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मंगलवार, 29 सितंबर 2020

Namami Gange : प्रधानमंत्री ने नामामि गंगे के अंतर्गत 6 परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण किया, ।।web news।।


प्रधानमंत्री ने "जल जीवन मिशन" में 1 रूपए में कनेक्शन के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की सराहना की।

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगे के अंतर्गत उत्तराखण्ड में ₹521 करोड़ की परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं के शुरू होने से उत्तराखण्ड से अब प्रतिदिन 15.2 करोड़ लीटर दूषित पानी गंगा नदी में नहीं बहेगा। लोकार्पित किए गए प्रोजेक्ट में जगजीतपुर हरिद्वार में 230 करोड़ रूपये की लागत से बना 68 एमएलडी क्षमता का एसटीपी, 20 करोड़ की लागत से बना 27 एमएलडी क्षमता का अपग्रेडेड एसटीपी, सराय हरिद्वार में 13 करोड़ की लागत से बना 18 एमएलडी क्षमता का अपग्रेडेड एसटीपी, चंडी घाट हरिद्वार में गंगा के संरक्षण और जैव विविधता को प्रदर्शित करता ‘गंगा संग्रहालय’, लक्कड़ घाट, ऋषिकेश में 158 करोड़ की लागत से बना 26 एमएलडी क्षमता का एसटीपी, चंदे्रश्वर नगर-मुनि की रेती में 41 करोड़ की लागत से बना 7.5 एमएलडी क्षमता का एसटीपी, चोरपानी, मुनि की रेती में 39 करोड़ की लागत से बना 5 एमएलडी क्षमता का एसटीपी और बद्रीनाथ में 19 करोड़ की लागत से बना 1.01 एमएलडी क्षमता का एसटीपी शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने रोविंग डाउन द गंगेज (rowing down the ganges) व ग्राम पंचायतों और पानी समितियों के लिए बनाइ्र गई मार्गदर्शिका का भी विमोचन किया। उन्होंने जल जीवन मिशन के लोगो (प्रतीक चिह्न) का भी अनावरण किया।

नई सोच व नई एप्रोच से नमामि गंगे में मिली सफलता।

प्रधानमंत्री ने उत्तराखण्डवासियों को बधाई देते हुए कहा कि मां गंगा हमारे सांस्कृतिक वैभव और आस्था से तो जुड़ी ही है, साथ ही लगभग आधी आबादी को आर्थिक रूप से समृद्ध भी करती है। नमामि गंगे मिशन, नई सोच और नई एप्रोच के साथ शुरू किया गया। यह देश का सबसे बडा नदी संरक्षण अभियान है। इसमें समन्वित रूप से काम किए गए। गंगा जी में गंदा पानी गिरने से रोकने के लिए एसटीपी का निर्माण किया गया या किया जा रहा है, अगले 15 वर्षों की आवश्यकता के अनुसार एसटीपी कीे क्षमता रखी गई, गंगा के किनारे लगभग 100 शहरों और 5 हजार गांवों को खुले में शौच से मुक्त किया गया है और गंगा की सहायक नदियों को भी प्रदूषण से मुक्त रखने का काम किया जा रहा है।

उत्तराखण्ड में 6 साल में सीवरेज ट्रीटमेंट क्षमता चार गुना हुई।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में नमामि गंगे के अंतर्गत लगभग सभी प्रोजेक्ट पूरे हो गए हैं। राज्य में 6 साल में सीवेज ट्रीटमेंट की क्षमता को 4 गुना कर दिया गया है। लगभग सभी नालों को टैप कर दिया गया है। इनमें चंदे्रश्वर नाला भी शामिल है। यहां देश का पहला 4 मंजिला एसटीपी शुरू हो चुका है। अगले वर्ष हरिद्वार कुम्भ मेले में श्रद्धालु गंगा की निर्मलता का अनुभव लेंगे। सैकड़ों घाटों का सौंदर्यीकरण किया गया है। साथ ही रिवर फ्रंट भी बनकर तैयार है। गंगा म्यूजियम से हरिद्वार आने वाले लोग गंगा से जुड़ी विरासत को समझ पाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि गंगा के निकटवर्ती पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था और पर्यावरण पर फोकस किया जा रहा है। यहां जैविक खेती और औषधीय पौधों की खेती की योजना है। आर्गेनिक फार्मिंग काॅरिडोर विकसित किया जा रहा है। मिशन डाॅल्फिन से डाॅल्फिन संवर्धन में मदद मिलेगी।

