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सामाजिक संस्थाओं से जुड़ी खबरें लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
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शुक्रवार, 10 सितंबर 2021

ग्राम्या-2 परियोजना के अंतर्गत गंगोत्री संस्था ने महिला किसानों का 5 दिवसीय अध्ययन व भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया ।


उत्तराखण्ड विकेन्द्रीकृत जलागम विकास परियोजना (ग्राम्या-2), उत्तरकाशी प्रभाग, पुरोला के तत्वाधान में उपपरियोजना निदेशक अजय कुमार के निर्देशन में सहयोगी संस्था गंगोत्री कौशल विकास एवं उत्थान समिति, देहरादून द्वारा 5 दिवसीय अध्ययन व भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 05-09-2021 से 09-09-2021 तक जिला अल्मोड़ा में किया गया जिसमें प्रभाग की मोरी, पुरोला व नौगांव यूनिटों की प्रगतिशील महिला कृषकों, फैसिलीटेटर व कॉऑर्डिनेटर द्वारा प्रतिभाग किया गया। अध्ययन व भ्रमण कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को कृषि विज्ञान केन्द्र, मटेला, अल्मोड़ा में दिनांक 06-09-2021 को एकीकृत कृषि प्रबंधन पर प्रशिक्षण भी दिया गया व केन्द्र में विभिन्न गतिविधियों की जानकारी हेतु भ्रमण भी करवाया गया। प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न विषयों पर दिया गया जिनमें डॉ० एस. एस. सिंह द्वारा सब्जी उत्पादन, वित्त प्रबंधन व उन्नत प्रजातियों का चयन, डॉ० राकेश नेल द्वारा पादप संरक्षण, खाद का महत्व एवं चयन, डॉ० राजेश कुमार द्वारा मृदा संरक्षण व मृदा को उर्वर बनाने के उपाय व बेमौसमी सब्जियों की जानकारी व डॉ० मुक्ता नैनवाल द्वारा कृषि कार्यों में तकनीकी का प्रयोग पर जानकारी दी गई ।
 

प्रतिभागी महिलाओं द्वारा उत्सुकता से प्रशिक्षण में भाग लिया गया व समस्त शंकाओं का निवारण केन्द्र के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किया गया। अध्ययन व भ्रमण व प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहयोगी संस्था की ओर से रमेश खत्री, कमल भट्ट व परियोजना की ओर से कॉऑर्डिनेटर ज्योति गोयल, महिला सुगमकर्ता रेशमा साह, ज्योति गौड़, मंजु बुटोला, उष्मीला बिजल्वाण व अंजना रावत व महिला कृषकों में ललिता, प्रबीता,अंकिता, जगदेही, बिमला आदि उपस्थित रहे।
अध्ययन व भ्रमण कार्यक्रम के दूसरे दिन भ्रमण दल जागेश्वर से आगे ग्राम भगरतोला गया जहाँ वन पंचायत सरपंच रेवाधर पांडे द्वारा ग्राम में चल रही विभिन्न आयअर्जक गतिविधियों को दिखाने के साथ ही उनकी विस्तृत जानकारी भी दी गई।
ग्राम भगरतोला क्षेत्र कृषि कार्यो में अग्रणीय एवं आदर्श गांव है यहाँ सब्जी उत्पादन के साथ ही जल सरंक्षण, कीवी उत्पादन, पॉली हाऊस निर्माण, वर्मीकंपोस्ट, मत्स्य पालन व अन्य आयअर्जक गतिविधियों में अग्रणी है। भ्रमण दल ने उनसे काफी जानकारियां प्राप्त की जिसे वे अपनी खेती किसानी में प्रयोग कर अपनी आय को बढ़ा सके।
वापसी में भ्रमण दल द्वारा ग्रामसभा तोली में भुवन चन्द्र भट्ट द्वारा संचालित जागनाथ मसाले व सरसों के तेल की इकाई और जागनाथ फ्रूट सेन्टर के संचालक खिमानंद पाटनी से जूस, अचार, मुरब्बा आदि बनाने की विधि की जानकारी भी प्राप्त की गई। खिमानंद पाटनी द्वारा मौसमी फलों का जूस, अचार मुरब्बा आदि भी आस-पास के ग्रामों से फल क्रय कर तैयार किया जाता है वही भुवनचन्द्र भट्ट द्वारा हल्दी, धनिया आदि मसाले भी नजदीकी ग्रामों से खरीद कर उनका प्रसंस्करण किया जाता है। इस प्रकार की गतिविधियों से जागरूक किसान अन्य किसानों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर रहे हैं बल्कि स्थानीय ग्रामीणों का पहाड़ी उत्पाद क्रय कर उनको भी लाभान्वित कर रहे हैं ।

वीडियो देखिए : You Tube पर हिट हो रहा है KPG Films Production का Uttarakhandi Video Song "मेरी धनुली" 


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सोमवार, 6 सितंबर 2021

स्वरोजगार से जोड़ने के लिए पीएनबी आर सेटी ने महिलाओं को दिया प्रशिक्षण

पीएनबी आर सेटी ने डोईवाला ब्लाक के ग्राम सभा बड़ौवाला में महिलाओं को स्वरोजगार प्रशिक्षण दिया

डोईवाला ब्लाक के ग्राम सभा बड़ोवाला के आंगनबाड़ी में पी. एन. बी. आर सेटी विभाग के द्वारा महिलाओं को 10 दिवसीय पेपर कवर एनवल्प, कैरी बैग एवम पेपर बैग मेकिंग का प्रशिक्षण दिया गया जिसमें महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। 
 

प्रशिक्षण शिविर में NRLM से जुड़ी स्वंय सहायता समूह की 25 महिलाओं ने प्रशिक्षण लिया जो 10 दिन तक चला जिसमें बैग बनाना सिखाया गया । महिलाओं को सरकारी स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी गयी। महिलाओं को स्वरोजगार के लिए बैक लोन के बारे में जानकारी दी गयी एवं प्रोडक्ट की मार्केटिंग के बारे में बताया गया । साथ ही ऑनलाइन बिजनेस कैसे किया जाता है इसका भी प्रशिक्षण लिया।
प्रशिक्षण के बाद आज पीएनबी आरसेटी के द्वारा महिलाओं को सर्टिफिकेट दिया गया। आज के कार्यक्रम में इस दौरान आर सेटी से धीरेंद्र वर्मा, जहांगीर आलम, कनिका तोमर और डोईवाला ब्लॉक से देवयंती थपलियाल व महिला स्वयं सहायता समूह की 25 महिलाएं उपस्थित रही ।

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मंगलवार, 24 अगस्त 2021

मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने विधानसभा घेराव स्थगित किया ।।web news।।

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने 25 अगस्त को विधानसभा घेराव का कार्यक्रम किया स्थगित

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने बजे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की । राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा द्वारा पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए 25 अगस्त को विधानसभा घेराव का कार्यक्रम रखा गया था। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा आक्रोश को देखते हुए इससे पूर्व प्रदेश के मुखिया द्वारा राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों को वार्ता हेतु आमंत्रित किया गया। आज राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय, मंडलीय एवं जनपदीय पदाधिकारियों के साथ वार्ता की गई। मुख्यमंत्री द्वारा आश्वस्त किया गया कि कर्मचारी हित में जो भी संभव होगा वह मेरी सरकार द्वारा किया जाएगा। पदाधिकारियों द्वारा अपनी बात रखते हुए मुख्यमंत्री से यह कहा गया कि नई पेंशन व्यवस्था कर्मचारियों के हित में नहीं है। 60 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी को जो सेवानिवृत्त के समय 80000 वेतन ले रहा है उसे केवल 1100-1200 रुपए मासिक पेंशन मिल पा रही है। जिससे उसका भावी जीवन अंधकार में है। पदाधिकारी द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया कि पेंशन का मुद्दा राज्य सरकार का है। यदि राज्य सरकार चाहे तो अपने 80 हजार कर्मचारियों को पुरानी पेंशन दे सकती है। 25 अगस्त के कार्यक्रम को स्थगित करने एवं अपने सदस्यों को आश्वस्त करने हेतु मुख्यमंत्री से जब बात की गई तो उनके द्वारा पूर्व वरिष्ठ आईएएस शत्रुघ्न सिंह जिनकी अध्यक्षता में वेतन विसंगति समिति का गठन किया गया है उन्हे इसके अलावा विशेष रूप से राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा से पुरानी पेंशन पर वार्ता करने हेतु निर्देशित किया गया तथा 1 माह का समय मांगते हुए मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि वह इस पर सकारात्मक निर्णय करेंगे।
 

मुख्यमंत्री से वार्ता करने वाले पदाधिकारियों में पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय अध्यक्ष अनिल बडोनी, कर्मचारियों के हितेषी दीपक जोशी, महासचिव सीताराम पोखरियाल, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ० डी० सी० पसबोला, डॉ० अजय चमोला, योगिता पंत, योगेश घिल्डियाल, नरेश भट्ट, शंकर भट्ट, अवधेश सेमवाल, आलोक उनियाल, मक्खन लाल शाह, जयदीप रावत, कमलेश मिश्रा, शेखर पंत, नवीन कुमार सैनी, जसपाल रावत, अंकित रौथान, रजनी रावत, शशि चौधरी बिष्ट, सौरभ नौटियाल, गुरुदेव रावत, प्रवीण घिल्डियाल, मेहरबान सिंह भंडारी, रणवीर सिंधवाल आदि पदाधिकारी शामिल रहे ।

