शनिवार, 27 फ़रवरी 2021

हिम प्रयल : चमोली आपदा में आगाज फैडरेशन की टीम ने रेस्क्यू में किया सहयोग , पढे पूरी खबर ।।web news।।

चमोली की आपदा में 205 से अधिक लोगों का अकाल मृत्यु आंकलन

7 फरवरी 2021 को जनपद चमोली के धौली गंगा, तपोवन, ऋषिगंगा घाटी में ग्लेशियर टूटने की वजह से आयी बाढ़ के कारण भीषण तबाही हुई थी। इस आपदा में 205 से अधिक लोगों के अकाल मृत्यु का आंकलन है। इस प्राकृतिक आपदा से पैंग, मुरूंडा, जुग्जु, जुवाग्वाड़ के अलावा चिपको की जननी गौरा देवी के गाँव वल्ला रैणी और पल्ला रैणी में 5 लोगों की मृत्यु हुई, स्थानीय स्तर पर अभी तक 28 लोगों के शव बरामद हुए हैं।

आपदा रेस्क्यू टीम का दोपहर का भोजन की जिम्मेदारी टीम आगाज ने बखूबी संभाली

इस प्राकृतिक आपदा के तुरंत बाद प्रभावित क्षेत्र में राहत और बचाव के कार्य प्रारंभ हुए उसी दौरान अलकनन्दा घाटी शिल्पी फैडरेशन (आगाज़ फैडरेशन) पीपलकोटी द्वारा रिलायंस फाउण्डेशन को मदद के लिए आग्रह किया गया। और स्थानीय समाजसेवी संस्था जनमैत्री जो पूर्व से ही लंगर/कम्यूनिटी किचन चला रही थी के साथ मिलकर 15 फरवरी से 26 फरवरी तक कुल 12 दिन तक रैस्क्यू और बचाव के कार्यों में लगे एन.डी.आर.एफ., एस.डी.आर.एफ., भारत तिब्बत सीमा पुलिस और उत्तराखण्ड पुलिस के जवानों के साथ-साथ सड़क और पुल निर्माण में लगे सीमा सड़क संगठन के कर्मचारियों और मजदूरों को नियमित रूप से दोपहर का भोजन कराते रहे। 

3000 जरूरतमंदों को भोजन व 150 परिवारों को ड्राई राशन राशन किट उपलब्ध करायी गयी ।

रिलायंस फाउण्डेशन के ऋतुराज प्रसाद ने बताया कि आगाज़ और रिलायंस फाउण्डेशन के साथियों ने आई.ए. जी. उत्तराखण्ड के समन्वयन में लगभग 12 दिन में लगभग 3000 लोगों को भोजन उपलब्ध कराया गया।आगाज़ फैडरेशन के समन्वयक एवं टीम लीडर जयदीप किशोर ने बताया कि उनकी टीम द्वारा आपदा से सबसे अधिक प्रभावित हुए- वल्ला रैणी, पल्ला रैणी, पैंग, मुरूंडा, जुग्जु और जुवाग्वाड में 150 परिवारों को रिलायंस फाउण्डेशन द्वारा प्रदान की गयी ड्राइ राशन किट का आज 26 फरवरी 2021 तक स्थानीय टीम लीडर पूरण सिंह राणा, आगाज़ के वाॅलण्टियर अनुज नम्बूद्री, भुवना देवी, अभिषेक कुमार, भरत लाल, नरेन्द्र मुले , सचिन टम्टा और अजय राज के साथ मिलकर वितरण किया गया। 

आगाज फैडरेशन की आपदा राहत टीम का हिस्सा बने स्वयं सेवी संघठन ।

आपदा राहत वितरण के कार्यों में रिलायंस फाउण्डेशन के जुबिन मैथ्यू, ऋतुराज प्रसाद और अमित सेन ने सहभागिता निभाई। साथ ही जनमैत्री संस्था के प्रदीप चैहान, सुनील तिवारी, जितेन्द्र ने भी सामुदायिक किचन के संचालन में मदद की। इस कार्यक्रम के लिए कासा उत्तराखण्ड ने जनमैत्री को संसाधन उपलब्ध कराये और आई.ए.जी. उत्तराखण्ड ने भी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से समन्वयन में सहयोग किया। दूसरी ओर संपूर्ण अभियान के समन्वयन और संचालन का कार्य आगाज़ फैडरेशन के अध्यक्ष जे0पी0 मैठाणी की देखरेख में किया गया ।

गुरुवार, 25 फ़रवरी 2021

Positive News :रूरल सर्वे से छात्र छात्राओं ने किसानों की समस्या समझी, पढे पूरी खबर ।।Web News।।

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नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति तथा इंस्टिट्यूट ऑफ़ एग्रीकल्चर ट्रेंनिंग एंड रिसर्च ने छात्रों को कराया रूरल सर्वे 

नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति तथा इंस्टिट्यूट ऑफ़ एग्रीकल्चर ट्रेंनिंग एंड रिसर्च के संयुक्त तत्वाधान में आज शंकरपुर ग्राम सभा में पंचायत में माया कॉलेज, तुलाज कॉलेज तथा दून पीजी कॉलेज के छात्र छात्राओं के द्वारा रूरल एग्रीकल्चर वर्क एक्सपीरियंस कार्यक्रम के तहत शंकरपुर ग्राम में सर्वे किया गया और खेती किसानी के गुर सीखे और किसानों की समस्याओं तथा किसानों के द्वारा उपयोग किए जाने वाले यंत्रों और खेती किए जाने के तरीके तथा जैविक और रासायनिक खाद तथा सिंचाई के साधन और फसलों में होने वाले नुकसान तथा फायदे के बारे में भी जानकारी हासिल की बिहार अरुणाचल प्रदेश नेपाल तथा आंध्र प्रदेश से आए छात्रों ने गांव में शैक्षिक भ्रमण कर बीएससी एग्रीकल्चर के लास्ट सेमेस्टर को पूर्ण किया ।

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नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति के संस्थापक अमर सिंह कश्यप ने कहा की छात्र खेती की नई तकनीक की पढ़ाई करके ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकारी बनकर आएंगे तो उन्हें उन्नत खेती की धरातल पर जानकारी रहेगी ।

