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आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
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सोमवार, 19 अप्रैल 2021

Pahadi Product : पहाड़ी युवा उद्यमियों ने पहाड़ी स्वाद वाला चरचुरु-बरबुरु मिक्स मसाला लॉन्च किया , पढे खबर ।। web news।

चरचुरु-बरबुरु मिक्स मसाला पहाड़ी स्वाद की स्वाद प्रेमियों के लिए सौगात



उत्तराखंड की पहली म्यूजिकल गुड़िया जुन्याली से पहचान बना चुकी  पहाड़ी युवा उद्यमियों द्वरा संचालित फ़्योंली एंड पाइंस कंपनी स्वाद (टेस्ट) के दीवानों के लिए कंपनी अपना पहला ख़ाद्य प्रोडक्ट "चरचुरु-बरबुरु" - पहाड़ी मिक्स मसाला बाज़ार में लेकर आयी है । चरचुरु- बरबुरु पहाड़ी मिक्स मसाला ठेठ पहाड़ - गढ़वाल उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ में चक्की द्वारा पीसने के बाद, बनकर तैयार किया गया है कंपनी का दावा है कि यह बिना अजिनोमोटो, कैमिकल फ़्री है साथ ही शुद्ध पहाड़ी मिक्स मसाला भारतीय सरकार द्वारा अनुमोदित प्रयोगशाला से परीक्षण के पश्चात स्वीकृत है ।


"पहाड़ हिमालय का स्वादिष्ट मसाला
बस अप्डा स्वादानुसार डाला
साग-भुज्जी बणावा चाहे मुर्ग़ा- बाखरू
खांदारु बस आंगला ही चाटदी रालू"
- दीप नेगी,फ़्योंली एंड पाइंस 

चरचुरु-बरबुरु पहाड़ी मिक्स मसाले का अंदाज़ और स्वाद दोनो ही पहाड़ी हैं। चरचुरु-बरबुरु को बनाने में में पहाड़ की विशेष सामग्रियों का भी उपयोग किया गया है। लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर इसमें अजिनोमोटो का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया गया है। इस प्रोडक्ट को बनाने के पीछे फ़्योंली एंड पाइंस कंपनी का उद्देश अपने लोगों तक शुद्ध पहाड़ी मसाला पहुँचाने के साथ-साथ क्षेत्र में रोज़गार के अवसरों को भी पैदा करना है।

संबधित फीचर स्टोरी
Junyali : उत्तराखंड की पहली म्यूजिकल गुड़िया जुन्याली , जाने जुन्याली की पूरी कहानी 

सोमवार, 22 मार्च 2021

साप्ताहिक बंदी समाप्त के लिए देहरादून महानगर कांग्रेस ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया ।।web news।।


Congress-dehradun

रविवार की साप्ताहिक बंदी समाप्त के लिए देहरादून महानगर कांग्रेस अध्यक्ष के नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया

देहरादून ।। देहरादून महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के नेतृत्व में महानगर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमण्डल ने देहरादून महानगर में लगाई गई रविवार की साप्ताहिक बंदी समाप्त किये जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी आशीष वर्मा को सौंपते हुए साप्ताहिक बंदी समाप्त किये जाने की मांग की।
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जिलाधिकारी के नाम दिए ज्ञापन में कोरोना महामारी के मद्देनजर प्रशासन द्वारा देहरादून महानगर में रविवार को साप्ताहिक बंदी लागू की गई है। रविवार को होने वाली साप्ताहिक बन्दी में रेस्टोरेंट, हलवाई, तथा राशन की दुकानों के साथ ही शराब की दुकानों को इसमें छूट प्रदान की गई है परन्तु अन्य प्रकार के व्यापारियों को छून नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी का टीकाकरण प्रारम्भ हो चुका है तथा धीरे-धीरे कोरोना के प्रकोप की स्थिति सामान्य होती जा रही है वहीं बाजारों में भी रौनक लौटने लगी है तथा लोगों का विश्वास भी बढ़ता जा रहा है। पिछले लगभग एक वर्ष के काल में बेरोजगार हो चुके छोटे व्यवसायियों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसी स्थिति में रविवार को होने वाली साप्ताहिक बन्दी के निर्देश समाप्त किये जाने चाहिए ताकि सभी छोटे-छोटे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को इसका लाभ मिल सके। देहरादून शहर के मुख्य बाजार पलटन बाजार में स्मार्ट सिटी के कार्य होने के कारण बाजार पूर्ण रूप से अस्त-व्यवस्त हो चुका है तथा व्यापारियों का व्यापार ठप्प हो चुका है। उन्होने यह भी कहा कि दिनांक 28-29 मार्च को होली का त्यौहार है जिसके चलते इन दो दिनों में बाजार बंद रहेगा तथा आम जनता को अपनी आवश्यकता के सामान की पूर्व से खरीददारी करनी होगी परन्तु रविवार को बाजार बन्द होने के कारण जनता को परेशानी का सामना करने के साथ ही छोटे व्यापारियों को कठिनाई का सामना करना पड रहा हैे। महानगर कांग्रेसजनों ने मांग की कि व्यावसायियों की परिस्थितियों तथा आगामी होली के त्यौहार को मद्देनजर रखते हुए देहरादून महानगर में रविवार को लागू साप्ताहिक बन्दी को समाप्त की जाय।
ज्ञापन देने वालों में महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के अलावा पूर्व विधायक राजकुमार, सोमप्रकाश बाल्मीकि, अमीचन्द सोनकर, बलराज भ्रामरी, शेखर कपूर, सुनील बांगा, रामकपूर, रमेश आनन्द, चमन लाल, रिंकू आदि शामिल रहे ।

