दलाईलामा के नाम भर से क्यों बढ़ जाती है चीन की बेचैनी

भारत द्वारा दलाई लामा को शरण देना चीन को अच्छा नहीं लगा और उसे डर बना रहा कि दलाईलामा उसके तानाशाही और क्रूरता के बारे में दुनिया को न बता दे। दलाईलामा अक्सर तिब्बत की स्वतंत्रता की बात करते हैं जो कि चीन को हमेशा से नागवार गुजरा है ।

भारत और तिब्बत का धार्मिक रिश्ता

भारत-चीन संघर्ष के दौर में तिब्बत को नहीं भूलना चाहिए । भगवान शिव का निवास स्थान कैलाश मानसरोवर चीन का तिब्बत पर कब्जे के कारण ही आज चीन के पास है । तिब्बत आध्यात्मिक-सांस्कृतिक वृहत भारत का अंग था कभी। जब तक तिब्बत से भारत की सीमा लगी रही, भारत सुरक्षित रहा। चीन द्वारा इस सीमा का अतिक्रमण करते ही भारत की सीमाएं रण-क्षेत्र बन गयीं।

रविवार, 5 जुलाई 2020

Corona Update : कोरोना का बेस्ट मॉडल बना 'टिहरी माॅडल' 420 में से 415 कोरोना केस हुए ठीक ।।web news।।


मंगेश घिल्डियाल है कोरोना काल के सर्वश्रेष्ठ कोरोना वरियर्स

जिलाधिकारी टिहरी मंगेश घिल्डियाल आपनी अनूठी कार्यशैली के लिये जाने जाते है जिस भी जिले को अपनी सेवाएं देते है उस जिले के आम जनमानस में अपनी छाप छोड़ देते है , कुछ दिन पहले जिला रुद्रप्रयाग से टिहरी जिले के जिलाधिकारी बने मंगेश अपनी कार्य दक्षता से टिहरी जिले को 100% कोरोना मुक्त बनाने की ओर अग्रसर है ।

420 में से 415 कोरोना मरीज हुए ठीक

अभी तक टिहरी जिले में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 420 में से 415 कोरोना नेगिटिव हो चुके है , यह आंकड़ा कोरोना से दृढ़ ईच्छा शक्ति के साथ साथ सटीक रणनीति को जाता है जिसका नेतृत्व जिलाधिकारी मंगेश न किया ।

जिलाधिकारी मंगेश की कोरोना वरियर्स टीम

कोरोना से निपटने में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल के साथ साथ डाॅक्टर, फार्मासिस्ट, नर्सिंग ऑफिसर, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस प्रशासन, आशा, आंगनबाडी, ग्राम प्रधान, स्वयं सेवी संस्था के सदस्यों एवं आम जन मानस सहित सभी कोरोना वाॅरियर और कर्मियों की सामूहिक मेहनत धरातल पर दिख रही है ।

देश के हर जिले का मॉ0डल होना चाहिए 'टिहरी मॉडल'

'टिहरी मॉडल' को 'देश का मॉडल' का सर्वश्रेष्ठ मॉडल बना जिसका नेतृत्व जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ।
कोरोना से लड़ रहे देश के सभी जिल्लों में टिहरी जिले जैसी ठोस रणनीति बनानी चाहिए जिससे हमें कोरोना की जंग जीतने में सफलता मिलेगी ।

शनिवार, 4 जुलाई 2020

Police VC : पुलिस मुख्यालय में डीजीपी और डीजी ने की वीसी , पढे पूरी खबर ।।web news।।



पुलिस मुख्यालय में डीजीपी और डीजी ने की वीसी


डीजीपी अनिल के0 रतूड़ी, द्वारा समस्त जनपद प्रभारियों, सेनानायकों एवं परिक्षेत्र प्रभारियों के साथ पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से कोरोना काल में पुलिस के मानवीय एवं सराहनीय कार्यों की प्रशंसा की गयी। तथा चारधाम, कांवड यात्रा व अनलॉक के विषय में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।

डीजी लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार द्वारा अनलॉक-2 के नियम एवं निर्देशों को सभी जनपद प्रभारियों को समझाते हुए इनका पालन कराने हेतु निर्देशित किया गया। जिससे आमजनमानस को अनावश्य कोई समस्या न हो।