जल जीवन मिशन में उत्तराखण्ड सरकार एक कदम आगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पानी की महत्ता को माता-बहनों से अधिक कौन समझ सकता है। हमने जल से जुड़े मंत्रालयों को एक कर जलशक्ति मंत्रालय का गठन किया। जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल से जल का लक्ष्य लिया गया है। मा० मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड सरकार एक कदम और आगे बढ़ी है। उन्होंने केवल ₹1 में पानी का कनेक्शन देने का बीड़ा उठाया है। वर्ष 2022 तक हर घर नल से जल देने का लक्ष्य रखा गया है। उत्तराखण्ड में कोरोना काल में भी पिछले 4-5 माह में 50 हजार परिवारों को पानी का कनेक्शन दिया गया है जो कि उत्तराखण्ड सरकार के संकल्प को दर्शाता है।

सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में नल से जल के लिए 2 अक्टूबर से अभियान।

जल जीवन मिशन ने गांवों में पानी की समस्या से मुक्त करने का अवसर दिया है। 2 अक्टूबर से जल जीवन मिशन के तहत अभियान चलाकर 100 दिनों में सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में नल से जल सुनिश्चित किया जाएगा। वर्ष 2014 के बाद देश हित में बहुत से बड़े काम किए गए। इनमें कृषि विधेयक, डिजीटल इण्डिया, जीएसटी, वन रैंक वन पेंशन शामिल हैं। वन रैंक वन पेंशन से उत्तराखण्ड के एक लाख से अधिक पूर्व सैनिक लाभान्वित हुए हैं। सर्जिकल स्ट्राइक से आतंकवाद को चोट पहुंचाई गई। राफेल से वायुसेना की ताकत काफी बढ़ी है। सरदार पटेल की मूर्ति राष्ट्रीय एकता और अखण्डता की प्रतीक है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से सारी दुनिया योग के महत्व से परिचित हुई। अयोध्या में रामजन्म भूमि मंदिर का भूमि पूजन किया गया। देश को ताकतवार बनाने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू किया गया है।

गंगा किनारे जैविक खेती और औषधीय पौधों की खेती को प्रोत्साहन।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के चिन्हित 16 नगरों हेतु स्वीकृत 19 योजनाओं में से 15 योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं। शेष कुम्भ से पहले पूरी हो जाएंगी। प्राथमिकता के इन नगरों में चिन्हित किए गए 135 नालों में से 128 टैप किए गए हैं शेष को कुम्भ से पहले टैप कर लिया जाएगा। गंगा किनारे उत्तराखण्ड राज्य के विभिन्न स्थानों पर 21 स्नान घाटों जिसमें भव्य चंडी घाट भी शामिल है और 23 मोक्षधामों का निर्माण किया गया है। गंगा नदी के कैचमेंट एरिया में जो कार्य कराए गए हैं, उनका लाभ आने वाले समय में अवश्य मिलेगा। गंगा के दोनों किनारों पर 5 से 7 किलोमीटर के क्षेत्र में जैविक खेती को विकसित करते हुए स्थाई कृषि प्रथाओं को भी नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत प्रोत्साहन दिया जा रहा है। नमामि गंगे कार्यक्रम में निर्मित एसटीपी से निकलने वाले शोधित जल को भी कृषकों को सिंचाई हेतु उपलब्ध कराया जा रहा है। गंगा जी की निर्मलता और अविरलता के लिए प्रधानमंत्री जी के भगीरथ प्रयासों के परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। यहां तक की गंगा मे डाल्फिन और महाशिर मछलियां भी पुनः दिखने लगी हैं। गंगा के किनारे आर्गेनिक खेती व औषधीय पौधों की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