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भाजपा के वरिष्ठ नेता नवीन ठाकुर ने कहा कि छात्र देश का भविष्य हैं और मोदी जी के सपनों का भारत युवा ही बनाएगा उन्होंने कहा कि कृषि की पढ़ाई करके आप उन्नत किसान के रूप में अपने को डिवेलप करें तथा किसानों को भी डिवेलप कराने का कार्य करें तो आपकी पढ़ाई सार्थक होगी ।


ग्राम प्रधान बेबी रानी तथा वार्ड सदस्य रत्नीदेवी ने कहा किआज खेती किसानी में किसानों को नुकसान हो रहा है यदि उन्नत खेती की तकनीक अपना ले जाए तो किसान तरक्की कर सकते हैं इस अवसर पर इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ एग्रीकल्चर ट्रेनिंग एंड रिसर्च के मिस्टर अर्जुन कुमार तथा अमित उपाध्याय ने भी बच्चों को खेती के संबंध में जानकारी दी तथा इस अवसर पर सुखदेव सिंह आशीष कश्यप तथा नई दिशा जनित ग्रामीण विकास समिति के सह सचिव अमित कश्यप भी मौजूद रहे ।

मंगलवार, 23 फ़रवरी 2021

Garhwali DJ song : केशर पंवार और अनिशा पंवार का गीत कांधी बंदूक 1 लाख व्यूज़ पार, पढे पूरी रिपोर्ट ।।web news।।

AK Films का DJ सांग का कांधी बंदूक हिट हुआ ।

ए के फिल्म्स का धमाकेदार गढ़वाली गीत कांधी बंदूक एक हप्ते पहले रिलीज हुआ जिसे संगीत प्रेमियों ने खूब सराया युवाओं की जुबान पर गीत के बोल बमोर खांणाकी‌ मैन धापना धरयाली दुई नाऴी बंदूक मैंन कांधी धरयाली, चढ़ गया । ए के फिल्म्स के यू ट्यूब चैनल पर रिलीज हुआ यह गीत 1 हप्ते में ही एक लाख से ज्यादा बार देखा गया । तीन हजार से ज्यादा लोग यू ट्यूब पर लाइक कर चुके है , शुभकामना सन्देश के हजारों कमेंट सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर प्रशंसक कर चुके है ।कांधी बंदूक गीत केशर पंवार और अनिशा रांगड़ ने गया शैलेन्द्र शैलू ने संगीत से सजाया है साथ ही संजय भंडारी ने गढ़वाली रैप का तड़का लगाया है ।

देखिए केशर पंवार और अनिशा पंवार कांधी बंदूक गीत

Source : AK Films you tube 

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सोमवार, 22 फ़रवरी 2021

UFTARA Update : उफतारा 11 विभूतियों को 21 मार्च को सम्मानित करेगा ।।web news।।


21 मार्च को देहरादून में उफतारा सम्मान समारोह होगा ।

उफतारा विभिन्न क्षेत्र में प्रदेश की 11 विभूतियों को सम्मानित करेगा। आज विधानसभा के निकट एक होटल में उत्तराखंड फ़िल्म टेलीविजन एण्ड रेडियो एसोसिएशन (उफतारा) की एक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उफतारा सम्मान समारोह आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया । 21 मार्च को देहरादून में सम्मान समारोह होगा। जिसमें पूर्व की भाँति कला संस्कृति व जनहित के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली 11 विभूतियों को उफतारा सम्मान दिया जाएगा। उफतारा सम्मान समिति का मुख्य कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ संस्कृति कर्मी व उफतारा के पूर्व अध्यक्ष चन्द्रवीर गायत्री को तथा गंभीर सिंह जयाड़ा को व्यवस्थापक मनोनीत किया गया।

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आज की बैठक में उफतारा ने सरकार से प्रदेश के आँचलिक फ़िल्म निर्माण को भी प्रोत्साहित करने की मांग की । प्रदेश फ़िल्म नीति के अनुसार फ़िल्म निर्माताओं को प्रोत्साहित किया जाय जिससे उत्तराखंड की संस्कृति को फिल्मों के माध्यम से प्रचार प्रसार करने वाले निर्माताओं निर्देशकों को उत्साहवर्धन हो सके ।इस अवसर पर उफतारा पदाधिकारियों को एक्टिव मीडिया प्रेस क्लब (AMPC) की स्मारिका भी भेंट की गई। बैठक में उफतारा अध्यक्ष प्रदीप भण्डारी, महासचिव डॉ0 अमर देव गोदियाल, कोषाध्यक्ष बृजेश भट्ट, रवि मंमगाई, नवीन सेमवाल, नंदन सिंह कण्डारी, दीपक नौटियाल आदि शामिल रहे। बैठक के माध्यम से उफतारा के प्रत्येक सम्मानित सदस्य से कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सक्रिय भूमिका निभाने की अपेक्षा की गई है ।

रविवार, 21 फ़रवरी 2021

स्‍थानीय उत्‍पादों को बढ़ावा देने के लिए देहरादून में संजीवनी फेस्ट का हुआ आयोजन, पढे पूरी खबर ।।web news।।


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आज संजीवनी फेस्ट में पहुंचे सीएम, शुभारंभ राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शनिवार को किया था ।

राज्य की महिलाओं और बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए देहरादून में सर्वे चौक स्थित ऑडिटोरियम में संजीवनी फेस्ट का आयोजन किया गया। आज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत संजीवनी फेस्ट पहुंचे और यहां पर लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।उत्तराखंड के विभिन्न थीम पर आधारित उत्पादों को सही प्लेटफाॅर्म मिलने से राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारे स्थानीय उत्पादों को अलग पहचान मिलेगी। संजीवनी फेस्ट का शुभारंभ राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शनिवार को किया था। 

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20-21 फरवरी 2021 को आयोजित हुआ संजीवनी फेस्ट 