आज के अन्य समाचार

गुरुवार, 4 फ़रवरी 2021

Woman Self employment : महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए GKVUS संस्था चलायेगी प्रशिक्षण कार्यक्रम , पढे पूरी खबर ।।web news।।


गंगोत्री कौशल विकास एवं उत्थान समिति का महिला स्वयं सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने का अभियान

गंगोत्री कौशल विकास एवं उत्थान समिति ने उमेदपुर में आज 2 महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों एवं पदाधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें महिलाओं को स्वरोजगार एवं आर्थिकी से जोड़ने के लिए विषय पर चर्चा की गयी, बैठक में लगभग 40 महिलाओं ने प्रतिभाग किया । महिला समूह से जुड़ी बीपीएल एवं मनरेगा कार्ड धारक सदस्यों को पंजाब नेशनल बैंक व RCTE के सहयोग गंगोत्री कौशल विकास एवं उत्थान समिति से धूपबत्ती, अगरबत्ती, मोमबत्ती, पेपर बैग, जुट बैग आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा , साथ ही प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने गुणवत्तापूर्ण उत्पाद बनाने मार्केटिंग के बारे में भी जानकारी दी जाएगी । साथ ही महिलाओं को अन्य योजनाओं से जोड़कर आर्थिकी बढ़ाने का कार्य किया जायेगा ।

संस्था से जुड़ी अन्य खबरें

रविवार, 13 दिसंबर 2020

Good news : मशरूम से महिलाओं की आर्थिकी बढ़ाने का GKVUS संस्था का प्रयास , पढे पूरी खबर ।।web news।।

GKVUS संस्था ने महिला स्वयं सहायता समूहों को मशरूम प्रशिक्षण दिया ।

सामाजिक सरोकारों से जुड़ी संस्था गंगोत्री कौशल विकास एवं उत्थान समिति, उम्मेदपुर ने महिलाओं के लिए चलाये जा रहे विशेष अभियान महिला स्वरोजगार एवं सशक्तिकरण अभियान के अंतर्गत आज ठाकुरपुर मिलन केंद्र में उमेदपुर व ठाकुरपुर की तीन महिला स्वयं सहायता समूहों की लगभग 30 महिला सदस्यों को बटन मशरूम की खेती का प्रशिक्षण दिया । मशरुम कंपोस्ट केन्द्र, शंकरपुर से आये प्रशिक्षक मनबहादुर थापा ने महिलाओं को मशरूम की खेती करने के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए 1 कुंटल कम्पोस्ट खाद से बटन मशरूम बनाने के बारे में प्रैक्टिकल करके भी बताया गया । साथ ही मशरूम की खेती से जुड़ी सावधानियों की जानकारी दी गयी ।

मशरूम प्रशिक्षण के प्रतिभागी

◆संकल्प महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्य
◆गणपति महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्य
◆आस्था महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्य

बटन मशरूम की खेती पॉइंट टू पॉइंट 

मशरूम प्रशिक्षण में खाद(कम्पोस्ट) तैयार करना, बीजाई (स्पानिंग)करना ,बीजित खाद के थैले भरना व कमरे में रखना, केसिंग मिश्रण तैयार करना व केसिंग परत चढ़ाना , केसिंग उपरांत रख रखाव व मशरूम की तुड़ाई के बारे विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी ।