वीडियो देखिए : उत्तराखंड मांगे भू कानून सोशल मीडिया के साथ अब सकड़ों पर युवा उठा रहे है आवाज ।




शुक्रवार, 30 जुलाई 2021

विश्व एंटी ह्यूमैन ट्रैफिकिंग दिवस के अवसर पर देहरादून में सामाजिक संस्थाओं ने आयोजित की प्रदेश स्तरीय विचार गोष्ठी ।।Web News।।

सामजिक संस्थाओ ने बढ़ती मानव तस्करी को रोकने के लिए किया मंथन

देहरादून । विश्व एंटी ह्यूमैन ट्रैफिकिंग दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, समाधान, इम्पॉवरिंग पीपुल, बचपन बचाओ आंदोलन , मैक संस्था, समर्पण संस्था आदि संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में एक प्रदेश स्तरीय गोष्ठी का आयोजन किया गया । गोष्ठी में विभिन्न संस्थाओ से जुड़े कार्यकर्ताओं ने अपने कार्यानुभव एवं कार्यक्षेत्र में आने वाली कठिनाइयों से जुड़ी बातें रखीं । 
विचार गोष्टी में अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कार्यकर्ता ज्ञानेंद्र कुमार ने मानव तस्करी के विभिन्न आयामों एवं एंटी ह्यूमैन ट्रैफिकिंग डे के विषय में विस्तार से जानकारी दी। समाधान एनजीओ की रेनू डी सिंह ने सामाजिक कार्यों में कानूनी दिक्कतों के बारे मेंसमझाया । 

डीएलएसए की सचिव सिविल जज ( सीनियर डिवीजन ) नेहा कुशवाहा ने मानव तस्करी और पॉक्सो पीड़ितों के लिये दी जा रही कानूनी सहायता और मुआवजे से सम्बंधित जानकारी एवं प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी ।
गोष्ठी में सुरेश उनियाल, जहांगीरआलम , शमीना सिद्दीकी, मानसी मिश्रा, निधि कुकरेती आदि ने भी अपने विचार एवं मानव तस्करी को रोकने में आने वाली अड़चनों पर अपने विचार रखे ।

वीडियो देखिए : उत्तराखंड मांगे भू कानून सोशल मीडिया के साथ अब सकड़ों पर युवा उठा रहे है आवाज ।


शनिवार, 17 जुलाई 2021

हरेला पर्व के अवसर पर जनजागरुकता अभियान ,पढे पूरी खबर ।।web news।।


देहरादून | जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला समाज कल्याण विभाग, वूमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट फाउंडेशन,आपका आसरा और निश्चय वेलफेयर सोसाइटी संस्थाओ ने हरेला पर्व के अवसर पर जनजागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें बच्चों के साथ पेंटिंग प्रतियोगिता की गई जिसमें बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण के सन्देश वाले व प्राकृतिक दृश्य की पेंटिंग बनाई, साथ ही पौधारोपण कर बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया। 

कार्यक्रम के दौरान नशे के प्रति जागरूक भी किया गया , जिसमें महिलाओं एवं बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया । देहरादून मे बढ़ रहे नशे से भी बच कर रहेंगे। सभी बच्चों ने शपथ ली कि न हम नशा करेंगे ना करने देंगे। कुछ बच्चों ने अपने श्रेत्र मे फैल रहे नशे की समस्या के बारे भी बताया। 
कार्यक्रम के अंतिम सेशन में पेंटिग प्रतियोगिता में प्रथम , द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त वाले बच्चों को पुरस्कृत किया गया ।
कार्यक्रम में मानसी मिश्रा, सबीना, नीतू वालिया,कीर्तिका श्रेत्री आदि लोग उपस्थित रहे।

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मंगलवार, 13 जुलाई 2021

समर्पण सोसाइटी ने “स्वच्छता पखवाडा” जन जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया ।।web news।।


आज समर्पण सोसाइटी फॉर हेल्थ रिसर्च एंड डेवलपमेंट ने CSR-ONGC के सहयोग से “स्वच्छता पखवाड़ा ‘’ के अंतर्गत लोहारवाला ,कौलागढ़ रोड में जन जागरूकता अभियान की शुरुआत की गयी I आज के जन जागरूकता अभियान में मुख्य अतिथि राज्य सभा सदस्य नरेश बंसल वर्चुअल माध्यम से जुड़े उन्होंने कार्यक्रम के उद्देश्य की सराहना की, उन्होंने कहा CSR-ONGC व समर्पण संस्था द्वारा बिंदाल नदी किनारे वाली बस्तियों को लेकर इस अभियान की अति आवश्यकता है। 

डॉ.गीता खन्ना अध्यक्षा समर्पण संस्था द्वारा बताया गया कि इस स्वच्छता पखवाडे में बिंदाल की 7 बस्तियों में यह कार्यक्रम किए जाएँगे । इस के अंतर्गत क्विज ,लघु फिल्म ,पेम्पलेट ,पोस्टर प्रदर्शनी व् विशिष्ट जनों द्वारा भाषणों के माध्यम से जन जागरूकता की जाएगी । आज के कार्यक्रम में अपने उद्भोदन में विजय राज ,अधिशासी निदेशक CSR-ONGC द्वारा बिंदाल पर बसी बस्तियों में स्वच्छता व सफाई पर आधारित इस कार्यक्रम को करने हेतु समर्पण संस्था को शुभकामनाएं दी गयी व आश्वस्त किया गया कि भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रमों को किया जाता रहेगा । समर्पण संस्था ने महिलाओं व बच्चों को क्विज प्रतियोगिता पर विजयी होने पर पुरस्कार भी दिए गए ।
समर्पण संस्था की ओर से शांति प्रसाद पोखरियाल , विपिन पंवार, मानसी मिश्रा ,राजकुमारी ,रागिनी ,अशोक भट्ट आदि उपस्थित रहे ।

सोमवार, 12 जुलाई 2021

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा का देशभर में वृक्षारोपण अभियान, एक पेड़ पुरानी पेंशन के नाम, पढिए रिपोर्ट ।।web news।।

वृक्षारोपण कर एनपीएस कार्मिकों ने दिया सरकार को पुरानी पेंशन बहाली का संदेश: डॉ० पसबोला

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा (NOPRUF) ने उत्तराखंड के समस्त जिलों सहित सम्पूर्ण भारत देश में वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया गया । NOPRUF उत्तराखंड के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ० डी० सी० पसबोला ने बताया कि मोर्चा ‌के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी पी एस रावत के संदेश पर "एक पेड़ पुरानी पेंशन के नाम" अभियान चलाया गया।

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के तत्त्वाधान में चलाए जा रहे वार्षिक वृक्षारोपण के माध्यम से प्रदेश के कार्मिकों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग रखी । 12 जुलाई सोमवार के दिन विगत वर्ष की भांति कार्मिकों ने पर्यावरण संरक्षण को महत्व देते हुए कार्मिकों के संरक्षण के लिए सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग रखी।गयी । प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी ने जनपद टिहरी से अभियान की शुरुआत करते हुए पौधा रोपित करते हुए कहा कि नई पेंशन से आच्छादित कार्मिकों के साथ सरकार अनदेखी कर रही है , सेवानिवृति उनके लिए एक अभिशाप बन चुकी है ।
प्रदेश महिला उपाध्यक्ष योगिता पन्त ने कहा कि अपने अधीनस्थ कार्मिकों का संरक्षण करना सरकार का धर्म है आज हज़ारों पौधे रोपित करके राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा पुनः इस वर्ष भी संदेश दे रहा है कि प्राणियों की सांस बनी रहे इसके लिए वृक्ष आवश्यक हैं व कार्मिकों की प्राणवायु पुरानी पेंशन को बहाल कर उन्हें भी एक बेहतर भविष्य प्रदान करें।

वीडियो देखिए : उत्तराखंड मांगे भू कानून सोशल मीडिया के साथ अब सकड़ों पर युवा उठा रहे है आवाज ।

यह भी पढ़ें : #उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून : सोशल मीडिया से उतर कर सड़कों पर आ रहे है युवा ।।web news।।

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◆श्री केदार नाथ जी के कपाट खुले, देखे वीडियो : https://youtu.be/64h36A2hX04

◆भगवान श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट 18 अप्रैल प्रातः 4:15बजे खुल गए, देखे वीडियो :https://youtu.be/E91-qRSW6s4

◆उफतारा के मंच पर लोककलाकर राम रतन कला का वाइरल वीडियो, मैं तैं ब्योली खुजै द्यावा,देखे वीडियो : https://youtu.be/WWyovJraEO0

◆स्मृति शेष: पर्यावरणविद सुन्दर लाल बहुगुणा | Environmentalist | Sundar Lal Bahuguna |Chipko Aandolan | देखे वीडियो : https://youtu.be/aVJHu0Ni-_8

◆Young environmental activist initiative for environmental protection | chandan singh Nayal | देखे वीडियो : https://youtu.be/N3kWgCo4YU4

◆बाबा रामदेव ने फार्मा कंपनियों से पूछे 25 सवाल | Baba Ramdev Vs IMA | Baba Ramdev's 25 questions | देखें वीडियो : https://youtu.be/6RughrC3thY