संजीवनी फेस्ट का आयोजन महिलाओं व बालिकाओं के उत्थान और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में 20 सालों से कार्य करने वाली उत्तराखंड सिविल सर्विसेज ऑफिसर्स वाइफ्स एसोसिएशन के द्वारा आयोजित किया गया । दो दिवसीय 20-21 फरवरी 2021को आयोजित संजीवनी फेस्ट का उद्देश्य कोरोना काल से प्रभावित ग्रामीण दस्तकारी, हस्तशिल्प, आयुर्वेदिक उत्पाद एवं अन्य ग्रामोत्पादों को एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराना था ।

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संजीवनी फेस्ट में ऐपण कला ने किया आकर्षित

संजीवनी फेस्ट में उत्तराखंड की संस्कृति, लोककला ऐपण को आर्थिकी से जोड़ने वाली Minakriti - The Aipan Project की संचालिका मीनाक्षी खाती का ऐपण स्टाल आकर्षक का केंद्र रहा।

गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

Online training : माटी संस्था ने आलू की खेती की ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन किया ।। Web News।।

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माटी संस्था, देहरादून की ओर से “आलू की खेती: जीविकोपार्जन का एक उत्तम विकल्प ” विषय पर एक दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन।

देश को कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने एवं ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका के अवसर बढ़ाने के अपने इसी उद्देश्य को पूरा करने के क्रम में आज "माटी जैव विविधता संरक्षण और सामाजिक अनुसंधान संगठन" देहरादून, ने “आलू (सोलनम ट्यूबरोसम) की खेती जीविका उपार्जन का एक उत्तम विकल्प” विषय पर एक दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

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माटी संस्था के संस्थापक वैज्ञानिक डॉ० वेद कुमार ने अपने उद्बोधन भाषण में कहा ।

माटी संस्था के संस्थापक व वैज्ञानिक डॉ० वेद कुमार ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा की ‘यह प्रशिक्षण कार्यक्रम हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की उस अपील को ध्यान मे रखते हुए कराया गया, जिसमे उन्होने देश को “आत्मनिर्भर भारत” बनाने की बात कही थी। माटी संस्था शुरुवात से ही अनेक ऐसे सामाजिक सरोकार संबन्धित कार्य करती आई है, जिससे देश व समाज आत्मनिर्भर बने।‘ वही संस्था के सह-संस्थापक व वैज्ञानिक डॉ० अंकिता राजपुत ने कहा की इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मूल उद्देश्य देश के युवाओं को ग्रामीण कृषि स्वरोज़गार हेतु प्रेरित करने के साथ उन्हे कृषि संबन्धित वर्तमान में आधुनिक तकनीकी ज्ञान से परिचित करवाना है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम वक्ता प्रोफेसर वी० एल० सक्सेना ने कहा ।

इस एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुवात प्रोफेसर वी० एल० सक्सेना, भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन, कोलकाता के द्वारा की गयी। इन्होने अपने उदघाटन उद्बोधन के दौरान बताया कि ‘इस तरह की प्रशिक्षण कार्यशालाएं विधार्थियों के लिए उपयोगी हैं, जो न केवल उनके व्यक्तित्व के विकास में सहायता करती हैं, अपितु देश के जाने-माने वैज्ञानिक व् विशेषज्ञों से रूबरू होकर अपनी शंकाओं का निवारण भी करने का मौका मिलता है। प्रोफेसर सक्सेना ने बताया कि माटी संगठन इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन लगातार करवाता रहा है, जो कि एक सराहनीय कदम है। 

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प्रशिक्षण के द्वितीय वक्ता प्रोफेसर वी० एल० सक्सेना ने कहा ।

इस प्रशिक्षण के दूसरे वक्ता श्री० एस० के० चौहान (डायरेक्टर ऑफ़ अल्पाइन ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूट) ने कहा की परम्परागत रूप से हम आलू की खेती करते है, लेकिन हमें अच्छे उन्नति के लिए वैज्ञानिक तरीके से खेती करने की आवश्यकता है। 

प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन प्रोफेसर ध्यानेंद्र कुमार ने कहा ।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजक, प्रोफेसर ध्यानेंद्र कुमार, अध्यक्ष माटी ने बताया कि इस वैश्विक संकट काल कोविड-19 के इस कठिन समय में आलू की खेती आजीविका का बेहतर अवसर कैसे हो सकती है। उन्होंने बताया कि अगर हम अपनी पारम्परिक फसल जैसे आलू को भी उचित वैज्ञानिक तकनीकों के द्वारा उगाएं तो उसकी गुणवत्ता और मूल्य में सुधार कर अपनी आय को बढ़ा सकतें हैं। 

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प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ० जनार्दन ने कहा ।

इस एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ० जनार्दन जी (पूर्व निदेशक व् कृषि वैज्ञानिक, नेशनल रिसर्च सेण्टर फॉर मखाना, भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद्) ने आलू की वैज्ञानिक खेती पर एक बहुत ही विस्तृत और प्रासंगिक जानकारियों से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि आलू दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण खाद्य फसल है,जिसका उपयोग विश्व में खाद्य पदार्थ के रूप में किया जाता है और उन्होंने यह भी बताया की आलू कार्बोहाइड्रेट, स्टार्च और विटामिन का बहुत बड़ा स्रोत है, यह एक किफायती व् उच्च उत्पादक क्षमता वाली फसल है, जिसका उपयोग सब्जी के रूप में, चिप्स बनाने के लिए किया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि आलू की खेती शुरुआती बसंत में और गर्म सर्दियों में लगाया जाता है, और सबसे ठंडे महीनों में भी इसकी पैदावार होती है। उन्होंने आलू की खेती के विभिन्न चरणों जैसे आलू का उत्पादन, कीटों और बीमारियों, मिट्टी और भूमि की तैयारी के बारे में भी विस्तृत विवरण दिया। आलू की फसल आमतौर पर बीज से नहीं बल्कि "आलू के छोटे कंद" से उगाई जाती है। कंद के टुकड़ों को 5 से 10 सेमी की गहराई तक बोया जाता है। अच्छे फसल के लिए स्वस्थ बीज कंदों तथा अच्छे किस्म (कुफरी लालिमा ,कुफरी चंद्रमुखी इत्यादि) की आवश्यकता होती है अथवा बीज का किस्म बुआई की जाने वाली क्षेत्र पर निर्भर करता है और कंद बीज रोग रहित तथा अच्छी तरह से अंकुरित होना चाहिए और प्रत्येक बीज कंद का वजन में 30 से 40 ग्राम तक होना चाहिए। डॉ जनार्दन जी ने कहा कि पारंपरिक और वैज्ञानिक ज्ञान के संयोजन से आलू का उत्पादन को बढ़या जा सकता है, जिससे किसानो के लिए आमदनी का एक अच्छा स्त्रोत बन सकता है। 