संस्था का मशुरूम की खेती को बढ़ावा देने का आगामी प्रयास

आगामी समय में महिलाओं को शंकरपुर की मशरूम यूनिट का भ्रमण भी करवाना प्रस्तावित किया गया, जिससे महिलाएं मशरूम की खेती के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी ले कर अपने घरों में ही मशुरूम की खेती प्रारंभ कर आजीविका व आय अर्जन कर आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ सके ।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित रहे ।

प्रशिक्षक मन बहादुर थापा , संस्था के अध्यक्ष रमेश खत्री,ज्योत्सना खत्री, प्रमोद बेलवाल ,संकल्प महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष अनिता देवी, गणपति महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष रेखा रावत , आस्था महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष नीलू रावत व तीनों समूहों के पदाधिकारियों सहित लगभग 30 सदस्यों ने प्रतिभाग किया ।


शनिवार, 14 नवंबर 2020

Pahadi product : दिवाली के त्यौहार में देश विदेश घूम रही है जुन्याली, पढ़े पूरी खबर ।।web news।।


उत्तराखण्ड की पहली पहली म्यूजिकल डाल जुन्याली बन रही दिवाली का आकर्षक उपहार





कोरोना काल में बहुत सारे बदलाव आये, खासकर चाइना के प्रोडक्ट के बहिष्कार का जन आंदोलन बन गया है, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आत्मनिर्भर भारत का नारा देकर भारत के अर्थतंत्र को मजबूत करने व कोरोना काल में हुए आर्थिकी बदहाली को बदलने का सफल प्रयास किया जो हमारे आस पास दिख रहा है। स्वदेशी उत्पादों की ओर लोगों के ध्यानाकर्षण से अच्छे उपटादों को लोग हाथों हाथ ले रहे है , अबकी दिवाली पहाड़ी प्रोडक्ट वाली सीरीज में वेब न्यूज़ में उत्तखण्ड के गुणवत्ता पूर्ण उत्पादों के बारे में आपको जानकारी दे रहे है इसी कढ़ी में उत्तराखण्ड की पहली म्यूजिकल डाल की बात कर रहे है जिसको ऑनलाईन उत्तराखण्ड में ही नही देश विदेश में रह रहे प्रवासी उत्तराखण्डी भीऑर्डर कर रहे है । जुन्याली उच्च गुणवत्ता ,पहाड़ी गीत संगीत एवं पहाड़ी रूप रंग वाली गुड़िया है जो बच्चों बड़ों सबको आकर्षित करने का काम कर रही है ।

टिहरी के युवाओ की सांस्कृतिक लगाव है जुन्याली

दीप नेगी पंकज अधिकारी और अक्की अधिकारी इन तीन युवाओं अपने अथक प्रयास व गहन रिसर्च कर जुन्याली हम सबके सामने लाने का सार्थक प्रयास किया । दीप नेगी टिहरी गढ़वाल के जुवा पट्टी के सुनार गावँ के है जो वर्तमान में दुबई में हेल्थकेयर कम्पनी में कार्यरत है पंकज व अक्की अधिकारी जुवा पट्टी के अलेरू गाँव के है जो वर्तमान में गुड़गांव में प्राइवेट कंपनी में अच्छे पदों में कार्यरत है ।


उत्तराखण्ड की संस्कृति ब्रांड एंबेसडर है प्यारी जुन्याली

जुन्याली बच्चों के लिये वार-त्यौहार, जल्मबार (जन्मदिन) में एक अच्छा उपहार हो सकती है, बडे लोगों के लिये उनके आफ़िस मे सजाने के लिये काम आ सकती है । आपके ड्राईंग रूम की सजावाट में चार चांद लगा सकती है । उत्तराखंड सरकारी और गैर सरकारी संस्थायें प्रतियोगिता में प्रतिभागियों/ विजेताओं को पुरुस्कार स्वरूप जुन्याली एक अच्छा विकल्प हो सकती है । राजनैतिक , सामाजिक , सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्मृति चिह्न स्वरूप जुन्याली भेट की जा सकती है । जुन्याली आपके आफ़िस के, होटल के, रेस्टोरेन्ट आदि के रिसेप्शन पर उत्तराखंड की संस्कृति के सूक्ष्म रूप का प्रतिनिधित्व कर सकती है आदि ।