हरिद्वार कुम्भ में गंगा का जल आचमन योग्य।

मा० केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि जल संचय व जल संरक्षण को लेकर जनचेतना का संचार हुआ है। यह आंदोलन जन जन का विषय बनने लगा है। वर्ष 2014 से नमामि गंगे एक मिशन मोड में काम कर रहा है। इसके लिए पर्याप्त बजट की व्यवस्था की गई। समन्वित एप्रोच पर काम किया गया। गंगा प्रवाह क्षेत्र में 315 परियोजनाएं अभी तक इसमें ली गई हैं। कुल 28854 करोड़ की स्वीकृति दी जा चुकी है। इनमें से 9 हजार करोड़ की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। इनके स्पष्ट परिणाम भी दिखाई देने लगे हैं। हाईब्रिड एन्यूटी प्रणाली अपनाई गई है। गंगा प्रहरी और अनेक संगठनों के माध्यम से नमामि गंगे को जन अभियान बनाया गया है। गंगा की शुचिता के साथ ही अविरलता पर भी ध्यान दिया गया है। इसके लिए ई-फ्लो अधिसूचना जारी की गई। अगले वर्ष हरिद्वार में कुम्भ मेले के समय गंगा जल आचमन योग्य होगा। रिसाईकिल पानी को रियूज करने का भी प्रयास किया जा रहा है। गंगा की सहायक नदियों पर भी प्रभावी काम कर रहे हैं।

रविवार, 27 सितंबर 2020

Corona update : उत्तराखण्ड में कोरोना के पाज़िटिव केस 47 हजार पर , जाने कोरोना हेल्थ बुलेटिन जिलेवार ।।web news।।


आज का कोरोना बुलेटिन

आज 764 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 47045 पहुंची गयी है। स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए अभी अभी के हेल्थ बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गई है। 

◆आज 764 नये कोरोना के केस आये
◆241 कोरोना केस के साथ देहरादून में सबसे ज्यादा कोरोना केस आये आज।
◆कोरोना संक्रमितों की संख्या 47045 में से 35462 ठीक हो चुके है अब 10799 सक्रिय केस है ।
◆उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है ,

जिल्लेवार कोरोना पॉजिटिव केस आज की रिपोर्ट

अल्मोड़ा में कोरोना पॉजिटिव केस-9
बागेश्वर में कोरोना पॉजिटिव केस-08
चमोली में कोरोना पॉजिटिव केस- 25
चंपावत में कोरोना पॉजिटिव केस-25
देहरादून में कोरोना पॉजिटिव केस- 241
हरिद्वार में कोरोना पॉजिटिव केस-139
नैनीताल में कोरोना पॉजिटिव केस-50
पौड़ी में कोरोना पॉजिटिव केस-90
पिथौरागढ़ में कोरोना पॉजिटिव केस -11
रुद्रप्रयाग में कोरोना पॉजिटिव केस-16
टिहरी में कोरोना पॉजिटिव केस-25
उधमसिंह नगर में कोरोना पॉजिटिव केस- 89
उत्तरकाशी में कोरोना पॉजिटिव केस-36

IMA News : आईएमए के पास जाम से मुक्ति के लिए अंडर पास का 28 को होगा शिलान्यास, ।।web news।।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 28 सितम्बर को आईएमए में बनने वाली दो टनल का वर्चुअल शिलान्यास करेंगे ।

वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 28 सितम्बर को दोपहर 3:30 बजे आईएमए देहरादून में बनने वाली दो टनल का वर्चुअल शिलान्यास करेंगे।
आईएमए द्वारा मीडिया को बताया गया कि परियोजना पर 45 करोड़ रुपये की लागत आएगी और यह दो साल में पूरी हो जाएगी। बहुप्रतीक्षित परियोजना से अकादमी का उत्तरी, दक्षिण और मध्य परिसर आपस में जुड़ जाऐंगे । बीच से राष्ट्रीय राजमार्ग-72 गुजरने के कारण परिसर के एक भाग से दूसरे भाग में जाने में असुविधा होती है । अंडरपास से व्यस्त राजमार्ग पर यातायात में भी सुगमता होगी और आईएमए के कैडेट और कर्मियों की भी सुरक्षा होगी।
ई-उद्घाटन में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, पीवीएसएम, यूआईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, एसएम, वीएसएम, एडीसी और सेनाध्यक्ष, जनरल एमएम नरवाने, पीवीएसएम, एवीएसएम द्वारा नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्धघाटन समारोह में प्रतिभाग करेंगे ।