डॉ. हिमानी बडोनी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया ।

कार्यक्रम अंत में डॉ. हिमानी बडोनी (प्रोजेक्ट साइंटिस्ट) द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। उन्होंने प्रो० ध्यानेंद्र कुमार (अध्यक्ष, माटी), प्रो० विजय लक्ष्मी सक्सेना (अध्यक्ष, भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन कोलकाता), मुख्य वक्ता डॉ० जनार्दन जी (कृषि वैज्ञानिक), श्री अनिल सैनी (चेयरमैन अल्पाइन ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट), श्रीमती भावना सैनी (मैनेजिंग डायरेक्टर अल्पाइन ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट), श्री एस के चौहान (डायरेक्टर अल्पाइन ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट), श्री उत्तम कुमार सिंह (अकादमिक कोऑर्डिनेटर अल्पाइन ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट) को इस एक दिवसीय प्रशिक्षण वेबिनार में भाग लेने और इसे सफल बनाने के लिए धन्यवाद ज्ञपित किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में माटी टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई ।

इस एक दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम को जोखन शर्मा व ओंद्रिला सान्याल के द्वारा समन्वित किया गया और डॉ० हिमानी बडोनी ने मंच का संचालन किया। कार्यक्रम समन्वयक ओंद्रिला सान्याल ने बताया की इस एक दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान देश भर से कुल 150 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमे से अधिकांश कॉलेज, विश्वविद्यालयों के छात्र - छात्राओं, ग्रामीण युवा किसान मुख्य रूप से शामिल रहे। साथ ही कार्यक्रम के दौरान माटी टीम के सभी सदस्य प्रतिक्षा, अनुप्रिया, शेफाली, मृत्युंजय, विशाल, रश्मि, शालिनी, दिशांषी भी उपस्थित रहे ।

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बुधवार, 17 फ़रवरी 2021

चमोली आपदा : अपनों के इंतजार में बेजुबान , कई दिनों से खाना भी नहीं खाया।। Web News।।

मालिक को तलाश में कई दिन से टनल के बाहर चक्कर लगा रहा एक बेजुबान

कुत्तों को वफादार जानवर कहा जाता है। वह अपने मालिक के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। यही कारण है कि लोग भी इस जानवर की सेवा भी पूरे मन से करते हैं। कई लोग तो इन्‍हें अपने परिवार का सदस्‍य तक मानते हैं। इन दिनों एक ऐसा ही एक वफादार कुत्ता उत्तराखंड के चमोली में मिला जो अपने लापता मालिक की तलाश कई दिनों से कर रहा है। आलम यह है कि वो पिछले कई दिनों से उसी टनल के बाहर बैठा है, जहां प्राकृतिक आपदा ने सबसे ज्‍यादा कहर बरपाया। 

इस प्राकृतिक आपदा में सबसे अधिक प्रभावित चमोली जिले का रैणी गांव हुआ। वहां रहने वाले कई लोग इस हादसे में हताहत हुए हैं। इस भीड़ के कहीं एक कोने में आपदा के पहले दिन से ही अब तक एक बेजुबान बेबस और गुमसुम है। अपनों के इंतजार में इसकी आंखें टकटकी लगाए टनल और रेस्क्यू ऑपरेशन को लगातार देख रही हैं। अपने मालिक की गंध सूंघते हुए यह कई दिनों से टनल के बाहर खड़ा है। 

कुत्ते ने अपने मालिक की याद में कई दिनों से नहीं खाया खाना

ऋषि गंगा नदी में आई आपदा के बीच जहां लोग अपनों को ढूंढ रहे हैं, तमाम रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं, कई लोग लापता हैं। उनके बीच एक कुत्ता घटना के पहले दिन से अपने किसी पहचान वाले को या अपने मालिक को ढूंढ रहा है। कहते हैं कि बीते कई दिनों से उसने खाना भी नहीं खाया है। रोजाना यहां मलबे में ये किसी अपने को ढूंढने की कोशिश करता है।

News sorce : PBNS 

रविवार, 14 फ़रवरी 2021

RTI Club News : आरटीआई क्लब उत्तराखंड ने मनाया बलिदान दिवस, पढे पूरी खबर ।।web news।।

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आरटीआई कार्यकर्ताओं के बलिदान को याद करते हुए आरटीआई क्लब उत्तराखंड ने बलिदान दिवस मनाया

श्री गुरु राम राय इंटर कॉलेज सहसपुर में आरटीआई क्लब उत्तराखंड द्वारा फेरूपुर हरिद्वार मैं आरटीआई कार्यकर्ता जगदीश चौहान की शहादत पर उन्हें याद किया और उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई आरटीआई कार्यकर्ताओं के बलिदान को याद किया । इस अवसर पर आरटीआई क्लब उत्तराखंड ने आरटीआई कार्यकर्ताओं की सुरक्षा और उनके द्वारा उजागर किए जा रहे भ्रष्टाचार के विरुद्ध सरकार से कार्यवाही करने की मांग की गयी साथ ही आरटीआई कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न रोकने तथा आरटीआई के क्षेत्र में आ रही परेशानियों पर चर्चा की गई जिसमें संस्था के अध्यक्ष डॉक्टर बीपी मैठानी तथा संयोजक अमर सिंह धुंता तथा सचिव यज्ञ भूषण शर्मा के साथ आरटीआई एक्टिविस्ट अशोक वर्मा बीडी जोशी सुरेंद्र सिंह थापा अजय नारायण शर्मा संतराम अमर सिंह कश्यप रामेश्वर प्रसाद मिश्रा रविंदर सिंह नमिता आदि ने चर्चा में भाग लिया और आरटीआई के क्षेत्र में आ रही समस्याओं और लोक सेवकों द्वारा आरटीआई कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न और आरटीआई कार्यकर्ताओं को सुरक्षा दिलाने के लिए आंदोलन का रास्ता तैयार करने पर चर्चा की गई और पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा यह भी तय किया गया कि भविष्य में जल्द ही राज्य सूचना आयोग के साथ एक संवाद स्थापित किया जाएगा जिसमें लोक सूचना अधिकारियों के पक्ष में कार्य कर रहे आयुक्तों पर उनके उत्तरदायित्व और आरटीआई कानून के अनुपालन में कोई ढिलाई ना हो इसके लिए आयोग से संवाद किया जाएगा इस अवसर पर आरटीआई कार्यकर्ता जगदीश सिंह चौहान तथा राजेश सूरी, राजकुमार रहेजा, आदि को श्रद्धांजलि दी गई और 2 मिनट का मौन रखा गया चर्चा में दर्जनों आरटीआई कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया।