जुन्याली " की मुख्य विशेषताएं

जुन्याली अच्छी लचीली गुणवत्ता के कारण , गुड़िया की मुद्रा ( सिर, हाथ) को बदला जा सकता है।  इसमें 7- प्रसिद्द उत्तराखण्डी गीतों((गढ़वाली, कुमाउनी) की श्रृंखला है, जो की 60-सेकेंड तक चलते हैं और फिर से शुरू से बजते हैं ।जुन्याली इन पहाड़ी गानो पर नृत्य भी करती है |नृत्य ऑप्शन को अगर लॉक लिया जाय तो गुड़िया सिर्फ पहाड़ी गीत गाती है इसमें रंगीन-चमकदार पंख हैं जो की अँधेरे में चमकते हैं |जुन्याली के निचले हिस्से में चमकती लाइट हैं जो अँधेरे में चमकती हैं |इसकी आँखे 3D हैं जो की वास्तविक लगती हैं | कानो में छिद्र हैं जिन्हे इसे खरीदने वाला कान की बालिया, झुमके आदि से सजा सकता है |लचीली गुणवत्ता होने से नाक पर भी नथुली या नोज़रिंग पहनाई जा सकती है | लचीली अच्छी गुणवत्ता होने के कारण अगर गुड़िया बच्चो के हाथ से गिरती भी है तभी भी जल्दी से टूटने फूटने वाली नहीं हैं ।


जुन्याली का ऑनलाइन एड्रेस

जुन्याली Phyonli & Pines के पेज और इंस्टाग्राम
के साथ साथ अमेज़ॉन प्राइम, स्यारा रिटेल ऑनलाइन मंगाई जा सकती है साथ ही वट्सप एप्प नम्बर 7300-758707,91 96507 72051,+91 84478 24173 से भी संपर्क किया जा सकता है।

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●●●दिवाली धमाका पहाड़ी उत्पाद स्यारा बटै त्यारा घौर,



वेब न्यूज़ उत्तराखण्ड का संदेश आपके लिए

वेब न्यूज़ उत्तराखण्ड की टीम उत्तराखण्ड फ़ास्ट की नीति पर चलते हुए देश दुनिया की प्रमुख खबरों के साथ साथ प्रमुखता पहले गौं , गुठ्यार, नौला, धारा ,खाला, मंडुवा झगोरु,थड्या,चौफलु, जागर , मंडाण आदि उत्तखण्ड से जुड़ी जानकारी को प्रिय पाठकों तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है जो कि हमारा उदेश्यात्मक कार्य भी है , आप हमे हमारे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जानकारी , समाचार शेयर कर सकते है।
मेल आई :  webnewsuttarakhand@gmail.com

 



बुधवार, 11 नवंबर 2020

Pahadi product : दिवाली धमाका पहाड़ी उत्पाद स्यारा बटै त्यारा घौर, पढे पूरी खबर ।।web news।।


पहाड़ की खुशबू को घर घर पहुंचा रहा है स्यारा रिटेल



दिल्ली प्रदूषित शहर बनता जा रहा है जिसे देखते हुए सरकार ने दीवाली के पटाखों पर रोक लगाकर प्रदूषण कंट्रोल की कोशिश की है लेकिन दीवाली की रौनक फीकी कर दी है , पटाखों पर प्रतिबंध से होने वाले उत्साह को पूरा नही किया जा सकता लेकिन दिल्ली में रहने वाले उत्तराखंडी प्रवासियों को स्यारा रिटेल पहाड़ी उत्पाद पहुँचाकर दूर गावँ पहाड़ की यादों में ले जा कर त्यौहारी सीजन में सकून और मानसिक शांति देने का पूरा प्रयास कर रहा है कुमाउँनी बाल मिठाई , गढ़वाली अरसे अहा छज्जा तिवारी डांडी कंठियों की सैर जरूर कर देंगे ।

उत्तराखंड की ऐपण से लक्ष्मी के साथ देवता भी होंगे खुश

अल्मोड़ा के सतोली की ऐपण कलाकार हेमलता की ऐपण थाल स्यारा रिटेल की विशेष उत्पाद है जिसे दिवाली के लिए खासतौर पर डिजाइन किया गया है जिसमे पूजा थाल के साथ एक लोटा, दिए और महकती मोमवत्तियां हैं। थाली और लोटे को ऐपण से सजाया गया है ।