वीडियो कान्फ्रेसिंग में जनपद प्रभारियों, सेनानायकों एवं परिक्षेत्र प्रभारियों को दिशा-निर्देश जारी किये गये-


◆जनपद प्रभारी यह सुनिश्चित करें की अपने-अपने जनपद में थाना स्तर पर मीटिंग कर अनलॉक 2 की नयी गाईडलाईन के सम्बन्ध में सभी पुलिस बल को ब्रीफ करें। जिससे अनलॉक 2 के गाईडलाईन का सही से अनुपालन किया जा सके।
◆ कोरोना काल को देखते हुए, काँवड मेला स्तगित होने के कारण हरिद्वार, देहरादून एवं पौड़ी जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि कोई भी काँवडिया किसी भी स्थिति में हरिद्वार न आये।
◆चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड की जनता के लिए खोल दिये गये हैं। जिन जनपदों में चारधाम स्थित हैं उनके प्रभारी यात्रा सम्बन्धी जारी किये गये दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करायें।
◆ कानपुर और तमिलनाडु जैसी घटनाओं के सम्बन्ध में सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये। जिससे ऐसी घटना उत्तराखण्ड मे न होने पाये।

शुक्रवार, 3 जुलाई 2020

Breaking News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे लेह, पढे पूरी खबर ।।Web News।।



PM नरेंद्र मोदी का अचानक लेह दौरा।

आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का लेह-लद्धाख का दौरा था जो कल ही कैंसिल हो गया था इसी बीच सुबह सुबह लेह पहुँचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबको चौंका दिया, सुरक्षा दृष्टि एवं सीमा पर तनातनी के बीच प्रधानमंत्री जा यह दौरा अहम माना जा रहा है ।

LAC विवाद के बीच सुबह 7 बजे लेह पहुंचे, जवानों से मिल रहे है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इस अहम दौरे में 14 कोर के अधिकारियों से बातचीत कर सकते है साथ ही गलवान घाटी में घयल जवानो से मिलने के कयास लगाए जा रहे है ।

लेह के अचानक इस अहम माने जा रहे जा दौरे में CDS बिपिन रावत भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है, सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे है CDS बिपिन रावत और PM प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ।

तनाव के वक़्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लेह यात्रा चीन को एक सीधा और सख्त सन्देश है कि वो भारत को कमजोर समझने की भूल न करे । पिछले दिनों ही भारत सरकार 59 चाइनीज ऐप्स को बैन किया है जिसपर चीनी मीडिया में काफी तीखी प्रतिक्रिया आई है । हालाँकि पीएम मोदी के इस दौरे के दौरान गलवान घाटी जाने की संभावना बेहद कम है क्योंकि गलवान की भौगोलिक परिस्थितियां ऐसी नहीं है कि पीएम मोदी सीधे वहां जा कर लैंड कर सके वो काफी ऊंचाई वाला इलाका है ।

गुरुवार, 2 जुलाई 2020

Corona update : उत्तराखंड में कोरोना वायरस के 2984 मामले, जाने आपके जिले में कितने अभी तक कितने केस आए ।।web news।।



आज 37 नये कोरोना के केस आये

622 कोरोना केस के साथ देहरादून सबसे ज्यादा कोरोना केस वाला जिला ।

उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है , आज 37 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2984 पहुंची गयी है। स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए अभी अभी के हेल्थ बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गई है।

जिल्लेवार कोरोना पॉजिटिव केस की रिपोर्ट

अल्मोड़ा में कोरोना पॉजिटिव केस-182
बागेश्वर में कोरोना पॉजिटिव केस-83
चमोली में कोरोना पॉजिटिव केस- 74
चंपावत में कोरोना पॉजिटिव केस-57
देहरादून में कोरोना पॉजिटिव केस- 713
हरिद्वार में कोरोना पॉजिटिव केस-315
नैनीताल में कोरोना पॉजिटिव केस-513
पौड़ी में कोरोना पॉजिटिव केस-143
पिथौरागढ़ में कोरोना पॉजिटिव केस - 66
रुद्रप्रयाग में कोरोना पॉजिटिव केस-66
टिहरी में कोरोना पॉजिटिव केस-420
उधमसिंह नगर में कोरोना पॉजिटिव केस- 277 उत्तरकाशी में कोरोना पॉजिटिव केस-75