आईएमए में दो सुरंगों के निर्माण के लिए केन्द्र सरकार से ₹45 करोड़ की स्वीकृति मिल चुकी है। परेड के दौरान आईएमए में सुरक्षा की दृष्टि से माननीय रक्षा मंत्री जी से दो सुरंगों के लिए अनुरोध किया गया था, जिस पर उन्होंने शीघ्र ही अपनी सहमति दी। इसके लिए मैं माननीय रक्षा मंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं- त्रिवेंद्र सिंह रावत , मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्य सचिव, उत्तराखंड ओम प्रकाश, कमांडेंट आईएमए, लेफ्टिनेंट जनरल जयवीर सिंह नेगी, पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, वीएसएम और जीओसी उत्तराखंड सब एरिया, मेजर जनरल आरएस ठाकुर आधारशिला रखने के लिए निर्माण स्थल पर मौजूद रहेंगे।

शनिवार, 26 सितंबर 2020

किसानों को आत्मनिर्भर बना रही है माटी संस्था की “उर्वरा योजना” , ।।web news।।


माटी संस्था किसानो को उर्वरा योजना के तहत बना रही हैआत्मनिर्भर।

देश में किसानों की एक अलग ही भूमिका वर्षों से रही है। हमारे किसान देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। जब कोरोना संकट काल में देश की आर्थिक गतिविधियाँ पूरी तरह से थम सी गयी थी, उस समय केवल हमारे किसान ही थे जिन्होने देश की अर्थव्यवस्था को संभाला। इस विकट स्थिति में भी अगर देश के लोगों तक खाद्य-सामग्री व अनाजों सुचारु रूप से पहुँच रही थी तो उसके पीछे हमारे किसानो के अपने कृषि के प्रति कठिन मेहनत व लगन थी। कोरोना संकट में यह देश को दिखा दिया कि दुनिया के इस संघर्षमय समय में आज कृषि आजीविका का एक महत्वपूर्ण साधन बन कर उभरा है। कृषि क्षेत्र की इसी महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए देश के प्रधानमंत्री ने कोरोनाकाल के मध्य में अर्थव्यवस्था को पुनः खड़ा करने के लिए देश को आत्मनिर्भर बनने का एक नई राह का संदेश दिया। देश में कृषि की अहम भूमिका व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से प्रेरणा लेते हुए माटी संस्था, देहारादून की ओर से पिछले कुछ माह पूर्व एक योजना “उर्वरा” की शुरुवात की गयी थी। इस योजना के अंतर्गत संस्था के वैज्ञानिको व् संस्था से जुड़े विशेषज्ञों के द्वारा किसानो को आधुनिक, पारंपरिक एवं जैविक खेती के लिए तकनीकी प्रशिक्षण व सहायता प्रदान किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य देश के किसानों को जैविक कृषि के प्रति प्रोत्साहित करना जिससे वे इसे स्वरोज़गार के रूप में अपना कर आत्मनिर्भर बन सके। साथ ही किसानो को कृषि संबन्धित प्रबंधन, भंडारण व बाजार जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाना भी इस योजना का एक उद्देश्य है।

माटी संस्था अपने उर्वरा योजना के तहत उत्तरप्रदेश के बिजनौर जिला के किसानों को केसर जैसे गैर-पारंपरिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा था। केसर (saffron) एक सुगंध देने वाला व विश्व का सबसे कीमती पौधा है। इसके पुष्प की वर्तिकाग्र (stigma) को केसर, कुंकुम, जाफरान अथवा सैफ्रन (saffron) कहते हैं। केसर न केवल आर्थिक रूप से फायदेमंद होता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी गुणकारी होता है।