आज की अन्य खबरें


Hillywoob Update : लोकगीत झुम्पा कैल तोडा का नया अंदाज दर्शकों को आ भा रहा है ।। web news ।।


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नन्हे कलाकारों का नए अंदाज में लोकगीत झुम्पा कैल तोडा वाइरल हुआ

प्रज्ज्वल फिल्मस की लोकगीत विथ रैप सीरीज का पहला वीडियो गीत झुम्पा कैल तोडा वीडियो गीत 13 फरवरी को रिलीज हो गया है । इस वीडियो गीत को प्रज्ज्वल फिल्मस के official YouTube Channel पर रिलीज किया गया । उत्तराखंड संस्कृति के लिए समर्पित जाने माने अभिनेता व निर्देशक के रवि मंमगाई के निर्देशन व गीत-संगीत ज्योति प्रकाश पंत का है । वीडियो गीत में मास्टर आयूष मंमगाई व प्रज्वल मंमगाई ने अभिनय किया साथ ही कॉमेडी रैप व शानदार प्रस्तुति रवि मंमगाई की है । साथ ही नवीन सेमवाल इस वीडियो गीत के सह निर्देशक है ।

प्रज्ज्वल फिल्मस के यूट्यूब चैनल का लिंक

Official YouTube Channel 

गढ़वली फोक में रवि मंमगाई के रैप का तड़का

झुम्पा कैल तोडा गढ़वाली लोक गीत है जिसे नए अंदाज देने के लिए रवि ममगाई ने गढ़वली कॉमेडी रैप का तड़का लगाया साथ ही इस रैप में अभिनय भी रवि मंमगाई ने कॉमेडी अंदाज में किया जो बाल कलाकारों की शानदार प्रस्तुति में चार चाँद लगाना का काम कर रहा है । लोकगीत को देखकर प्रशंसकों ने यू ट्यूब चैनल के कमेंट बॉक्स टिप्पणी की व शुभकामनाएं दी साथ ही लोकगीत के नए अंदाज की सराहना भी की । 

नए अंदाज में देखिए झुम्पा कैल तोडा वीडियो लोक गीत

Source : Prajjwal Films Production Youtube chennal


मंगलवार, 9 फ़रवरी 2021

पीएनबी आरसेटी द्वारा महिलाओं को बैग बनाने के प्रशिक्षण का शुभारंभ, जाने पूरी खबर ।।web news।

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पीएनबी ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान रायपुर ब्लाक के ग्राम सभा स्थल की महिलाओं को देगा स्वरोजगार प्रशिक्षण

रायपुर ब्लाक के ग्राम सभा स्थल के राजकीय गांधी सेवा केंद्र/ बहुउद्देश्यीय भवन में महिलाओं को पेपर कवर एनवल्प, फ़ाइल कवर एवम पेपर बैग मेकिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसका शुभारम्भ हिमांशु , डायरेक्टर ,पीएनबी आरसेटी देहरादून द्वारा किया गया ।
प्रशिक्षण शिविर में 8 स्वंय सहायता समूह की 27 महिला का नामांकन किया गया यह प्रशिक्षण 10 दिन तक चलेगा जिसमें बैग बनाना, सिखाया जाएगा । महिलाओं को सरकारी स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दे जाएगी । महिलाओं को स्वरोजगार के लिए बैक लोन के बारे में बताए जाएगा साथ ही प्रोडक्ट की मार्केटिंग के बारे में बताया जाएगा । प्रशिक्षण के बार पीएनबी आरसेटी के द्वरा सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा । आज के कार्यक्रम में पीएनबी आरसेट से हिमांशु, जहांगीर आलम, ग्राम प्रधान अस्थल आरती , रायपुर ब्लॉक से आफिस से ममता सेमवाल व 8 महिला स्वयं सहायता समूह की 27 महिलाएं उपस्थित रही ।

सोमवार, 8 फ़रवरी 2021

Kumbh Update : संतों ने मेलाधिकारी दीपक रावत को अपने हाथों से बनाया स्केच भेंट किया, पढे पूरी खबर ।।web news।

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महंत मोतीराम गिरी महाराज ने अपने हाथों से बनाया हुआ स्केच हरिद्वार महाकुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत को भेंट किया