बाल मिठाई और अरसे गढ़-कुमौ उत्तखण्ड सांझी संस्कृति का कॉम्बिनेशन

स्यारा रिटेल ने मिठाई की होम डिलीवरी भी कर रही है खास बात यह है मिठाई भी ठेठ पहाड़ी है जिसमे अरसे ,बाल मिठाई , चाकलेट मिठाई का कॉम्बिनेशन है । मिठाई का पैकेट में उत्तखण्ड की सांझी संस्कृति का विशेष ध्यान रखा गया है , मिठाई के पैकेट में गढ़वली अरसे और कुमाउँनी बाल मिठाई दाज्यू भैजी के प्यार को प्रदर्शित करती है ।


स्यारा रिटेल की रीगल की कंडी वाला उत्तराखण्डी गिफ्ट हैम्पर

इस दिवाली स्यारा रिटेल्स खास पहल पहली बार लाये है रिंगाल की टोकरी (कंडी ) वाला पहाड़ी गिफ्ट हैम्पर अपनो को दें पहाड़ी उत्पादों से सजी कंडी और अपने मन पसंद पहाड़ी उत्पाद शामिल कर सकते है जिसमें मुख्य है उत्तराखंडी की मिठाईयां , जैविक एवं पहाड़ी दालें, अनाज, जूस, अचार, बडिया, ऐपण, मसाले, आभूषण, परिधान और पहली पहाड़ी म्यूजिकल गुडिया जुन्याली के साथ साथ.. 150 से ज्यादा विकल्पों में से कुछ भी .. आपकी अपनी पसंद की कंडी आपके अपनों के लिए


स्यारा रिटेल के उत्पादों की होम डिलीवरी के लिए सम्पर्क किया जा सकता है

काल या व्हटसप 8826540148 / 9717190148 नम्बर पर किया जा सकता साथ ही स्यारा रिटेल के फेसबुक पेज -Syara Retails पर भी सम्पर्क किया जा सकता है ।

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●● प्रकृति माँ का संदेश लेकर ऑनलाइन मिल रहा हिमालय ट्री का शहद


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सोमवार, 9 नवंबर 2020

Pahadi Product : प्रकृति माँ का संदेश लेकर ऑनलाइन मिल रहा हिमालय ट्री का शहद, पढे पूरी जनकारी ।।web news।।

हिमालय ट्री ने प्राकृतिक शहद की रेंज ऑनलाइन बाजार में उतारी।

अबकी दिवाली पहाड़ी प्रोडक्ट वाली - 2

दीपावली के त्यौहार को ध्यान में रखते हुए वेब न्यूज़ उत्तराखंड आपके लेकर आया है 'अबकी दिवाली पहाड़ी प्रोडक्ट वाली" इंफार्मेशनल सीरीज , जिसमें हमारी टीम उत्तराखंड के उत्पादों की जानकारी अपने प्रिय Readers तक पहुँचाएगी , भाग 1 में हिदेश के पहाड़ी मिठाइयों की जानकारी दी गयी थी जिसका लिंक - 



भाग दो में उत्तराखण्ड के युवाओं की प्रबल इच्छाशक्ति की कहानी बताएंगे जिन्होंने लॉक डाउन में रोजगार के नए अवसर खोजते हुए प्राकृतिक शहद की किसानों के खेत से ग्लोबल विलेज में प्रस्तुत करने का अभूतपूर्व कार्य किया ।

दो यूवओ की जुगलबंदी लेकर आयी प्रकृति का आशीर्वाद

 ‘हिमालय ट्री’ जिसकी नींव रखी विदेश से स्वदेश आकर स्वदेशी स्वाद और प्रकृति के आशीर्वाद को विदेश तक पहुचने का कार्य कर रहे टिहरी घनसाली निवासी सुमन देव सुरीरा और ग्राम सांकरी नैलचामी के प्रवीण काला जो कोरोना काल मे अपने साथ साथ किसानों और युवाओं के लिए रोजागार के नए अवसर प्रदान करने के लिए कार्यरत है । प्रवीण काला, सुमन देव सुरीरा ने उत्तखण्ड के किसानों से शहद एवं जैविक प्रोडक्ट की एक स्टार्ट-अप कंपनी "हिमालय ट्री" की राजधानी देहरादून में शुरू की जिसके उत्पाद देश दुनिया में इंटनेट द्वारा उपलब्ध है ।