◆शहीद Vibhuti Dhoundiyal की पत्नी ने ज्वाइन की आर्मी, Nikita Dhoundiyal बनीं लेफ्टिनेंट , देखे वीडियो: https://youtu.be/8AQPaz8Cmb4

◆CM Tirath Singh Rawat का विश्व तम्बाकू निषेद दिवस पर संदेश | uttarakhand | World No Tobacco Day | देखे वीडियो: https://youtu.be/N3kWgCo4YU4

◆PM Narendra Modi big Fan | PM Modi Fan | A to Z devlopment by Narendra Modi | Modi Fan Kid | देखे वीडियो : https://youtu.be/3N7yQdISGfQ

◆Sanjay Mishra ने Uttarakhand police के मिशन हौसला की तारीफ | Mission Hosla | Uttarakhand Police | देखे वीडियो : https://youtu.be/M7ruPN6d7EA

◆Dr Anil Joshi जीका पर्यावरण दिवस पर सन्देश |Uttarakhand Police's plantation Drive | Environment day | देखे वीडियो : https://youtu.be/sbuF0v-9EwU

◆ndian Military Academy (IMA) | Passing Out Prade (POP) | IMA Dehradun | 12 June 2021 | देखे वीडियो: https://youtu.be/d4UHaT-rmJE

◆Uttarakahnd News : 22 जून तक बढ़ा Covid कर्फ़्यू । जाने नई Guidelines | Subodh Uniyal |Latest Update | देखे वीडियो : ।https://youtu.be/PzExSCFnYwc


रविवार, 20 जून 2021

अच्छी पहल: सामाजिक संस्थाओं ने नशे की हालत में घर छोड़कर गयी नाबालिग बालिका का रेस्क्यू कर नशा मुक्ति केंद्र भेजा ।।web news।।

सामाजिक संस्थाओं की पहल पर एक्टिव हुए सरकारी विभाग, नाबालिक लड़की का रेस्क्यू कर नशा मुक्ति केंद्र भेजा

मदर्स एंजल चिल्ड्रन सोसाइटी( मैक संस्था) और विमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट फाउंडेशन संस्था ने 16 वर्ष की नाबालिग बालिका जो नशे की लत में घर छोड़कर चली गयी थी ,उसे पुलिस, जिला समाज कल्याण देहरादून, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं बाल आयोग की मदद से रेस्क्यू कर नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया जिससे बालिका को नशे की लत से बाहर निकाला जा सके।

नाबालिग बच्ची की माँ ने संस्थाओं के प्रतिनिधियों को बताया कि उनकी बेटी अपने दोस्तों के साथ मिलकर स्मेक का नशा करती है,और कई दिनों तक घर से नहीं आयी, बालिका की माता ने बताया कि कुछ दिन पहले उनकी बेटी के कुछ दोस्तों के साथ कहासुनी हो गई थी, जिसके बाद बालिका के दोस्तों ने बोला कि वह अब उसे हमेशा के लिए गायब कर देंगे। जिसके कुछ दिन के बाद से ही उनकी बेटी गायब हो गई। बालिका की माता ने इस मामले की सूचना गढी कैंट कोतवाली में भी दी थी लेकिन कुछ कार्यवाही न होनेक कारण संस्थाओ से सम्पर्क किया। 
संस्था द्वारा बाल आयोग को पत्र लिखने के बाद बाल आयोग की पहल पर गुमशुदगी की रिर्पोट लिखे जाने के बाद पुलिस की छान के बाद अगले दिन बालिका घर आ गयी उसके बाद जिला समाज कल्याण, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग ने मदर्स एंजल चिल्ड्रन सोसाइटी ( मैक संस्था) और विमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट फाउंडेशन के सदस्यों ने बच्ची को रेस्क्यू कर नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती किया गया जिससे कि बालिका को नशे की लत से बाहर निकाला जा सके ।
रेस्क्यू अभियान में विमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट फाउंडेशन से मानसी मिश्रा, मदर्स एंजल चिल्ड्रन सोसाइटी( मैक संस्था) जहांगीर आलम , प्रमोद बेलवाल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से समीना सिद्धिकी,
नशा मुक्ति केंद्र से लक्ष्मी पंवार आदि रहे ।

मंगलवार, 15 जून 2021

Online comptition : स्पेक्स ने ऑनलाइन प्रतियोगिता के रिज़ल्ट घोषित किए ।।web news।।

स्पेक्स के ऑनलाइन राज्य स्तरीय पोस्टर एवं कार्टून प्रतियोगिता में 7624 बच्चों ने प्रतिभाग किया।

ऑनलाइन प्रतियोगिता स्पेक्स के हुन्चा ऐप्प के माध्यम से आयोजित की गयी। प्रतियोगिता में हुन्चा ऐप्प में 5680, ईमेल द्वारा 1000 व व्हॉट्सएप्प द्वारा 800 बच्चो ने प्रतिभाग किया। कक्षा 1 से स्नातकोत्तर तक तक के प्रतिभागियों ने 4 ग्रुप के माध्यम से प्रतियोगिता में भाग लिया । ऑनलाइन प्रतियोगिता स्पेक्स देहरादून द्वारा राज्य एवं प्रौद्योगिकी परिषद देहरादून यूकोस्ट के सहयोग एवं पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश, श्री देवसुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया (उत्तराखंड चेप्टर ) के सह संयोजन में 5 जून पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित की गयी,राज्य स्तरीय पोस्टर एवं कार्टून प्रतियोगिता में 7624 बच्चो ने प्रतिभाग किया।यह प्रतियोगिता "प्रकृति संरक्षण" विषय पर पोस्टर एवं कार्टून बनाने पर आधारित थी । इस प्रतियोगिता का उद्देश्य बच्चो में करोना महामारी के समय उनकी रचनात्मकता को प्रेरित करना, उनमें प्रकृति संरक्षण के प्रति वैज्ञानिक चेतना को प्रोत्साहित करना व कोरोना महामारी जनित तनाव से मुक्त करना था।

प्रतियोगिता में 13 जिलों के 7624 बच्चों ने प्रतिभाग किया

13 जिलों से 71 ब्लॉक के दूरस्थ क्षेत्रों से भी छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। जिलावार प्रतिभाग करने वालों में अल्मोड़ा 710, बागेश्वर 527, चम्पावत से 267, पिथौरागढ़ से 819, नैनीताल से 602, उधम सिंह नगर से 585, हरिद्वार से 757, देहरादून से 1316, पौड़ी से 417, टिहरी से 448, रुद्रपुर से 223, चमोली से 440, उत्तरकाशी से 513, विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। इस प्रतियोगिता में प्रथम ग्रुप से कक्षा 1 से 512, कक्षा 2 से 712, कक्षा 3 से 647, कक्षा 4 से 560, कक्षा 5 से 653 दूसरे ग्रुप में कक्षा 6 से 707, कक्षा 7 से 621, कक्षा 8 से 627 तृतीय वर्ग में कक्षा 9 से 552, कक्षा 10 से 542, कक्षा 11 से 638, कक्षा 12 से 640, चतुर्थ स्नातक से स्नातकोत्तर 213 विद्यार्थियों सहित कुल 7624 ने प्रतिभाग किया। 

प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार है ।

◆ग्रुप एक से अंशिका वैष्णव ने प्रथम स्थान , प्रसिद्धि अग्रवाल ने द्वितीय स्थान, सानिध्य रतूड़ी ने तृतीय स्थान व कनिष्का शैली, अनिरुद्ध बिजलान, सभ्यता मिश्रा, कोमल टम्टा, छवि पांडेय, कुशाग्र गरिया को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया ।
◆ग्रुप द्वितीय से आरुषि ने प्रथम स्थान, विशाखा ने द्वितीय स्थान, अंजलि ने तृतीय स्थान व जाकिया, अनिकेत अवस्थी, सलोनी गुप्ता, पूर्वांशी ध्यानी ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया ।
◆ग्रुप तृतीय से निष्ठा ने प्रथम स्थान , दृष्टि पंत ने द्वितीय स्थान, शिवानी ने तृतीय स्थान व गौतम सिंह, अरबाब अंसारी, गीता अटवाल, दिव्यांशु गोस्वामी, अविका सेमवाल, राज किशोर सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया ।
◆ग्रुप चतुर्थ से आशना ने प्रथम स्थान, नेहा आर्य ने द्वितीय स्थान, अंकिता प्रजापति ने तृतीय स्थान व आयुषी सक्सेना, आशी शर्मा, आकांक्षा सिंह, दीक्षा नेगी सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया ।

प्रतियोगिता का मार्गदर्शन डॉ राजेंद्र डोभाल, महानिदेशक, यूकोस्ट ने किया।

प्रतियोगिता की परिणाम घोषित करते हुए स्पेक्स के सचिव डॉ बृजमोहन शर्मा ने बताया कि प्रत्येक वर्ग में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय तथा दो सांत्वना पुरुस्कार दिए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम का संचालन मोना बाली ने किया । यह प्रतियोगिता उत्तराखंड नासी चेप्टर, ग्रासरूट अवेयरनेस एंड टेक्निकल इंस्टीट्यूट फॉर सोसाइटी (गति), लोक संचार एवं विकास समिति, श्रमयोग आदि के सहयोग से संपादित की गई। इस प्रतियोगिता के समंवयक डॉ बृजमोहन शर्मा एवं डॉक्टर डी पी उनियाल एवं सहसंयोजक डॉ गुलशन कुमार ढींगरा (प्रोफेसर वनस्पति विज्ञान राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश), डॉ अजय कुमार, अमित पोखरियाल, नीरज उनियाल, चंद्रा आर्य, योगेश भट्ट, देवेंद्र भट्ट, अधिराज पाल, जोगिन्दर रोहिल्ला आदि है।