हरिद्वार में स्थित श्री पंचायत उदासीन बड़ा अखाड़ा, हरिहर आश्रम में बाबा कमल दास जी महाराज के सानिध्य में शिव शक्ति शनि सेवा समिति के अध्यक्ष महंत मोतीराम गिरी महाराज ने अपने हाथों से बनाया हुआ स्केच हरिद्वार महाकुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत को भेंट किया । ज्ञात हो की महंत मोतीराम जी पूर्व में भी विश्व प्रसिद्ध योग गुरु बाबा रामदेव जी जैसी जानी-मानी हस्तियां के स्केच उनको भेंट करके प्रसिद्धि पा चुके है। इस दौरान महंत कमल दास महाराज ने कहा कि मेला अधिकारी दीपक रावत एक कर्मठ अधिकारी हैं। जिनके नेतृत्व में कुंभ मेला संत महापुरुषों के सानिध्य में दिव्य व भव्य रुप से संपन्न होगा। स्वामी मोतीराम ने कहा कि कुशल अधिकारियों की कार्यशैली से ही देश उन्नति की ओर अग्रसर होता है। मेलाधिकारी दीपक रावत के द्वारा किए गए कार्य सराहनीय हैं। यह पहला अवसर है कि हरिद्वार में कुंभ के दौरान धार्मिक कलाकृतियों से पूरी धर्म नगरी को सजाया जा रहा है। जिसके द्वारा पूरे विश्व में धर्म के प्रति सकारात्मक संदेश प्रसारित हो रहा है। इसके लिए मेला अधिकारी अधिकार बधाई के पात्र हैं। मेला अधिकारी दीपक रावत ने कहा कि संत समाज सदैव ही मानव सेवा और परोपकार के लिए समर्पित रहता है। कुंभ मेले के दौरान किसी भी संत महापुरुष को कोई असुविधा नहीं होने दी जाएगी। कुंभ मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए मेला प्रशासन पूरी तरह कटिबद्ध है। इस मौके पर कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल, महंत दामोदर दास , महंत शांति दास , हिमांशु मल्होत्रा आदि उपस्थित रहे ।

रविवार, 7 फ़रवरी 2021

Good News : सामाजिक संस्थाओ द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में 30 यूनिट रक्तदान हुआ, पढे पूरी खबर ।।web news।।

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कोरोना 19 के चलते रक्त के अभाव से प्रदेश जूझ रहा है तो ज्यादा से ज्यादा रक्तदान शिविर आयोजित करने की आवश्कता है- रमा गोयल

अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन देहरादून शाखा एवं हर्षल फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से आज एक रक्तदान शिविर का आयोजन देहरादून, अग्रवाल धर्मशाला में किया गया। इस शिविर में 30 यूनिट रक्तदान हुआ। रक्तदाताओं को जानकारी दी कि हर 3 माह में रक्तदान किया जा सकता है ओर इससे किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री विश्वास डाबर एवं विशिष्ट अतिथि राज्य मंत्री रवीन्द्र कटारिया, भाजपा अम्बेडकर मंडल अध्यक्ष विशाल गुप्ता मौजूद रहे। विश्वास डाबर ने कहा कि रक्तदान से बड़ा आज के समय में कोई दान नहीं है। उन्होंने संस्था के द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी सराहना करते हुए कहा कि संस्था सदैव समाज हित के कार्यों में अग्रणी रहती है। दोनों संस्थाओं की अध्यक्ष रमा गोयल ने कहा कि उनका सदैव यह प्रयास रहा है कि संस्था समाज हित के कार्य करे। अभी जब कोरोना 19 के चलते रक्त के अभाव से प्रदेश जूझ रहा है तो ज्यादा से ज्यादा रक्तदान शिविर आयोजित करने की आवश्कता है।

रक्तदान शिविर की खास बात महिलाओं ने किया पहली बार रक्तदान

इस शिविर की खास बात रही बहुत सारी महिलाओं ने प्रथम बार रक्तदान किया। नूतन अग्रवाल एवं देहरादून शाखा की प्रकल्प प्रमुख रीना गर्ग ने रक्तदान किया। बबीता एवं उनकी पुत्री ने प्रथम बार रक्तदान किया। रक्तदान के लिए नूतन एवं मीनाक्षी अग्रवाल ऋषिकेश से आई ओर उन्होंने रक्तदान किया। 60% रक्तदान महिलाओ द्वारा किया गया। 


रक्तदान शिविर में उपस्थित रहे।

संगीता अग्रवाल, सीमा राजवंशी, अमिता गोयल , मोनिका अग्रवाल, सुमन पांडेय, सुमन अग्रवाल, मिथलेश गोयल, पुष्पा भल्ला, राखी गुप्ता, सुधा, प्रवीण शर्मा, रवि कांत, पार्वती पांडेय, सेवा सिंह मथारू, संजय गर्ग, रोशन राणा, दीपक जैथी, अंकुर जैन आदि ।

संस्था से जुड़ी अन्य खबरें

Garhwali video song : बजरंगी भैजी फेम मंमगाई ब्रदर्स का नया वीडियो गीत 13 फरवरी को होगा रिलीज, जाने पूरी खबर ।।web news।।

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प्रज्ज्वल फिल्मस के बैनर तले रिलीज होगा मास्टर आयूष मंमगाई व प्रज्वल मंमगाई का नया वीडियो गीत झुम्पा कैल तोडा

Hill Tops Studio dehradun में तैयार किया गया प्रज्ज्वल फिल्मस के बैनर तले झुम्पा कैल तोडा वीडियो गीत 13 फरवरी को रिलीज होगा । गीत झुम्पा कैल तोडा की शूटिंग पूरी हो गई है । इस वीडियो गीत को प्रज्ज्वल फिल्मस के official YouTube Channel पर रिलीज किया जायेगा ।उत्तराखंड के जाने माने अभिनेता व निर्देशक रवि मंमगाई ने व गीत-संगीत ज्योति प्रकाश पंत का है । वीडियो गीत में मास्टर आयूष मंमगाई व प्रज्वल मंमगाई ने अभिनय किया है ।

एक नजर मास्टर आयूष मंमगाई के अभिनय व गायकी के सफर पर

उत्तराखंड के उभरते कलाकार मास्टर आयूष मंमगाई वीडियो गीत के मुख्य गायक है जिन्होंने फिल्म मेजर निराला, विदै, खैरी का दिन, माधो सिंह भंडारी, बजरंगी भैजी, गब्बर ऐगी रे, में अपने अभिनय की छाप उत्तराखंड के दर्शकों पर छोड़ चुके हैं यह उनका दूसरा गीत है इससे पहले भी उनका एक गीत तू लगदी एटमबम भी लोगों को खूब पसंद आया था ।

प्रज्ज्वल फिल्मस के यूट्यूब चैनल का लिंक

official YouTube Channel 

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गढ़वली फोक में दिखेगी मंमगाई भाइयों की जुगलबंदी

