This is default featured slide 1 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

This is default featured slide 2 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

This is default featured slide 3 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

This is default featured slide 4 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

This is default featured slide 5 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.This theme is Bloggerized by Lasantha Bandara - Premiumbloggertemplates.com.

userc news लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
userc news लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

सोमवार, 24 मार्च 2025

यूसर्क द्वारा उत्तराखंड में "बायोइनफॉर्मेटिक्स फॉर जीनोमिक एनालिसिस 2.0" प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

Genomic Analysis 2.0 बायोइनफॉर्मेटिक्स वर्कशॉप के प्रतिभागी
Genomic Analysis 2.0: उत्तराखंड में USERC और देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित बायोइनफॉर्मेटिक्स प्रशिक्षण वर्कशॉप के प्रतिभागी

विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) ने देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में 24 मार्च 2025 से विश्वविद्यालय परिसर में "हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग ऑन बायोइनफॉर्मेटिक्स फॉर जीनोमिक एनालिसिस 2.0" विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य उच्च शिक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों को आधुनिक बायोइनफॉर्मेटिक्स तकनीकों में दक्ष बनाना है।

कार्यक्रम का उद्घाटन और उद्देश्य

कार्यक्रम का उद्घाटन यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अनीता रावत द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि यूसर्क ने देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर में राज्य का पहला "यूसर्क सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन बायोइनफॉर्मेटिक्स" स्थापित किया था। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम इसी केंद्र के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बायोइनफॉर्मेटिक्स न केवल जैव प्रौद्योगिकी और जीवन विज्ञान का भविष्य है, बल्कि यह चिकित्सा अनुसंधान, औषधि विकास और व्यक्तिगत जीनोमिक चिकित्सा के क्षेत्र में भी क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है।

बायोइनफॉर्मेटिक्स का महत्व

प्रोफेसर रावत ने इस अवसर पर बताया कि बायोइनफॉर्मेटिक्स और जीनोमिक एनालिसिस का उपयोग मानव स्वास्थ्य सुधार, दवा विकास, और कृषि क्षेत्र में विशेष रूप से किया जा रहा है। उन्होंने इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों के बीच एक्सपीरिएंशियल लर्निंग (अनुभव आधारित शिक्षण) को बढ़ावा देना बताया। यह कार्यक्रम छात्रों और शोधकर्ताओं को उन्नत जैव सूचना विज्ञान तकनीकों में दक्षता प्राप्त करने में मदद करेगा।

प्रतिभागियों और संस्थानों की सहभागिता

इस कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों के 25 छात्र-छात्राएं प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रतिभागी संस्थानों में प्रमुख रूप से श्री देव सुमन विश्वविद्यालय ऋषिकेश परिसर, राजकीय महाविद्यालय डोईवाला, और देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय के छात्र शामिल हैं।

विशेष अतिथियों के विचार

कार्यक्रम में देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर प्रीति कोठियाल ने यूसर्क द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। विश्वविद्यालय की प्रतिकुलपति डॉ. रितिका मेहरा, रजिस्ट्रार जनरल ओ. पी. सोनी, डीन रिसर्च एंड इनोवेशन डॉ. नवील अहमद, डॉ. निर्जरा सिंघवी, और अन्य शिक्षकों सहित 50 से अधिक लोग इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

यह भी पढ़ें -  मसूरी में ‘लिव इन यूके’ का मुहूर्त: UCC पर नई बहस की शुरुआत?

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को बायोइनफॉर्मेटिक्स के क्षेत्र में गहराई से समझ विकसित करने और व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिल रहा है। भविष्य में भी यूसर्क इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन कर विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को नवीनतम तकनीकों से जोड़ने का कार्य करता रहेगा।

शुक्रवार, 19 मार्च 2021

USERC News : जल संरक्षण, जल गुणवत्ता एवम् स्वास्थ्य स्वच्छता विषय पर यूसर्क द्वारा बागेश्वर में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम ।।Web News।।


राजकीय इंटर कॉलेज बागेश्वर में दो दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ

आज उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) द्वारा गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण एवं सतत् विकास संस्थान कोसी कटार मल अल्मोड़ा के सहयोग से "जल संरक्षण, जल गुणवत्ता एवं स्वास्थ्य स्वच्छता" विषय पर विक्टर मोहन जोशी स्मारक राजकीय इंटर कॉलेज बागेश्वर में दो दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ।उत्तराखंड जल संस्थान देहरादून स्थित राज्य स्तरीय जल गुणवत्ता प्रयोग शाला के तकनीकी प्रबंधक डॉ विकास कंडारी ने जल गुणवत्ता जांचने की विभिन्न वैज्ञानिक विधियों को प्रयोगात्मक किट के माध्यम से पानी के pH, TDS, कठोरता, नाइट्रेट, आयरन, फ्लोराइड, बैक्टीरिया आदि के कम खर्च में घरेलू स्तर पर परीक्षण करने का सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रदान किया। उपस्थित प्रतिभागियों के सभी प्रश्नों का समाधान भी विशेषज्ञों द्वारा प्रदान किया गया। यूसर्क के प्रोग्रामर राजदीप जंग ने टेक्नोलॉजी का प्रयोग जल प्रबंधन में करने को कहा
कार्यक्रम के मुख्य अन्वेषक एवम् यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा ने जल से संबंधित विभिन्न डाटा के माध्यम से जैसे वर्षा की मात्रा,भूजल की उपलब्धता एवम् भविष्य की जल आवश्यकता आदि पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। उन्होंने पर्वतीय जल स्रोतों के संरक्षण एवम् संवर्धन की विभिन्न विधियों को विस्तार से बताया जिसमें रिचार्ज पिट बनाना, रिचार्ज साफ्ट बनाना, रिचार्ज ट्रेंच बनाना,बुश चेक डैम बनाना, परकोलेशन टैंक, वर्षा जल संरक्षण तथा वर्षा जल संरक्षण में महिलाओं का योगदान व विद्यार्थी गतिविधि पर विस्तार से बताया। उन्होंने पहाड़ी जल स्रोतों को बचाने के लिए सामूहिक रूप से मिलकर कार्य करने का आवाहन किया।
कार्यक्रम समन्वयक दीप चन्द्र जोशी ने जल संरक्षण को आज की आवश्यकता बताया तथा उपस्थित सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। 
यह भी पढे - USERC News : जल संरक्षण, जल गुणवत्ता एवम् स्वास्थ्य स्वच्छता विषय पर यूसर्क द्वारा दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम ।। 
कार्यक्रम में राजकीय इंटर कॉलेज बागेश्वर, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बागेश्वर, राजकीय इंटर कॉलेज मंडलसेरा, राजकीय जूनियर हाई स्कूल, ओखालसो, राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय बमराड़ी, अमसरकोट, स्पालगेवा, बिलखेत, पगना, बिल्लौना, जुनायल, घिंघू तोला, धुंगापार्ली आदि विद्यालयों के शिक्षकों, विद्यार्थियों,ग्रामीणों, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों आदि के द्वारा 65 प्रतिभागियो प्रतिभाग किया ।

आज की अन्य खबरें


मंगलवार, 16 मार्च 2021

USERC News : जल संरक्षण, जल गुणवत्ता एवम् स्वास्थ्य स्वच्छता विषय पर यूसर्क द्वारा दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम ।।Web News।।

Userc-news

दो दिवसीय जल संरक्षण, जल गुणवत्ता एवम् स्वास्थ्य स्वच्छता विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय लोहाघाट में प्रारंभ

आज उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवम् अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) द्वारा गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण एवम् सतत् विकास संस्थान कोसी कटार मल अल्मोड़ा के सहयोग से जल" संरक्षण, जल गुणवत्ता एवम् स्वास्थ्य स्वच्छता" विषय पर स्वामी विवेकानंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जंतु विज्ञान एवं वनस्पति विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में प्रारंभ दो दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ। 


कार्यक्रम के मुख्य अन्वेषक एवं यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा ने पर्वतीय जल स्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन की विभिन्न विधियों को विस्तार से बताया जिसमें रिचार्ज पिट बनाना, रिचार्ज साफ्ट बनाना, रिचार्ज ट्रेंच बनाना,बुश चेक डैम बनाना, परकोलेशन टैंक, वर्षा जल संरक्षण तथा वर्षा जल संरक्षण में महिलाओं का योगदान व विद्यार्थी गतिविधि पर विस्तार से बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ संगीता गुप्ता ने पानी को बचाने का आवाहन किया तथा विद्यार्थियों को आगे आने को कहा । हिमालयन ग्राम विकास समिति गंगोलीहाट के राजेन्द्र बिष्ट ने पर्वतीय जल स्रोतों के पुनर्जीवन कार्य को करने के विभिन्न पहलुओं को बताया । उन्होंने पहाड़ी जल स्रोतों को बचाने के लिए सामूहिक रूप से मिलकर कार्य करने का आवाहन किया। 


उत्तराखंड जल संस्थान देहरादून स्थित राज्य स्तरीय जल गुणवत्ता प्रयोग शाला के तकनीकी प्रबंधक डॉ विकास कंडारी एवं भास्कर पंत की टीम ने जल गुणवत्ता जांचने के विभिन्न वैज्ञानिक विधियों को प्रयोगात्मक किट के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रदान किया। उपस्थित प्रतिभागियों के सभी प्रश्नों का समाधान भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ धर्मेंद्र राठौड़ ने जल संरक्षण को आज की आवश्यकता बताया। कार्यक्रम का संचालन डॉ मनोज कुमार ने किया । कार्यक्रम में राजदीप जंग, डॉ तौफीक अहमद, डॉ महेश त्रिपाठी, डॉ अनीता सिंह, डॉ विमला देवी, डॉ एस पी सिंह, डॉ रुचिर जोशी, डॉ अनीता खर्कवाल, डॉ नम्रता दयाल व महाविद्यालय के स्टाफ उपस्थित रहे साथ 95 प्रतिभागियों विद्यार्थियों एवं ग्रामीण जनों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया।

यह भी पढ़े