वीडियो में देखें ,22 जून तक बढ़ा Covid कर्फ़्यू । जाने नई Guidelines

शनिवार, 5 जून 2021

कौशिक होम्योपैथिक का सेवा का क्रम जारी आज 101 इम्यूनिटी बूस्टर दवा जरूत्तमदों के लिए सामाजिक संगठनों को दी , जाने खबर ।।web news।।


होम्योपैथिक इम्यूनिटी दवा समाज सेवी एवं टर्निंग पॉइंट संस्था की गीता साहनी एवं गौरव त्रिपाठी को रुद्रप्रयाग मे निशुल्क वितरण के लिए दी

कोरोना काल के चलते पिछले लॉकडॉउन के समय से अपनी निशुल्क सेवाएं दे रहे डॉ दम्पत्ति डॉ शैलेन्द्र कौशिक एवं डॉ प्रिया कौशिक ने सेवा क्रम को जारी रखते हुए विगत 25 मई 2020 से नि:शुल्क होमियोपैथिक इम्यूनिटी बूस्टर दवा आर्सेनिक एल्ब का वितरण कोरोना योद्धाओं विभिन्न सामाजिक संगठनों, पत्रकार बंधुओ , पुलिस कर्मियों आदि को कर रहा है,इसी क्रम मे बढ़ते हुए आज नि:शुल्क होम्योपथिक इम्यूनिटी बूस्टर दवा आर्सेनिक एल्ब 30 की 101 किट समाज सेवी एवं टर्निंग पॉइंट संस्था की गीता साहनी एवं अपना परिवार के गौरव त्रिपाठी को रुद्रप्रयाग मे वितरण करने हेतु भेट की साथ ही गीता साहनी जी ,दामिनी राणा, गौरव और उनकी पूरी टीम को इस वैश्विक महामारी में अपनी सेवाएं देने के लिए शुभकामनाए साधुवाद दिया, साथ ही डॉ शैलेन्द्र कौशिक ने दवा के बारे में जानकारी दी ।

आज तक आप लगभग 2 लाख 735 दवा की किटे निशुल्क वितरित कर चुके हैं सेवा क्रम जारी है रखते हुए कौशिक होम्यो क्लिनिक लाडपुर, देहरादून हेल्पलाइन नम्बर 7500133866, 7895594555 है जिससे चिकित्सकीय परामर्श व आवश्यक होम्योपैथिक दवा के बारे में जानकारी ली जा सकती है ।

वीडियो देखें, Sanjay Mishra ने Uttarakhand police के द्वारा जरूत्तमदों के लिए चलाए जा रहे अभियान मिशन हौसला की तारीफ


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रविवार, 25 अप्रैल 2021

चर्चा में है : चन्दन की हरित वन क्रांति , ऑनलाइन मीटिंग से ऑक्सीजन बढ़ाने का प्रयास ।।web news।।

कोरोना काल में हरित क्रांति का आगाज, आज हुई तीसरी मीटिंग

कोरोना काल में ऑक्सीजन कमी खबरें और ऑक्सीजन से सांस अटकने जैसे भयभीत कर देने वाली तस्वीरों ने देश को झकझोर कर दिया । इन तस्वीरों ने प्रकृति की शक्ति के भी दर्शन कराने जा कार्य किया । एक एक ऑक्सीजन सिलेंडर की कीमतें और मुंह मांगी कीमत देकर भी ऑक्सीजन सिलेंडर न मिलना , 24 घण्टे पल पल निशुल्क ऑक्सीजन देने वाली प्रकृति के प्रति लोगों को सोचने का मौका मिला। कुछ समय से हरित वन क्रांति या यूं कहें ऑक्सीजन बढ़ाने के लिए काम करने वाले युवा पर्यावरण कार्यकर्ता चन्दन नयाल आपने निस्वार्थ समाजसेवा में लगे है । 


हरित वन क्रान्ति - एक नयी सोच के साथ उत्तराखंड के चंदन नयाल जो कि आज देश के हर युवा के लिए एक आदर्श बन चुके है जिन्होंने 26 साल की छोटी सी उम्र में 50,000 से अधिक पेड़ लगा दिए और हज़ार रुकावटों के बाद भी अपने 5 करोड़ पेड़ लगाने के लक्ष्य को पूरा करने में कार्यरत है. आज उनकी इस मुहिम को उत्तराखंड और पूरे भारत से सहयोग, सराहना और प्यार मिल रहा है और कई युवा और वरिष्ट नागरिक इससे जुड़ना चाहते है । इसी विषय में उनकी संस्था हरित वन क्रान्ति की आज तीसरी मीटिंग थी जो की करोना के चलते एक विडीओ कॉलिंग ऐप्लिकेशन के द्वारा की गयी. जिसका संचालन मोहन शर्मा ने किया और बत्तोर स्पीकर जिसमें मुख्य अथिति चंदन नयाल और उनके साथ अन्य वक़्ता शामिल हुए सुबोध कुमार, शाह नवाज़, भूपेन्द्र सिंह रावत, हेम चंद्रा जोशी, विनोद पांडेय, प्रशांत जोश, निमिष चंडोला. सभी वक़्ताओ ने अपने बहुमूल्य विचार, अनुभव और मार्गदर्शन से इस मुहिम को आगे बढ़ाने का संकल्प किया. वन संरक्षण, जल संरक्षण, ग्लोबल वर्मिंग और गाँव से बड़ता पलायन इस चर्चा का मुख्य केंद्र रहे. हरित वन क्रान्ति के 300 से ज़्यादा कार्यकर्ता ज़मीनी स्तर पर इस मुहिम को आगे बड़ा रहे है । भविष्य में और ज़्यादा कार्यकर्ता इस मुहीम से जुड़ेंगे. आज इस क्रान्ति से जुड़े हर व्यक्ति का यही एक नारा है “मैं भी चंदन”. इस क्रान्ति से जुड़ने के लिए आप भी सम्पर्क कर सकते है वॉट्सएप्प नम्बर 7249971445 पर सम्पर्क किया जा सकता है ।


गुरुवार, 22 अप्रैल 2021

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा की प्रांतीय ऑनलाइन बैठक में सोशल मीडिया के द्वारा आन्दोलन तेज़ करने की तैयारी ।।web news।।

कोरोना काल में सोशल मीडिया के द्वारा तेज किया जाएगा पुरानी पेंशन बहाली आन्दोलन: डॉ० पसबोला

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा की ऑनलाइन बैठक में कर्मचारियों ने कहा कि अब पुनः आंदोलन को ऑनलाइन मोड पर ले जाने का वक़्त है। इस बार कर्मचारियों के साथ हो रहे पेंशन सम्बन्धी अन्याय को जनता के पास पहुंचाया जाएगा। 


राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के कुमाऊँ मण्डल प्रभारी योगेश घिल्डियाल ने कहा कि ओपीएस में सरकारी तनख़्वाह की तरह ही पे कमीशन और डीए लागू होता है, वहीं एनपीएस में ये दोनों चीज़ें नदारद हैं. ‘पे कमीशन’ जहां हर 10 साल में पेंशन को गुणात्मक रूप से बढ़ा देता है, वहीं डीए के चलते भी कुछेक प्रतिशत बढ़ौतरी हर छः महीने में हो जाती है. जबकि एनपीएस में पेंशन आपको इन पांच इंश्योरेंस कंपनीज़ में से एक से मिलनी है. वो क्यूं ही हर साल, छः महीने में आपके पैसे बढ़ाए।
महिला मोर्चा की गढ़वाल मण्डल प्रभारी रश्मि गौड़ ने कहा कि आज मै तो यही सोचती हूँ कि जब हम रिटायर होंगे, तब क्या होगा।क्योंकि पुरानी पेंशन तो बुढ़ापे का सहारा है।हम अपनी इज्जत से जी सकते है।किसी के आगे हाथ नही फैला सकते।जिन लोगो की पेंशन है वे स्वाभिमान से अपना जीवन यापन कर रहे है।चाहे उनकी सन्तान उन्हें दे या ना दे इससे उन्हें कोई फर्क नही पड़ता है।इसलिए पुरानी पेंशन जरूरी है। मै अपने पिता श्री को देखती हूँ ।वो अपनी पेंशन के कारण स्वाभिमान से जीते है। आज भी वो 40000 रु पेंशन पाते है। माँ और पिताजी अपनी सारी जरुरतो को पूरा करते है और सम्मानपूर्वक जिंदगी जी रहें है।पुरानी पेंशन ही न्याय संगत हे।इसलिए हमे पुरानी पेंशन चाहिए और ले कर रहेंगे।पुरानी पेंशन के लिए लड़ेंगे और ले कर रहेंगे।
बागेश्वर की जिला संयुक्त सचिव सोनिया गौरव ने कहा कि पुरानी पेंशन में कर्मचारी का शेयर कुछ नही होता है फिर भी कर्मचारी आवश्यकता पड़ने पर जी.पी.एफ. से धनराशि निकाल सकता है जबकि नई पेंशन व्यवस्था में कर्मचारी का 10% शेयर होने के बावजूद भी हम अपनी आवश्यकतानुसार धनराशि नहीं निकाल सकते साथ ही सरकारी सेवा में अपने जीवन के लगभग 30 से 35 वर्ष देने के बाद भी बुढ़ापे में जब हम कोई कार्य करने योग्य नहीं रहते तब हमें 1000 से 1200 रूपये पेंशन स्वरूप दिए जाते हैं जो अत्यन्त दुर्भाग्य पूर्ण है ।
रुद्रप्रयाग के जिला मुख्य संरक्षक शंकर भट्ट ने कहा कि नई पेंशन स्कीम के तहत कर्मचारी अपने अंशदान में से एक बार में केवल 25 प्रतिशत राशि निकाल सकता है, और फिर अगले 5 सालों तक उसमे से कोई राशि नहीं निकाल सकता है, एवं इससे पैसा निकालने की प्रक्रिया काफी जटिल है, इसके विपरीत gpf व्यवस्था के तहत कर्मचारी बहुत आसानी से अपने जमा का बड़ा हिस्सा किसी भी समय आवश्यक्ता पड़ने पर निकाल सकता है, नई पेंशन व्यवस्था के तहत सेवानिवृत होने पर कोषागार की आपको पेंशन देने की कोई गारंटी नहीं है, आपकी पेंशन आपके हिस्से के 40 प्रतिशत अंशदान से निर्धारित होगी,इस हेतु आपको एन्यूटी प्लान लेना पड़ेगा जो की बाजार आधारित है, और आपको इस पैसे पर tax भी देना होगा, जबकि gpf व्यवस्था के तहत कोषागार आपको पेंशन देने की गारंटी देता है।जिला उपाध्यक्ष रुद्रप्रयाग नीलम बिष्ट ने कहा कि पेंशन ,सरकारी कर्मचारियों की वह सम्पत्ति है, जिस पर उसी का पूर्ण अधिकार है।जो सेवा, समर्पण पश्चात उसे मिलता है और मिलना चाहिए। सवाल यही बनता है कि अगर यह कई दशक जीवन सेवा हेतु देने के पश्चात भी एक सरकारी कर्मचारी के लिए मान्य नहीं ,तो यह चंद वक्त के लिए विराजमान होने वालों के लिए क्यों, और अगर इसमें ही लाभ और देशहित है ,तो फिर इस(नवीन पेंशनयोजना) सुख से ये वंचित क्यों, हमारा आने वाला जीवन ,इसी पेंशन पर निर्भर है अतः यह हमें लौटाया जाय।हमारा हक हमें दे दिया।
प्रांतीय महिला अध्यक्ष योगिता पंत ने कहा कि सरकारी कर्मचारी का सबसे बड़ा दुर्भाग्य नई पेंशन स्कीम है । एक कर्मचारी के बुढ़ापे की आस होती है ops। हम कर्मचारियों की सुरक्षा की लाठी होती है ops। पर दुर्भाग्य.... आख़िर क्यों छीना गया हमसे ये सुरक्षा कवच? हम सब सरकारी कर्मचारियों की अभिलाषा है कि आज रामनवमी को nps रूपी अंधकार को,छल को भस्म कर दिव्य ज्योति रूपी पुरानी पेंशन को सरकार अविलम्ब बहाल करे अन्यथा उत्तराखंड के 78,000 कर्मचारी आंदोलन हेतु मजबूर होंगे।
जिला अध्यक्ष उत्तरकाशी गुरुदेव रावत ने कहा कि पुरानी पेंशन बुढ़ापे का सबसे भरोसेमंद बेटा है जो हमे बुढ़ापे में आत्मनिर्भरता के साथ जीने को मजबूत करता है।हमे हमारी सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है।शर्म की बात है जिस देश मे एक देश एक विधान की बात बड़े बड़े मंचों से की जाती है और एक दिन का मंत्री विद्यायक पेंशन लेता है तथा 60 वर्ष तक सेवा देने वाला सरकारी सेवक टेंशन लेता है।महिला उपाध्यक्ष पौड़ी अवंतिका पोखरियाल ने कहा कि पुरानी पेंशन में जीपीएफ की सुविधा है, टैक्स फ्री है, मिनिमम पेंशन है वहीं एनपीएस में हमारा पैसा जबरदस्ती कटौती कर के शेयर बाजार जोखिम के अधीन लगाया जा रहा है जिसकी जानकारी किसी को भी ठीक से नहीं है । और एनपीएस के चलते कर्मचारी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति भी नहीं ले सकते क्योंकि वीआरएस लेने पर हमारा पैसा सीज़ हो जाएगा।जिला उपाध्यक्ष टिहरी राजीव उनियाल ने कहा कि पुरानी पेंशन में सेवा निवर्त होने के बाद कर्मचारी को किसी पर आश्रित रहने की आवश्यकता ही नही पड़ती जबकी nps में जो आज कार्मिकों को 1000 या 800rs पेंशन मिल रही है उस के लिए अपने बच्चों पर या वृद आश्रम पर निर्भर रहना होगा।शाखा महामंत्री श्रीनगर श्री मनोज भंडारी ने कहा कि हूबहू पुरानी पेंशन व्यवस्था होनी चाइए , जिसमे जी0पी0एफ0 व्यवस्था हो तथा सेवानिवृत्ति के पश्चात अंतिम अंतिम का 50% पेंशन के रूप मे मिल सके जिससे कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित हो सके lजिला उपाध्यक्ष उत्तरकाशी सरिता सेमवाल ने कहा कि नई पेंशन व्यवस्था में हम जीपीफ की तरह अपनी जमा धनराशि को निकाल नहीं सकते हैं, यदि हम इसे किसी तरह निकाल भी सके तो इस पर हमें इनकम टैक्स देना पड़ेगा।
प्रान्तीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ० डी० सी० पसबोला ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था (OPS) का शेयर मार्केट से कोई संबंध नहीं था।पुरानी पेंशन में हर साल डीए जोड़ा जाता था।पुरानी पेंशन व्यवस्था में गारंटी थी कि कर्मचारी या अधिकारी की आखिरी सैलरी का लगभग आधा उसे पेंशन के तौर पर मिलेगा।अगर किसी की आखिरी सैलरी 50 हजार है तो उसे 25 हजार पेंशन मिलती थी। इसके अलावा हर साल मिलने वाला डीए और वेतन आयोग के तहत वृद्धि की सुविधा थी।नौकरी करने वाले व्यक्ति का जीपीएफ अकाउंट खोला जाता था।जीपीएफ एकाउंट में कर्मचारी के मूल वेतन का 10 फ़ीसदी कटौती करके जमा किया जाता था।जब वह रिटायर होता था तो उसे जीपीएफ में जमा कुल राशि का भुगतान होता था सरकार की तरफ से आजीवन पेंशन मिलती थी। इसके विपरीत नई पेंशन व्यवस्था (NPS) वर्ष 2004 से लागू हुई न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस)न्यू पेंशन स्कीम एक म्‍यूचुअल फंड की तरह है।ये शेयर मार्केट पर आधारित व्यवस्था है।पुरानी पेंशन की तरह इसमेें पेंशन में हर साल डीए नहीं जोड़ा जाता। कोई गारंटी नहीं है कि कर्मचारी या अधिकारी की आखिरी सैलरी का लगभग आधा ही उसे पेंशन के तौर पर मिले। एनपीएस के तहत जो टोटल अमाउंट है, उसका 40 प्रतिशत शेयर मार्केट में लगाया जाता है। कर्मचारी या अधिकारी जिस दिन वह रिटायर होता है, उस दिन जैसा शेयर मार्केट होगा, उस हिसाब से उसे 60 प्रतिशत राशि मिलेगी. बाकी के 40 प्रतिशत के लिए उसे पेंशन प्लान लेना होगा।पेंशन प्लान के आधार पर उसकी पेंशन निर्धारित होगी।नई व्यवस्था में कर्मचारी का जीपीएफ एकाउंट बंद कर दिया गया है। 