आयूष व प्रज्वल मंमगाई की गायिकी के साथ साथ दोनों भाइयों ने अभिनय भी किया है । फोक गीत को नये प्रयोग के साथ पेश किया जाएगा गीत में रवि मंमगाई ने गढ़वाली Rap कामेडी अंदाज में पेश किया गया है । मंमगाई भाइयों के साथ साथ चार साल से 14 साल तक के बाल कलाकर दर्शकों को अपने अभिनय से आकर्षित करते नजर आएंगे यह दावा निर्देशक रवि मंमगाई ने बच्चों के अभिनय को देखकर किया ।

प्रज्वल मंमगाई की कॉमेडी मूवी बजरंगी भाईजान देखिए

Source : Pineflix Youtube chennal


शनिवार, 6 फ़रवरी 2021

Blood donation camp : कल रविवार अग्रवाल धर्मशाला में रक्तदान शिविर का आयोजन , पढ़े पूरी खबर ।।web news।।

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अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन एवं हर्षल फाउंडेशन का कल रविवार रक्तदान शिविर का आयोजन

कोरोना महामारी के चलते बल्ड की हो रही कमी को दूर करने के लिए अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन एवं हर्षल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर रविवार 7 फरवरी 2021 को अग्रवाल धर्मशाला, गांधी रोड पर प्रातः 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहेगा ।

कोरॉना काल में मरीजों के इलाज के लिए रक्त की आवश्यकता अत्यंत बढ़ गई है ओर देहरादून के ब्लड बैंको में रक्त के भंडार में काफी कमी आई है। ऐसे समय में इस तरह के शिविर अत्यंत आवश्यक ओर जीवन बचाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं - डॉ रमा गोयल, अध्यक्ष

रक्तदाताओं को इन बातों का रखें विशेष ध्यान रखना चाहिए

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किये गए दिशानिर्देशों के अनुसार रक्तदाताओं के लिए कुछ जरुरी योग्यताएं निर्धारित किए गए हैं। इनके विषय में पर्याप्त जानकारी इच्छुक रक्तदाताओं के लिए लाभप्रद साबित हो सकती है ।
◆18 साल से 65 साल के लोग रक्तदान कर सकते हैं ।
◆45 किलोग्राम वजन के लोग 350 मिलीलीटर एवं 55 किलोग्राम से ऊपर वजन के लोग 450 मिलीलीटर खून दान कर सकते हैं।
◆12.50 ग्राम हेमोग्लोबिन या इससे अधिक होने पर ही रक्तदान संभव है।
◆उच्च रक्तचाप, एड्स, अत्यधिक मधुमेह एवं थेलेसीमिया जैसे अन्य गंभीर रोगों से ग्रसित लोग रक्तदान नहीं कर सकते हैं ।
◆रक्तदाता का वजन 45 किलोग्राम से कम नही होना चाहिए।
◆ रक्त देने से 24 घंटे पहले से ही शराब, धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन नही करना चाहिए ।

गुरुवार, 4 फ़रवरी 2021

Woman Self employment : महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए GKVUS संस्था चलायेगी प्रशिक्षण कार्यक्रम , पढे पूरी खबर ।।web news।।


गंगोत्री कौशल विकास एवं उत्थान समिति का महिला स्वयं सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने का अभियान

गंगोत्री कौशल विकास एवं उत्थान समिति ने उमेदपुर में आज 2 महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों एवं पदाधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें महिलाओं को स्वरोजगार एवं आर्थिकी से जोड़ने के लिए विषय पर चर्चा की गयी, बैठक में लगभग 40 महिलाओं ने प्रतिभाग किया । महिला समूह से जुड़ी बीपीएल एवं मनरेगा कार्ड धारक सदस्यों को पंजाब नेशनल बैंक व RCTE के सहयोग गंगोत्री कौशल विकास एवं उत्थान समिति से धूपबत्ती, अगरबत्ती, मोमबत्ती, पेपर बैग, जुट बैग आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा , साथ ही प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने गुणवत्तापूर्ण उत्पाद बनाने मार्केटिंग के बारे में भी जानकारी दी जाएगी । साथ ही महिलाओं को अन्य योजनाओं से जोड़कर आर्थिकी बढ़ाने का कार्य किया जायेगा ।

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मंगलवार, 2 फ़रवरी 2021

World Wetland Day : माटी संस्था व भारतीय प्राणी सर्वेक्षण देहारादून ने “पक्षी विहार दर्शन” कार्यक्रम का आयोजन किया ।। web news ।।


विश्व वेटलैंड दिवस के अवसर पर माटी संस्था व भारतीय प्राणी सर्वेक्षण देहारादून के संयुक्त प्रयास से “पक्षी विहार दर्शन” कार्यक्रम का आयोजन ।

2 फरवरी को “विश्व आर्द्रभूमि दिवस” (World Wetland Day) मनाया जाता है । इस वर्ष “विश्व आर्द्रभूमि दिवस” की थीम “आर्द्रभूमि (वेटलेंड) और जीवन” निर्धारित की गयी है। यह दिन वेटलैंड्स के संरक्षण के लिए जागरूकता पैदा करने, उसे बढ़ावा देने तथा सम्पूर्ण मानव जाति के लिये आर्द्रभूमि (वेटलैंड) की महत्त्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताने के लिए आयोजित किया जाता है। वेटलैंड का मतलब होता है नमी या दलदली क्षेत्र अथवा पानी से संतृप्त भूभाग से है। आर्द्रभूमि वह क्षेत्र है जो सालभर आंशिक रूप से या पूर्णतः जल से भरा रहता है। भारत में वेटलैंड ठंडे और शुष्क इलाकों से लेकर मध्य भारत के कटिबंधीय मानसूनी इलाकों और दक्षिण के नमी वाले इलाकों तक फैली हुई है। वेटलैंड के बहुत से लाभ है। जैविक रूप से विविध पारिस्थितिक तंत्र जो कई प्रजातियों के लिए आवास प्रदान करना, तूफान और बाढ़ के खिलाफ तट पर बफ़र्स के रूप में सेवा करना, पानी की गुणवत्ता में सुधार करने, बाढ़ के पानी को स्टोर करने और हानिकारक प्रदूषकों को बदलकर स्वाभाविक रूप से पानी को फ़िल्टर अर्थात जल को प्रदुषण से मुक्त करना है। वेटलैंड्स जंतु ही नहीं बल्कि पादपों की दृष्टि से भी एक समृद्ध तंत्र है, जहां उपयोगी वनस्पतियां एवं औषधीय पौधे भी प्रचुर मात्रा में मिलते हैं। ये उपयोगी वनस्पतियों एवं औषधीय पौधों के उत्पादन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