किसानों के द्वारा उगाए केसर को बेचने के लिए वे व्यापारियों से संपर्क कर रहे हैं। साथ उन्होंने बताया की केसर की यह खेती मात्र जैविक खेती व परंपरागत खेती मात्र नहीं है, बल्कि यह स्मार्ट परंपारगत खेती भी है जिसके माध्यम से गुणवत्ता और उत्पादन मात्रा दोनों बनाए रखा जा सकता है। माटी संस्था की यह "उर्वरा कृषि योजना" उत्तराखंड व उत्तरप्रदेश के साथ अन्य राज्यों के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु समय-समय पर अन्य फसलों के साथ भी प्रयोग करने की है जिससे किसान आत्मनिर्भर बन कर व देश की उन्नति में सहयोग दे सकते हैं- डॉ० वेद प्रकाश ,माटी संस्था के संस्थापक व वैज्ञानिक
माटी संस्था के विशेषज्ञों के द्वारा सेहत के लिए गुणकारी एवं किसानों की आय बढ़ाने में मददगार साबित होने वाली केसर की खेती करने के लिए एक प्रयोग किया। इसके लिए संस्था के द्वारा पूर्व कुछ माह से लगातार किसानो को केसर के खेती हेतु आवश्यक आर्थिक व तकनीकी सहायता प्रदान किया जा रहा था साथ ही किसानो को केसर की खेती हेतु समय - समय प्रशिक्षण मुहैया कारवाई गई। संस्था के इस मार्गदर्शन व सहयोग से बिजनौर के किसान श्री धरम पाल सिंह जी ने बेशकीमती फसल केसर की खेती सफलतापूर्वक कर सभी को आश्चर्य में डाल दिया। केसर उत्पादन करने वाले श्री धरम पाल सिंह ने बताया की इस वर्ष उन्होंने केसर की खेती छोटे स्तर पर प्रयोग हेतु किया जिसके अंतर्गत लगभग 5 किलो केसर उत्पादित किया। उन्होने बताया कि मेरी इस सफलता को देख कर गाँव व क्षेत्र के अन्य किसान भी इस दिशा में आगे आ रहे हैं। उन्होने कहा कि इस प्रयास व सफलता के पीछे माटी संस्था देहारादून के संस्थाप व वैज्ञानिक डॉ॰ वेद प्रकाश तथा सह-संस्थापक व वैज्ञानिक डॉ० अंकिता राजपूत के सयुंक्त प्रयास व मेहनत रहा है।

किसानो के केसर गैर-पारंपरिक खेती के सफल उत्पादन पर माटी संस्था के सह-संस्थापक व वैज्ञानिक डॉ० अंकिता राजपूत ने बताया कि केसर की खेती का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके बीज, केसर तो महंगे बिकते ही हैं, साथ में फसल के अवशेष भी हवन सामग्री में इस्तेमाल किए जाते हैं। डॉ० अंकिता ने बताया की संस्था के द्वारा तैयार केसर की गुणवता की जाँच प्रतिष्ठित लैबों मेँ करवाया गया, जिसमें इसकी गुणवता उच्च कोटी पाई गयी। उन्होने बताया की बाजार में केसर का थोक रेट फिलहाल साठ हजार से डेढ़ लाख प्रति किलोग्राम बताया जा रहा है।

शुक्रवार, 25 सितंबर 2020

Corona update : उत्तराखण्ड में कोरोना के पाज़िटिव केस 45332 हजार , जाने कोरोना हेल्थ बुलेटिन जिलेवार ।।web news।।


आज का कोरोना बुलेटिन

आज 928 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 45332 पहुंची गयी है। स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए अभी अभी के हेल्थ बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गई है। 

◆आज 928 नये कोरोना के केस आये
◆203 कोरोना केस के साथ देहरादून में सबसे ज्यादा कोरोना केस आये आज।
◆कोरोना संक्रमितों की संख्या 45332 में से 33642 ठीक हो चुके है अब 10934 सक्रिय केस है ।
◆उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है ,