बुधवार, 1 जुलाई 2020

Chardham yantra : आज से चार धाम यात्रा की नई गाइडलाइन, पढे पूरी गाइडलाइन।।web news।।


उत्तराखण्ड राज्य निवासी चारधाम व मन्दिरों के दर्शन करने के लिए उत्तराखण्ड शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन कर यात्रा कर सकते है

श्रृद्धालु निम्न शर्तों के अधीन यात्रा कर सकेंगे।

1. कन्टेंमेन्ट जोन व बफर जोन में निवासरत व्यक्ति को चार धाम यात्रा की अनुमित नहीं।
2. उत्तराखंड के निवासरत व्यक्ति द्वारा, यदि राज्य के बाहर से आवागमन किया गया हो तो 8 जून को जारी आदेश में लिखित क्वारन्टीन से सम्बन्धित सभी शर्तों का अनुपालन करने के पश्चात ही धाम क्षेत्र में यात्रा कर पायेंगे।
3. यात्रा के लिए वेब पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा व प्रतिबंधित समय में यात्रा नहीं करेंगे।
4. यात्रा से पूर्व http://badrinath-kedarnath.gov.in वेबसाईट पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसमें यात्रा का विवरण व राज्य में निवासरत होने का प्रमाण. फोटो आईडी सहित अपलोड करना होगा। इसके पश्चात Auto-generated e-Pass के साथ ही उत्तराखण्ड स्थित निवास स्थान का प्रमाण साथ रखना अनिवार्य होगा। जिसके आधार पर धाम क्षेत्र में प्रवेश हो पायेगा।
5. अपरिहार्य स्थिति जैसे- आपदा, मेडिकल एमरजेंसी ( स्थानीय प्रशासन की अनुमति) आदि को छोड़कर धाम क्षेत्र में अधिकतम एक रात्रि ही रुका जा सकता है।
6. COVID-19/Flu के लक्षण वाले व्यक्ति ,65 वर्ष से अधिक के व्यक्ति व 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे व co-morbidities के मरीज यात्रा नहीं करेंगे।
7. यात्रा के दौरान पूर्व में COVID-19 से सम्बन्धित जारी सुरक्षा व बचाव सम्बन्धी सभी SOP’s का पालन करना अनिवार्य होगा।

E- ग्रंथालय : मुख्यमंत्री ने किया राज्य के शासकीय विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के पुस्तकालयों में ‘‘ई-ग्रंथालय’’ का शुभारम्भ किया,।।web news।।


उत्तराखण्ड में 35 लाख पुस्तको वाले ई-ग्रंथालय का शुभारम्भ ।

आज सचिवालय परिसर में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य के शासकीय विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के पुस्तकालयों में ‘‘ई-ग्रंथालय’’ का शुभारम्भ किया। प्रदेश के 05 विश्वविद्यालय एवं 104 महाविद्यालय ई-ग्रंथालय से जुड़ चुके हैं। ई-ग्रंथालय से लाइब्रेरी का मैनेजमेंट सिस्टम डिजिटल प्रारूप पर होगा। इससे शिक्षकों, विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को शिक्षण कार्य में काफी सुगमता होगी।

हाईलाइट्स

◆ ई-ग्रंथालय में 35 लाख पुस्तकें उपलब्ध होंगी ।
◆ ई-ग्रंथालय से 05 विश्वविद्यालय एवं 104 महाविद्यालय ई-ग्रंथालय से जुड़ चुके हैं।
◆ ई-ग्रंथालय का मैनेजमेंट सिस्टम डिजिटल प्रारूप पर होगा
◆ई-ग्रंथालय के माध्यम से विद्यार्थियों को सभी पुस्तकों का अध्ययन करने में सरलता होगी ।

ई-ग्रन्थालय से 35 लाख पुस्तकें ऑनलाईन उपलब्ध

सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को एक पोर्टल से जोड़ा जा रहा है। यदि किसी विश्वविद्यालय या महाविद्यालय में कोई पुस्तक उपलब्ध न हो तो, इनके एक ही पोर्टल पर जुड़ने से ई-ग्रन्थालय के माध्यम से विद्यार्थियों सभी पुस्तकों का अध्ययन करने में सरलता रहेगी। ई-ग्रन्थालय के माध्यम से विद्यार्थियों को 35 लाख पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं। जिससे ढाई लाख से अधिक छात्र-छात्राएं इससे जुड़ेगे।