हिमालय ट्री के संस्थापकों के सकारात्मक सोच

हिमालय ट्री के मैनेजिंग पार्टनर प्रवीण काला और सुमन देव सुरीरा का कहना है कि इस कंपनी के संगठन के पीछे उनका उद्देश्य स्थानीय उपजों को बढ़ावा देना और बिना किसी बिचौलिये के उन्हें डायरेक्ट बाज़ार उपलब्ध कराना है जिससे कि राज्य में और विशेष रूप से पहाड़ों में जन-जीवन को बेहतर स्वरोजगार के अवसर भी प्राप्त हो सकें। हम ने हिमालय के स्थानीय जैविक उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने की तरफ एक कदम बढ़ाया है । जिसे अभी बहुत दूरी तय करनी है जिसका सकारात्मक परिणाम पहाड़ी किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का होगा ।

हिमालय ट्री को कृषि मंत्री का समसर्थन

कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने ग्रामीण विकास की सोच को साथ लेकर इस कार्य को आगे बढ़ाने के इस सार्थक और सकारात्मक प्रयास के लिये दोनों युवाओं की सराहना की और उनका उत्साहवर्धन करते हुए कई सुझाव दिए व उनके इस कार्य में मदद के लिए भी आश्वासन दिया ।। उन्होंने कई संबंधित अधिकारियों को ऐसे युवाओं को प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दिए। 

हिमालय ट्री के उत्पाद ऑनलाइन ऑर्डर किए जा सकते है

शहद और अन्य हिमालय ट्री के जैविक उत्पाद कंपनी की वेबसाइट www.himalayatree.com 
वट्सएप्प नम्बर +919760449984 , फेसबुक पेज 
 से संपर्क कर मंगाए जा सकते है ।

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शहद की अद्भुत शक्ति, वीडियो देखें



रविवार, 8 नवंबर 2020

लोककला ऐपण: सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता सीजन 2 के रिजल्ट घोषित , देखे लाइव वीडियो ।।web news।।

सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता सीजन 2 का सफल आयोजन , आज हुए रिजल्ट घोषित

मीनाकृति "सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता सीजन 2 का आयोजन 25 अक्टूबर से 5 नवम्बर तक किया गया जिसका रिजल्ट आज 5 बजे फेसबुक लाइन के द्वारा ऐपण गर्ल मीनाक्षी खाती ने घोषित किया । इस प्रतियोगिता में ऐपण कलाविद भारती पांडे जी का मार्गदर्शन रहा। प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए आप सभी प्रतिभागियों आभार व्यक्त करते  हैं हुए मीनाक्षी खाती ने कहा सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए आप सभी प्रतिभागियों का तहे दिल से हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं। आपने अपना अमूल्य समय और ढेर सारा प्यार ऐपण कला को बढ़ावा देने में दिया। इस प्रतियोगिता के जरिये युवा पीढ़ी लोककला से जुड़ी रहे और संस्कृति को जानने की कोशिश करती रहे । आप सभी लोग जिस प्रकार से ऐपण को बनाना सीख रहे हैं और इसे संजो रहें हैं वह बेहद काबिले-तारीफ है ।
इस प्रतियोगिता का मूल उद्देश्य यही था कि सभी लोग ऐपण बनाये और अपनी इस पौराणिक लोककला को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचा सकें। लोककला के संवर्धन और संरक्षण में आप सबका सहयोग अपेक्षित रहा- मीनाक्षी खाती, संचालिका मीनाकृति द ऐपण प्रोजेक्ट

"सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता" का उद्देश्य-

मीनाकृति के "सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता" के जरिये मीनाकृति प्रोजेक्ट की संचालिका और मीनाकृति टीम का उद्देश्य है कि उन प्रतिभाशाली ऐपण कलाकारों तक पहुँचा जा सके आज तक कोई मंच नहीं मिला। कला ही नहीं बल्कि कलाकार की प्रतिभा को मंच देने का प्रयास किया जिसमें मीनाकृति टीम काफी हद तक सफल रही उनकी कोशिश है कि ऐपण के जरिये रोजगार सृजन हो और लोगों को इससे रोजगार मिले।

"सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता सीजन 2 के विजेता इस प्रकार है