जिल्लेवार कोरोना पॉजिटिव केस आज की रिपोर्ट

अल्मोड़ा में कोरोना पॉजिटिव केस-51
बागेश्वर में कोरोना पॉजिटिव केस-21
चमोली में कोरोना पॉजिटिव केस- 65
चंपावत में कोरोना पॉजिटिव केस-30
देहरादून में कोरोना पॉजिटिव केस- 203
हरिद्वार में कोरोना पॉजिटिव केस-87
नैनीताल में कोरोना पॉजिटिव केस-173
पौड़ी में कोरोना पॉजिटिव केस-107
पिथौरागढ़ में कोरोना पॉजिटिव केस -4
रुद्रप्रयाग में कोरोना पॉजिटिव केस-13
टिहरी में कोरोना पॉजिटिव केस-33
उधमसिंह नगर में कोरोना पॉजिटिव केस- 117
उत्तरकाशी में कोरोना पॉजिटिव केस-24

गुरुवार, 24 सितंबर 2020

Corona update : उत्तराखण्ड में कोरोना के पाज़िटिव केस 44404 हजार , जाने कोरोना हेल्थ बुलेटिन जिलेवार ।।web news।।


आज का कोरोना बुलेटिन

आज 684 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 44404 पहुंची गयी है। स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए अभी अभी के हेल्थ बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गई है।

◆आज 684 नये कोरोना के केस आये
◆161 कोरोना केस के साथ देहरादून में सबसे ज्यादा कोरोना केस आये आज।
◆कोरोना संक्रमितों की संख्या 44404 में से 32154 ठीक हो चुके है अब 11507 सक्रिय केस है ।
◆उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है ,

जिल्लेवार कोरोना पॉजिटिव केस आज की रिपोर्ट

अल्मोड़ा में कोरोना पॉजिटिव केस-114
बागेश्वर में कोरोना पॉजिटिव केस-03
चमोली में कोरोना पॉजिटिव केस- 17
चंपावत में कोरोना पॉजिटिव केस-05
देहरादून में कोरोना पॉजिटिव केस- 161
हरिद्वार में कोरोना पॉजिटिव केस-80
नैनीताल में कोरोना पॉजिटिव केस-58
पौड़ी में कोरोना पॉजिटिव केस-32
पिथौरागढ़ में कोरोना पॉजिटिव केस -27
रुद्रप्रयाग में कोरोना पॉजिटिव केस-14
टिहरी में कोरोना पॉजिटिव केस-00
उधमसिंह नगर में कोरोना पॉजिटिव केस- 131
उत्तरकाशी में कोरोना पॉजिटिव केस-42

यह भी पढ़ें

◆ फ़ेसबुक चैलेंज : सरकारी फैशन-ए-पोषण चैलेंज में भाग लेकर पाएं आकर्षक उपहार ।।web news।।

फ़ेसबुक चैलेंज : सरकारी फैशन-ए-पोषण चैलेंज में भाग लेकर पाएं आकर्षक उपहार ।।web news।।


सरुली बुआ का श्रृंगार से पोषण के प्रति जागरुक करने का अनोखा अभियान

महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग उत्तराखंड फैशन-ए-पोषण चैलेंज में फ़ेसबुक चैलेंज प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है जिसमे आप प्रतिभाग करने हेतु आमंत्रित है सरकार का बहुत सकारात्मक प्रयास। इसी तरह के आयोजनों के जरिये आसानी से आम जन तक अपनी बात पहुँचाई जा सकती है ।


चैलेंज का थीम है ‘सरुली बुआ का श्रृंगार’. ‘सरुली बुआ’ विभाग का मैस्कॉट है और एक जागरूक महिला है जो दूसरों को भी स्वास्थ्य एवं पोषण जानकारी एवं आदतों के प्रति जागरूक करने हेतु प्रयासरत है |

फैशन-ए-पोषण फेसबुक चैलेंज प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए करना होगा

सरुली बुआ का श्रृंगार पौष्टिक फलों एवं सब्जियों से डिजाईन किया गया है | इस प्रतियोगिता में सभी प्रतिभागियों को सरुली बुआ के समान पौष्टिक खाद्यान्नों से बने आभूषण पहन कर पोषण के प्रति अधिकतम 45 सेकंड्स का सन्देश देते हुए अपना वीडियो फेसबुक पर पोस्ट करना है एवं WECDUK को अपने पोस्ट में टैग करना है |

ज्यादा जानकारी के लिएमहिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग उत्तराखंड के फ़ेसबुक पेज पर जाएं