डॉ० पसबोला ने आगे स्पष्ट किया कि विरोध इन बातों पर है

◆1 जनवरी 2004 को जब केंद्र सरकार ने पुरानी व्यवस्था को खत्म कर नई व्यवस्था लागू की. एक बात साफ थी कि अगर राज्य चाहें तो इसे अपने यहां लागू कर सकते हैं. मतलब व्यवस्था स्वैच्छिक थी. उत्तराखंड में इसे 1 अक्टूबर 2005 को लागू कर दिया. पश्चिम बंगाल में आज भी पुरानी व्यवस्था ये लागू है.
◆पुरानी पेंशन व्यवस्था नई व्यवस्था की तरह शेयर बाजार पर आश्रित नहीं है. लिहाजा उसमें जोखिम नहीं था.
◆ न्यू पेंशन स्कीम लागू होने के 14 साल बाद भी यह व्यवस्था अभी तक पटरी पर नहीं आ सकी है.
◆नई स्कीम में कोई गारंटी नहीं है कि कर्मचारी या अधिकारी की आखिरी सैलरी का लगभग आधा ही उसे पेंशन के तौर पर मिले. क्योंकि शेयर बाजार से चीजें तय हो रही हैं.
°◆नई व्यवस्था के तहत 10 प्रतिशत कर्मचारी और 10 प्रतिशत सरकार देती है. लेकिन जो सरकार का 10 प्रतिशत का बजट है, वही पूरा नहीं है.
◆ मान लीजिए उत्तराखण्ड में मौजूदा समय में 2.5 लाख कर्मचारी है. अगर उनकी औसत सैलरी निकाली जाए तो वह 25 हजार के आसपास है. इस हिसाब से कर्मचारी का 2500 रुपए अंशदान है. लेकिन इतना ही अंशदान सरकार को भी करना है. मोटे तौर पर सरकार के ऊपर कई हजार करोड़ का भार आएगा. लेकिन सरकार के पास इसके लिए बजट ही नहीं है।
◆ नई व्यवस्था के तहत मान लीजिए अगर किसी की पेंशन 2000 निर्धारित हो गई तो वह पेंशन उसे आजीवन मिलेगी. उसमें कोई उतार-चढ़ाव नहीं होगा. पुरानी व्यवस्था में ऐसा नहीं था. उसमें हर साल डीए और वेतन आयोग के तहत वृद्धि की सुविधा थी।
◆ विरोध शेयर मार्केट आधारित व्यवस्था को लेकर है. कर्मचारियों का कहना है कि मान लीजिए कि एक कर्मचारी एक लाख रुपये जमा करता है. जिस दिन वह रिटायर होता है उस दिन शेयर मार्केट में उसके एक लाख का मूल्य 10 हजार है तो उसे 6 हजार रुपये मिलेंगे और बाकी 4 हजार में उसे किसी भी बीमा कंपनी से पेंशन स्कीम लेनी होगी. इसमें कोई गारंटी नहीं है।
◆ पहले जो व्यवस्था थी, उसमें नौकरी करने वाले व्यक्ति का जीपीएफ अकाउंट खोला जाता था. उसमें कर्मचारी के मूल वेतन का 10 फ़ीसदी कटौती करके जमा किया जाता था. जब वह रिटायर होता था तो उसे जीपीएफ में जमा कुल राशि का भुगतान होता था और सरकार की तरफ से आजीवन पेंशन मिलती थी. नई व्यवस्था में जीपीएफ अकाउंट बंद कर दिया गया है।

जिला संगठन मंत्री चमोली अवधेश सेमवाल ने कहा कि देश में अन्याय का सबसे बड़ा उदाहरण नयी पेंशन योजना है। न्यू पेंशन स्कीम ( एनपीएस ) कर्मचारियों को रिटायरमेंट पर घाटे का सौदा बन रही है वर्षों की नौकरी के बाद सेवानिवृत्त होने पर हाथ आ रहे है खाली लिफाफे और कुछ के हाथों में महज 700 से 1100 रुपए की पेंशन । NPS में न्यून पेंशन प्राप्त होने के कारण आर्थिक संकट पैदा हो रहा है। देश भर में करोड़ों सरकारी कर्मचारी आश्रितों सदस्यों के सामने यह दृश्य उपस्थित हो गया है। जीवन के अमूल्य वर्षों को सरकारी सेवा में देने के बाद रिटायर होने पर प्रत्येक सरकारी कर्मचारी के लिए भी यह बेहद अपमानजनक स्थिति है।मंडलीय महासचिव नरेश कुमार भट्ट ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना में शिक्षकों कर्मचारियों,अधिकारियों हेतु व्यवस्थानुसार सेवानिवृत्ति होने पर वेतनानुसार पेंशन तय होh जाती है व उस पर प्रत्येक छह माह में पेंशन वृद्धि व एरियर की व्यवस्था भी निश्चित हो जाती है। नई पेंशन योजना में कर्मचारी-हित को दरकिनार करते हुए बाजार-हित को अग्रणी मानते हुए उपर्युक्त सभी व्यवस्थाओं से वंचित कर दिया जाता है।जोकि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति हो जाती है और वर्तमान परिप्रेक्ष्य में देख रहे हैं कि कुछ शिक्षकों ,कर्मचारियों,अधिकारियों को 700,1300,1400 ₹ नई पेंशन बन पाई है l
जिलाध्यक्ष टिहरी हिमांशु जगूड़ी ने कहा कि Ops में सब कुछ हमारे हाथ में होता था जबकि nps में बाजार के अधीन ।जैसे कोरोना से सुरक्षा भी हमारे हाथ में और असुरक्षा बाजार में। nps से छुटकारा केलिए हाथ बढ़ाना होगा और कोरोना से बचाव के लिए हाथ धोना होगा। जैसे बुढ़ापे का एक मात्र सहारा ops, वैसे मास्क जरूरी और 2गज की दूरी बस।प्रांतीय प्रेस सचिव डॉ. कमलेश कुमार मिश्र ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था कर्मचारी को उसकी सेवाओं के बतौर संरक्षण प्रदान करती है, नई पेंशन योजना सिर्फ कर्मचारी का शोषण करती है, वर्तमान में कर्मचारी को उसका दशम भाग पेंशन भी प्राप्त नहीं हो पा रही है, जितना उसका मासिक अंशदान है, यह योजना केवल बाजार के लिए लाभकारी है।
कुमाऊं महिला उपाध्यक्ष रेणु डांगला ने कहा कि पेंशन जरूरी ही नहीं, जरूरत भी है।इसके बंद होने से कई वर्षों से सरकारी विभाग के लोग इसका नुकसान वर्तमान में रिटायर होने पर 700-800 आदि के रूप में झेल रहे हैं।अभी कोरोना से जिस तरह हालत के हैं। उसका सबसे ज्यादा असर आर्थिक स्थिति पर पड़ा है। सोचनीय विषय यह है कि अगर आगे भी यही हाल रहे तो हम पर आगे जाने क्या-2 और थोपा जा सकता है और शायद हमारे रिटायरमेंट तक हमारे हाथ 700-800(उदाहरण मात्र) भी न रहे।
जिला उपाध्यक्ष अल्मोड़ा रजनी रावत ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था मे कर्मचारी अपने अंशदान को अपनी आवश्यकता अनुसार बढ़ा व घटा सकता है, यह सुविधा नई पेंशन व्यवस्था मे नहीं है।
जिला देहरादून उपाध्यक्ष (महिला) डॉ० शैलजा रोहिला ने एन पी एस को ऊंट के मुंह में जीरा बताया तो जिला हरिद्वार उपाध्यक्ष (महिला) डॉ० रक्षा रतूड़ी ने एन पी एस को कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया।

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सोमवार, 19 अप्रैल 2021

NAPSR ने स्कूल की मनमानियों के खिलाफ थाने मे तहरीर दी , जाने खबर ।।web news।।

सीएसटी विद्यालय प्रिंसिपल के विरूद्ध अभिभावकों ने दी कोतवाली विकास नगर मे तहरीर ।


देहरादून ।।विकास नगर आज सीएसटी हरबर्टपुर के प्रिंसिपल के द्वारा छात्रों को सीबीएससी के नियम को नजर अंदाज करते हुए फेल किये जाने को लेकर एनएपीएसआर के पछवादून अध्यक्ष अरविंद शर्मा के नेतृत्व मे कोतवाली विकास नगर मे एस आई 
को तहरीर सौंपी । अपनी तरह का यह पहला मामला है जब स्कूल की मनमानियों के खिलाफ थाने मे तहरीर दी है । ज्ञात हो कि सीएसटी के प्रिंसिपल की मनमानियों को लेकर अभिभावक काफी समय से लेकर संघर्स कर रहे हैं । एनएपीएसआर के पछवादून अध्यक्ष अरविंद शर्मा ने बताया कि सीएसटी विद्यालय मे कक्षा 11वीं के 15 छात्र/छात्राओं को स्कूल प्रिंसिपल द्वारा द्वेषपूर्ण तरीके से नियमविरुद्ध फेल कर दिया था । इस बाबत जब स्कूल प्रिंसिपल से सम्पर्क साधा कर कॉपी जांच की बात की गई तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया और अधिकांश बच्चे दो सब्जेक्ट मे फेल किये गए हैं जबकि CBSE के नियमानुसार प्रावधान है कि दो सब्जेक्ट मे फेल होने वाले बच्चों की कम्पार्टमेंट होती है किंतु उन्होंने सभी बातों और नियमो को मानने से इनकार करते हुए यह कहकर स्कूल से बाहर कर दिया कि यहां का प्रिंसिपल मै हूँ और यहां मेरी चलेगी मै किसी भी नियम व कानून को नही मानता हूं । और अपने चहेते छात्रों को प्रमोट कर अगली कक्षा मे भेज दिया किन्तु अब 09 छात्रों के भविष्य से सिर्फ अपनी जिद के कारण खेल रहे हैं । जिसकी शिकायत हमने उपजिलाधिकारी महोदय व खण्ड शिक्षा अधिकारी महोदय से भी करी है । जिसकी छायाप्रति व CBSE की गाइडलाइंस की छायाप्रति संलग्न है । किन्तु चूंकि अब स्कूल बंद होने की कगार पर हैं और बच्चों का साल सिर्फ एक प्रिंसिपल की जिद के कारण खराब हो रहा है और हमारा बच्चा डिप्रेशन मे जा रहा है और यदि हमारे बच्चे ने कल को डिप्रेशन मे आकर कुछ कर लिया तो उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी स्कूल प्रिंसिपल की होगी । चूंकि पिछले वर्ष सभी बच्चे शिक्षा से वंचित रहे हैं और ऑनलाइन शिक्षा पर ही निर्भर रहे हैं तो ऐसे मे अन्य विद्यालयों द्वारा सभी बच्चों को प्रमोट कर दिया गया है और सरकार ने भी 10वीं तक के बच्चों को पास कर दिया है । और शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009/2010/2011, NCPCR व CBSE के नियमानुसार व आदेशानुसार बच्चों को शिक्षा से वंचित नही किया जा सकता है ।