BEST AIPAN ART कैटेगरी में वीना पंत जोशी ने प्रथम स्थान, आरती जोशी ने दूसरा स्थान व मोनिका थापा एवं कृतिका नेगी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया ।
BEST TRADITIONAL AIPAN ART कैटेगरी में दीक्षा उपाध्याय ने प्रथम स्थान आरती शाह ने दूसरा स्थान बबिता विश्वकर्मा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया ।
BEST AIPAN REVIVER कैटेगरी में 1711 अंकों के साथ गीता गिरी गोस्वामी ने प्रथम स्थान ,1321 अंकों के साथ प्राची जोशी ने द्वितीय स्थान व 1258 अंकों के साथ कुसुम महतोलिया तृतीय स्थान प्राप्त किया ।

देखें रिजल्ट घोषणा का लाइव वीडियो 



गुरुवार, 22 अक्टूबर 2020

Minakriti News : त्यौहारी सीजन का डबल धमाल ऐपण बनाकर गुलुबंद जीतने का मौका पढे, पूरी खबर ।।web news।।

 

सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता सीजन 2 में भाग में भाग लेकर गुलुबन्द जीतने का सुनहरा मौका ।

अपनी संस्कृति को जानने और जड़ो से जुड़े रहनें की पहल मीनाकृति द ऐपण प्रोजेक्ट की संचालिका और अपनी संस्कृति के प्रति विशेष लगाव रखने वाली ऐपण गर्ल ऑफ उत्तराखंड मीनाक्षी खाती समय समय पर प्रयास रत रहती जिससे युवा पीढ़ी को भी ऐपण कला की जानकारी हो सके व इसे बनाना सीख और सहेज सके । मीनाक्षी बताती है कि हमारी कोशिश है कि युवा पीढ़ी ऐपण के जरिये रोजगार सृजन की ओर अग्रसर हो और कुमाऊं की ऐपण कला घर के देहली से देश ही नहीं अपितु दुनिया में अपनी अलग पहचान बनायें। 

ऐपण के संग सेल्फी दिलाएगी आकर्षक ईनाम

आपके पास एक बेहतरीन मौका है संस्कृति से जुड़कर लोककला ऐपण बनाकर गुलुबंद जीतने का  ,फिर देर किस बात की, जल्दी भेजिए - "सेल्फी विद ऐपण" मीनाकृति द ऐपण प्रोजेक्ट द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता को लोकप्रिय एवं आकर्षक बनाने में जयगुरू ज्वैलर्स एवं चेस हिमालय ऑफिशियल का सहयोग किया जा रहा है । 


सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता नियम व शर्तें

◆ सेल्फी विद ऐपण प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए शुल्क मात्र - 30 रूपये ऑनलाइन ( Google Pay, PayTm - +91 70114 47407 ) जमा कर स्क्रीनशॉट दे।
◆अपना नाम , शहर का नाम तथा फ़ोटो (max 3) अपने बनाये गए ऐपण के साथ ऐपण की संक्षिप्त जानकारी या लोगो के लिए ऐपण कला के बारे में मैजेस 3-4 पगतियों में, विवरण अनिवार्य Minakriti - The Aipan Project पर इनबॉक्स या दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर जमा करना होगा।
◆'ऐपण' प्रतिभागियों की ही बनाई हो, काॅपी पेस्ट मान्य नहीं होगा। ऐपण आजकल बनाई हो तो अच्छा है, अन्यथा पुरानी । ( पिछली मीनाकृति प्रतियोगिता में सामिल नही हो) 
◆यह प्रतियोगिता 25 अक्टूबर से 5 नवंबर तक होगी, जिस दौरान आप अपने जींत के अवसर बडा सकते हैं।"
◆ प्रतियोगिता के परिणाम ( Result ) 8 नवंबर को
फेसबुक 'मीनाकृति पेज' पर घोषित किये जायँगे।


विजेता का चयन की परिक्रया जाने

◆विजेताओं का चयन तीन Categories में होगा। कुल 9 विजेता चुनें जाएँगे।
◆पहली Category Minakriti Best Aipan Art में क्रमशः प्रथम , द्वितीय , तृतीय (तीन ) विजेता होंगें।
जिनका चुनाव कला के आधार पर "ऐपण कला विद्वान & लेखिका श्रीमती भारती पाण्डेय जी" द्वारा किया जाएगा।।
◆ दूसरी Category *Minakriti Best Traditional Aipan Art* में क्रमशः प्रथम , द्वितीय , तृतीय (तीन ) विजेता होंगें।
◆जिनका चुनाव भी कला के आधार पर " ऐपण कला विद्वान & लेखिका श्रीमती भारती पाण्डेय जी" द्वारा किया जाएगा।। इस Category में बनाये गए ऐपण पारंम्परिक तरीके (गेरू - विस्वार ) से बने हों तथा तथा मिट्टी के घर , (गाँव) में बनाया हो, ऐपण संग फ़ोटो अनिवार्य हैं।
◆ तीसरी category *Minakriti Best Aipan Reviver* में क्रमशः प्रथम , द्वितीय , तृतीय (तीन ) विजेता होंगें।जिनका चयन हमारे द्वारा हमारे पेज "मीनाकृति" पर डाली गई उनकी पेंटिंग्स/आर्ट जो सबसे अधिक लोगो तक पहुंची होगी, इसका चयन पेज पर डाली गई पोस्ट पर आए हुए सबसे अधिक "Likes" 👍 के आधार पर होगा। (1 like= 1 अंक)