 

इस प्रतियोगिता से जुड़ी नियम व शर्ते

◆सबसे अधिक लाइक पाने वाले 3 वीडियो को विजेता घोषित किया जायेगा |
◆विजेताओं को मिलेंगे आकर्षक गिफ्ट हैम्पर्स और प्रशस्ति पत्र |
◆आखिरी तारीख 29  सितंबर 2020


बुधवार, 23 सितंबर 2020

हेमा नेगी करासी : उत्तराखंडी लोकगीतों की जागर शैली की मधुर आवाज ।।web news।।

लोकगायिका हेमा नेगी करासी की संगीत की पहली पाठशाला

रूद्रप्रयाग जिले के दशज्यूला गाँव निवासी चंद्र सिंह नेगी जी के घर जन्मी उनकी छः संतानों में हेमा चौथे नंबर की है, हेमा बाल्य काल से ही अपने पिताजी के मधुर कंठ से जागर, लोकगीतों, दांकुडी,झुमेलो, चौंफुला को सुना करती थी। महज 4 बरस की बाल्य अवस्था से ही हेमा की रुचि संगीत में होने लगी थी हेमा ने जब दे देवा बाबाजी.... गीत अपने पिताजी को सुनाया तो पिताजी ने शाबासी दी बस फिर हेमा की रुचि और बढ़ी जो आज लाखों करोड़ों संगीत प्रेमियों की चहीती बन गयी । हेमा ने नरेंद्र सिंह नेगी , बंसती बिष्ट , प्रीतम भर्तवाण के पद चिन्हों का अनुसरण करते हुए नयी पीढ़ी की जागर गायिका का मुकाम हासिल किया ।


हेमा नेगी करासी की गायकी यात्रा 

2003 में इंटर काॅलेज कांडई में वार्षिकोत्सव में हेमा ने
धरती हमारा गढ़वाल की गीत गाया ,सुरीले कंठ से स्वरों के उतार चढ़ाव के साथ यह गीत हेमा की गायिकी का शुरुआत थी इस प्रोग्राम में दूरदर्शन और आकाशवाणी से लोग आये हुये थे जो इस आवाज को सुनकर झूम उठे यह हेमा का संगीत के क्षेत्र में अनोपचारिक डेब्यू था क्योंकि हेमा की पहली ऑडियो कैसेट क्या ब्वन तब 2005 में आयी जिसके साथ हेमा की संगीत की दुनिया मे शुरुआत हुई साथ ही इसी साल गढ़रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी के साथ कथा कार्तिक स्वामी की एलबम रिलीज हुई। इन गीतों के साथ गायकी की शुरुआत करने वाली हेमा की आवाज और अंदाज लोगों के मन को खूब भाया । 2008 में हेमा परिणय बंधन में बंधी फलस्वरूप हेमा कुछ सालों तक अपने प्रशंसकों के लिए नये गीत न ला सकी लेकिन हेमा को संगीत की धुन पुनः खींच ले आयी 2012 में माई मठियाणा देवी व 2013 में गिर गेंदुआ एलबम रिलीज हुई ,हेमा के सबसे ज्यादा व्यू मेरी बामणी गीत को मिले जिसे अभी तक 16 मिलियन से अधिक लोग देख चुके है। लेकिन 2013 में रिलीज गीत गिर गेंदुआ जागर गीत हेमा नेगी का सिग्नेचर गीत है जिसे उनके प्रशंसक औऱ उत्तराखण्ड संस्कृति प्रेमी बार बार और उनके लाइव प्रोग्राम में हर बार सुनना चाहते है ।


हेमा के रुद्रपयाग से लेकर विदेशों तक हजारों प्रशंसक 

हेमा नेगी के गाये लोक गीत और जागर आम जनमानस की जुबान पर है उनके गीतों की धूम उत्तराखंड ही नहीं बल्कि विदेशों तक है। जापान,न्यूजीलैंड दुबई आदि देशों में हेमा शानदार लाइव प्रस्तुतियां दे चुकी है साथ ही उनके यू ट्यूब चैनल से देश दुनिया के कोने कोने से प्रशंसक जुड़े है जो उनके गीतों के माध्यम से उत्तराखण्ड की देव संस्कृति के डिजिटल दर्शन करते रहते है ।