कृषि व बागवानी पर डाक्यूमेंट्री भी उपलब्ध हो

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इस शिक्षा सत्र में विद्यार्थियों के लिए ई-ग्रंथालय बड़ी सौगात है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि ई-ग्रंथालय के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं की पिछले 10 वर्षों का क्वेशन बैंक भी उपलब्ध कराया जाय। जिससे उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अच्छा आधार मिल सके। यह समय विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि, बागवानी और अन्य क्षेत्रों की बच्चों को अच्छी जानकारी प्राप्त हो सके, इसके लिए डोक्यूमेंटरी बनाई जाय। मैदानी जनपदों में लोगों को कृषि एवं बागवानी की अच्छी जानकारी होती है, लेकिन पर्वतीय जनपदों में हमें इस दिशा में विशेष ध्यान देना होगा। प्रदेश में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना प्रारम्भ की गई। इससे लोगों को कैसे अधिक से अधिक फायदा हो सकते है, इस पर भी और प्रयासों की जरूरत है।

तकनीक का अधिकतम उपयोग किया जाए

मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि इस समय पूरा विश्व कोविड-19 की महामारी के दौर से गुजर रहा है। हमें समय की मांग के अनुसार तकनीक को बढ़ावा देना होगा। आधुनिक तकनीक के माध्यम से हम आपसी दूरियों को कम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा कोविड के दौरान तकनीक के अधिक से अधिक उपयोग करने का सराहनीय प्रयास किया गया है। ई-ग्रंथालय के शुभारम्भ से विद्यार्थियों को समग्र जानकारियां उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में और क्या प्रयास हो सकते हैं, इस दिशा में विचार करने की जरूरत है।

राज्य का प्रत्येक काॅलेज ई-ग्रन्थालय से जुड़ा

उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है, जहां प्रत्येक काॅलेज को ई-ग्रंथालय से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी की घोषणा एवं मार्गदर्शन में विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को ई-ग्रंथालय से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि यूजीसी की रैंकिंग के अनुसार उत्तराखण्ड के चार संस्थानों ने टाॅप 100 में स्थान पाया है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए सभी महाविद्यालयों में प्राचार्य के पद भरे गये है। विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में 92 प्रतिशत फैकल्टी है। प्रदेश में 877 असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती निकाली गई, जिसमें से 527 असिस्टेंट प्रोफेसर ज्वाइन कर चुके हैं, शेष पदों पर भर्ती प्रक्रिया गतिमान है। लाॅकडाउन के दौरान विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों द्वारा आनलाईन शिक्षण का कार्य किया गया। इसके काफी सकारात्मक परिणाम रहे।

इस अवसर पर उपस्थित रहे ।

मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार श्रविन्द्र दत्त, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा डाॅ. आनन्द बर्द्धन, सचिव आर. के सुधांशु, अशोक कुमार, विनोद रतूड़ी, अपर सचिव उच्च शिक्षा डाॅ. अहमद इकबाल, निदेशक उच्च शिक्षा डाॅ. कुमकुम रौतेला एवं वीडियों कांफ्रेंस के माध्यम से विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं महाविद्यालयों के प्राचार्य 