विश्व वेटलैंड दिवस पर बर्ड वाचिंग कार्यक्रम का आयोजन

माटी संस्था, भारतीय प्राणी सर्वेक्षण और अल्पाइन ग्रुप ऑफ कॉलेज द्वारा संयुक्त रूप से “विश्व आर्द्रभूमि दिवस (वर्ल्ड वेटलैंड डे) के अवसर पर आसन कंज़र्वेशन रिज़र्व, देहारादून के आर्द्रभूमि (वेटलैंड) क्षेत्र में “बर्ड वाचिंग कार्यक्रम” का आयोजन किया। आसन आर्द्रभूमि  क्षेत्र उत्तराखंड का पहला वेटलैंड है जिसको रामसर साइट घोषित किया गया है। आसन बैराज, आसन और यमुना नदी के किनारे फैला लगभग 4.5 किमी का क्षेत्र है। इस क्षेत्र में सितम्बर -अक्टूबर से ही विदेशी मेहमानो अर्थात प्रवासी पक्षियों का आना आरम्भ हो जाता है। एक दिवसीय “बर्ड वाचिंग” कार्यक्रम की शुरूवात भारतीय प्राणी सर्वेक्षण, देहारादून के वैज्ञानिक डॉ० गौरव शर्मा द्वारा की गयी। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए वेटलैंड व प्रवासी पक्षियों के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हुए भारतीय प्राणी सर्वेक्षण संस्थान के द्वारा पक्षी व जंतुओं पर पूर्व व वर्तमान किए जा रहे शोधों से अवगत कराया। साथ ही उन्होने अपने संस्थान की तरफ से प्राणीयों पीआर शोध कर रहे विद्यार्थियों व शोधार्थियों को हर संभव मदद करेंगे का असवासन दिया। इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए डॉ० वेद प्रकाश तिवारी, संस्थापक और वैज्ञानिक, माटी संस्थान ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए वेलैंड डे को मानाने के उद्देश्य, वेटलैंड के हमारे जीवन में महत्त्व से लेकर इनके संरक्षण हेतु किये जाने वाले प्रयासों के विषय में रोचक जानकारी दी। उन्होंने प्रवासी पक्षियों के बारे में भी चर्चा की और बताया कि कैसे बर्डवॉचिंग एक मनोरंजन के साथ - साथ हमें इन नन्हे जीवों के जीवन की विभिन्न क्रियाओं व् पहलुओं से भी रूबरू करवाता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया है कि हर किसी को स्थानीय स्तर पर और विश्व स्तर पर इस तरह के जैव विविधता दस्तावेज में संलग्न होना चाहिए ताकि यह हमारे वन्यजीवों और उनके आवासों को बचाने के लिए एकजुट होकर कार्य कर सके। इस दौरान भारतीय प्राणी सर्वेक्षण से डा० अनिल कुमार, पक्षी विशेषज्ञ ने भी इन पक्षियों के विषय में अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया । इसके बाद माटी की एक रिसर्च स्कॉलर ओएँड्रिल्ला सान्याल ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए सभी प्रतिभागियों को चार - चार समूहों में विभाजित किया व बर्डवाचिंग के नियमो के विषय में सभी को बताया। छात्रों ने पक्षियों के संबंध में सभी जानकारी एकत्र की और उनके व्यवहार और आवास को बहुत ही प्रभावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया। सभी ग्रुप्स के फील्ड नोट्स और ड्राइंग का आकलन करने के पश्चात् वहां उपस्थित सभी संस्थानों के वैज्ञानिको द्वारा कार्यक्रम के अंत में बेस्ट-बर्ड वॉचर से एक समूह को सम्मानित किया गया ताकि वे भविष्य में भारत की जैव विविधता को बचाने के लिए आगे आएं। कार्यक्रम का संचालन डॉ ० हिमानी बडोनी, प्रोजेक्ट साइंटिस्ट, माटी संस्था ने किया। उन्होने बताया की इस बर्ड वाचिंग कार्यक्रम के दौरान इस क्षेत्र में पाए जाने वाले पक्षियों की विभिन्न क्रियाओं से सम्बंधित फोटोग्राफ व विडियो भी संलेखित किया गया, साथ ही पक्षियों को प्रलेखित किया गया, जिनमे हैरूडी शेल्डक, टफ्टेड डक, रेड-क्रेस्टेड पोचर्ड, नार्दर्न पिंटेल, पेंटेड स्टॉर्क, ग्रे हेडेड स्वेफेन कॉमन कोट, कॉमन मूरेन, इंडियन स्पॉट-बिल्ड डक, ग्रे हेरॉन, रिवर लैपविंग, ग्रीन सैंडपाइपर आदि प्रमुख है। अंत में प्रतीक्षा, सीनियर रिसर्च फेलो, माटी ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों, मेहमानों, वैज्ञानिको आदि का धन्यवाद व्यक्त करते हुए माटी और भारतीय प्राणी सर्वेक्षण द्वारा आयोजित ऑनलाइन फोटोग्राफी प्रतियोगीयता के बारें में जानकारी प्रदान किया। 

“पक्षी विहार दर्शन” कार्यक्रम में उपस्थित रहे ।

विश्व आर्द्रभूमि दिवस (वर्ल्ड वेटलैंड डे) के अवसर पर अल्पाइन इंस्टिट्यूट के विधार्थियों के साथ - साथ पर्यावरण डिपार्टमेंट के अध्यक्ष एम० डी० कौसर ने भी भाग लिया। इस कार्यक्रम के दौरान कुल सत्तर से ज्यादा प्रतिभागियों में भाग लिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाए में माटी संस्था टीम के सभी सदस्य जिसमें की अनुप्रिया, शेफाली, मृतुन्जय, रश्मि , शालिनी, विशाल, देशांशी आदि ने योगदान किया।