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मंगलवार, 13 अप्रैल 2021

भारत विकास परिषद की द्रोण शाखा की नयी कार्यकारिणी का गठन किया गया ।।Web News।।


भारत विकास परिषद की द्रोण शाखा की मधु मारवाह, अध्यक्ष व रोहित कोचगवे, सचिव बने ।

आज भारत विकास परिषद की द्रोण शाखा की भारत विकास परिषद, रीजन-1, के कार्यालय में बैठक हुई जिसमें वर्ष 2021-22 में किए जाने वाले कार्यों एवं विभिन्न दायित्वों की चर्चा की गई साथ ही नयी कार्यकारिणी का गठन किया गया ।

बैठक में वर्ष 2021- 22 के लिए विभिन्न प्रकल्प के लिए दायित्व को विभिन्न पदाधिकारियों के बीच बांटा गया।

मधु मारवाह, अध्यक्षा,रोहित कोचगवे, सचिव,, द्रोण शाखा,नरेश भटनागर, कोषाध्यक्ष, ,सुषमा जैरथ, सुचित्रा अग्रवाल, संध्या जोशी, अनीता गुप्ता, रिचा कंबोज, मेजर प्रेमलता वर्मा, पूनम लूना, अंजना वाही, डॉ विनोद वाही, शशकुंतला वर्मा, विनीता बनर्जी, बलदेव पाराशर, स्वप्निल सिन्हा, पदाधिकारी 

बैठक में पदाधिकारी उपस्थित रहे

हरबंस कपूर विधायक, कैंट, देहरादून, एसएस कोठियाल, पूर्व आईजी, पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष, भारत विकास परिषद, उत्तराखंड, पश्चिम प्रांत, सविता कपूर, रीजनल मंत्री, भारत विकास परिषद, रीजन-1,शुभा वर्मा, पूर्व अध्यक्षा, भारत विकास परिषद द्रोण,अनिल वर्मा, संगठन मंत्री, भारत विकास परिषद, उत्तराखंड पश्चिम प्रांत,शालिनी कोठियाल, महिला सह-संयोजिका, भारत विकास परिषद, उत्तराखंड पश्चिम प्रांत, अरुणा चावला, पूर्व अध्यक्षा, भारत विकास परिषद द्रोण शाखा, मधु मारवाह, अध्यक्षा, भारत विकास परिषद द्रोण शाखा, रोहित कोचगवे, सचिव, भारत विकास परिषद, द्रोण शाखा आदि उपस्थित रहे ।






सोमवार, 12 अप्रैल 2021

आज के दिन : महात्मा ज्योतिबा फूले जी का 194 जयंती धूमधाम से मनायी गयी ।।web news।।


अखिल भारतीय दलित साहित्य अकादमी ने महात्मा ज्योतिबा फूले की जंयती पर याद किया ।

 देहरादून में सामाजिक आजादी के अग्रदूत, शिक्षा के जनक महात्मा ज्योतिबा फूले का 194 जयंती धूमधाम से मनायी गयी । इस मौके पर अखिल भारतीय दलित साहित्य अकादमी के प्रदेश अध्यक्ष जयपाल सिंह ने कहा कि शूद्रों व शूद्र अछूतों के साथ बहुत गहरा भेदभाव था तो उस समय ज्योतिबा फूले जी ने इस भेदभाव को मिटाने के लिए ब़ामहणों के खिलाफ क़ांती छेड दिया कि हम तुम्हारे गुलामी नही करेंगे तथा शिक्षा के लिए स्कूल खोला । इनकी पत्नी माता सावित्री बाई फूले जी ने महिलाओं के लिए पहली बार स्कूल खोला. ओबीसी सर्विस कर्मचारी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एच आर सिंह ने कहा असली गुलामी की जड शिक्षा है, डॉ0 रामविलास यादव जी ने कहा कि हमें संगठित होकर लड़ना पडेगा । इस मौके पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राम बचन राम राजभर जी ने कहा कि जिस तरह से महापुरुषों ने सामाजिक आजादी की लड़ाई लडकर हमें आजादी दिलाई उसको बचाये रखने के लिए आज वैसा ही लड़ाई लडनी पडेगा । देर शाम तक चले कार्यक्रम में संगठन के कृष्ण लाल वर्मा जी प्रदेश महासचिव अनिता राना जी, द्वारिका यादव , राकेश मौर्य,राहुल गुप्ता, गुरुबचन, राधेश्याम खरवार ,निरंजन कुमार, देवनाथ जी, अमरनाथ जी, राम सजीवन मौर्य, मो शाहिल गुलशन ,शम्भू यादव व अन्य कार्यकर्ता, सदस्य गण उपस्थित रहे।

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शुक्रवार, 9 अप्रैल 2021

Book Bank : NAPSR के बुक बैंक में नए सत्र की निःशुल्क किताबों के लिए आ रहे है जरूरमंद ,जाने पूरी खबर ।।web news।।

एनएपीएसआर के बुक बैंक मे फिर से लगा निःशुल्क किताबें लेने वालों का तांतां

देहरादून ।।नैशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स (एनएपीएसआर) की मुहिम "ताकि कोई बच्चा न रहे शिक्षा से वंचित" के तहत पिछले चार वर्षों से चलाए जा रहे निःशुल्क बुक बैंक मे स्कूल खुलते ही इस साल भी किताबें लेने व देने वालों की भीड़ लगनी शुरू हो गयी है यहां पर अभिभावक व बच्चे न सिर्फ स्कूली शिक्षा की बल्कि सिविल सेवा, व अन्य कम्पटीशन की किताबें भी का लाभ लेने भी आ रहे हैं । बुक बैंक के संचालक आरिफ खान ने बताया कि वर्ष 2018 मे अभिभावकों को आर्थिक राहत पहुंचाने और पुस्तक विक्रेताओं की मनमानियों से बचाने के लिए तीन दिवसीय बुक एक्सचेंज मेले से शुरू हुई एनएपीएसआर की मुहिम आज एक बुक बैंक का रूप ले चुकी है और चूंकि पिछले साल लॉक डाउन के चलते अभिभावक बुक बैंक नही आ सकते थे तो उन्होंने अपनी कार को ही बुक बैंक बना दिया था और विकासनगर, ऋषिकेश, मसूरी समेत पूरे देहरादून मे जहां से भी किताबों की मांग की गई उन्होंने लगभग 1350 बच्चों तक किताबें पहुंचाई थी । किन्तु चूंकि इस साल स्तिथि सामान्य है तो लोग खुद चलकर किताबें लेने और देने आ रहे हैं बुक बैंक से अभी तक हजारों बच्चों को लाभ मिल चुका है । अभिभावकों की सुविधा और उनकी मांग के चलते नेहरू कॉलोनी के अलावा विकास नगर, चन्द्रमणि, बसंत विहार, सहस्त्रधारा रोड़, ठाकुरपुर (प्रेमनगर) मे भी बुक बैंक की शाखा खोली हुई है ताकि अभिभावकों और छात्रों को किताबों के लिए भटकना न पड़े । इस बुक बैंक का लाभ अभी तक हजारों लोगों ने उठाया है जिनमे आम आदमी के अलावा शिक्षक,पत्रकार, डॉक्टर पुलिसकर्मी व शिक्षा पर काम करने वाली संस्थाएं भी शामिल हैं । उनका कहना है कि यदि इसी प्रकार से जनता का सहियोग मिलता रहा तो वो अन्य शहरों और राज्यों मे भी बुक बैंक की स्थापना करना चाहते हैं ताकि शिक्षा सभी के पहुंच मे हो सके । यदि आप भी बुक बैंक से किताबें लेना और देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए पते पर सम्पर्क कर सकते हैं ।

बुक बैक की महत्वपूर्ण जानकारी

◆बुक बैंक पता - सी० 01, द्वितीय तल ,चंचल स्वीट्स के सामने दया पैलेस , नेहरुकोलोनी हरिद्वार रोड़ देहरादून 
◆पुस्तक आदान प्रदान करने के लिए बुक बैंक के संचालक आरिफ खान का सम्पर्क सूत्र 7830548108 

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बुधवार, 7 अप्रैल 2021

सामाजिक संस्थाओं ने नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया।।web news।।

समाज कल्याण, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण  व सामाजिक संस्थाओ ने नशा मुक्ति  जनजागरूकता पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया ।