जादुई आवाज साथ उत्तराखण्डी परिधान हेमा की पहचान

हेमा लोकगीतों की जागर शैली की आवाज है जो उत्तराखण्ड के संगीत प्रेमियों के मन में रच बस गयी है, हेमा ने जागर के माध्यम से युवा पीढ़ी को जड़ो से जोड़ने का अनूठा अभियान चलाया साथ ही परम्परागत परिधान में उन्हें स्टेज पर और वीडियो गीतों में देखना लोगों को संस्कृति से जोड़ने का काम करता है।

देखें हेमा नेगी करासी का सिग्नेचर लोकगीत गिर गेंदुआ



Corona update : उत्तराखण्ड में कोरोना के पाज़िटिव केस 43630 हजार , जाने आपके जिले में आज कितने केस आए ।।web news।।

आज का कोरोना बुलेटिन

आज 1069 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 43720 पहुंची गयी है। स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए अभी अभी के हेल्थ बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गई है। 

◆आज 1069 नये कोरोना के केस आये
◆318 कोरोना केस के साथ देहरादून में सबसे ज्यादा कोरोना केस आये आज।
◆कोरोना संक्रमितों की संख्या 43720 में से 31123 ठीक हो चुके है अब 11867 सक्रिय केस है ।
◆उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है ,

जिल्लेवार कोरोना पॉजिटिव केस आज की रिपोर्ट

अल्मोड़ा में कोरोना पॉजिटिव केस-07
बागेश्वर में कोरोना पॉजिटिव केस-21
चमोली में कोरोना पॉजिटिव केस- 58
चंपावत में कोरोना पॉजिटिव केस-07
देहरादून में कोरोना पॉजिटिव केस- 318
हरिद्वार में कोरोना पॉजिटिव केस-127
नैनीताल में कोरोना पॉजिटिव केस-119
पौड़ी में कोरोना पॉजिटिव केस-48
पिथौरागढ़ में कोरोना पॉजिटिव केस -21
रुद्रप्रयाग में कोरोना पॉजिटिव केस-22
टिहरी में कोरोना पॉजिटिव केस-31
उधमसिंह नगर में कोरोना पॉजिटिव केस- 237
उत्तरकाशी में कोरोना पॉजिटिव केस-53

मंगलवार, 22 सितंबर 2020

Corona update : उत्तराखण्ड में कोरोना के पाज़िटिव केस 42651 हजार , जाने आपके जिले में आज कितने केस आए ।।web news।।

आज का कोरोना बुलेटिन

आज 874 नए कोरोना मरीज सामने आने के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 42651 पहुंची गयी है। स्वस्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए अभी अभी के हेल्थ बुलेटिन में इसकी जानकारी दी गई है।


◆आज 874 नये कोरोना के केस आये
◆368 कोरोना केस के साथ देहरादून में सबसे ज्यादा कोरोना केस आये आज।
◆कोरोना संक्रमितों की संख्या 42651में से 30107 ठीक हो चुके है अब 11731 सक्रिय केस है ।
◆उत्तराखंड में लगातार कोरोना का कहर जारी है ,

जिल्लेवार कोरोना पॉजिटिव केस आज की रिपोर्ट

अल्मोड़ा में कोरोना पॉजिटिव केस-34
बागेश्वर में कोरोना पॉजिटिव केस-12
चमोली में कोरोना पॉजिटिव केस- 23
चंपावत में कोरोना पॉजिटिव केस-02
देहरादून में कोरोना पॉजिटिव केस- 368
हरिद्वार में कोरोना पॉजिटिव केस-62
नैनीताल में कोरोना पॉजिटिव केस-76
पौड़ी में कोरोना पॉजिटिव केस-43
पिथौरागढ़ में कोरोना पॉजिटिव केस -17
रुद्रप्रयाग में कोरोना पॉजिटिव केस-10
टिहरी में कोरोना पॉजिटिव केस-28
उधमसिंह नगर में कोरोना पॉजिटिव केस- 158
उत्तरकाशी में कोरोना पॉजिटिव केस-43