विजेता को मिलेंगे का आकर्षक इनाम

◆तीनों Category के प्रथम 3 विजेताओं को - पारंपरिक आभूषण निर्माता जयगुरू ज्वैलर्स द्वारा चांदी के गुलुबंद दिए जाएंगे।
◆तीनों Category के द्वितीय, 3 विजेताओं को 1001/- रुपये की धनराशि पुरस्कार देय होगा।
◆ तीनों Category के तृतीय, 3 विजेताओं को 701/- रुपयेधनराशि पुरस्कार देय होगा।
◆ सभी 9 विजेताओं को "'Minakriti : The Aipan Project" द्वारा " ऐपण कला संरक्षक " प्रशस्ति पत्र( सर्टिफिकेट) दिया जायेगा।

रजिस्ट्रेशन/ अधिक जानकारी के लिए संपर्क /व्हाट्सएप करें : 
70114 47407

मंगलवार, 15 सितंबर 2020

भारत चीन गतिरोध के बीच देश को बढ़ते दिलाने के लिए उत्तराखंड की महिलाओं ने कसी कमर ।।web news।।

डोईवाला की महिलाएं लोकल को वोकल बनाने में जुटी

कोरोना काल मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाह्न पर आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत देश भर से सकारात्मक माहैल बना है , इस अभियान में उत्तराखंड की नारी शक्ति भी बढ़ चढ़ कर अपना योगदान दे रही है ,स्वयं को आत्मनिर्भर बनाकर प्रदेश और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में योगदान देने का कार्य कर रही है । प्रदेश भर से लोकल को वोकल बनाने की जानकारियां मिल रही है । डोईवाला क्षेत्र के डिजिटल गाँव दुधली में कॉमन सर्विस सेंटर सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के सहयोग से एलईडी बल्ब बनाने की यूनिट लगाई गई है, इस यूनिट को लगाने में सीएससी के वीएलई मनीष कुमार और सामाजिक कार्यकर्ता अजय कुमार का विशेष योगदान है । इस यूनिट के लगने से जो महिलाएं कल तक चूल्हा चौका करने वाली महिलाएं घर सम्भालने में व्यस्त रहती थी उन्हें घर के कामो के साथ साथ अब स्वरोजगार कर एलईडी बल्ब घर बैठे बना रही हैं। दुधली गाँव की पार्वती महल स्वयं सहायता समूह ने मिलकर घरों में एलईडी बल्ब बनाने शुरू कर दिए है, समूह की अध्यक्ष पार्वती देवी का कहना है कि हमने चीन को जवाब देने के लिए कमर कस ली है और अपने गाँव में ही बल्ब बनाने का काम शुरू किया है, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के आह्वाहन पर आत्मनिर्भर भारत के तहत लोकल को वोकल बनाने की ठानी है, उन्होंने बताया कि बल्ब खरीदने के ऑर्डर अभी से आने लगे है महिलाएँ अभी शुरुवात में एक दिन में 100 बल्ब बना रही है अब तक 300 बल्ब बना कर तैयार कर चुकी है,इसमें सीएससी के वीएलई मनीष कुमार ने उनका सहयोग किया और उन्हें एलईडी बल्ब की यूनिट दिलाई औऱ कोरोना काल में महिलाओं को ऑनलाइन ही बल्ब बनाने की ट्रेनिंग दिलाई जिसकी सहायता से वह आत्मनिर्भर बन पाई है।

अगला लक्ष्य महिलाओं को एलईडी झालर,लड़ियाँ बनाने की ट्रेनिंग देने होगा ताकि इस बार स्वदेशी सामान से दिवाली मनाई जायेगी - अजय कुमार सामाजिक कार्यकर्ता / अध्यक्ष, नव दिव्यांग सेवा संस्थान