आज कुसुम विहार क्षेत्र के आंगनवाड़ी केंद्र में जिला समाज कल्याण देहरादून , जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून व अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान के तहत नशामुक्त जगरूकता कैंप का आयोजन किया गया । जागरूकता कार्यक्रम के तहत पोस्टर व स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
जिसमें 6 वर्ष से 15 वर्ष तक के लगभग 50 बालक बालिकाओं ने प्रतिभाग किया, बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार के पोस्टर बनाए जिसमें नशे के दुष्प्रभाव दिखाते विभिन्न स्लोगन, पेंटिंग बनायी । साथ ही सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा नशे के दुष्प्रभाव बताते हुए बच्चों को नशे में न पड़ने की सलाह देते हुए बच्चों को अपने माता पिता को भी नशे के प्रति जागरूक करने के लिए कहा गया ।
आज कार्यक्रम में मैक संस्था से जहांगीर आलम ,शमीना, वुमन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट फाउंडेशन, समर्पण सोसाइटी से मानसी मिश्रा, आपका आसरा सेवा समिति से कृतिका, गगन वेलफेयर फाउंडेशन से बैजन्ती माला आदि उपस्थित रहे।

आज की कोरोना अपडेट 



सोमवार, 5 अप्रैल 2021

कश्यप समाज से जुड़े सामाजिक संस्थाओं ने मनाई महर्षि कश्यप जयंती।।web news।।



अखिल भारतीय आदिवासी कश्यप कहार भोई निषाद समन्वय समिति और नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति ने मनाई महर्षि कश्यप जयंती

विकास नगर ब्लॉक के ग्राम डांडीपुर तीपरपुर में महा ऋषि कश्यप की जयंती को कश्यप समाज के लोगों ने धूमधाम से मनाया महा ऋषि कश्यप जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर चरण स्पर्श करके आशीर्वाद प्राप्त किया गया इस अवसर पर कई गांव के दर्जनों लोगों ने महर्षि कश्यप का आशीर्वाद लिया इस अवसर पर अखिल भारतीय आदिवासी कश्यप कहार भोई निषाद समन्वय समिति युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कश्यप तथा महिला मोर्चा की महासचिव सपना कश्यप अध्यक्ष स्नेहा कश्यप तथा नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति के संस्थापक अमर सिंह कश्यप तथा रामकिशन कश्यप और कार्यक्रम के संयोजक अखिलेश कश्यप तथा सोम भगत जी मौसम सिंह कश्यप कृत राम वर्मा कश्यप तथा रघुवीर कश्यप विजय आजाद रामकिशन कश्यप रवि कश्यप कश्यप सुभाष कश्यप पवन कश्यप काशीराम कश्यप विशंभर कश्यप अजय कश्यप सुंदरलाल ईश्वर सिंह कश्यप नाथीराम अनिल कुमार प्रभु राम कश्यप बबली देवी सहित दर्जनों महिला पुरुषों ने प्रतिभाग किया और महर्षि कश्यप का आशीर्वाद प्राप्त किया इस अवसर पर हलवे का प्रसाद वितरण किया गया और कार्यक्रम में वक्ताओं ने महा ऋषि कश्यप के जीवन दर्शन पर इतिहास के संबंध में लोगों को जानकारी दी और एकजुटता पर बल दिया उन्होंने कहा कि कश्यप समाज के लिए एकजुटता का मंत्र सबसे कारगर रहेगा अन्यथा हम लोग और पिछड़ते जाएंगे वक्ताओं ने कश्यप समाज के लोगों को जगाने तथा महर्षि कश्यप जी के जन्मदिवस पर सार्वजनिक अवकाश देने की भी केंद्र सरकार से मांगती है वक्ताओं ने कहा कि हमारे पूर्वजों के इतिहास में बहुत से महापुरुषों के द्वारा कार्य किए गए हैं जिसमें सृष्टि रचयिता महर्षि कश्यप जी का नाम प्राथमिकता के तहत आता है उन्होंने मांग की कि उनके जन्मदिवस 5 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए और महर्षि कश्यप के जीवन चित्रण को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए जिससे ओबीसी समाज को आगे बढ़ने तथा अपने इतिहास को जानने का अवसर मिलेगा इस अवसर पर कई वरिष्ठ कश्यप समाज के लोग कार्यकर्ता महिलाएं पुरुष और बच्चों ने बढ़-चढ़कर कार्यक्रम में हिस्सा लिया और महर्षि कश्यप की जय के नारे लगाए इस अवसर पर हुकम सिंह कश्यप मनीराम कश्यप सदानंद मनीष आशीष अर्जुन विभूति देवी सहित कश्यप समाज के बहुत से लोग उपस्थित रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता कृत राम कश्यप हम संचालन अमर सिंह कश्यप ने किया 
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शनिवार, 27 मार्च 2021

नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति द्वारा खुशहालपुर तथा छरबा गांव में छात्र-छात्राओं ने किसानों से खेती किसानी सीखी ।।web news।।

दून पीजी कॉलेज तथा तुलाज और माया इंस्टीट्यूट सेलाकुई के छात्र-छात्राओं ने किसानों से सीखे खेती के गुर

सहसपुर,देहरादून।। नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति सहसपुर और इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर ट्रेंनिंग एंड रिसर्च के संयुक्त तत्वाधान में आज ग्राम सभा खुशहालपुर और छरबा में किसानों का सर्वे कर उनकी समस्याओं की जानकारी हासिल की और किसानों को उन्नत खेती की जानकारी दी जिससे हमारे गांव के किसान तरक्की और अधिक खेती के संबंध में जानकारी करके उन्नत खेती कर सकें छात्रों को अपने संबोधन में ग्राम प्रधान सादिक रहमान खुशहालपुर तथा ग्राम प्रधान आमिर खान छरबा ने कहा कि गांव में छात्रों के आने से किसानों को खेती की जानकारी मिलती है जिससे किसान लाभान्वित हो सकते हैं छात्रों को संबोधित करते हुए समाज सेवी हरमिंदर कौर ने कहा की आज देश में कृषि नीति को लेकर कई चर्चाएं चल रही हैं ऐसे में बीएससी एग्रीकल्चर के छात्र अपने जीवन में उपलब्धि हासिल करके कृषि क्षेत्र में नया मुकाम हासिल कर सकते हैं नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति के संस्थापक अमर सिंह कश्यप ने कहा कि छात्र छात्राओं अपने जीवन में निरंतर आविष्कार के जनक की भूमिका में रखना चाहिए ताकि भविष्य में लोग उनके नाम से प्रेरणा लें और वह कृषि के क्षेत्र को गति एवं नई दिशा प्रदान कर सकें इस अवसर पर मुख्य रूप से मिस्टर अर्जुन कुमार, अमित उपाध्याय ,अशफाक अली, खुशनसीब असलम खान, सागर सिंह और आशीष कश्यप आदि उपस्थित रहे।

मंगलवार, 23 मार्च 2021

शहीद दिवस : संयुक्त नागरिक संगठन ने शहीद दिवस पर गोष्ठी आयोजित की ।।web news।।


देहरादून के समाजिक संगठनो ने शहीद दिवस के अवसर पर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए

शहीद क्रान्तिकारियों के प्रेरक विचार और वर्तमान समय मे जनप्रतिनिधियो के दायित्व विषय पर आज शहीद दिवस के अवसर संयुक्त  नागरिक संगठन ने गोष्ठी का आयोजन किया । साथ ही शहीद भगतसिंह राजगुरु सुखदेव को देहरादून के समाजिक संगठनो के प्रतिनिधियो ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए इनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प व्यक्त किया ।इनमे स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी संगठन ,क्षत्रिय चेतनामंच,नेशनल एसोसियेशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स (NAPSR)सर्वधर्म समाज सद्भावना समिति,सोशल जस्टिस फाउंडेशन,पूर्वसैनिक संगठन,स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति,अखिल भारतीय उपभोक्ता समिति,भारत तिब्बत मैत्री संगठन,आर टी आई क्लब,संयुक्त बैंक इंप्लाइज एसोसियेशन,पर्यावरण मित्र,दून फूड रिलीफ फंड, निर्भया,सिख सेवक समाज,दिवयांग सहयोग समिति,संयुक्त नागरिक संगठन आदि शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन आरिफ खान ने किया। वक्ताओं मे सेवा सिह मठारू,अमरजीत सिंह भाटिया,भद्रसिहं नेगी,संदीप शास्त्री,डाक्टर एस फारूख,गुलिसता खानम,शेरिंग लयुडिंग,जितेन्द्र डडोना,लेफ्टिनेंट कर्नल बी एम थापा,आशा टमटा,सुशील त्यागी,जगमोहन मैंदिरतता,थे।इस दौरान कर्नल ए आर मन्हास,मेजर आरएस कैंथुरा,बिशमबर नाथ बजाज, आई कयुडिंग,उपेन्द्र बिजलवान,कुसुम धसमाना,एसपी चौहान,डॉक्टर मुकुल शर्मा,बी एस कणडारी,राजेन्द्र प्रसाद,यज्ञभूषण शर्मा,अशोक वर्मा,डॉक्टर एसएस खेरा,डॉक्टर चेतन खत्री ,डाक्टर एस के गोविल,गुलशन बाहरी,गजल खान,समरीन कौर,मनीषा गोयल,एमपी बिष्ट आदि थे। कार्यक्रम मे पौधा निवासी  स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सीमा बिष्ट को संगठन के संरक्षक डॉ० एस फारूख,गुलिसता खानम,आशा टमटा आदि ने  अपनी अपनी संस्थाओ की ओर से शाल उड़ाकर सम्मानित किया। शहीदो को मौन रखकर श्रद्धांजली देते हुए राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम इंदर रोड़ पर सम्पन्न हुआ।