मंगलवार, 30 जून 2020

Pm message : प्रधानमंत्री का देश के नाम सम्बोधन, पढ़िए पूरा संदेश ।।web news।।

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना वीडियो संदेश


मेरे प्रिय देशवासियों,  नमस्कार !  कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ते हुए अब हम Unlock-Two में प्रवेश कर रहे हैं। और  हम उस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं जहां सर्दी-जुखाम,  खांसी-बुखार ये सारे न जाने क्या क्या होता है , की मामले बढ़ जाते हैं।  ऐसे में,  मेरी आप सभी देशवासियों से प्रार्थना है कि ऐसे समय में अपना ध्यान रखिए।
साथियों,  ये बात सही है कि अगर कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को देखें तो दुनिया के अनेक देशों की  तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है।  समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया है।  लेकिन हम ये भी  देख रहे हैं कि  जब से देश में  Unlock-One  हुआ है,  व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार में लापरवाही भी  बढती ही चली जा रही है ।  पहले हम मास्क को लेकर,  दो गज की दूरी को लेकर,  20 सेकेंड तक दिन में कई बार हाथ धोने को लेकर बहुत सतर्क थे।  लेकिन आज,  जब हमें ज्यादा सतर्कता की जरूरत है,  तो लापरवाही बढ़ना,  चिंता का कारण है।  
साथियों,  लॉकडाउन के दौरान बहुत गंभीरता से नियमों का पालन किया गया था।  अब सरकारों को,   स्थानीय निकाय की संस्थाओं को,   देश के नागरिकों को,   फिर से उसी तरह की सतर्कता दिखाने की जरूरत है।  विशेषकर  कन्टेनमेंट जोंस पर हमें बहुत ध्यान देना होगा।  जो भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे,  हमें उन्हें टोकना होगा,  रोकना होगा और समझाना भी होगा।   अभी आपने खबरों में देखा होगा,  एक देश के प्रधानमंत्री पर  13 हजार रुपए का जुर्माना इसलिए लग गया, क्योंकि वो सार्वजनिक जगह पर बिना मास्क पहने गए थे।  भारत में भी  स्थानीय प्रशासन को इसी चुस्ती से काम करना चाहिए।   ये 130 करोड़ देशवासियों के जीवन की रक्षा करने का अभियान है।  भारत में गांव का प्रधान हो या  देश का प्रधानमंत्री,  कोई भी नियमों से ऊपर नहीं है।
साथियों,  लॉकडाउन के दौरान देश की  सर्वोच्च प्राथमिकता रही,  कि ऐसी स्थिति न आए कि किसी गरीब के घर में चूल्हा न जले।  केंद्र सरकार हो,   राज्य सरकारें हों,  सिविल सोसायटी के लोग हों,   सभी ने पूरा प्रयास किया कि इतने बड़े देश में हमारा कोई गरीब भाई-बहन भूखा न सोए।  देश हो या व्यक्ति,  समय पर फैसले लेने से,  संवेदनशीलता से फैसले लेने से,  किसी भी संकट का मुकाबला करने की शक्ति बढ़ जाती है।  इसलिए,  लॉकडाउन होते ही सरकार,  प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना लेकर आई।  इस योजना के तहत गरीबों के लिए पौने दो लाख करोड़ रुपए का पैकेज दिया गया।
साथियों,  बीते तीन महीनों में  20 करोड़ गरीब परिवारों के  जनधन खातों में सीधे  31 हजार करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं।   इस दौरान  9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में  18 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं।  इसके साथ ही,  गांवों में श्रमिकों को रोजगार देने के लिए, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान तेज गति से आरम्भ कर दिया गया है।  इस पर सरकार  50 हजार करोड़ रुपए खर्च कर रही है।  लेकिन
साथियों, एक और बड़ी बात है जिसने दुनिया को भी हैरान किया है, आश्चर्य में डुबो दिया है।  वो ये कि कोरोना से लड़ते हुए भारत में, 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को  3 महीने का राशन,  यानि परिवार के हर सदस्य को  5 किलो गेहूं या चावल मुफ्त दिया गया।   इसके अतिरिक्त प्रति परिवार हर महीने एक किलो दाल भी मुफ्त दी गई।  यानि एक तरह से देखें तो,   अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाई गुना अधिक लोगों को,   ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना अधिक लोगों को,   और  यूरोपियन यूनियन की आबादी से लगभग दोगुने से ज्यादा लोगों को हमारी सरकार ने मुफ्त अनाज दिया है।
साथियों,   आज मैं इसी से जुड़ी एक महत्वपूर्ण घोषणा करने जा रहा हूं।
साथियों,  हमारे यहां वर्षा ऋतु के दौरान और उसके बाद मुख्य तौर पर एग्रीकल्चर सेक्टर में ही ज्यादा काम होता है।  अन्य दूसरे सेक्टरों में थोड़ी सुस्ती रहती है।  जुलाई से धीरे-धीरे त्योहारों का भी माहौल बनने लगता है।   अभी  5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा है,  फिर सावन शुरू हो रहा है।  फिर 15 अगस्त आएगी , रक्षाबंधन आएगा,  श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आएगी,  गणेश चतुर्थी आएगी,  ओणम होगा।  और आगे जाएं तो काटी बीहू है, नवरात्रि है,   दुर्गापूजा है,   दशहरा है,   दीपावली है,   छठी मइया की पूजा है।  त्योहारों का ये समय,  जरूरतें भी बढ़ाता है,  खर्चे भी बढ़ाता है।  इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक,  यानि नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाए।  यानि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली ये योजना, अब  जुलाई- अगस्त- सितंबर- अक्टूबर- नवंबर में भी लागू रहेगी।  सरकार द्वारा इन  5 महीनों के लिए,  80 करोड़ से ज्यादा गरीब भाई-बहनों को हर महीने,  परिवार के हर  सदस्य को  5 किलो गेहूं या चावल मुफ्त मुहैया कराया जाएगा।  और साथ ही प्रत्येक परिवार को हर महीने एक किलो चना भी मुफ्त दिया जाएगा।
साथियों,  प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के इस विस्तार में  90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होंगे।  अगर इसमें पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो ये  करीब-करीब  डेढ़ लाख करोड़ रुपए हो जाता है।  अब पूरे भारत के लिए हमने एक सपना देखा है , कई राज्यों ने तो बहुत अच्छा काम भी किया है |बाकी राज्यों से भी हम आग्रह कर रहे हैं की इस काम को आगे बढ़ाएं, काम क्या है ? अब पूरे भारत के लिए एक  राशन-कार्ड की व्यवस्था भी हो रही है यानि  एक राष्ट्र,  एक राशन कार्ड one nation one ration card।  इसका सबसे बड़ा लाभ उन गरीब साथियों को मिलेगा,  जो रोज़गार या दूसरी आवश्यकताओं के लिए अपना गाँव छोड़कर के कहीं और जाते हैं किसी और राज्य में जाते हैं।
साथियों, आज गरीब को,  ज़रूरतमंद को,  सरकार अगर मुफ्त अनाज दे पा रही है तो इसका श्रेय दो वर्गों को जाता है।  पहला-  हमारे देश के मेहनती किसान,  हमारे अन्नदाता।  और दूसरा-  हमारे देश के ईमानदार टैक्सपेयर।  आपका परिश्रम,  आपका समर्पण ही है,  जिसकी वजह से देश ये मदद कर पा रहा है।  आपने देश का अन्न भंडार भरा है, इसलिए आज गरीब का,  श्रमिक का चूल्हा  जल रहा है।   आपने ईमानदारी से टैक्स भरा है,  अपना दायित्व निभाया है,  इसलिए आज देश का गरीब,  इतने बड़े संकट से मुकाबला कर पा रहा है।   मैं आज हर गरीब के साथ ही,  देश के हर किसान,  हर टैक्सपेयर का ह्रदय से बहुत बहुत अभिनंदन करता हूं, उन्हें नमन करता हूं।
साथियों,  आने वाले समय में हम अपने प्रयासों को और तेज करेंगे।  हम गरीब,  पीड़ित,  शोषित-वंचित हर किसी को सशक्त करने के लिए निरंतर काम करेंगे।   हम सारी एहतियात बरतते हुए Economic Activities को और आगे बढ़ाएंगे।  हम आत्मनिर्भर  भारत के लिए  दिन रात एक करेंगे।  हम सब लोकल के लिए वोकल होंगे।  इसी संकल्प के साथ हम  130 करोड़ देशवासियों को मिलजुल कर के, संकल्प के साथ काम भी करना है, आगे भी बढ़ना है ।

फिर से एक बार मैं आप सब से प्रार्थना करता हूँ, आपके लिए भी प्रार्थना करता हूँ, आपसे आग्रह भी करता हूँ , आप सभी स्वस्थ रहिए,  दो गज की दूरी का पालन करते रहिए, गमछा , फेस कवर  मास्क ये हमेशा उपयोग कीजिये कोई लापरवाही मत बरतिए|  इसी आग्रह,   इसी कामना के साथ आप  सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं !
धन्यवाद